Credit Score क्या है?
क्रेडिट स्कोर (Credit Score) जिसे CIBIL स्कोर भी कहा जाता है, 3 अंको की संख्या है जो दिखाता है कि आपने अपने क्रेडिट जैसे- होम लोन, पर्सनल लोन, बिज़नेस लोन, ऑटो लोन, ओवरड्राफ्ट आदि को अब तक कैसे मैनेज यानी उनका भुगतान और उपयोग कैसे किया है। मुख्य रूप ये दर्शाता है कि आपको लोन देने में कितना जोखिम है। इसे कैलकुलेट भी बैंक/NBFC द्वारा क्रेडिट ब्यूरो को प्रदान की गई जानकारी के आधार पर किया जाता है।
आसान शब्दों में कहें तो, आपका क्रेडिट स्कोर बैंकों/ लोन संस्थानों को दिखाता है कि आप एक विश्वसनीय उधारकर्ता हैं या जोखिम वाले। आप एक नए लोन का भुगतान कर पाएंगे या नहीं और इसकी कितनी संभावना है। जब भी आप किसी लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करते हैं तो बैंक या NBFC आपकी भुगतान क्षमता का पता लगाने के लिए आपके क्रेडिट स्कोर और आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में दी गई क्रेडिट हिस्ट्री (Credit History) को चेक करते हैं।
आपका क्रेडिट स्कोर 300 से 900 के बीच होता है। स्कोर जितना ज़्यादा होगा, आपकी लोन या क्रेडिट कार्ड एप्लीकेशन की मंज़ूर होने की संभावना उतनी ज़्यादा होगी। आमतौर पर, बैंक 760 या इससे ज़्यादा स्कोर को तरजीह देते हैं। तो कुछ बैंक/NBFCs क्रेडिट कार्ड अप्रूव्ल के लिए 700+ से अधिक के क्रेडिट स्कोर को भी तवज्जों देते हैं।
अगर आप अक्सर अपने लोन और क्रेडिट कार्ड बिल का समय भुगतान नहीं करते या देरी करते हैं, तो आपके क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। क्रेडिट स्कोर कैसे बढ़ाएं, इसका सीधा- सा जवाब है कि अपनी EMIs और क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान समय से करें। और बार-बार क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई न करने से भी क्रेडिट स्कोर में सुधार हो सकता है।
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क्रेडिट स्कोर अच्छा हो तो मिलते हैं ये फायदे
जब आप किसी बैंक में लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करते हैं, तो वो सबसे पहले आपका क्रेडिट स्कोर (Credit Score) देखता है। अगर स्कोर कम होता है, तो बैंक बिना कोई और जांच किये आपकी एप्लीकेशन को अस्वीकार कर सकता है। वहीं, अगर आपका स्कोर ज़्यादा होता है, तो बैंक लोन देने या ना देने का फैसला लेने से पहले अन्य जानकारी की जांच करेगा। ऐसे में कह सकते हैं कि अच्छा क्रेडिट स्कोर आपकी लोन एप्लीकेशन के अप्रूव्ल की संभावना को बढ़ा देता है।
हालांकि, आपका क्रेडिट स्कोर इस बात की गारंटी नहीं देता है कि आपको लोन मिल ही जाएगा। क्रेडिट स्कोर के अलावा, बैंक लोन एप्लीकेशन मंज़ूर या नामंज़ूर करने से पहले आवेदक का डेट टू इनकम रेश्यो यानी आप अपनी आय का कितना प्रतिशत मौजूदा EMI (अगर कोई है तो) के भुगतान में दे रहे हैं, नौकरी का रिकॉर्ड, प्रोफेशन आदि भी देखते हैं।
एक अच्छा क्रेडिट स्कोर न सिर्फ लोन और क्रेडिट कार्ड मिलने की संभावना को बढ़ाता है बल्कि कम ब्याज दरों पर लोन पाने में भी मदद करता है। कई बैंक/NBFC अच्छी पेमेंट हिस्ट्री और क्रेडिट स्कोर वाले आवेदकों को कम ब्याज दरों पर लोन प्रदान करते हैं।
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कितना क्रेडिट स्कोर अच्छा माना जाता है?
वर्तमान में, बैंक 760 या उससे ज़्यादा के क्रेडिट स्कोर (Credit Score) को अच्छा क्रेडिट स्कोर मानते हैं, चाहे वो सिबिल से हो या किसी अन्य क्रेडिट ब्यूरो से। अगर आपका क्रेडिट या सिबिल स्कोर 760 से ज़्यादा और 900 के करीब होता है तो आपके लोन एप्लीकेशन मंज़ूर होने की संभावना बढ़ जाती है। ऐसा हो सकता है कि एक ही क्रेडिट ब्यूरो में आपका सिबिल स्कोर 760 या ज़्यादा हो और किसी अन्य क्रेडिट ब्यूरो से आपका क्रेडिट स्कोर 700 से कम हो। चूंकि क्रेडिट स्कोर कैलकुलेट करने के लिए ज़्यादातर क्रेडिट ब्यूरो अपना-अपना फ़ॉर्मूला अपनाते हैं। इसलिए एक से दूसरे क्रेडिट ब्यूरो में आपका स्कोर अलग-अलग हो सकता है। ऐसे में ये सलाह दी जाती है कि महीने में एक बार अपना क्रेडिट स्कोर चेक कर लेना चाहिए।
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क्रेडिट स्कोर रेंज और उसका मतलब
आइये जानते हैं कि ज़्यादातर बैंक/ लोन संस्थान कितने क्रेडिट स्कोर को कैसा मानते हैं:-
क्रेडिट स्कोर | कैटेगरी | अच्छा है या बुरा? |
<300 | कोई स्कोर नहीं/कोई क्रेडिट | इसका मतलब है कि आपने कभी लोन या क्रेडिट कार्ड नहीं लिया है और आपकी कोई क्रेडिट हिस्ट्री नहीं है। भविष्य में लोन और क्रेडिट कार्ड पर बेहतरीन ऑफर पाने के लिए आपको अपना क्रेडिट स्कोर बनाना शुरू कर देना चाहिए। |
300-550 | बहुत कम क्रेडिट स्कोर | आपकी क्रेडिट हिस्ट्री खराब हो चुकी है। हालाँकि, आप वित्तीय अनुशासन का पालन कर अपने क्रेडिट स्कोर को सुधार सकते हैं। क्रेडिट स्कोर के कम होने की वजह जानने के लिए अपनी क्रेडिट रिपोर्ट को अच्छे से चेक करें और उसे सुधारने की दिशा में काम करें। |
551-620 | कम क्रेडिट स्कोर | आपने अच्छा क्रेडिट बिहेवियर प्रदर्शित नहीं किया जिससे आपकी क्रेडिट हिस्ट्री खराब हो गई है। भविष्य में क्रेडिट कार्ड के लिए योग्य होने के लिए आपको अपना क्रेडिट स्कोर सुधारने पर ज़ोर देना होगा। |
621-700 | संतोषजनक क्रेडिट स्कोर | आप एक अच्छे क्रेडिट स्कोर से दूर नहीं हैं। बेस्ट ऑफ़र पाने के लिए आपको अपने स्कोर को बेहतर बनाने पर काम करना चाहिए। |
701-749 | अच्छा क्रेडिट स्कोर | आप अपने लोन और क्रेडिट कार्ड को जिम्मेदारी से मैनेज किया है। अधिकतर बैंक और NBFC आपको लोन देना पसंद करेंगे। |
750+ | बहुत अच्छा | क्रेडिट के मामले में आपका ट्रैक रिकॉर्ड शानदार है। इस स्कोर के साथ, आप अधिकांश बैंकों और NBFC की योग्यता शर्तों को पूरा करेंगे और आपको बेस्ट ऑफ़र मिलने की संभावना है। |
नोट करें: ऊपर दी गई क्रेडिट स्कोर रेंज सिर्फ सांकेतिक है और ये एक बैंक से दूसरे बैंक और एक ब्यूरो से दूसरे ब्यूरो पर निर्भर कर सकती है।
Credit Score कैसे कैलकुलेट किया जाता है?
आपका क्रेडिट स्कोर कैलकुलेट (Calculate Credit Score) करने के लिए क्रेडिट ब्यूरो और क्रेडिट इंफोर्मेंशन कंपनियां कई कारकों पर विचार करती हैं। यह फैक्टर्स आपके पिछले क्रेडिट बिहेवियर को दर्शाते हैं और हर बार जब आप किसी नए क्रेडिट कार्ड या लोन के लिए आवेदन करते हैं, तो बैंकों और NBFC को रिपोर्ट किए जाते हैं।
5 कारक जो आपके क्रेडिट स्कोर को प्रभावित करते हैं
आपके क्रेडिट स्कोर को प्रभावित करने वाले कुछ प्रमुख कारक कुछ इस प्रकार हैं:
- लोन रीपेमेंट हिस्ट्री: लोन और क्रेडिट कार्ड का समय पर भुगतान करने से आपका क्रेडिट स्कोर बढ़ता है और उसमें सुधार होता रहता है। वहीं अगर आप समय पर EMI भुगतान नहीं करते तो इससे आपके क्रेडिट स्कोर पर ख़राब प्रभाव पड़ता है। यानी आपके क्रेडिट स्कोर कैलकुलेशन में आपकी रीपेमेंट हिस्ट्री का बहुत असर पड़ता है।
- क्रेडिट हिस्ट्री कितनी पुरानी है: आपकी क्रेडिट हिस्ट्री कितनी पुरानी है इसका प्रभाव भी आपके क्रेडिट स्कोर पर पड़ता है। जब आप पहली बार लोन या क्रेडिट कार्ड लेते हैं, तभी से आपकी क्रेडिट हिस्ट्री शुरू हो जाती है। अगर आपकी क्रेडिट हिस्ट्री पुरानी है और आपने हमेशा समय पर भुगतान किया है, तो ये एक अच्छे क्रेडिट बिहेवियर को दर्शाता है जिसका आपके क्रेडिट स्कोर पर मीडियम इम्पैक्ट होता है।
- हार्ड-इन्क्वायरी: आप जितनी बार भी लोन/ क्रेडिट कार्ड के लिए बैंक या NBFC में अप्लाई करते हैं, बैंक उतनी बार क्रेडिट ब्यूरो से आपकी क्रेडिट रिपोर्ट मांगते हैं, इसे हार्ड-इन्क्वायरी कहा जाता है। बहुत ज़्यादा हार्ड-इन्क्वायरी होना ये दर्शाता है कि आप किसी भी तरह क्रेडिट लेना चाहते हैं। और कम समय में ज़्यादा हार्ड-इन्क्वायरी होना आपके क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव (कुछ वक्त के लिए) डालता है। हालांकि, अपने क्रेडिट स्कोर को चेक करना या क्रेडिट रिपोर्ट डाउनलोड करने से आपके क्रेडिट स्कोर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता क्योंकि इसे सॉफ्ट इन्क्वायरी माना जाता है।
- क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो: आपके पास जितनी क्रेडिट लिमिट है उसका जितना प्रतिशत आप उपयोग करते हैं, उतना ही आपका क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो होता है। आपको कोशिश करनी चाहिए कि आप उपलब्ध क्रेडिट लिमिट का 30% से ज़्यादा उपयोग ना करें। ज़्यादा क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो दर्शाता है कि आप क्रेडिट पर ज़्यादा निर्भर हैं और इस तरह आपके ऊपर भुगतान का भार भी बढ़ जाएगा, जो आपके क्रेडिट स्कोर पर गलत प्रभाव डालेगा।
- क्रेडिट मिक्स: अगर आपने अलग-अलग प्रकार के लोन लिये हैं जैसे- पर्सनल लोन, होम लोन, ऑटो लोन और सभी का भुगतान समय कर दिया है, तो ये दिखाता है कि आप हर तरह के लोन को मैनेज करने में समर्थ हैं। समय के साथ एक अच्छा क्रेडिट मिक्स बनाने से आपकी क्रेडिट प्रोफाइल पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। लेकिन अगर आपने बहुत ज़्यादा अन-सिक्योर्ड लोन लिए हैं जैसे- पर्सनल लोन, क्रेडिट कार्ड तो ये दिखाता है कि आप किसी भी तरह क्रेडिट लेना चाहते हैं और क्रेडिट पर बहुत ज़्यादा निर्भर हैं। इसका असर आपके क्रेडिट स्कोर पर पड़ सकता है। हालांकि, अगर आपका भुगतान रिकॉर्ड अच्छा है, तो इसका कोई खास असर आपके क्रेडिट स्कोर पर नहीं पड़ता। ध्यान रहे कि एक ही समय में बहुत सारे एक्टिव लोन होने से आपका ‘ईएमआई टू एनएआई रेश्यो (EMI to NMI Ratio)’ भी बढ़ सकता है, जिससे आपको अधिक क्रेडिट मिलने की संभावना कम हो सकती है। हालांकि, क्रेडिट मिक्स का आपके क्रेडिट स्कोर पर कम प्रभाव पड़ता है और ऐसा नहीं होता है कि बैंक आपकी लोन एप्लीकेशन केवल इसलिए नामंज़ूर कर देगा कि आपका क्रेडिट मिक्स संतुलित नहीं है।
- अन्य कारक: इन 5 कारकों के अलावा कुछ अन्य कारक भी हैं जो आपका क्रेडिट स्कोर को कैलकुलेट (Calculate Credit Score) करने के लिए मुख्य रूप से उपयोग किये जाते हैं। जैसे- आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में गलत जानकारी, छोटी क्रेडिट हिस्ट्री और आप किसी लोन के गारंटर हैं और उसका भुगतान नहीं हो रहा है, इन सभी का भी आपके क्रेडिट स्कोर पर थोड़ा-बहुत ख़राब प्रभाव पड़ सकता है।
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अच्छा क्रेडिट स्कोर मेंटेन करने के क्या फायदे हैं?
लोन या क्रेडिट कार्ड एप्लीकेशन का मूल्यांकन करते समय बैंक/ लोन संस्थान सिर्फ क्रेडिट स्कोर पर विचार नहीं करते हैं। हाँ ये ज़रूर है कि ये सबसे महत्वपूर्ण कारकों में से एक है। एक अच्छा क्रेडिट स्कोर मेंटेन करने के कई लाभ हैं (Benefits of Maintain a Good Credit Score):
- आपकी लोन एप्लीकेशन मंज़ूर होने की संभावना बढ़ जाती है, क्योंकि ज़्यादा क्रेडिट स्कोर दर्शाता है कि आपको लोन देने में कम जोखिम है
- आपको कम ब्याज दरों पर लोन मिलने की संभावना अधिक होती है
- आपके लोन और क्रेडिट कार्ड एप्लीकेशन को आसानी से और जल्द अप्रूव किया जा सकता है
- प्री-अप्रूव्ड लोन के लिए आपकी योग्यता बढ़ जाती है
- क्रेडिट कार्ड पर ज़्यादा लिमिट मिल सकती है
- प्रोसेसिंग फीस और अन्य शुल्क पर छूट मिल सकती है
आपके सिबिल स्कोर का लोन और क्रेडिट कार्ड एलिजिबिलिटी पर असर
आपका क्रेडिट स्कोर आपके लोन या क्रेडिट कार्ड की योग्यता का आकलन करते समय एक ज़रूरी फैक्टर होता है। जहाँ एक अच्छा क्रेडिट स्कोर बेहतर शर्तों पर लोन या क्रेडिट कार्ड प्राप्त करने की आपकी संभावना को बढ़ाता है, वहीं एक खराब क्रेडिट स्कोर आपके क्रेडिट अप्रूव्ल की संभावना को काफी कम कर सकता है।
आमतौर पर, अधिकांश लेंडर्स और क्रेडिट कार्ड प्रोवाइडर्स 760 और उससे अधिक के CIBIL स्कोर वाले आवेदकों के एप्लीकेशन को तवज्जों देते हैं और अन्य पैरामीटर्स पूरे होने पर, अप्रूव्ल के लिए पर्याप्त मानते हैं। हालाँकि, स्कोर जितना 900 के करीब होगा, क्रेडिट अप्रूव्ल की संभावना उतनी ही अधिक होगी। अच्छा क्रेडिट स्कोर आपको कम दरों और बेहतर शर्तों पर लोन लेने में मदद करता है।
लेकिन बकाया का समय पर भुगतान न करने या लोन डिफॉल्ट की वजह से क्रेडिट स्कोर खराब हो सकता है। जिससे भविष्य में लोन या क्रेडिट कार्ड एप्लीकेशन के अप्रूव्ल में मुश्किलें आ सकती हैं। आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में जितनी गंभीर समस्या होगी, आपका क्रेडिट स्कोर उतना ही खराब होगा और आपके क्रेडिट अप्रूव्ल की संभावना उतनी ही कम होगी। क्रेडिट स्कोर कम होने पर आपको सबसे पहले इसे सुधारने पर ध्यान देना चाहिए। इसलिए किसी लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए तभी आवेदन करें जब आपका क्रेडिट स्कोर बेहतर हो जाए।
भारत में क्रेडिट ब्यूरो
ट्रांसयूनियन सिबिल लिमिटेड (जिसे पहले क्रेडिट इंफोर्मेशन ब्यूरो (इंडिया) लिमिटेड के नाम से जाना जाता था) एक क्रेडिट ब्यूरो है जो आपका सिबिल स्कोर बनाता है, मेंटेन करता है और उसे कैलकुलेट करता है। यह सबसे पुरानी एजेंसी है। इसके अलावा भारत में तीन अन्य क्रेडिट ब्यूरो क्रेडिट रिपोर्ट सेवाएँ प्रदान करते हैं, जैसे कि एक्सपीरियन, CRIF हाई मार्क और इक्विफैक्स। प्रत्येक क्रेडिट ब्यूरो बैंकों/एनबीएफसी द्वारा नियमित रूप से प्रदान की जाने वाली जानकारी के आधार पर आपके क्रेडिट स्कोर को स्वतंत्र रूप से कैलकुलेट करते हैं। हर क्रेडिट ब्यूरो के पास आपके क्रेडिट स्कोर को कैलकुलेट करने के लिए अपना मॉडल या एल्गोरिदम होता है। इसी वजह से आपका क्रेडिट स्कोर हर क्रेडिट ब्यूरो में अलग-अलग होता है।
Paisabazaar.com पर, आप अपना क्रेडिट स्कोर ऑनलाइन मुफ़्त में देख सकते हैं और कस्टमाइज़्ड क्रेडिट रिपोर्ट डाउनलोड कर सकते हैं। हमारी CIBIL सहित सभी चार प्रमुख क्रेडिट ब्यूरो के साथ पार्टनरशिप है, जो आपको बिना किसी लागत पर अपना क्रेडिट स्कोर चेक करने, ट्रैक करने और बनाने में सक्षम बनाती है। सबसे खास बात, एक या कई बार अपनी क्रेडिट रिपोर्ट चेक करने से आपके स्कोर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
NRI के लिए क्रेडिट स्कोर
जिन लोगों के पास NRI PAN कार्ड है और जिन्होंने पहले भी क्रेडिट सुविधाओं का लाभ उठाया है, उन्हें क्रेडिट स्कोर दिया जाता है। इस स्कोर का कैलकुलेशन उसी एल्गोरिदम पर आधारित होता है जिसका उपयोग रेसिडेंट बोरोअर्स के क्रेडिट स्कोर को कैलकुलेट करने के लिए किया जाता है। ऐसे NRI, जो भविष्य में क्रेडिट सुविधाओं का लाभ उठाना चाहते हैं, उन्हें अपने क्रेडिट स्कोर के साथ अपडेट रहना चाहिए और अगर ज़रूरी हो, तो इसे सुधारने के लिए काम करना चाहिए। भारत में 750 या उससे अधिक का क्रेडिट स्कोर, उन्हें अन्य मानदंडों को पूरा करने पर बिना किसी कठिनाई के अपने लोन एप्लीकेशन के अप्रूव्ल में मदद कर सकता है।
इस बात का ध्यान रहें कि क्रेडिट स्कोर देशों के बीच ट्रांसफर नहीं किए जा सकते हैं। उदाहरण के लिए, अगर आपके पास भारत में एक्सपीरियन क्रेडिट स्कोर 750 है, तो आपका USA में क्रेडिट स्कोर अलग हो सकता है। स्कोरिंग किसी विशेष देश में क्रेडिट व्यवहार पर आधारित होती है, न कि सभी देशों में सामूहिक क्रेडिट व्यवहार पर। इसलिए, अगर आपके पास किसी विशेष देश में अच्छा क्रेडिट स्कोर है, लेकिन भारत में नहीं है, तो आपको भारत में अपने क्रेडिट स्कोर को सुधारने के लिए काम करना पड़ सकता है।
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क्रेडिट स्कोर कम होने के 6 कारण
क्रेडिट स्कोर कई कारणों से कम हो सकता है, जिसमें से कुछ मुख्य कारकों (Reasons Behind a low Credit Score) के बारे में नीचे बताया गया है:-
- क्रेडिट कार्ड और लोन की EMI का भुगतान न करना या देरी से करना
- नियमित रूप से अपनी क्रेडिट लिमिट का पूरा इस्तेमाल करना या अधिक क्रेडिट यूटिलाइज़ेशन रेश्यो रखना
- क्रेडिट रिपोर्ट में गलत जानकारी भी आपके स्कोर को गिरा सकती है
- लगातार या ज़्यादा हार्ड-इन्क्वायरी भी आपके क्रेडिट स्कोर को नुकसान पहुंचा सकती हैं
- पुराने क्रेडिट अकाउंट को बंद करना अगर अन्य अकाउंट नए हैं (इससे क्रेडिट हिस्ट्री घट जाती है)
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क्रेडिट स्कोर कम है तो क्या करें?
कम क्रेडिट स्कोर (Low Credit Score) होने से आपको लोन या क्रेडिट कार्ड एप्लीकेशन के अप्रूव्ल में मुश्किल हो सकती है।आप अपने स्कोर में सुधार करने के लिए नीचे बताए गए तरीकों को अपना सकते हैं:-
- अपने क्रेडिट कार्ड बिल और लोन EMI का समय पर भुगतान करें। किसी भी स्थिति में भुगतान करने से ना चूकें
- क्रेडिट पर ज़्यादा निर्भरता ना बढ़ाए और क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो 30% से कम रखें
- क्रेडिट रिपोर्ट में कोई गलत जानकारी मिलने पर, उसके बारे में जल्द से जल्द क्रेडिट ब्यूरो को सूचना दें। इसके लिए समय-समय पर अपना क्रेडिट स्कोर पैसाबाज़ार पर चेक करते रहें और अगर वो कम होता है, तो देखें कि रिपोर्ट में कोई गलत जानकारी तो नहीं
- कम समय में ज़्यादा बार लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई ना करें। ये सलाह दी जाती है कि एक बार अप्लाई करने के बाद छह महीनों बाद अप्लाई करें
- अपने सबसे पुराने क्रेडिट कार्ड को बंद ना करें। आपकी क्रेडिट हिस्ट्री जितनी लम्बी होगी बैंक का आप पर उतना ही विश्वास बढ़ेगा
- अपने क्रेडिट स्कोर में सुधार के लिए पैसाबाज़ार की क्रेडिट एडवाइज़री सर्विस से एक्सपर्ट की सलाह लें।
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पैसाबाज़ार पर अपना क्रेडिट स्कोर क्यों चेक करें?
इस लाभ के अलावा कि पैसाबाज़ार मुफ्त में सिबिल स्कोर बताता है, पैसाबाज़ार पर अपना क्रेडिट स्कोर चेक करके कई अन्य लाभ भी ले सकते हैं (Benefits of Checking your Credit Score)। नीचे वो तरीके बताए गए हैं जिनके द्वारा पैसाबाज़ार आपको एक अच्छा स्कोर बनाने और मेंटेन करने में मदद कर सकता है:-
- अपना क्रेडिट स्कोर आसानी से चेक करें: Paisabazaar.com (वेब और ऐप) के ज़रिए, आप CIBIL सहित कई ब्यूरो से अपना क्रेडिट स्कोर तुरंत और बिल्कुल मुफ़्त में चेक कर उनकी तुलना कर सकते हैं। एक डिजिटल प्रक्रिया होने की वजह से आप कुछ सेकंड में कहीं भी, कभी भी अपना क्रेडिट स्कोर चेक फ्री में चेक कर सकते हैं।
- कस्टमाइज्ड ऑफर पाएं: ऐसे लोग जिनकी क्रेडिट प्रोफाइल अच्छी है, वे भारत के टॉप बैंकों और NBFC से बेस्ट प्री-अप्रूव्ड लोन और क्रेडिट कार्ड ऑफर चेक कर सकते हैं, साथ ही उसका लाभ उठा सकते हैं। ऐसे ऑफ़र्स बिना किसी दस्तावेज़ों के या न्यूनतम दस्तावेज़ों के साथ आते हैं और आमतौर पर तुरंत डिसबर्स और जारी किए जाते हैं।
- अप्रूवल की संभावना बढ़ती है: आपके क्रेडिट स्कोर और अन्य एलिजिबिलिटी फैक्टर्स को ध्यान में रखते हुए आपको सबसे उपयुक्त लेंडर्स और पर्सनल लोन ऑफर्स दिए जाएंगे। जो आपको सही लेंडर्स से सही ऑफर चुनने में मदद करेगा जिससे आपके लोन के रिजेक्शन की संभावना कम हो जाएगी।
- क्रेडिट एडवाइज़री सर्विस: पैसाबाज़ार एक क्रेडिट एडवाइज़री सर्विस भी प्रदान करता है, जो कस्टमर्स को उनकी क्रेडिट रिपोर्ट को समझने और उनके CIBIL स्कोर या क्रेडिट स्कोर को बेहतर बनाने में मदद करती है। साथ ही, पैसाबाज़ार एक गहन विशलेषण और इन्साइट के आधार पर क्रेडिट हेल्थ रिपोर्ट भी प्रदान करता है।
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संबंधित सवाल
प्रश्न 1. मुफ्त में सिबिल स्कोर कैसे चेक करें?
उत्तर: आप हर महीने मुफ्त में अपना सिबिल स्कोर पैसाबाज़ार पर चेक कर सकते हैं, जो क्रेडिट स्कोर चेक करने के लिए सबसे अच्छे प्लैटफॉर्म्स में से एक है। RBI के निर्देशों के अनुसार, क्रेडिट ब्यूरो को साल में एक बार उन सभी को FFCR (फुल फ्री क्रेडिट रिपोर्ट) प्रदान करेगा चाहिए, जिनकी क्रेडिट जानकारी उनके पास है। आप CIBIL की आधिकारिक वेबसाइट से साल में एक बार अपनी फ्री क्रेडिट रिपोर्ट प्राप्त कर सकते हैं।
प्रश्न 2. क्या 750 का CIBIL स्कोर अच्छा माना जाता है?
उत्तर: आमतौर पर, 750 और उससे अधिक का क्रेडिट स्कोर बनाए रखना अच्छा माना जाता है क्योंकि इससे पता चलता है कि आप अपने फाइनेंस को अच्छे से मैनेज करना जानते हैं। यानी आपको लोन देने में लेंडर्स को कम जोखिम है। 750 और उससे ज़्यादा का क्रेडिट स्कोर होने पर आपको लोन और क्रेडिट कार्ड मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
प्रश्न 3. सिबिल स्कोर ज़रूरी क्यों होता है?
उत्तर: सिबिल स्कोर के ज़रिए लेंडर्स के लिए आपके क्रेडिट कार्ड और लोन एप्लीकेशन को अप्रूव करने में रिस्क का आकलन करना आसान हो जाता है। 900 के करीब क्रेडिट स्कोर वाले आवेदकों को लेंडर्स लोन देना पसंद करते हैं। जबकि 700 से कम क्रेडिट स्कोर वाले आवेदकों को जोखिम भरा माना जाता है।
प्रश्न 4. छात्र और युवा वयस्क अपनी क्रेडिट हिस्ट्री कैसे बना सकते हैं?
उत्तर: आमतौर पर, 18 साल से अधिक उम्र के स्टूडेंट्स और युवा वयस्कों की क्रेडिट हिस्ट्री नहीं होती। ऐसे में क्रेडिट स्कोर बनाने के लिए वे एक सिक्योर्ड कार्ड, जो एफडी के बदले मिलता है या कंज्यूमर लोन ले सकते हैं। वहीं समय पर बिल और EMI का भुगतान कर वे अच्छा क्रेडिट स्कोर बना सकते हैं।
प्रश्न 5. पर्सनल लोन लेने के लिए न्यूनतम सिबिल स्कोर कितना है?
उत्तर: लोन एप्लीकेशन मंज़ूर होने के लिए सिबिल स्कोर कितना होना चाहिए, ये एक से दूसरे बैंक और इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप किस तरह के अन-सिक्योर्ड लोन के लिए अप्लाई कर रहे हैं, पर्सनल लोन या बिज़नेस लोन। हालांकि, सिबिल स्कोर 750 से ज़्यादा होने से लोन एप्लीकेशन मंज़ूर होने की संभावना बढ़ जाती है। कई बैंक 700 सिबिल स्कोर पर भी पर्सनल लोन दे देते हैं, लेकिन लोन पर ज़्यादा ब्याज दर वसूलते हैं।
ये भी पढ़ें: पर्सनल लोन के लिए कितना होना चाहिए क्रेडिट स्कोर?
प्रश्न 6. क्या सभी लोग मेरा सिबिल स्कोर देख सकते हैं?
उत्तर: नहीं, आपका सिबिल स्कोर एक निजी जानकारी है, जिसे केवल आप और कुछ अधिकृत संस्थाएं (आपकी सहमति के बाद) देख सकती हैं। विशेष परिस्थितियों में ये अधिकृत संस्थाएं आपकी क्रेडिट रिपोर्ट प्राप्त कर सकती हैं जैसे- जब आप किसी लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करते हैं। अधिकृत संस्थाएं जैसे- वित्तीय संस्थान और बैंक जो सिबिल के विश्वसनीय सदस्य होते हैं, वे ही आपका सिबिल स्कोर/ रिपोर्ट प्राप्त कर सकती हैं।
प्रश्न 7. सिबिल रिपोर्ट कैसे डाउनलोड करें?
उत्तर: आप जब पैसाबाज़ार पर अपना क्रेडिट स्कोर (Credit Score) चेक करते हैं, तो आपको कई ब्यूरो से अपना स्कोर मिलेगा। जहाँ आपका क्रेडिट स्कोर होगा उसी पेज पर आपकी क्रेडिट रिपोर्ट डाउनलोड करने का विकल्प आएगा। आप अपनी जन्मतिथि DDMMYYYY फ़ॉरमेट में दर्ज करके सिबिल रिपोर्ट डाउनलोड (Cibil Report Download) कर सकते हैं।
प्रश्न 8. मेरा सिबिल स्कोर बदलता क्यों रहता है?
उत्तर: जिन कारकों के आधार पर सिबिल स्कोर कैलकुलेट किया जाता है, उनमें बदलाव आने पर सिबिल स्कोर भी बदल सकता है। छोटे कारक जैसे- देरी से भुगतान करना, क्रेडिट कार्ड का लिमिट से ज़्यादा उपयोग और बड़े कारक जैसे- लोन के लिए अप्लाई करना।
इसके अलावा, अगर आप बार-बार नए लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करते रहते हैं, तो इससे आपका क्रेडिट स्कोर कम हो सकता है। इसलिए, कम समय में बहुत सारे आवेदन करने से बचना चाहिए।
प्रश्न 9. क्रेडिट स्कोर कितनी बार अपडेट किया जाता है?
उत्तर: बैंक और NBFCs आपके CIBIL स्कोर की जानकारी महीने में केवल एक बार रिपोर्ट करते हैं। ऐसे में कम से कम 30-45 दिनों के अंतराल से पहले आपके क्रेडिट स्कोर में कोई बदलाव नहीं दिखाई दे सकता है।
प्रश्न 10. क्या मेरा सिबिल स्कोर चेक करने से वो गिर जाएगा?
उत्तर: नहीं, यदि आप अपनी क्रेडिट रिपोर्ट या सिबिल स्कोर की जांच करते हैं, तो इसे “सॉफ्ट इंक्वायरी” माना जाता है जो आपके सिबिल स्कोर को प्रभावित नहीं करता है। चाहे आप अन्य क्रेडिट ब्यूरो के क्रेडिट स्कोर या रिपोर्ट की ही जांच क्यों ना कर रहे हों। हालांकि, आपकी क्रेडिट रिपोर्ट के लिए बैंकों और लोन संस्थानों द्वारा की गई “हार्ड-इन्क्वायरी” आपके क्रेडिट स्कोर को प्रभावित करती है।
प्रश्न 11. मैं अपना CIBIL स्कोर कैसे बढ़ा/ सुधार सकता हूँ?
उत्तर: CIBIL स्कोर आपकी क्रेडिट हिस्ट्री के आधार पर कैलकुलेट किया जाता है, इसलिए ये बहुत जल्द नहीं बढ़ सकता है, चाहे कोई भी CIBIL स्कोर इम्प्रूवमेंट एजेंसी आपसे कुछ भी कहे। आप इसके लिए अपनी लोन EMI और क्रेडिट कार्ड बिलों का समय पर पूरा भुगतान शुरू करें और अपनी मौजूदा लोन को कम करें।
प्रश्न 12. ‘न्यू टू क्रेडिट’ का क्या मतलब है?
उत्तर: आपका सिबिल स्कोर क्रेडिट हिस्ट्री के आधार पर कैलकुलेट किया जाता है और आपकी क्रेडिट हिस्ट्री तब बननी शुरू होती है जब आप कोई लोन या क्रेडिट कार्ड लेते हैं। अगर आपने कभी लोन या क्रेडिट कार्ड नहीं लिया है तो आप ‘न्यू टू क्रेडिट’ हैं, जिसका मतलब है कि आपकी कोई क्रेडिट हिस्ट्री नहीं है। अगर आवेदक ने कभी लोन या क्रेडिट कार्ड नहीं लिया है तो बैंक के लिए ये अंदाज़ा लगाना मुश्किल हो जाता है कि आवेदक को लोन देने में कितना जोखिम है।
प्रश्न 13. क्या मैं आधार कार्ड के माध्यम से अपना क्रेडिट स्कोर चेक कर सकता हूं?
उत्तर: आप अपना CIBIL स्कोर चेक करते समय पहचान प्रमाण के रूप में अपना आधार कार्ड दे सकते हैं। लेकिन सिर्फ आधार कार्ड का उपयोग कर अपना क्रेडिट स्कोर चेक नहीं किया जा सकता। भारत में किसी भी क्रेडिट ब्यूरो से अपना क्रेडिट स्कोर चेक करने के लिए आपको अपना पैन कार्ड देना होगा क्योंकि आपका CIBIL स्कोर सीधे आपके पैन कार्ड से जुड़ा होता है।
प्रश्न 14. मैं मोबाइल नंबर से अपना क्रेडिट स्कोर कैसे चेक कर सकता हूं?
उत्तर: आप Paisabazaar.com पर अपने मोबाइल नंबर के ज़रिए अपना क्रेडिट स्कोर चेक कर सकते हैं। इसके लिए आपको अपना मोबाइल नंबर देना है। जिस पर आपको लॉगिन/वेरिफिकेशन के लिए एक OTP प्राप्त होगा। एक बार वेरीफाई होने के बाद, आपको अपने क्रेडिट स्कोर डैशबोर्ड पर री-डाइरेक्ट किया जाएगा, जहाँ आप अपने प्रोफ़ाइल के लिए डिटेल्ड क्रेडिट रिपोर्ट और अन्य प्री-अप्रूव्ड लोन और कार्ड ऑफ़र के साथ-साथ अपना क्रेडिट स्कोर चेक कर पाएंगे।
हालांकि, अगर पैसाबाज़ार में पहली बार अपनी क्रेडिट रिपोर्ट देख रहे हैं, तो इसके लिए आपको अपना नाम, पैन, पता, मोबाइल नंबर आदि जैसे अन्य विवरण प्रदान करने होंगे। मोबाइल नंबर के माध्यम से अपनी क्रेडिट स्कोर रिपोर्ट प्राप्त करने के लिए, आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आप जिस नंबर का उपयोग कर रहे हैं, वह आपके पैन कार्ड के साथ लिंक हो।
प्रश्न 15. क्रेडिट रेटिंग और क्रेडिट रिपोर्ट के बीच क्या अंतर है?
उत्तर: भारत में चार क्रेडिट ब्यूरो हैं CIBIL ट्रांसयूनियन, एक्सपीरियन, इक्विफैक्स और CRIF हाई मार्क है जो क्रेडिट स्कोर और क्रेडिट रिपोर्ट प्रदान करते हैं। जबकि दूसरी ओर क्रेडिट रेटिंग CRISIL, ICRA आदि द्वारा प्रदान की जाती है। यह रेटिंग कंपनियों और संगठनों के लिए लागू होती है।
प्रश्न 16. किन फैक्सटर्स का आपके क्रेडिट स्कोर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता?
उत्तर: ऐसे कई कारक है जो आपके लोन अप्रूव्ल को प्रभावित कर सकते हैं। लेकिन कुछ ऐसे भी है जिनका प्रभाव आपके क्रेडिट स्कोर पर नहीं पड़ता। इनमें आपकी टेक-होम सैलरी, निवास स्थान, एंप्लॉयमेंट हिस्ट्री, उम्र आदि हो सकते हैं। इसलिए इनके बजाय, आपको मुख्य रूप से समय पर भुगतान, कम क्रेडिट इन्क्वायरी, क्रेडिट रिपोर्ट में गलतियों की पहचान के लिए उसे नियमित रूप से चेक करने आदि पर ध्यान देना चाहिए।
प्रश्न 17. पैसाबाज़ार पर क्रेडिट स्कोर चेक करने का स्टेप-बाय-स्टेप तरीका क्या है?
उत्तर: आप पैसाबाज़ार प्लेटफ़ॉर्म पर अपना क्रेडिट स्कोर आसानी से मुफ़्त में चेक कर सकते हैं जिसमें 2 मिनट से ज़्यादा समय नहीं लगता। आपको बस अपना क्रेडिट स्कोर चेक करने के लिए नीचे दिए गए तरीकों का पालन करना होगा:-
- पैसाबाज़ार के मौजूदा कस्टमर्स को पेज के बीच मौजूद Get your Credit Score टैब पर क्लिक करना है और अपना मोबाइल नंबर दर्ज करके OTP के साथ लॉगिन करना है।
- नए कस्टमर्स को अपना नाम, मोबाइल नंबर, पैन कार्ड आदि जैसी बुनियादी जानकारी दर्ज कर सबमिट पर क्लिक करना होगा।
- इसके बाद अपने मोबाइल नंबर पर प्राप्त OTP दर्ज करें।
- वेरिफिकेशन के बाद आपको क्रेडिट स्कोर डैशबोर्ड में रिडायरेक्ट किया जाएगा।
जहां आपको अपना लेटेस्ट क्रेडिट स्कोर और क्रेडिट रिपोर्ट से संबंधित अन्य विवरण जैसे एक्टिव अकाउंट, पेमेंट हिस्ट्री, नई इन्क्वायरी, विस्तृत क्रेडिट रिपोर्ट आदि भी दिखाई देंगे।इसके साथ ही, आपको अपनी योग्यता शर्तों के अनुसार प्री अप्रूव्ड लोन और कार्ड ऑफ़र भी दिखाई देंगे।
प्रश्न 18. सिबिल रिपोर्ट और सिबिल रैंक में क्या फर्क है?
उत्तर: सिबिल रिपोर्ट और सिबिल रैंक में अंतर नीचे दिया गया है:
सिबिल रिपोर्ट
- सिबिल रिपोर्ट कंज़्यूमर क्रेडिट हिस्ट्री की विस्तार से दी गई समरी होती है जिसे ट्रांसयूनियन सिबिल जनरेट करता है।
- इसमें व्यक्ति के सभी लोन और क्रेडिट कार्ड का भुगतान रिकॉर्ड होता है।
- इसमें आवेदक की पेमेंट हिस्ट्री, क्रेडिट हिस्ट्री कितना पुराना है, क्रेडिट यूटिलाइजेशन कितनी और कितना लोन लिया गया है आदि से संबंधित जानकारी होती है।
सिबिल रैंक
- क्रेडिट रैंक 1 से 10 के बीच होती है। इससे किसी कंपनी की लोन योग्यता का पता चलता है।
- इसमें किसी व्यवसाय के सभी लोन और बिज़नेस क्रेडिट कार्ड का भुगतान रिकॉर्ड होता है।
- जिस कंपनी को 1 या उसके करीब क्रेडिट रेटिंग दी जाती है उसे बैंक तरजीह देते हैं।
प्रश्न 19. क्या सिबिल स्कोर मेरे नए लोन या क्रेडिट कार्ड प्राप्त करने की संभावनाओं को प्रभावित करता है?
उत्तर: वर्तमान में, आपका क्रेडिट स्कोर, चाहे CIBIL, Experian, Equifax या CRIF High Mark द्वारा रिपोर्ट किया गया हो, एक प्रमुख कारक है जो ये निर्धारित करता है कि आपको नया लोन या क्रेडिट कार्ड मिल पाएगा या नहीं। नया लोन या क्रेडिट कार्ड देने के लिए अलग-अलग बैंकों और NBFC के अपने-अपने मानदंड हैं। ज़्यादा क्रेडिट स्कोर (900 के करीब) बनाए रखने से निश्चित रूप से किसी भी लोन के लिए आपकी एप्लीकेशन स्वीकार होने की संभावना बढ़ जाएगी।
हालाँकि, CIBIL स्कोर (या क्रेडिट स्कोर) ही एकमात्र मानदंड नहीं है जिसके आधार पर लोन या क्रेडिट कार्ड एप्लीकेशन को मंज़ूर कर लिया जाता है। निर्णय लेने से पहले बैंक अन्य कारकों जैसे आप अपनी आय का कितना प्रतिशत मौजूदा EMI भुगतान में देते हैं, रोज़गार रिकॉर्ड, अपने स्वयं के आंतरिक मानदंड आदि को भी ध्यान में रखते हैं।
प्रश्न 20. किसी भी तरह के लोन के लिए न्यूनतम कितना सिबिल स्कोर चाहिए?
उत्तर: वर्तमान में, ऐसा कोई डेटा नहीं है जिसके आधार पर बताया जा सके कि लोन या क्रेडिट कार्ड लेने के लिए न्यूनतम या अधिकतम सिबिल स्कोर कितना होना चाहिए। लोन या क्रेडिट कार्ड देना है या नहीं ये पूरी तरह बैंक, NBFC और लोन संस्थानों पर निर्भर करता है। हाँ, इतना ज़रूर है कि बैंक/ लोन संस्थान 750 से ज़्यादा के क्रेडिट स्कोर को तरजीह देते हैं।
प्रश्न 21. क्या सिबिल खुद से मेरी क्रेडिट जानकारी बदल या डिलीट कर सकता है?
उत्तर: नहीं, सिबिल को ये अधिकार नहीं है कि वो अपनी मर्ज़ी से आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में बदलाव कर सके या उसे डिलीट कर सकें। वो केवल सदस्य बैंक व NBFC द्वारा दिए गए डेटा के आधार पर आपकी रिपोर्ट बना सकता है।
लेकिन अगर आपकी रिपोर्ट में कोई गलत जानकारी आ जाती है तो सिबिल उसमें बदलाव/ सुधार कर सकते हैं, बशर्ते कोई गलत जानकारी है इसे साबित करने के लिए आपको दस्तावेज़ी सबूत पेश करने होंगे। इसके अलावा, सिबिल कोई भी बदलाव करने से पहले संबंधित बैंक से उस जानकारी को वेरीफाई करेगा।
प्रश्न 22. क्या होगा अगर मेरी CIBIL रिपोर्ट में कोई गलत जानकारी होती है?
उत्तर: सिबिल रिपोर्ट (CIBIL Report) में कोई गलत जानकारी होने पर जैसे लोन भुगतान में डिफ़ॉल्ट का रिकॉर्ड दिखाना, ऐसा लोन या क्रेडिट कार्ड आपकी रिपोर्ट में दिखा देना जो आपने पहले लिया ही नहीं है आदि। आप CIBIL से अनुरोध कर सकते हैं कि इस गलत जानकारी को सही किया जाए, इसके लिए आपको डिस्प्यूट रेज़ोल्यूशन प्रोसीजर शुरू करना होगा।
इस प्रोसीजर के लिए आपको बैंक NOC, लोन सेटलमेंट लैटर और अपने रिकॉर्ड को अपडेट करने के लिए कुछ फीस देनी होगी। याद रखें, कि क्रेडिट रिपोर्ट में गलत जानकारी आपके क्रेडिट स्कोर (Credit Score) को थोड़ा-बहुत प्रभावित कर सकती है, इसलिए सलाह दी जाती है कि ऐसी गलत जानकारी में सुधार कर लें। आप CIBIL कस्टमर को नीचे दिए गए तरीके से संपर्क कर सकते हैं:
CIBIL हेल्पलाइन नंबर +91-22-6140-4300 पर कॉल करें
समय: सोमवार से शुक्रवार सुबह 10 से शाम 6 के बीच
ईमेल आईडी: nodalofficer@transunion.com
पता: ट्रांसयूनियन सिबिल लिमिटेड
वन इंडियाबुल्स सेंटर, टावर 2A, 19वीं मंज़िल,
सेनापति बापट मार्ग, एलफिंस्टन रोड,
मुंबई – 400013
प्रश्न 23. मेरी सैलरी ज़्यादा है और क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो कम है लेकिन फिर भी मेरी लोन एप्लीकेशन स्वीकार नहीं हुई। इसका क्या कारण है?
उत्तर: लोन एप्लीकेशन का मूल्यांकन करते समय बैंक सबसे पहले आवेदक के क्रेडिट स्कोर (Credit Score) की जांच करते हैं। अगर आपका स्कोर कम है तो आपकी लोन एप्लीकेशन स्वीकार नहीं की जाएगी, चाहे आपकी सैलरी ज़्यादा हो या क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो कम हो।
प्रश्न 24. CIBIL के पास मेरे लोन और क्रेडिट कार्ड की जानकारी कैसे है?
उत्तर: सभी बैंक और NBFC, CIBIL के सदस्य हैं और मासिक आधार पर CIBIL को लोन और क्रेडिट कार्ड भुगतान की जानकारी प्रदान करते हैं। CIBIL इस जानकारी के आधार पर ही आपके क्रेडिट स्कोर को कैलकुलेट करता है। एक्सपीरियन, इक्विफैक्स और CIRF हाई-मार्क जैसे क्रेडिट ब्यूरो भी इसी तरह आपके क्रेडिट स्कोर को कैलकुलेट (Calculate Credit Score) करते हैं।
प्रश्न 25. मैंने जिस क्रेडिट कार्ड अकाउंट का भुगतान करके उसे बंद कर दिया है, वो अभी भी मेरी क्रेडिट रिपोर्ट में एक्टिव क्यों दिखाई दे रहा है?
उत्तर: बैंक व लोन संस्थान आपके लोन या क्रेडिट कार्ड स्टेटस के बारे में CIBIL को सूचित करते हैं और ये जानकारी समय के साथ आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में आ जाती है। लेकिन अगर आपने इस महीने ही अपना क्रेडिट कार्ड या लोन अकाउंट बंद किया है, तो ये कुछ समय में आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में दिखाई देने लगेगा।
प्रश्न 26. मेरा क्रेडिट स्कोर (Credit Score) 800 से ज़्यादा है और क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो 10% से कम लेकिन फिर भी मेरी क्रेडिट कार्ड एप्लीकेशन नामंज़ूर हो गई है। क्या इसका कारण पिछले महीने लिया गया पर्सनल लोन हो सकता है?
उत्तर: कम समय में ज़्यादा बार लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करना दर्शाता है कि आप किसी भी तरह क्रेडिट लेना चाहते हैं। इस कारण कई बार बैंक अच्छा क्रेडिट स्कोर और कम क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो होने के बावजूद एप्लीकेशन मंज़ूर नहीं करते हैं।
प्रश्न 27. मैं किसी के लोन में गारंटर बना हूँ। क्या इससे मेरा क्रेडिट स्कोर प्रभावित होगा?
उत्तर: अगर आप किसी के लोन में गारंटर बनते हैं और वो व्यक्ति लोन का भुगतान करने में असफल रहता/ रहती है तो उस भुगतान के लिए फिर आप ज़िम्मेदार हैं। तो अगर लोन लेने वाला व्यक्ति लोन भुगतान में असफल रहता है तो गारंटर का क्रेडिट स्कोर भी प्रभावित होगा।
प्रश्न 28. एक से अधिक क्रेडिट इन्क्वायरी का आपके क्रेडिट स्कोर पर क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर: कम समय में कई क्रेडिट इन्क्वायरी से पता चलता है कि आप किसी भी तरह से क्रेडिट पाना चाहते हैं। प्रत्येक हार्ड इन्क्वायरी आपके क्रेडिट स्कोर को कम कर सकती है। ऐसे में अगर आप कम समय में बहुत सारी हार्ड इन्क्वायरी करते हैं, तो इससे आपका क्रेडिट स्कोर बहुत कम हो सकता है। इससे बचना चाहिए और सभी लेंडर्स द्वारा दिए जा रहे लोन और क्रेडिट कार्ड ऑफर्स की तुलना करने के बाद अपने लिए बेस्ट ऑफर चुनना और उसके लिए आवेदन करना चाहिए।