भारत सरकार ने आधार जारी किया और साथ ही इस मुहीम को बढ़ाया और कम समय में ही 92% भारतीयों को आधार से जोड़ दिया| इसके अलावा यूआईडीएआई ने कई सेवाएँ आधार कार्ड धारकों के लिए शुरू की हैं ताकि आधार की स्वीकार्यता और बढ़ें| ये सेवाएँ आधार समबन्धित आवेदनों को जानने, वेरिफिकेशन आदि से सम्बंधित हैं| ये सेवाएँ वर्ष के 365 दिन 24×7 निशुल्क सभी के लिए उपलब्ध हैं|
यूआईडीएआई द्वारा सभी भारतीयों के लिए उपलब्ध सेवाएँ निम्नलिखित हैं:
आधार नंबर वेरिफिकेशन
- आधार नंबर ये वेरीफाई कर सकता है कि दस्तावेज असली या फर्जी.
- आधार सर्विसेस के विकल्प में जाकर आधार वेरिफिकेशन विकल्प को चुनें.
- आधार नंबर और सेक्योरिटी कोड डालें.
- आधार कार्ड असली है या फर्जी ये जानने के लिए ‘वेरीफाई’ बटन दबाएं.
- आपको ये पता चल जाएगा कि ये आधार नंबर जारी किया गया है या नहीं.
- अगर आधार नंबर सही है तो उसके साथ आधार कार्डधारक की अन्य जानकारियां भी आ जाएंगी. जैसे उम्र, लिंग, राज्य और मोबाइल नंबर के आखिरी 3 डिजिट.
- इन सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए मोबाइल नम्बर का आधार से लिंक होना ज़रूरी नहीं है.
- ये सेवा की मदद से कोई भी व्यक्ति को किसी का भी आधार वेरीफाई कर सकता है.
- इस सेवा की मदद से मकान मालिक मकान देते समय किरायेदार की जांच कर सकते हैं साथ ही शिक्षा संस्थान आदि भी इसका लाभ उठा सकते हैं.
- कोई भी व्यक्ति कितनी बार भी आधार नंबर वेरीफाई कर सकता हैं.
ईमेल/मोबाइल नंबर वेरिफिकेशन
- इस सुविधा की मदद से आप जान सकते हैं कि आपका मोबाइल नंबर और ईमेल आधार से लिंक है या नहीं.
- इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए आपका मोबाइल नंबर यूआईडीएआई के साथ रजिस्टर होना चाहिए.
- आपके अलावा और कोई ये वेरिफिकेशन नहीं कर सकता है
- आप एक बार में मोबाइल नंबर या ईमेल आईडी दोनों में से एक वेरीफाई कर सकते है.
- आधार सर्विसेस मेन्यू में से ‘वेरीफाई ईमेल/मोबाइल नंबर’ विकल्प को चुनें.
- अब अपना आधार नंबर डालें.
- अब सेक्योरिटी कोड डालें और “Get OTP” पर क्लिक करें.
- आधार के साथ लिंक आपके मोबाइल नंबर पर ओटिपी आएगा.
- ओटिपी भरें और वेरीफाई पर क्लिक करें.
- डिस्प्ले पर आ जाएगा कि आपका मोबाइल नंबर आधार के साथ लिंक है या नहीं.
- अगर नंबर लिंक होगा तो उसके आखिरी के 3 डिजिट डिस्प्ले पर दिखाई देंगें.
बायोमेट्रिक लॉक/अनलॉक
- आधार बायोमेट्रिक लॉक/अनलॉक इसकी सुरक्षा से सम्बंधित सबसे महत्वपूर्ण सुविधाओं में से एक है.
- इस सुविधा का इस्तेमाल कर आब बायोमेट्रिक लॉक (बंद) कर उसका दुरोपयोग करने से रोक सकते हैं.
- अब जब भी बायोमेट्रिक का प्रयोग करना चाहे तो आप कुछ समय के लिए उसे अनलॉक कर सकते हैं.
- अनलॉक करने पर बायोमेट्रिक 10 मिनट तक ऑथेंटिकेशन के लिए रहते हैं और उसके बाद लॉक हो जाते हैं.
- अगर आप इसका प्रयोग नहीं करना चाहते हैं, तो आप बायोमेट्रिक लॉक को बंद कर सकते हैं.
- आधार सर्विसेस सेक्शन में ‘लॉक/अनलॉक बायोमेट्रिक’ में जाएं.
- आधार नंबर की मदद से यूआईडीएआई पोर्टल में लॉग-इन करें.
- अपना आधार नंबर और सेक्योरिटी कोड डालें और “Get OTP” पर क्लिक करें.
- ओटिपी आपके मोबाइल नम्बर पर आएगा.
- ओटिपी डालें और लॉग इन करें.
- ऑथेंटिकेशन के लिए सेक्योरिटी कोड डालें और बायोमेट्रिक लॉक करने “लॉक” बटन पर क्लिक करें.
- अगर आप बायोमेट्रिक लॉक करना चाहते हैं तो आपको फिर से लॉग इन करना होगा.
- इस बार आपको दो विकल्प मिलेंगें- Unlock and Disable.
- अगर आप कम समय के लिए बायोमेट्रिक लॉक करना चाहते हैं तो आप बायोमेट्रिक को Unlock विकल्प को चुन सकते हैं.
- अगर आप बायोमेट्रिक लॉक सुविधा का उपयोग ही नहीं करना चाहते हैं तो Disable विकल्प को चुनें.
- आप जब भी चाहे अपने बायोमेट्रिक को फिर से लॉक कर सकते हैं.
- बायोमेट्रिक लॉक/अनलॉक सुविधा यूआईडीएआई के अधिकारिक ऐप mAadhaar app पर भी उपलब्ध है.
- पहली बार बायोमेट्रिक करने के बाद उसे 6 घंटे बाद ही अनलॉक कर सकते हैं.
आधार- बैंक अकाउंट लिंक स्टेटस
- इस सुविधा से आप जान सकते हैं कि आपका अकाउंट आधार से लिंक है या नहीं.
- अगर आपका बैंक अकाउंट आधार से लिंक नहीं होगा तो डिस्प्ले पर एक मैसेज आ जाएगा.
- इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए आपका मोबाइल नंबर आधार से लिंक होना चाहिए.
- आधार लिंक की जानकारी NPC सर्वर से ली जाती है.
- इसके लिए “Check Aadhaar & Bank Account Linking Status” पर क्लिक करें.
- अब आधार नंबर और सेक्योरिटी कोड डालें.
- अपने रजिस्टर मोबाइल नंबर पर ओटिपी प्राप्त करने के लिए Send OTP पर क्लिक करें.
- ये ओटिपी डालें और सबमिट पर क्लिक करें.
- जो भी अकाउंट आधार से लिंक होगा वो डिस्प्ले पर आ जाएगा.
आधार ऑथेंटिकेशन हिस्ट्री
- आप इस सुविधा से आधार ऑथेंटिकेशन हिस्ट्री जान सकते हैं.
- इस से आपको पता चलता है कि आधार का इस्तेमाल किन-किन कार्यों के लिए किया गया है.
- इसके लिए “Aadhaar Authentication History” पर क्लिक करें.
- अब अपना आधार नंबर और सेक्योरिटी कोड डालें और “Generate OTP” पर क्लिक करें.
- अब “Authentication Type” में चुनें कि आपको किस तरह की ऑथेंटिकेशन का पता करना है, “date range” में चुनें कि कब से कब तक का रिकॉर्ड देखना है और number of results में चुनें कि आपको कितना रिकॉर्ड चाहिए.
- अब ओटिपी डालें और सबमिट बटन पर क्लिक करें.
- इसके बाद आधार को ऑथेंटिकेशन के लिए कब, कहाँ प्रयोग किया गया है इसकी जानकारी ऑथेंटिकेशन आईडी के साथ सामने आ जाएगी.
वर्चुअल आईडी बनाएं
- वर्चुअल आईडी 16 डिजिट का कोड है जिसे आधार नंबर के विकल्प के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है.
- वर्चुअल आईडी आधार के बदले जारी की जाती है.
- जून 2018, से सभी संस्थानों को आधार के बजाएं वर्चुअल आईडी को स्वीकार करने का प्रावधान करना होगा.
- यूआईडीएआई की वेबसाइट पर जाकर वर्चुअल आईडी जनरेट की जा सकती है.
- आधार सर्विसेस सेक्शन में जाकर “Virtual ID (VID) Generator” को चुनें.
- आधार नंबर, सेक्योरिटी कोड डालकर और पर Send OTP क्लिक करें.
- ओटिपी डालें और चुनें आप अपना वर्चुअल आईडी जनरेट करना चाहते हैं या प्राप्त करना चाहते हैं.
- अब सबमिट बटन पर क्लिक करें.
- वर्चुअल आईडी जनरेट हो जाएगा और यूआईडीएआई के साथ आपके रजिस्टर मोबाइल नंबर पर भेज दिया जाएगा.