बैंक ऑफ बड़ौदा की शुरुआत वर्ष 1908 में गुजरात के एक शहर बड़ौदा से हुई थी। शुरूआत में बैंक एक छोटा वित्तीय उद्यम था जो समय के साथ अब बैंकिंग क्षेत्र में प्रमुख नामों में से एक हो गया है। बैंक ऑफ बड़ौदा हमेशा अपने ग्राहकों की सभी बैंकिंग और वित्तीय ज़रूरतों को पूरा करने पर ध्यान केंद्रित करता रहा है। बैंक ने अपने हर दिन के कारोबार में टेक्नोलॉजी परिवर्तन और इनोवेशन को शामिल करके हमेशा खुद को आगे रखा है। बैंक ऑफ बड़ौदा अपने ग्राहकों को संपूर्ण बैंकिंग स्पेक्ट्रम में बैंकिंग और वित्तीय प्रॉडक्ट पेश करता है। बैंक ने नए ट्रांजेक्शन सिस्टम यानी इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर सिस्टम को अपनाकर खुद को अप–टू–डेट रखा है और इसके लिए उसने पारंपरिक शॉर्ट अकाउंट नंबर फॉर्मेट को नए 14 अंकों वाले बैंक ऑफ बड़ौदा अकाउंट नंबर फॉर्मेट में बदला है।
भारतीय रिजर्व बैंक बैंकों में अकाउंट नंबर में समानता लाना चाहता है। यह बैंकिंग ट्रांजेक्शन को आसान बनाने की योजना है। लाभार्थी के अकाउंट में राशि जमा करते समय होने वाली किसी भी गलती को रोकने के लिए बैंक अकाउंट नंबर को स्टैण्डर्डडाईज़ किया जाता है। इससे पहले, बैंक के अकाउंट नंबरों के लिए कोई बेसिक स्ट्रक्चर या कोड सिस्टम नहीं था। हर बैंक के अपने अलग कोड और स्ट्रक्चर होते हैं जिससे ट्रांजेक्शन में बहुत देरी होती है। इसलिए मानकीकरण और समानता लाने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने एक निश्चित फॉर्मेट में अकाउंट नंबर को कोडेड करने का सुझाव दिया है और बैंक ऑफ बड़ौदा ने RBI के निर्देश के अनुसार अपने ग्राहकों को नए अकाउंट नंबर दिए हैं।
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बैंक ऑफ बड़ौदा नंबर का फॉर्मेट
निम्नलिखित बैंक ऑफ बड़ौदा अकाउंट नंबर का फॉर्मेट है:
- बैंक ऑफ बड़ौदा का नया अकाउंट नंबर 14-डिजिट का है
- 14-डिजिट अकाउंट नंबर के पहले चार अंक शाखा कोड का प्रतिनिधित्व करते हैं। बैंक ऑफ बड़ौदा की हर शाखा को एक शाखा कोड दिया जाता है । अकाउंट नंबर की शुरूआत में यही कोड नंबर होता है ताकि यह जानना आसान हो कि अकाउंट नंबर बैंक खाता बड़ौदा की किस शाखा का है
- अगले 2-डिजिट प्रॉडक्ट कोड है। सेविंग अकाउंट, करंट अकाउंट, लोन अकाउंट आदि जैसे प्रॉडक्ट के साथ एक कोड नंबर जुड़ा होता है, जिससे यह समझना आसान हो जाता है कि ग्राहक किस प्रकार का अकाउंट रखता है
- आखिरी 8– डिजिट ग्राहक का वास्तविक अकाउंट नंबर है
- उदाहरण के लिए यदि किसी ग्राहक का अकाउंट नंबर 12345677654321 है तो ‘1234’ शाखा कोड है, ’56’ प्रॉडक्ट कोड है और आखिरी 8 अंक ‘77654321’ अकाउंट नंबर है। इसलिए जब किसी ग्राहक को अकाउंट नंबर का उल्लेख करना होता है, तो ग्राहक के लिए पूरे 14 डिजिट का अकाउंट नंबर का उल्लेख करना अनिवार्य होता है
बैंक अकाउंट नंबर बैंक और ग्राहक से जुड़ा है। इसके अलावा इलेक्ट्रॉनिक भुगतान सिस्टम हर दिन बड़ी पैमाने पर ट्रांजेक्शन से जुड़ा है, इसलिए सही और सफल ट्रांजेक्शन के लिए 14 डिजिट अकाउंट नंबर का सही उल्लेख करना बहुत महत्वपूर्ण है। यह गलत ट्रांजेक्शन के जोखिम को कम करता है।