इंडियन बैंक एक राज्य के स्वामित्व वाली बैंकिंग और वित्तीय सेवा कंपनी है, जिसकी स्थापना 1907 में हुई थी। बैंक का मुख्यालय चैन्नई में है, इसका 2836 शाखाओं का पूरे देश में एक बड़ा नेटवर्क है। यह कई बैंकिंग और वित्तीय सेवाएं जैसे कि सेविंग अकाउंट, फिक्स्ड डिपॉज़िट, लोन, आदि प्रदान करता है। हर वित्तीय प्रॉडक्ट के लिए एक आवेदक को इंडियन बैंक अकाउंट नंबर मिलता है।
ओवरसीज़ कोरेसपोंडेंस बैंकों के माध्यम से 75 देशों में इसकी उपस्थिति है। इंडियन बैंक की अपनी विदेशी शाखाएँ कोलंबो और सिंगापुर में भी हैं। यह भारत में शीर्ष प्रदर्शन करने वाले पब्लिक सेक्टर के बैंकों में से एक है, जिसमें अपने ग्राहकों को कई तरह की बैंकिंग और वित्तीय सेवाएँ दी जाती हैं। इंडियन बैंक अपने दो सहायक कंपनियों के माध्यम से विभिन्न वित्तीय समाधान भी प्रदान करता है, जिसमें इंडबैंक मर्चेंट बैंकिंग सर्विसेज़ लिमिटेड और इंडबैंक हाउसिंग लिमिटेड शामिल हैं।
अधिकत्तर पारंपरिक बैंकों ने कोर बैंकिंग सिस्टम और डिजिटलीकरण में कदम रखते हुए आधुनिकीकरण किया है। मूल रूप से, इंडियन बैंक ने कोर बैंकिंग सिस्टम और टेक्नोलॉजी को अपनाया है। पूरे बैंक को एक सेटअप की तरह माना जाता है जो खाता धारकों को कहीं से भी और कभी भी अकाउंट को चलाने की अनुमति देता है। कई अन्य बैंकों की तरह, इंडियन बैंक को भी वर्ष 2008 में वापस कोर बैंकिंग प्लेटफ़ॉर्म पर ले जाया गया। इंडियन बैंक आपको अपने बैंक अकाउंट को कभी भी और अपनी सुविधानुसार चलाने में मदद करने के लिए नेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग सेवाएं प्रदान करता है। IMPS (तत्काल भुगतान सेवा), RTGS (रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट) और NEFT (नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर) जैसे इलेक्ट्रॉनिक भुगतान आपको अपने मूल बैंकिंग अकाउंट नंबर का उपयोग करके कभी भी धन प्राप्त करने और भुगतान करने में मदद करते हैं।
इंडियन बैंक अकाउंट नंबर फॉर्मेट
डिजिटल बदलाव ने इंडियन बैंकिंग क्षेत्र में बदलाव लाए हैं। आज लगभग हर पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर के बैंक सेवाएँ बढ़ाने और बेहतर परिणामों के लिए कोर बैंकिंग प्लेटफॉर्म पर काम कर रहे हैं। सभी इंडियन बैंक की शाखाएं कोर बैंकिंग सेवाएं (कभी भी, कहीं भी बैंकिंग) प्रदान करती हैं। बैंकिंग सिस्टम में टैक्नोलॉजी के आने से बैंकों में अकाउंट नंबर फॉर्मेट बदल गए हैं। हालांकि, भारत में कई बैंकों द्वारा अकाउंट नंबर फॉर्मेट में समानता नहीं है। विशेष शाखा द्वारा उपयोग किए जाने वाले कोर बैंकिंग प्रॉडक्ट के आधार पर इंडियन बैंक अकाउंट का नंबर 9 से 18 अंकों तक भिन्न हो सकता है।
BANCS और फिनेकल भारत में व्यापक रूप से उपयोग किए जाने वाले दो प्रमुख कोर बैंकिंग प्रॉडक्ट हैं। TCS की BaNCS शाखाओं या प्रॉडक्ट के किसी भी जानकारी के बिना खोले गए अकाउंट के लिए अनियमित नंबर जेनरेट करती है। फिनेकल सीरियल फॉर्मेट में अकाउंट नंबर जेनरेट करता है, जिसमें विभिन्न जानकारी, जैसे शाखा कोड, योजना कोड, सीरियल नंबर आदि शामिल हैं।
जब आप इंडियन बैंक में अकाउंट खोलते हैं, तो आपको 9-डिजिट का एक अकाउंट नंबर जारी किया जाएगा। जैसा कि इंडियन बैंक BaNCS कोर बैंकिंग का उपयोग करता है, अकाउंट नंबर एक अनियमित आधार पर जारी किया जाता है। अकाउंट नंबर को 17-डिजिट तक बढ़ाया जा सकता है और शून्य को पहले लगाया जा सकता है।
एक सफल मनी ट्रांसफर के लिए एक पूर्ण अकाउंट नंबर वह है जो आपको किसी भी बैंक के लिए चाहिए। फंड ट्रांसफर के लिए अकाउंट नंबर के अलावा, IFSC कोड और MICR कोड महत्वपूर्ण हैं।
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इंडियन बैंक अकाउंट नंबर के लिए IFSC और MICR कोड
IFSC कोड अपने 11-डिजिट में बैंक और शाखा की जानकारी दर्शाता है। उदाहरण के लिए, यदि एक IFSC कोड IDIB000J028 है,
- पहले चार अंक – ‘IDIB’ इंडियन बैंक के लिए बैंक पहचानकर्ता है
- पांचवा अंक ‘0’ है
- आखिरी 6 अंक – ’00J028′ एक शाखा पहचानकर्ता के रूप में उपयोग किया जाता है जो इस मामले में जेपी नगर भारतीय बैंक शाखा है
- इसी तरह, MICR कोड, जो कि 9-डिजिट न्यूमेरिकल कोड है जिसका उपयोग मनी ट्रांसफर के लिए किया जाता है, एक अनोखे तरीके से शहर, बैंक और शाखा की जानकारी का प्रतिनिधित्व करता है
अंत में, 100 वर्ष से भी ज़्यादा पुराना इंडियन बैंक ग्रामीण विकास और 100% कोर बैंकिंग समाधान के लिए विशेष बैंकिंग सेवाएं प्रदान करना जारी रख रहा है।
संबंधित प्रश्न (FAQs)
प्रश्न. मैं अपना इंडियन बैंक अकाउंट नंबर कैसे जान सकता हूं?
उत्तर: आप इंडियन बैंक बैलेंस इनक्वायरी नंबर 180042500000 पर मिस्ड कॉल कर या SMS भेजकर अपना अकाउंट नंबर चेक कर सकते हैं। इसके अलावा आप स्टेटमेंट या पासबुक के ज़रिए भी अपना अकाउंट नंबर जान सकते हैं।
प्रश्न. इंडियन बैंक में न्यूनतम बैलेंस कितना होना चाहिए?
उत्तर: ग्रामीण और अर्ध शहरी क्षेत्रों में इंडियन बैंक अकाउंट में न्यूनतम बैलेंस 500 रु. होना चाहिए। अगर आप चेक की सुविधा लेना चाहते हैं तो आपको अकाउंट में न्यूनतम राशि 1,000 रु. रखनी होगी। वहीं मेट्रो और शहरी क्षेत्रों के मामले में न्यूनतम राशि 1,000 रु. होनी चाहिए और चेक की सुविधा के साथ 2,500 होनी चाहिए।
प्रश्न. इंडियन बैंक के साथ कौन-से बैंक का विलय किया गया है?
उत्तर: सरकार ने इंडियन बैंक और इलाहबाद बैंक का आपस में विलय किया है।
प्रश्न. इंडियन बैंक और इलाहबाद बैंक के विलय के बाद ऑनलाइन बैंकिंग का इस्तेमाल कैसे करें?
उत्तर: आप IndOASIS ऐप डाउनलोड कर ऑनलाइन बैंकिंग का इस्तेमाल कर सकते हैं।
प्रश्न. इलाहबाद बैंक के विलय के बाद कौन-से परिवर्तन किए गए हैं?
उत्तर: विलय के बाद इलाहबाद बैंक के IFSC कोड, मोबाइल बैंकिंग, चेक बुक और पासबुक में परिवर्तन किए गए हैं।
प्रश्न.सेविंग अकाउंट में बैंक द्वारा कितना ब्याज दिया जाता है?
उत्तर:
₹10 लाख तक | 2.75% प्रति वर्ष |
₹10 लाख से ₹ 200 करोड़ तक | 2.80% प्रति वर्ष |
₹200 करोड़ या उससे अधिक | 2.90% प्रति वर्ष |