सिस्टेमेटिक इंवेस्टमेंट प्लान (S.I.P.) लम्पसम निवेश का एक विकल्प है। S.I.P. के तहत, निवेशक म्यूचुअल फण्ड में एक निश्चित राशि लगातार निश्चित समय पर निवेश करते हैं। S.I.P. से निवेशक को पावर ऑफ कंपाउंडिंग से लाभ कमाने में मदद मिलती है, जबकि इसे करने में अधिक खर्च नहीं करना पड़ता है, क्योंकि S.I.P. को 500 रू. तक की कम राशि से शुरू किया जा सकता है।
फाइनेंनशियल वर्ष 2019-2020 में, S.I.P. निवेश के लिए उपयुक्त शीर्ष 10 म्यूचुअल फंड स्कीम निम्नलिखित हैं:
2019-20 में 10 सर्वश्रेष्ठ S.I.P. निवेश
फंड का नाम | 1 वर्ष का रिटर्न | 3 वर्ष का रिटर्न | 5 वर्ष का रिटर्न |
ICICI प्रूडेंशियल ब्लूचिप फंड | 11.51% | 15.23% | 10.37% |
DSP टैक्स सेवर | 16.56% | 15.25% | 12.08% |
फ्रैंकलिन इंडिया इक्विटी फंड | 6.77% | 10.09% | 8.15% |
ICICI प्रूडेंशियल वैल्यू डिस्कवरी फंड | 2.34% | 7.54% | 7.22% |
एक्सिस लॉंग टर्म इक्विटी फंड | 15.27% | 19.21% | 13.2% |
रिलायंस टैक्स सेवर (ELSS) फंड | 3.24% | 7.08% | 4.67% |
DSP इक्विटी अवसर फंड | 14.37% | 13.77% | 11.78% |
मोतीलाल ओसवाल लॉंग टर्म इक्विटी फंड | 16.29% | 17.13% | – |
आदित्य बिड़ला सन लाइफ प्योर वैल्यू फंड | -9.2% | 3.39% | 5.19% |
HDFC इक्विटी फंड | 9.05% | 13.71% | 8.71% |
*3 /5 वर्ष का रिटर्न सालाना होता है। 5जनवरी 2020 तक स्कीम के डायरेक्ट-ग्रोथ के एन.ए.वी पर आधारित डेटा.
SIP के उपयोग के लाभ
- छोटी रकम: निवेशकI.P में 500 रु. से भी निवेश करना शुरू कर सकते हैं। इससे उन्हें बिना किसी आर्थिक बोझ के निवेश करने में सहायता मिलती है, साथ ही एक ही बार में पूरा निवेश करने का आर्थिक जोखिम भी नहीं होता है।
- कम जोखिम:म्यूचुअल फंड बाज़ार में (इक्विटी और क्रेडिट) निवेश करते हैं और इसलिए ही उनके निवेश में जोखिम भी रहता है। हालांकि, S.I.P. में यह जोखिम कम हो जाता है, क्योंकि म्यूचुअल फंड स्कीम के यूनिट समय-समय पर खरीदे जाते हैं। समय-समय पर जब बाज़ार में उछाल आता है तो निवेश की गयी I.P.राशि से फंड के कम यूनिट खरीदते हैं या बाज़ार में गिरावट होने पर अधिक यूनिट खरीदते हैं। इस प्रकार आप SIP के माध्यम से एक ही राशि से कम और ज़्यादा यूनिट खरीदकर निवेश का औसत बेहतर कर पाते हैं और जोखिम को कम करते हैं।
- पावर ऑफ़ कंपाउंडिंग: इसका अर्थ है किI.P में लगातार निवेश से आपकी निवेश की हुई रकम बढ़ती है और उस बढ़ रही रकम पर लगातार ब्याज़ मिलने से आपका लाभ भी बढ़ता है।
- ऑटोमैटिकप्रक्रिया: I.P. की सबसे अच्छी विशेषता यह है कि इसे औटोमैटिक किया जा सकता है। इसके लिए, निवेशक को अपने बैंक को एक बार बताना होता है, जिसके बाद उसके बैंक खाते से S.I.P की राशि तय समय पर काटी जाएगी। यह प्रकिर्या S.I.P. भुगतान के लिए फ़ॉर्म और चेक भरने या डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर लॉग इन करने की परेशानी से बचाती है।
S.I.P. के प्रकार
- टॉप–अपSIP: यह S.I.P.आपको कभी भी आपकी S.I.P राशि को बढ़ाने की अनुमति देती है ताकि बाज़ार के अच्छे प्रदर्शन के समय आप ज़्यादा निवेश कर ज़्यादा लाभ कमा सकें। उदाहरण के लिए, यदि जून 2019 में, आपका S.I.P.प्रति माह 10,000 रु. है, तो आप अगले महीने इसे कितना भी बढ़ा सकते हैं।
- Flexible SIP: यह I.P आपको कभी भी आपकी S.I.Pराशि को बढ़ाने और घटाने की अनुमति देती है। अगर आपके पास कभी पैसो की तंगी है तो आप अपनी S.I.P भुगतान राशि को घटा सकते हैं या फिर आप ऐसी स्तिथि में S.I.P भुगतान उस महीने नहीं भी दे सकते हैं।
- पर्पिचुअलSIP: जब निवेशक I.P करते हैं तो वो बताते हैं कि वो कितने समय के लिए ये S.I.P करना चाहते हैं। अगर वो कोई समयसमा S.I.P के लिए नहीं देते हैं तो उसे पर्पिचुअल S.I.P कहाँ जाता है। इसमें निवेशक जब चाहे तब S.I.P को बंद कर सकता है।
- ट्रिगरSIP: यह I.P.उन निवेशकों के लिए सही है, जिनको बाज़ार की जानकारी है। निवेशक ये तय करते हैं कि कि उन्हें किस भी म्यूचुअल फण्ड में निवेश करना है उसका मूल्य जब कम या ज़्यादा होगा तब उनकी S.I.P खुद ही शुरू हो जाएगी।
S.I.P. निवेश की गलतियों से आपको बचना चाहिए
S.I.P. म्यूचुअल फंड निवेश करते समय निम्न गलतियों का ध्यान रखें, ताकि आप लाभ कमा सकें और उसे बढ़ा सकें:
- बहुत छोटी या बहुत बड़ी राशि निवेश करना: यह अक्सर देखा गया है कि कई निवेशकI.P. के माध्यम से बहुत कम राशि का निवेश करते हैं। शुरुआत में छोटी राशि से शुरू करना ठीक है, हालांकि, निवेश की राशि में धीरे – धीरे वृद्धि की जानी चाहिए ताकि ज़्यादा लाभ प्राप्त हो सके। इसी तरह, कई निवेशक बड़ी राशि से S.I.P. निवेश शुरू करते हैं। ऐसा तब ही करना चाहिए जब निवेशक को पर्याप्त आत्मविश्वास और जानकारी हो। एक निवेशक को हमेशा अपनी फाइनेंशियल स्थिति और निवेश के उद्देश्यों के अनुसार, सही राशि को निवेश करने का प्रयास करना चाहिए।
- लम्बे समयके लिए निवेश नहीं करना: अक्सर निवेशक ये करते हैं कि जैसे ही से यह अच्छा रिटर्न देना शुरू करता है, तो निवेशक I.P बंद कर देते हैं। निवेशक ये नहीं समझ पाते हैं कि S.I.P से जो लाभ मिलता है वो उसकी समयसीमा पर भी निर्भर करता है। S.I.P से लाभ लम्बे समय में मिलता है, इसलिए निवेशकों को लम्बे समय के लिए S.I.P में निवेश करना चाहिए।
- समय के साथ I.Pमें निवेश नहीं बढ़ाना: एक अन्य गलती जो निवेशक अक्सर कर रहे हैं, वो ये है कि वो समय के साथ अपना S.I.P निवेश नहीं बढ़ाते हैं। कमाई बढ़ने के साथ निवेशकों को S.I.P में निवेश भी बढ़ाना चाहिए ताकि समय के साथ-साथ उनका लाभ भी बढ़े।
SIP निवेश टैक्सेशन
SIP पर टैक्स, म्यूचुअल फंड स्कीम के प्रकार- इक्विटी या नॉन-इक्विटी पर निर्भर करता है। आप ईक्विटी और नॉन – इक्विटी म्युचुअल फंड के टैक्सेशन के बारे में यहां पढ़ सकते हैं।
हालांकि, SIP म्यूचुअल फंड निवेश अलग इसलिए है क्योंकि यह SIP निवेश दैनिक/ मासिक/ त्रैमासिक/ अर्ध-वार्षिक किश्तों में किया जा सकता है। इस प्रकार, प्रत्येक किश्त की प्रारंभ तारिख अलग होती है और पूरी होने की तारिख भी 1 वर्ष/ 3 वर्ष अलग होती है।
SIP कैलकुलेटर
एक सफल निवेशक होने के लिए, यह ज़रूरी है कि निवेश व्यवस्थित तरीके से किया जाए और इसमें Paisabazaar.com द्वारा उपलब्ध कराया गया SIP कैलकुलेटर महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। SIP कैलकुलेटर का उपयोग यह जानने के लिए कि जा सकता है कि निवेश करने पर कितने समय में कितना ला मिल सकता है। वैकल्पिक रूप से, अगर निवेशक के दिमाग में एक निश्चित लक्ष्य होता है, जैसे कि रिटायरमेंट या कुछ खरीदने के लिए फंड, तो SIP कैलकुलेटर यह पता लगाने में उसकी मदद कर सकता है कि इस फंड को समय पर प्राप्त करने के लिए कितना मासिक निवेश आवश्यक है।
संबंधित सवाल
प्रश्न. सिस्टेमेटिक इंवेस्टमेंट प्लान (SIP) क्या है?
उत्तर: SIP या सिस्टेमेटिक इंवेस्टमेंट प्लान एक निश्चित रकम है, जो हर महीने म्यूचुअल फंड में निवेश करता है। यह एक निश्चित निवेश में आपको बाज़ार में आए उतार-चढ़ाव से बचाता है। अगर बाज़ार में मंदी भी है तो आप ज़्यादा म्यूचुअल फण्ड यूनिट खरीद बाज़ार में तेज़ी आने पर उन्हें बेच सकते हैं।
प्रश्न. SIP कैसे काम करता है?
उत्तर: सिस्टेमेटिक निवेश प्लान आमतौर पर एक मासिक निवेश है, लेकिन इसमें साप्ताहिक, मासिक या त्रैमासिक (तीन महीने में) के अनुसार भी निवेश किया जा सकता है। आपकी पसंद के अनुसार निवेश किया जा सकता है।
प्रश्नः SIP सेट कैसे करें?
उत्तर. SIP सेट करने के लिए, आपको SIP फॉर्म और बैंक पत्र भरना होगा। Paisabazaar पर आप इन दोनों को एक ही प्लेटफार्म पर भर सकते हैं