मोबाइल बैंकिंग एक ऐसी सुविधा है जो कस्टमर्स को बैंकिंग से जुड़ी सुविधाएं फोन की मदद से प्राप्त करने में मदद करती है। ये सुविधा देश-विदेश के अधिकतर बैंकों द्वारा प्रदान की जाती है। कस्टमर्स मोबाइल बैंकिंग का इस्तेमाल कर अपना अकाउंट बैलेंस चेक कर सकते हैं, पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं और बिल पेमेंट आदि कर सकते हैं।
मोबाइल बैंकिंग कई माध्यमों के ज़रिए की जा सकती है जैसे SMS, USSD और मोबाइल ऐप आदि। SBI जैसे कुछ बैंक तो मोबाइल बैंकिंग के ज़रिए लोन अप्रूव्ल और मोबाइल बैंकिंग ऐप में इंश्योरेंस पॉलिसी लिंक करने की सुविधा प्रदान करते हैं। आइए जानते हैं कि मोबाइल बैंकिंग के फायदें और विशेषताएं क्या हैं और मोबाइल बैंकिंग का इस्तेमाल कैसे करते हैं-
मोबाइल बैंकिंग सेवाओं के प्रकार
मोबाइल बैंकिंग डिजिटलिकरण की तरफ एक महत्वपूर्ण कदम है। इसकी मदद से पेपरवर्क कम होता है। साथ ही बैंक में लंबी कतारों में खड़े होने पर लगने वाला समय भी बचता है। बैंक अपने कस्टमर्स को अलग-अलग तरीकों से मोबाइल बैंकिंग सेवाएं प्रदान करते हैं, जिनके बारे में नीचे बताया गया है-
- मोबाइल ऐप के ज़रिए मोबाइल बैंकिंग (स्मार्ट फोन जैसे SBI योनो और ICICI बैंक द्वारा iMobile आदि)
- SMS पर मोबाइल बैंकिंग (जिसे SMS बैंकिंग भी कहा जाता है)
- अनस्ट्रक्चर्ड सप्लीमेंट्री सर्विस डेटा (USSD) पर मोबाइल बैंकिंग
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मोबाइल बैंकिंग की उपलब्ध सेवाएं
आइए जानते हैं कि मोबाइल बैंकिंग कैसे कस्टमर्स के लिए लाभदायक है-
1. अकाउंट एक्सेस- अपना अकाउंट बैलेंस जानना काफी ज़रूरी होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसके ज़रिए आप अपने पैसो का उचित प्रबंधन कर सकते हैं। ये एक प्राथमिक मोबाइल बैंकिंग सेवा है जो कि हर बैंक द्वारा दी जाती है। इसके अलावा भी आप कई सारी जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं, जैसे-
- अपना अकाउंट बैलेंस चेक करें (बैलेंस इनक्वायरी)
- ट्रांजैक्शन हिस्ट्री
- अकाउंट का ई-स्टेटमेंट
- लोन स्टेटमेंट
- कार्ड स्टेटमेंट
- ई-पासबुक
2. ट्रांजैक्शन
पेमेंट करना और एक बैंक से दूसरे बैंक में पैसे ट्रांसफर करना एक ज़रूरी बैंकिंग सेवा है जिसका इस्तेमाल हर व्यक्ति द्वारा किया जाता है। आप आसानी से किसी भी व्यक्ति को UPI जैसे माध्यमों से पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं।
- एक बैंक से दूसरे बैंक में पैसे ट्रांसफर करना
- अपने अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करना
- अन्य पेमेंट (बिल पेमेंट, रेंट पेमेंट आदि।)
- NEFT/IMPS/RETG/UPI/MMID के ज़रिए पेमेंट
3. इंवेस्टमेंट
- फिक्स्ड या रेकरिंग डिपॉज़िट लेना
- मूच्युअल फंड में निवेश करना
- पोर्टफॉलियों मैनेजमेंट सर्विस (जैसे- SBI कैपिटल सिक्योरिटी)
4. अन्य सेवाएं
अकाउंट स्टेटमेंट, बिल पेमेंट, पैसे ट्रांसफर करने और इंवेस्टमेंट के अलावा भी कई ऐसी सेवाएं हैं, जो कि बैंकिंग का इस्तेमाल करने के लिए ज़रूरी होती हैं। इसके अलावा कई बार ऐसा भी होता कि आपके पास कोई शिकायत हो और समय की कमी की वजह से आपको बैंक द्वारा उसका जवाब न मिल पाया हो। इस तरह की अतिरिक्त सेवाओं के लिए आप बैंक की मोबाइल बैंकिंग सेवा का लाभ उठा सकते हैं और अपनी शिकायत या सवाल का जवाब प्राप्त कर सकते हैं। जिनमें से कुछ सेवाएं इस प्रकार हैं:-
- ATM लोकेटर
- ब्रांच लोकेटर
- शिकायत दर्ज करना/ एप्लीकेशन ट्रैक करना
- नई चेक बुक ऑर्डर करना
- जारी किए गए चेक को कैंसिल करना
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SMS के ज़रिए मोबाइल बैंकिंग
मोबाइल ऐप के साथ-साथ अधिकतर बैंक SMS के ज़रिए भी मोबाइल बैंकिंग सेवाएं प्रदान करते हैं। ये सेवा उन लोगों के लिए लाभदायक है, जो स्मार्ट फोन का इस्तेमाल नहीं करते या जिनके पास इंटरनेट कनेक्शन नहीं है। कस्मटर्स को अपना मोबाइल नंबर बैंक के साथ रजिस्टर करना होगा जिससे वे SMS बैंकिंग का इस्तेमाल कर सकें।
SMS बैंकिंग द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाएं
- बैलेंस इनक्वायरी
- मिनी स्टेटमेंट
- अपने बैंक में या बैंक से पैसे ट्रांसफर करें (जैसे सेविंग अकाउंट से करंट अकाउंट में)
- ATM कार्ड या क्रेडिट कार्ड को ब्लॉक करें
- फॉरेक्स रेट्स के लिए इन्क्वायरी
- वर्तमान ब्याज दरों के बारे में जानकारी प्राप्त करें ( FD दरें या सेविंग रेट्स)
ये सेवाएं पुश व पुल (Push and Pull) मेसेज के साथ आती हैं। जब बैंक द्वारा ग्राहक को कोई जानकारी दी जाती है तो इसे पुश मेसेज कहते हैं। कई बार बैंक किसी पेमेंट के बारे में याद दिलाने या किसी विड्रॉल के बारे में नॉटिफिकेशन भेजता है। OTP भी एक तरह का पुश मेसेज है।
वहीं अगर बात करें पुल मेसेज की तो इस तरह के मेसेज कस्मटर द्वारा भेजे जाते हैं जैसे अकाउंट बैलेंस इनक्वायरी, चेक कैंसिल करना आदि। उदाहरण के लिए कस्मटर्स अपना अकाउंट बैलेंस जानने के लिए बैंक को AVAIL BAL XXXX (अकाउंट नंबर के अंतिम 4 अंक) के फॉर्मेट में SMS भेजता है। जिसके बाद बैंक उन्हें SMS के ज़रिए उनके अकाउंट बैलेंस की जानकारी देता है।
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USSD के ज़रिए मोबाइल बैंकिंग
USSD या अनस्ट्रक्चर्ड सप्लिमेंट्री सर्विस डेटा के ज़रिए आप बेसिक बैंकिंग सेवाओं का फायदा उठा सकते हैं। इसके लिए आपको इंटरनेट और स्मार्टफोन की ज़रूरत नहीं है। इसकी मदद से आप बैलेंस इनक्वायरी, पैसे ट्रांसफर करने जैसी सुविधाओं का फायदा उठा सकते हैं।
*99# – USSD आधारित मोबाइल बैंकिंग सेवा है जिसे NPCI द्वारा लॉन्च किया गया है। भारत के 51 बैंक इस सेवा को स्पोर्ट करते हैं। इसके ज़रिए आप कई तरह की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, जिनके बारे में नीचे बताया गया है-
- बैलेंस इनक्वायरी
- मिनी स्टेटमेंट
- विभिन्न माध्यमों के ज़रिए पैसे ट्रांसफर करना जैसे-
- अकाउंट नंबर
- आधार
- MMID
- MPIN बदलें
- OTP जनरेट करें
- अपना MMID जानें (ये 7 अंकों का एक यूनिक नंबर है, जो कि संबंधित बैंक द्वारा दिया जाता है)
नोट: USSD ट्रांजैक्शन करने पर कस्टमर द्वारा 0.50% का बेसिक चार्ज लिया जाता है। आप रोज़ाना 5,000 रु. तक ट्रांसफर कर सकते हैं।
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सुरक्षित मोबाइल बैंकिंग के उपाय
मोबाइल बैंकिंग ऐप्स, इंटरनेट बैंकिंग, USSD और SMS जैसे मोबाइल बैंकिंग माध्यम सुरक्षित होते हैं। पैसे ट्रांसफर करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली मोबाइल बैंकिंग वेबसाइट या मोबाइल बैंकिंग ऐप्स फायरवॉल और SSL इनक्रिप्शन से प्रोटेक्ट किए जाते हैं जिससे आपका डेटा सुरक्षित रहें और किसी अन्य व्यक्ति द्वारा इसका इस्तेमाल न किया जा सके।
ये कहा जाता है कि मोबाइल या ऑनलाइन बैंकिंग का इस्तेमाल करने के लिए आपको कुछ सावधानियां रखनी चाहिए जैसे-
- एक सुरक्षित नेटवर्क कनेक्शन का इस्तेमाल करें– ऑनलाइन बैंकिंग का इस्तेमाल करने के दौरान कभी भी किसी पब्लिक Wi-Fi या किसी अन्य व्यक्ति के डिवाइस का इस्तेमाल न करें। अगर आप किसी पब्लिक नेटवर्क का इस्तेमाल करते हैं तो VPN सॉफ्टेवयर ज़रूर सेट कर लें।
- एंटी-वायरस– अतिरिक्त सुरक्षा के लिए आपके डिवाइस में एंटी-वायरस ज़रूर होना चाहिए। ध्यान रहें ये एंटी वायरस लाइसेंस के साथ हो, जब आप इसे खरीदेंगे तब आपको एक पासवर्ड भी दिया जाएगा। जिसके ज़रिए आपके अलावा कोई और आपके सॉफ्टेवेयर में कोई बदलाव नहीं कर सकेगा।
- पुश मेसेज नॉटिफिकेशन के लिए सब्सक्राइब करें-ऐसा करने पर, अगर आपके अकाउंट से किसी भी तरह का ट्रांजैक्शन किया जाता है,उसकी जानकारी आपको तुरंत मिल जाएगी। इसके अलावा अगर कोई आपके नेट बैंकिंग अकाउंट में लॉग-इन करने की कोशिश करता है तो बैंक आपको नॉटिफिकेशन भेज देगा। ऐसा होने पर आप बैंक से अपना अकाउंट सिक्योर करने के लिए कह सकते हैं।
- कभी भी किसी लिंक या प्रमोशनल ईमेल पर क्लिक न करें- SMS या प्रमोशनल ईमेल के माध्यम से भेजे गए किसी भी URLs पर क्लिक न करें। इसके साथ ही अपने अकाउंट में लॉग-इन करने के लिए किसी थर्ड-पार्टी वेबसाइट का इस्तेमाल बिल्कुल न करें।
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संबंधित प्रश्न (FAQs)
प्रश्न. USSD का फुल फॉर्म क्या होता है?
उत्तर: USSD का फुल फॉर्म अनस्ट्रक्चर्ड सप्लिमेंट्री सर्विस डेटा ( Unstructured Supplementary Service Data )है।
प्रश्न. *99# क्या है?
उत्तर: ये एक USSD आधारित सेवा है जो बैलेंस इनक्वायरी, पैसे ट्रांसफर करने और मिनी स्टेटमेंट आदि के लिए इस्तेमाल की जाती है। इसे NPCI द्वारा लॉन्च किया गया था और इसे भारत के सभी बैंक द्वारा स्पोर्ट किया जाता है।
प्रश्न. क्या मैं बिना मोबाइल बैंकिंग ऐप डाउनलोड करें पैसे ट्रांसफर कर सकता हूं?
उत्तर: हां, अधिकतर बैंक अपने कस्टमर्स को ये सुविधा प्रदान करते हैं, जिसके ज़रिए कस्टमर्स अपने मोबाइल ब्राउज़र के ज़रिए बैंक की वेबसाइट में लॉग-इन कर पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं।
प्रश्न. मोबाइल बैंकिंग को एक्टिवेट कैसे करें?
उत्तर: अपना मोबाइल नंबर बैंक से लिंक करने के बाद अपने रजिस्टर्ड अकाउंट नंबर से एक्टिवेशन के लिए रिक्वेस्ट भेजें। जैसे ही आपका अकाउंट रजिस्टर हो जाए *99# डायल करें और MPIN प्राप्त करने के लिए निर्देशों को फॉलों करें। मोबाइल ऐप के ज़रिए बैंकिंग के लिए बैंक का ऐप इंस्टॉल करें और रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी करें। आपको एक यूज़र आईडी और पासवर्ड बनाना होगा। SBI Yono और iMobile जैसे कुछ ऐप्स में आफ डेबिट कार्ड के विवरणों के ज़रिए भी लॉग-इन कर सकते हैं।
प्रश्न. ऑनलाइन और मोबाइल बैंकिंग में क्या अंतर है?
उत्तर: ऑनलाइन बैंकिंग का इस्तेमाल करने के लिए आपको कोई ऐप डाउनलोड करने की ज़रूरत नहीं है। वहीं मोबाइल बैंकिंग में यूज़र्स को ऐप का इस्तेमाल करना पड़ता है। आप किसी भी डिवाइस में ऑनलाइन बैंकिंग का इस्तेमाल कर सकते हैं।
प्रश्न. मैं अपने मोबाइल बैंकिंग को सुरक्षित कैसे करूं?
उत्तर: एक यूनिक और मज़बूत पासवर्ड बनाएं जिसमें स्पेशल कैरेक्टर्स का इस्तेमाल किया गया हो। हमेशा ऑफिशियल मोबाइल बैेंकिंग ऐप का इस्तेमाल करें और किसी भी पब्लिक Wi-Fi और संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें।