इलाहाबाद बैंक भारत के सबसे पुराने बैंकों में से एक है। वर्ष1865 में स्थापित इस बैंक ने वर्ष 2014 में स्थापना के अपने 150 वें वर्ष को पूरा कर लिया है और अभी भी भारत में एक मजबूत शाखा नेटवर्क के साथ मज़बूत हो रहा है। बैंक ने हमेशा प्रभावी बैंकिंग और वित्तीय समाधान प्रदान करके अपने ग्राहकों की ज़रूरतों को पूरा करने पर ध्यान केंद्रित किया है। बैंक अपने ग्राहकों को रिटेल बैंकिंग और कॉरपोरेट बैंकिंग से लेकर ऋण/लोन और मोर्टाज तक के प्रॉडक्ट की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है। हर अकाउंट के लिए, खाताधारक को एक इलाहाबाद बैंक अकाउंट नंबर मिलता है जिसका उपयोग अकाउंट बैलेंस को जानने या इलाहाबाद बैंक मोबाइल बैंकिंग का उपयोग करने के लिए किया जा सकता है।
इलाहाबाद बैंक इन सभी प्रॉडक्ट के लिए इलेक्ट्रॉनिक तरीके के माध्यम से ट्रांजेक्शन की सुविधा प्रदान करता है और नई बैंकिंग सुविधाएं प्रदान करता है जैसे:
- NEFT (नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर)
- RTGS (रियल-टाइम ग्रॉस सेटलमेंट)
- IMPS (इमिजेट पेमेंट सर्विस)
- ECS (इलेक्ट्रॉनिक क्लियरेंस सर्विस)
- UPI (यूनिफाइ पेमेंट इंटरफेस)
ऊपर दिए गए सभी इलेक्ट्रॉनिक ट्रांजेक्शन करने के लिए RBI द्वारा तय फॉर्मेट के अनुसार ग्राहक के पास इलाहाबाद बैंक अकाउंट नंबर होना बहुत ज़रूरी है। पहले सभी बैंकों के पास अपने ग्राहकों को बैंक अकाउंट नंबर जारी करने का अपना तरीका था लेकिन नए युग के इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर सिस्टम के साथ, ट्रांजेक्शन वास्तविक समय में होता है, जिसके कारण गलत क्रेडिट गतिविधियों को रोकने या सुधारने के लिए बहुत कम समय या कोई समय नहीं होता है। इसलिए जोखिम को कम करने और बैंक अकाउंट नंबर में एकरूपता लाने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने सभी बैंकों को अकाउंट नंबर के नए फॉर्मेट अपनाने के लिए सूचित कर दिया है।
परंपरागत रूप से, इलाहाबाद बैंक ने भी अपने ग्राहकों के लिए छोटा अकाउंट नंबर जारी किया है। अब लगातार टेक्नोलॉजी के अपडेशन के बाद और अन्य प्रमुख बैंकों के साथ खुद को बराबर रखने के लिए, इसने नए अकाउंट नंबर फॉर्मेट को अपनाया है। इलाहाबाद बैंक अकाउंट नंबर में 11 अंक होते हैं। इलेक्ट्रॉनिक ट्रांजेक्शन को जल्दी और सही तरीके करने के लिए पुराने बैंक अकाउंट नंबर को नए पैटर्न में बदल दिया जाता है। बैंकों में हर दिन होने वाले ट्रांजेक्शन की बड़ी मात्रा के साथ, ट्रांजेक्शन की सटीकता बनाए रखना बहुत महत्वपूर्ण है और नया लंबा फॉर्मेट अकाउंट नंबर क्रेडिट को गलत अकाउंट में जाने से जुड़े जोखिम को कम करने में मदद करता है।
हम सभी जानते हैं कि बैंकों में ग्राहक द्वारा रखे गए विभिन्न प्रकार के अकाउंट के लिए अकाउंट नंबर अलग–अलग होता है। उदाहरण के लिए, सेविंग अकाउंट का अकाउंट नंबर लोन अकाउंट के लिए इससे अलग होगा। अलग अकाउंट नंबर होना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह विशिष्ट अकाउंट में राशि जमा करने के ट्रांजेक्शन को आसान बनाता है। उदाहरण के लिए, अगर कोई ग्राहक आवास ऋण/होम लोन की EMI का भुगतान करना चाहता है तो सिर्फ लोन अकाउंट नंबर का उल्लेख करके, EMI की राशि उसके लोन अकाउंट में जमा की जाएगी। इस प्रकार, अकाउंट नंबर बैंकिंग ट्रांजेक्शन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है क्योंकि वे ग्राहक और बैंक के बीच की कड़ी हैं। किसी भी बैंकिंग ट्रांजेक्शन को करने में हर कदम पर इलाहाबाद बैंक अकाउंट नंबर की आवश्यकता होती है।
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