डिजिटल लॉकर (Digital Locker) डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत भारत सरकार द्वारा एक पहल है, इसका उद्देश्य पेपरलेस सिस्टम बनाना और एजेंसियों के बीच में ई-दस्तावेज़ों के आदान-प्रदान को सक्षम करना है। एक समय था जब किसी व्यक्ति को एक गज़ेटेड ऑफिसर द्वारा अटेस्टेड दस्तावोज़ों को प्रमाण के रूप में उपयोग करना होता था। अगर कोई व्यक्ति इन दस्तावेज़ो को गुम कर देता है तो इन्हें फिर से प्राप्त करना, समय लेने वाला और एक मुश्किल काम था।
इन समस्याओं को दूर करने के लिए, सरकार ने सेल्फ-अटेस्ट के बजाय डिजिलॉकर (DigiLocker) के माध्यम से डिजिटल डॉक्यूमेंटेशन और ई-साइन करने का प्रावधान किया है। इस सेवाओं से जुड़ी महत्वपूर्ण बातों के बारे में आपको पता होना चाहिए। यहाँ, हमने ऐसी ही 7 महत्वपूर्ण बातों के बारे में बताया है जिससे आपको डिजिलॉकर के बारे में जानने में मदद मिलेगी।
डिजिलॉकर क्या है?
डिजिलॉकर एक क्लाउड आधारित प्लेटफॉर्म है, जिसके जरिए उपयोगकर्ता संबंधित विभाग द्वारा डिजिटल रूप से जारी और सत्यापित कई सरकारी दस्तावेज़ प्राप्त कर सकते हैं। भारतीय नागरिकों को हर खाते के लिए 1GB तक का मुफ्त क्लाउड स्टोरेज मिलता है। हालांकि एक व्यक्ति केवल एक खाता ही खोल सकता है क्योंकि इससे संबंधित सेवाओं का लाभ लेने के लिए यूजर को अपनी आधार कार्ड डिटेल्स देनी होती है। यूजर अपने रजिस्टर्ड रिपॉजिटरी से के माध्यम से ही डॉक्यूमेंट्स शेयर कर सकता है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि संबंधित प्राधिकारी के साथ ऑनलाइन शेयर किए डॉक्यूमेंट्स ऑथेंटिक हैं।
डिजिलॉकर, उपयोगकर्ता को ई-दस्तावेज़ अपलोड करने और ई-हस्ताक्षर सुविधा का उपयोग करके इसे स्वयं सत्यापित (Self-Attest) करने की भी अनुमति देता है। आप इन डिजिटली साइन ऑथेंटिक डॉक्यूमेंट्स को विभिन्न सरकारी संस्थानों और एजेंसियों के साथ शेयर कर सकते हैं। इस तरह डिजिलॉकर फिजिकल डॉक्यूमेंट रखने के झंझट को कम और ऑनलाइन डॉक्यूमेंट शेयर करने की सुविधा प्रदान करता है। इस सुविधा का लाभ ऑनलाइन के साथ-साथ मोबाइल ऐप के माध्यम से भी लिया जा सकता है।
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डिजिलॉकर के फायदे
डिजिलॉकर उपयोगकर्ता को कई लाभ (Digi Locker Benefits) प्रदान करता है, जिसमें से कुछ महत्वपूर्ण फायदे निम्नप्रकार हैं:
- एक्सेसिबिलिटी: पोर्टल पर अपलोड या जारी डॉक्यूमेंट को कभी भी, कहीं भी ऑनलाइन प्राप्त किया जा सकता है। साथ ही इन डॉक्यूमेंट्स का प्रिंट निकालकर वैरिफिकेशन के लिए सबमिट कर सकते हैं। इसके अलावा यूजर मोबाइल पर भी डिजिलॉकर ऐप का एक्सेस कर सकता है।
- प्रमाणिकता: डिजिलॉकर पर मौजूद डॉक्यूमेंट्स को विभिन्न सरकारी संस्थानों और डिपार्टमेंटों द्वारा जारी किया जाता है इसलिए ये प्रमाणिक माने जाते हैं। कोई यूजर इन डॉक्यूमेंट्स में कोई बदलाव नहीं कर सकता है। इसलिए एजेंसियों द्वारा ई-केवाईसी के लिए इन दस्तावेज़ों को प्रमाणिक माना जाता है।
- पेपर रहित प्रक्रिया: इस प्लेटफॉर्म से डॉक्यूमेंट्स ऑनलाइन शेयर कर सकते हैं इसलिए फिजिकल डॉक्यूमेंट रखने की आवश्यकता नहीं है। साथ ही पेपरलेस प्रक्रिया से समय की भी बचत होती है।
- ई-साइन: डॉक्यूमेंट्स पर ई-साइन करने की भी सुविधा है। यानी यूजर अपने डॉक्यूमेंट पर डिजिटली ई-साइन करके इसे प्रमाणिक बना सकता है और फिर वैरिफिकेशन के लिए किसी संस्थान को भेज सकता है
डिजिलॉकर के लिए रजिस्टर कैसे करें?
नीचे बताए गए स्टेप्स को फॉलो करके आप डिजिलॉकर में आसानी से रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं:
- स्टेप 1: डिजिलॉकर के रजिस्ट्रेशन पोर्टल पर जाएं
- स्टेप 2: मोबाइल नंबर दर्ज करें और ‘Continue’ पर क्लिक करें
- स्टेप 3: मोबाइल नंबर पर प्राप्त ओटीपी दर्ज करें और “Verify” पर क्लिक करें
- स्टेप 4: अब डिजिलॉकर अकाउंट में अपना यूजरनेम और पासवर्ड सेट करें
- स्टेप 5: इस तरह आपका डिजिलॉकर अकाउंट बन जाएगा
- स्टेप 6: सेवा का लाभ लेने के लिए अपना 12 अंकों का आधार नंबर दर्ज करें और “सबमिट” पर क्लिक करें
- स्टेप 7: आधार से रजिस्टर मोबाइल नंबर पर ओटीपी प्राप्त होगा
- स्टेप 8: इस ओटीपी को भरें ताकि आपका डिजिलॉकर अकाउंट सेट हो सके
- स्टेप 9: आप सफलतापूर्वक अपने डिजिलॉकर अकाउंट में लॉगिन कर पाएंगे
जारी किए गए दस्तावेज़ प्राप्त करना या उन्हें डिजिलॉकर पर अपलोड करना
आप अपने दस्तावेज़ अपलोड कर सकते हैं, और उन्हें संबंधित सरकारी प्राधिकरण जैसे कि भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI), आयकर विभाग, CBSE, Indane, आदि द्वारा जारी किया जा सकता है। यदि आप अपना दस्तावेज़ जारी करना चाहते हैं, तो “Issuing agency” चुनें और अपनी जानकारी दर्ज करें। अब दस्तावेज़ जारी किया जाएगा और आपके डिजिलॉकर अकाउंट में अपलोड किया जाएगा।
यदि आप डिजीलॉकर पर दस्तावेज़ अपलोड करना चाहते हैं, तो “type of document” चुनें और दस्तावेज़ की स्कैन की हुई कॉपी अपलोड करें। आप OTP के माध्यम से आधार प्रमाणीकरण तरीके का उपयोग करके दस्तावेज़ को ई-साइन कर सकते हैं और इसे आवश्यक एजेंसी के साथ शेयर कर सकते हैं।
DigiLocker पर ड्राइविंग लाइसेंस और RC (रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट)
सरकार ने लोगों के लिए संबंधित DTO या जारी करने वाले प्राधिकारी से डिजीलॉकर ऐप (DigiLocker App) के माध्यम से अपना ड्राइविंग लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC) प्राप्त करने का प्रावधान किया है। डिजिलॉकर में वेरिफाइड दस्तावेज़ों का उपयोग मूल ड्राइविंग लाइसेंस और RC के स्थान पर किया जा सकता है। सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 के तहत सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने एक अधिसूचना जारी की है RT-11036/64/2017/MV कि डिजिलॉकर ऐप या mParivahan ऐप रखे गए ड्राइविंग लाइसेंस, RC या किसी अन्य दस्तावेज़ को मूल दस्तावेज़ों की तरह कानूनी रूप से मान्यता प्राप्त होगी।
आवश्यकता पड़ने पर इन दस्तावेज़ों को ऐप के माध्यम से भी शेयर किया जा सकता है। दस्तावेज़ पर मौजूद QR कोड का उपयोग दस्तावेज़ की प्रामाणिकता को जानने के लिए भी किया जा सकता है।
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ट्रेनों में वैध पहचान प्रमाण
रेल मंत्रालय ने वर्ष 2018 के कमर्शियल सर्कुलर नंबर 33 में पुष्टि की है कि आधार कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस को डिजिलॉकर ऐप पर लॉग इन करके “Issued Documents” सेक्शन से पहचान का एक वैध प्रमाण माना जाएगा। यह भी ध्यान देने योग्य है कि यदि उपर्युक्त दस्तावेज़ “Uploaded Documents” सेक्शन में हैं, तो उन्हें पहचान का वैध प्रमाण नहीं माना जाएगा।
डिजिटल द्वारा जारी किए गए शैक्षिक प्रमाण पत्र प्राप्त करें
संबंधित शिक्षा बोर्ड द्वारा जारी किए गए शैक्षिक और अकेडमिक सर्टिफिकेट प्राप्त करना इतना आसान नहीं था। आप डिजिलॉकर ऐप में जारी किए गए अपने शैक्षिक दस्तावेज़ और प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते हैं । डिजिलॉकर ईको-सिस्टम (DigiLocker Ecosystem) में 20 करोड़ से अधिक शैक्षिक प्रमाण पत्र हैं। 15 केंद्रीय और राज्य शिक्षा बोर्ड और तकनीकी संस्थान हैं जो डिजिलॉकर में छात्र प्रमाण पत्र जारी करते हैं। इस सेक्शन के अंतर्गत आने वाले कुछ प्रमुख बोर्ड CBSE, CICSI, BSEB, PSEB, महाराष्ट्र राज्य बोर्ड, झारखंड अकेडमिक काउंसिल, NIOS, आदि हैं।
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डिजिटल रूप से साइन करने वाले दस्तावेज़
एक समय था जब आपको अपने दस्तावेजों को एक राजपत्रित अधिकारी से अटेस्टेड करवाना होता था, लेकिन डिजिलॉकर के साथ, आप दस्तावेज़ को आसानी से ई-साइन कर सकते हैं और ई-मेल के माध्यम से अनुरोध प्राधिकारी के साथ शेयर कर सकते हैं। ई-साइन सेल्फ-अटेस्ट के समान है जहां व्यक्ति यह दावा करता है कि दस्तावेज़ वास्तविक है। अब तक, ई-साइन को आधार e-KYC सेवा के माध्यम से OTP या फिंगरप्रिंट प्रमाणीकरण के माध्यम से किया जा सकता है।
डिजिलॉकर मोबाइल ऐप की विशेषताएं
- डिजिलॉकर ऐप एंड्राइड और iOS दोनों प्लेटफॉर्म पर मौजूद है. आप प्लेस्टोर से डिजिलॉकर ऐप डाउनलोड (DigiLocker App Download) कर सकते हैं
- ऐप से भी सर्टिफिकेट जारी या अपलोड कर सकते हैं
- सभी जारी और अपलोडेड सर्टिफिकेट ऐप से भी शेयर कर सकते हैं
- ऐप को सुरक्षित रखने के लिए यूजर 4 अंकों का PIN सेट कर सकते हैं
DigiLocker पर अन्य दस्तावेज़ और प्रमाण पत्र
आप विभिन्न सरकारी संस्थानों से अपने डिजिलॉकर अकाउंट में जारी किए गए बहुत सारे अन्य दस्तावेज़ और प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते हैं। डिजीलॉकर के माध्यम से वैध दस्तावेज़ और प्रमाण पत्र प्रदान करने वाले कुछ जारीकर्ता नीचे दिए गए हैं:
दस्तावेज़ जारी करने वाला | दस्तावेज़ जारी किए गए |
न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी लिमिटेड | बीमा पॉलिसी के दस्तावेज़ |
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय (IOCL) | एलपीजी कनेक्शन के लिए ई-सदस्यता वाउचर |
BPCL | एलपीजी कनेक्शन के लिए ई-सदस्यता वाउचर |
HPCL | एलपीजी कनेक्शन के लिए ई-सदस्यता वाउचर |
eDistrict उत्तर प्रदेश | जन्म, आय, जाति प्रमाण पत्र, आदि |
ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन | जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र |
खाद्य, सार्वजनिक वितरण और उपभोक्ता मामले विभाग (पीडीएस) | झारखंड पीडीएस प्रमाण पत्र |
खाद्य और आपूर्ति विभाग | हरियाणा के लिए राशन कार्ड |
NIELIT, नई दिल्ली | एनडीएलएम प्रमाण पत्र |
कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय | आईटीआई प्रमाण पत्र |
भविष्य निधि निदेशालय (GPF), रांची | सरकार के लिए जीपीएफ स्टेटमेंट झारखंड के कर्मचारी |
सैनिक कल्याण विभाग, भारत सरकार पांडिचेरी का | डिपेंडेंसी सर्टिफिकेट |
राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस डिवीजन | NeGD ट्रेनिंग सर्टिफिकेट |
E-District दिल्ली | आय, जाति, विवाह प्रमाण पत्र आदि |
डिजीलॉक (DigiLocker)र में जारी दस्तावेज़ सुरक्षित हैं क्योंकि आपको अपने अकाउंट को खोलने के लिए अपना यूज़रनेम और पासवर्ड दर्ज करना होगा या अपने आधार और OTP का उपयोग करना होगा। आपके अकाउंट को हैक करना असंभव है। आप इन दस्तावेजों को कभी भी और कहीं भी खो जाने के डर के बिना एक्सेस कर सकते हैं। ऐप 4 अंकों के पिन के साथ आता है जो आपके मोबाइल ऐप में सुरक्षा को और बेहतर करता है।