जानिए आधार कार्ड के लिए एनरोलमेंट के लाभ
आधार के लिए एनरोलमेंट करना न केवल भारत के निवासी के लिए एक आधिकारिक पहचान के रूप में काम करता हैं, बल्कि सरकार को हमारे देश की जनसंख्या की गिनती रखने में भी मदद करता हैं। आधार के लिए एनरोलमेंट के लाभ नीचे दिए गए हैं:
सब्सिडी की प्राप्ति
सब्सिडी के लिए एनरोलमेंट करते समय, आवेदक को अपने बैंक खाते के बारे में जानकारी देनी होगी जो उनके आधार से जुड़ी हैं। LPG सिलेंडर के लिए सब्सिडी का लाभ उठाने के लिए, राशि सीधे आवेदक के बैंक खाते में जमा की जाती हैं। इसके अलावा, केरोसिन, चीनी, चावल और दालों जैसे उत्पादों के लिए सब्सिडी को आधार कार्ड से जुड़े खाते में जमा किया जाता हैं।
डिजिलॉकर
डिजिलॉकर भारत सरकार द्वारा वर्ष 2015 में प्रारंभ किया गया एक डिजिटल लॉकर हैं। यह हमारे देश के निवासियों को विश्वविद्यालयों, पैन/ वोटर आईडी कार्ड, सरकारी विभागों द्वारा जारी किए गए ई-दस्तावेजों के URL जैसे व्यक्तिगत दस्तावेजों के रूप में रखने के लिए एक सुरक्षित लॉकर प्रदान करता है। डिजिलॉकर उपयोगकर्ता को 1 जीबी स्टोरेज स्पेस प्रदान करता है और स्टोरेज स्पेस यूआईडीएआई (UIDAI) नंबर यानी आवेदक का आधार कार्ड, से जुड़ा होता है।
10 दिनों में पासपोर्ट प्राप्त करें
जिनके पास आधार कार्ड हैं ऐसे आवेदक 10 दिनों की अवधि में पासपोर्ट प्राप्त कर सकते हैं। आवेदक को पासपोर्ट के आवेदन के साथ अपने आधार कार्ड की एक कॉपी जमा करनी होगी। पुलिस प्रमाणीकरण पासपोर्ट जारी करने के बाद किया जाता हैं, जिससे आवेदक का काफी समय बच जाता हैं।
मनरेगा मज़दूरी
मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोज़गार योजना) वर्ष 2005 में राष्ट्रीय ग्रामीण रोज़गार गारंटी अधिनियम के रूप से शुरू की गई थी। यह वर्ष में कम से कम 100 दिनों का वेतन रोज़गार देने के उद्देश्य से शुरू की गई थी। इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की आजीविका को बढ़ाना हैं। मनरेगा योजना के तहत काम करने वाले श्रमिकों/ मज़दूरों को मज़दूरी का भुगतान सीधे उस बैंक खाते में किया जाता हैं जो आधार कार्ड से जुड़ा हुआ हैं।
नए बैंक खाते के लिए आईडी / पता प्रमाण
आधार कार्ड को भारत सरकार द्वारा “आधिकारिक रूप से वैध दस्तावेज” के रूप में अधिसूचित किया गया हैं जो बैंक को KYC (नो योर कस्टमर) मानदंडों का पालन करने के लिए या भारत में एक नया बैंक खाता खोलने के लिए पहचान के प्रमाण के रूप में दिया जा सकता हैं। कोई भी व्यक्ति केवल आधार कार्ड प्रदान करके एक नया बैंक खाता खोल सकता हैं क्योंकि यह पहचान के प्रमाण के साथ-साथ पते के प्रमाण के रूप में भी काम करता हैं।
बैंक शाखा में बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण की सहायता से अपनी पहचान और/या पता प्रदान करने के लिए यूआईडीएआई (UIDAI) को अधिकृत करके बैंक खाता धारक ई-केवाईसी यानी इलेक्ट्रॉनिक केवाईसी भी कर सकते हैं।
केंद्र सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली छात्रवृत्ति और नीट प्रवेश परीक्षा
एच.आर.डी. (मानव संसाधन विकास) मंत्रालय ने केंद्रीय क्षेत्र छात्रवृत्ति योजना के तहत लाभ उठाने के उद्देश्य हेतु छात्रों के लिए आधार कार्ड होना या आधार कार्ड के लिए नामांकित होना अनिवार्य कर दिया हैं।
डॉक्टर बनने के इच्छुक और नीट प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को प्रवेश परीक्षा के लिए पंजीकरण के समय अनिवार्य रूप से अपना यूआईडी नंबर प्रदान करना होता हैं।
EPFO योजना के लिए अनिवार्य
कर्मचारी भविष्यनिर्वाह निधि संगठन (EPFO) ने फण्ड में योगदान देने वाले सभी पेंशनभोगियों और सदस्यों को अपना आधार कार्ड प्रदान करना अनिवार्य कर दिया हैं। संबंधित विभाग को आधार कार्ड जमा करने पर ही पेंशनभोगियों को पेंशन का भुगतान किया जाएगा और यूआईडी नंबर जमा करने के बाद ही फण्ड जारी की जाएगी।
संबंधित सवाल (FAQs)
प्रश्न. क्या आपने अपना आधार कार्ड खो दिया हैं? डुप्लिकेट आधार कार्ड ऑनलाइन कैसे प्राप्त करें?
उत्तर: यदि आपने अपना मूल आधार खो दिया हैं, तो आप अपना आधार यूआईडीएआई (UIDAI) की वेबसाइट पर प्राप्त कर सकते हैं। परन्तु, इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए आपका मोबाइल आधार के साथ लिंक किया हुआ होना चाहिए।
प्रश्न. अगर मेरे पास आधार नंबर या एनरोलमेंट आईडी नहीं है, तो डुप्लिकेट आधार (Duplicate Aadhaar Card) कैसे प्राप्त करें?
उत्तर: आप यूआईडीएआई की वेबसाइट https://uidai.gov.in/ पर जाकर अपना आधार ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं और रिट्रीव यूआईडी/ ईआईडी विकल्प का चुन सकते हैं। आप अपने यूआईडी / ईआईडी का पता लगाने के लिए आधार नामांकन केंद्र पर भी जा सकते हैं।
प्रश्न. क्या डुप्लिकेट आधार कार्ड वैलिड है?
उत्तर: हां, यदि आपने अपना आधार कार्ड खो दिया है और आप एक डुप्लिकेट आधार कार्ड डाउनलोड ( DownloadDuplicate Aadhaar Card) कर सकते हैं, और इसे समान रूप से वैध माना जाता है।
प्रश्न. आधार रिप्रिंट का शुल्क कितना हैं?
उत्तर: आधार रिप्रिंट ’के लिए भुगतान किया जाने वाला शुल्क 50 रु. (जीएसटी और स्पीड पोस्ट शुल्क को मिलाकर) है।