MSME लोन ब्याज दर
Bank/NBFCs | Bank/NBFCs | |
एक्सिस बैंक | 10.75% प्रति वर्ष | Apply Now |
फ्लेक्सी | 1% प्रति माह से शुरू | Apply Now |
HDB फाइनेंशियल सर्विस लिमिटेड | 8% - 26% प्रति वर्ष तक | Apply Now |
HDFC बैंक | 10.75% – 25% प्रति वर्ष | Apply Now |
IDFC फर्स्ट बैंक | 10.50% प्रति वर्ष | Apply Now |
इंडिफी | 1.50% प्रति माह से शुरू | Apply Now |
कोटक महिंद्रा बैंक | 16% - 26% प्रति वर्ष | Apply Now |
लेंडिंगकार्ट बिज़नेस लोन | 12% - 27% प्रति वर्ष | Apply Now |
एमकैपिटल | 2% प्रति माह से शुरू | Apply Now |
नियोग्रोथ फाइनेंस | 15%-40% प्रति माह | Apply Now |
टाटा कैपिटल | 12% प्रति वर्ष | Apply Now |
यू ग्रो कैपिटल | 9% - 36% प्रति माह | Apply Now |
इस पेज पर :
- MSME लोन फीस और ब्याज दरें
- MSME / SME लोन के लिए योग्यता शर्तें
- MSME बिज़नेस लोन ब्याज दरों की कैल्कुलेशन कैसे की जाती है?
- लाभ
- MSME / SME लोन की विशेषताएं
- MSME / SME लोन के लिए आवेदन कैसे करें
- क्या MSME लोन के लिए कोलेटरल आवश्यक है?
- आवश्यक दस्तावेज़
- नई MSME परिभाषा
- भारत में MSME / SME लोन देने वाले टॉप लेंडर्स / बैंक
- संबंधित सवाल
MSME लोन – विशेषताएँ, फीस और ब्याज दर
ब्याज दर | व्यावसायिक आवश्यकताओं पर निर्भर करता है |
लोन राशि | लोन राशि की कोई न्यूनतम लिमिट नहीं है, वहीं अधिकतम लोन राशि1 ₹ करोड़ तक है जो कि व्यावसायिक आवश्यकताओं के अनुसार बढ़ सकती है |
भुगतान अवधि | 12 महीने से – 5 वर्ष |
कोलेटरल | अनसिक्योर्ड बिज़नेस लोन के लिए आवश्यक नहीं है |
प्रोसेसिंग फीस | लोन राशि का 0 से 4% |
फोरक्लोज़र फीस | बकाया लोन राशि का 0 से 5% |
पार्ट पेमेंट फीस | 0 से 4 % तक |
लोन केन्सेलेशन फीस | बैंक से बैंक में अलग अलग होती है |
सब्सिडी | चयनित लोन संस्थानों द्वारा ऑफर की जाती है |
क्रेडिट सुविधाएँ | वर्किंग कैपिटल लोन, बिल डिस्काउंटिंग, ओवरड्राफ्ट, कैश क्रेडिट, लैटर ऑफ़ क्रेडिट, बिल परचेज़, मर्चेंट ऑफ़ कैश एडवांस आदि |
नोट: ऊपर दी गई सभी ब्याज दरें, फीस और शुल्क परिवर्तन के अधीन हैं और बैंक/ एनबीएफसी और आरबीआई के पूर्ण विवेक पर निर्भर हैं। दिए गए शुल्कों पर जीएसटी और सर्विस तक अतिरिक्त लगाया जाएगा।
MSME लोन के लिए आवश्यक दस्तावेज़
- बिज़नेस प्लान
- पासपोर्ट साइज़ फोटो के साथ हुआ एप्लीकेशन फॉर्म
- आवेदक और सह-आवेदकों के केवाईसी दस्तावेज जिनमें पासपोर्ट, आधार कार्ड, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड और यूटिलिटी बिल (टेलीफोन, बिजली) शामिल हैं
- आय का प्रमाण
- बिज़नेस के पते का प्रमाण
- पिछले 6 महीनों का बैंक स्टेटमेंट
- यदि आवश्यक हो तो लाइसेंस, सर्टिफिकेट और रजिस्ट्रेशन की कॉपी
- अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति या अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित होने का प्रमाण, यदि लागू हो
- लोन संस्थान द्वारा आवश्यक कोई अन्य दस्तावेज
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एमएसएमई लोन / SME बिज़नेस लोन के लिए योग्यता शर्तें
- आयु: न्यूनतम 18 वर्ष और अधिकतम 70 वर्ष
- लोन के लिए योग्य हैं: व्यक्ति, SME, MSMEs, बिज़नेस, महिला उद्यमी, गैर- नौकरीपेशा पेशेवर, SC / ST / OBC श्रेणी के अंतर्गत आने वाले लोग, व्यापारी, कारीगर, रीटेल व्यापारी, सर्विस और मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में लगे हुए बिज़नेस
- योग्य कम्पनियाँ : प्राइवेट या पब्लिक लिमिटेड, सोल प्रोप्राइटरशिप, पार्टनरशिप फर्म, लिमिटेड लाइबिलिटी पार्टनरशिप
- बिज़नेस टर्नओवर: वर्तमान व्यवसाय के लिए ₹10 लाख, एक से दूसरे बैंक पर निर्भर
- अच्छा भुगतान रिकॉर्ड होना चाहिए और वित्तीय स्थिरता
- 750 से अधिक CIBIL स्कोर
- किसी भी लोन संस्थान के साथ डिफॉल्ट न किया हो।
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सरकारी योजनाएं के अंतर्गत MSME लोन के प्रकार
एमएसएमई मंत्रालय के तहत शुरू की गई SME/ MSME लोन योजनाएं सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को विभिन्न बैंकों और NBFC द्वारा पेश की जाती हैं। बैंकों द्वारा दी जाने वाली और भारत सरकार द्वारा शुरू की गई लोकप्रिय MSME लोन योजनाएं नीचे दी गई हैं:
- CGTMSE: सूक्ष्म और लघु उद्यमों के लिए क्रेडिट गारंटी फंड ट्रस्ट
- CLSS: क्रेडिट लिंक्ड कैपिटल सब्सिडी योजना
- क्रेडिट गारंटी योजना
- PMMY के तहत मुद्रा लोन योजना
- राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम (एनएसआईसी) सब्सिडी
- PMEGP: प्रधान मंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम
- PMRY: प्रधानमंत्री रोजगार योजना
- 59 मिनट में PSB लोन
- स्टैंडअप इंडिया
- स्टार्टअप इंडिया
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कोलैटरल/ सिक्योरिटी के बिना MSME बिज़नेस लोन
MSME Business Loan ग्राहकों द्वारा उनकी वर्किंग कैपिटल संबंधी ज़रूरतों को पूरा करने और व्यवसाय को बढ़ाने के लिए लिया जाता है। नए व्यवसाय के लिए जो MSME लोन बैंकों द्वारा दिए जाते हैं, वो ज़्यादातर अन-सिक्योर्ड बिज़नेस लोन होते हैं, क्योंकि इस प्रकार के लोन के बदले उधारकर्ता से किसी तरह का कोलैटरल/ सिक्योरिटी नहीं ली जाती है।
बिना कोलैटरल/ सिक्योरिटी के एमएसएमई बिज़नेस लोन (Collateral Free MSME Loan) प्रतिस्पर्धी ब्याज दरों पर ऑफर किए जाते हैं जिन्हें EMI के रूप में आसानी से चुकाया जा सकता है। कोलैटरल/ सिक्योरिटी-फ्री लोन आमतौर पर शॉर्ट-टर्म लोन होते हैं जिन्हें 12 महीने की अवधि के भीतर चुकाया जा सकता है, और व्यावसायिक आवश्यकताओं के आधार पर ये अवधि 5 वर्ष तक हो सकती है।
लोन राशि आवेदक की प्रोफ़ाइल, भुगतान क्षमता और वित्तीय स्थिरता पर निर्भर करेगी। अधिकांश बैंक जैसे निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक, नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियां (एनबीएफसी), क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी), स्मॉल फाइनेंस बैंक (एसएफबी) और माइक्रो फाइनेंस संस्थान (एमएफआई) बिना कोलैटरल/ सिक्योरिटी के MSME लोन प्रदान करते हैं।
MSME लोन का उद्देश्य
- वर्किंग कैपिटल आवश्यकताओं को पूरा करें
- बिज़नेस बढ़ाने के लिए
- कैश फ्लो मैनेज करने के लिए
- नए इक्विपमेंट या मशीनरी खरीदने के लिए
- कच्चे माल, वाहन, इक्विपमेंट, आदि की खरीद के लिए
- इन्वेंट्री स्टॉक करने के लिए
- किराए का भुगतान, वेतन आदि के भुगतान के लिए।
एमएसएमई योजनाओं की नई श्रेणियां
निर्माण और सेवा क्षेत्र, दोनों क्षेत्रों में लगे उद्यमों के लिए निवेश राशि और वार्षिक टर्नओवर को समान बनाकर बीच के अंतर को हटा दिया गया है।
MSME : निवेश और वार्षिक टर्नओवर | |||
क्षेत्र/ उद्यम प्रकार | माइक्रो/ बहुत छोटे व्यवसाय | छोटे स्तर के व्यवसाय | मध्यम स्तर के व्यवसाय |
निर्माण और सेवा क्षेत्र, दोनों | ₹ 1 करोड़ से कम का निवेश ₹ 5 करोड़ से कम का टर्नओवर |
₹ 10 करोड़ से कम का निवेश ₹ 50 करोड़ तक का टर्नओवर |
₹ 50 करोड़ से कम का निवेश ₹ 250 करोड़ तक का टर्नओवर |
MSME टोल-फ्री न०: 1800-123-7376
सामान्य पूछताछ के लिए: 011-23063288/011-23063643
भारत में मौजूदा MSME की अनुमानित संख्या
क्षेत्र | व्यवसायों की अनुमानित संख्या (लाख में) | प्रतिशत |
निर्माण | 196.65 | 31% |
व्यापर | 230.35 | 36% |
सेवा | 206.85 | 33% |
कुल | 633.88 | 100% |
स्रोत: https://msme.gov.in/
व्यवसायों का विभाजन (ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के आधार पर)
क्षेत्र | बहुत छोटे व्यवसाय | छोटे व्यवसाय | मध्यम व्यवसाय | कुल | प्रतिशत |
ग्रामीण | 324.09 | 0.78 | 0.01 | 324.88 | 51% |
शहरी | 306.43 | 2.53 | 0.04 | 309.00 | 49% |
कुल | 630.52 | 3.31 | 0.05 | 633.88 | 100% |
स्रोत: https://msme.gov.in/
जल्दी पैसा कमाने के लिए कुछ नए बिज़नेस आइडिया
जैसे जैसे बाज़ार में नए आइडिया आ रहे हैं, वैसे-वैसे पहले की तुलना में अब पैसा कमाना आसान हो गया है। अच्छी आर्थिक स्थिति वाला एक व्यक्ति अपनी एक मज़बूत स्वतंत्र छवि बनाता है जिससे उसका आत्मविश्वास बढ़ता है। अगर आप भी कोई ऐसा व्यवसाय करना चाहते हैं जिससे जल्दी पैसे कमा पाएं तो इसके लिए इस लेख को पढ़ें। पैसे कमाने के कुछ बिज़नेस आईडिया निम्नलिखित हैं:
1.फ्रीलांसिंग प्रोफेशनल्स:
फ्रीलांसिंग तुरंत पैसा कमाने के विकल्पों में से एक है, क्योंकि फ्रीलांसर को प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद पैसा मिल जाता है। फ्रीलांसर अ[नी रुचि के अनुसार अपना प्रोजेक्ट चुन सकता है। फ्रीलांसिंग का चलन तेज़ी से बढ़ रहा है, क्योंकि इसमें आप अपनी मर्ज़ी के मुताबिक काम करते हैं, कोई आपका मालिक नहीं होता है और काम के अनुसार फीस भी तय कर सकते हैं।
2. फूड और बेव्रेज:
दुनिया में कहीं भी, अगर कोई भी भोजन से संबंधित व्यवसाय करने की योजना बना रहा है, तो इस बात की बहुत अधिक संभावना है कि उसे लाभ होगा। लेकिन लाभ खाने की क्वालिटी और प्रकार पर निर्भर करता है। इस बिज़नेस को बेहतर करने के लिए आपके मेन्यू उस जगह के वातावरण के हिसाब से रखना चाहिए।
दूसरा विकल्प शहर में रहने वाले लोगों के लिए दूसरे शहर या राज्य से नौकरी या पढ़ाई या काम करने के उद्देश्य से लंच बॉक्स या टिफिन सर्विस हो सकता है। टिफिन/ लंचबॉक्स सर्विस में पके हुए भोजन को अच्छी क्वालिटी के साथ किफ़ायती कीमत पर दिया जाएगा तो अच्छा मुनाफ़ा कमाया जा सकता है।
3. ब्लॉगिंग:
यदि आप ऐसे व्यक्ति हैं जो लेखन से प्यार करता है और अपने काम के लिए आपको पब्लिशर नहीं मिल रहा है, तो आप अपना ब्लॉग बना सकते हैं और वहां अपने लेख लिख सकते हैं। आप अपने ब्लॉग से आसानी से लाभ कमा सकते हैं। अपने ब्लॉग को बनाने के लिए किसी विशेष स्किल की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन आप जो लिखते हैं उसके बारे में आपको अच्छी जानकारी होना सबसे महवपूर्ण है। साथ ही कोशिश करें कि आप ट्रेंड में चल रहे विषयों पर लिख सकें और हाई ट्रेंड वाले Keyword यानी शब्द अपने ब्लॉग में डालें, इस तरह आपके ब्लॉग पर अधिक विज़िटर आ सकते हैं।
4. बुटीक:
भारत में, बुटीक के माध्यम से कमाई दिन- प्रतिदिन बढ़ी है और यह व्यवसाय आपके घर पर भी एक छोटे से कमरे या खाली जगह में शुरू किया जा सकता है। आपको बस ये तय करना होगा कि आप किसके लिए कपड़े बनाना चाहते हैं। उसके बाद आपके एक कटिंग मास्टर और कपड़े सिलने के लिए कारीगरों को नौकरी पर रखना होगा। आप एथनिक से लेकर वेस्टर्न कपड़े तक सिलवा सकते हैं। आजकल जितनी जल्दी फैशन ट्रेंड बदलता रहता है, तो आपको ग्राहकों की कमी भी नहीं होगी और आप उन्हें समय पर अच्छी सिली हुई ड्रेस दे पायें।
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5. डिजिटल मार्केटिंग:
रेफरल मार्केटिंग युवा लोगों द्वारा चुने गए बढ़ते व्यवसायों में से एक है। सामान की क्वालिटी और विशेषताओं के बारे में ग्राहकों के समझाने के लिए ‘वर्ड-ऑफ-माउथ’ की तकनीक सबसे उपयोगी है। अमेज़न, एमवे जैसी बहुत- सी कंपनियां हैं जिन्हें अपना बिज़नेस बढ़ाने के लिए बड़ी संख्या में ग्राहकों तक पहुंचने के लिए डिजिटल मार्केटिंग प्लेटफॉर्म की आवश्यकता होती है। जितने अधिक ऑर्डर आपके द्वारा उन्हें मिलते हैं, आप उतना ही कमाते हैं। क्योंकि आप एक या कई कंपनियों के अनेक प्रोडक्ट्स के लिए मार्केटिंग करते हैं।यह सारा काम सोशल मीडिया और नेटवर्किंग वेबसाइटों के माध्यम से किया जा सकता है।
6. कस्टम ज्वेलरी:
यंगस्टर्स इन दिनों शोरूम में बनी ज्वेलरी लेने के बजाय कस्टम मेड ज्वेलरी का विकल्प चुन रहे हैं। ग्राहकों को उनकी पसंद की ज्वेलरी लेने में मदद करने के लिए आप उन्हें ज्वेलरी डिज़ाइन दिखा सकते हैं, और उनकी पसंद की ज्वेलरी लेने में उनकी मदद कर सकते हैं। कस्टम ज्वेलरी का आइडिया ग्राहकों को महसूस कराता है कि वो ख़ास हैं। ग्राहक इन ज्वेलरी के लिए अच्छी राशि भी देने को तैयार होते हैं। इसलिए, यह भारत में आसान और तेज पैसा कमाने का आइडिया भी है।
संबंधित प्रश्न (FAQs)
प्रश्न. क्या MSME रजिस्ट्रेशन स्वैच्छिक है या अनिवार्य?
उत्तर: MSME रजिस्ट्रेशन पूरी तरह से स्वैच्छिक है और इसके तहत दिए जाने वाले लाभों का उपयोग व्यवसाय करते हैं।
प्रश्न. क्या MSME लोन प्राप्त करने में MSME के लिए क्रेडिट स्कोर महत्वपूर्ण है?
उत्तर: हाँ, एक अच्छा क्रेडिट स्कोर रखना एक MSME के लिए हमेशा लाभदायक होता है।
प्रश्न. प्रोविजनल रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (PRC) की वैधता कितनी है?
उत्तर: प्रोविजनल रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (PRC) की वैधता 5 वर्ष है।
प्रश्न. टेक्नोलॉजी अपग्रेड्स (प्रौद्योगिकी उन्नयन) के लिए क्या सहायता उपलब्ध है?
उत्तर: भारत सरकार और MSME मंत्रालय क्रेडिट लिंक्ड कैपिटल सब्सिडी स्कीम (CLCSS) चलाते हैं जो देश में MSME उद्यमों को टेक्नोलॉजी के अपग्रेडेशन मे सहायता करती है। उद्योग के मानकों के अनुसार टेक्नोलॉजी को अपग्रेड करने के लिए MSME, योग्य उद्यमों को 15% पूंजीगत सब्सिडी प्रदान करती है। एक उद्यम द्वारा प्राप्त अधिकतम सब्सिडी 15 लाख रुपये तक हो सकती है। इन सेवाओं का लाभ उठाने के लिए, व्यक्ति नज़दीकी नोडल एजेंसी / फाइनेंशियल संस्था से संपर्क कर सकते हैं।
प्रश्न. SBI द्वारा दी जाने वाली MSME लोन ब्याज दर कितनी है?
उत्तर: SBI द्वारा दी जाने वाली MSME लोन की ब्याज दर 8.30% है।
प्रश्न. एमएसएमई रजिस्ट्रेशन फीस कितनी है?
उत्तर: एमएसएमई रजिस्ट्रेशन मुफ्त है और MSME प्रमाणपत्र प्राप्त करना भी बिल्कुल मुफ्त है।
प्रश्न. क्या MSME प्रमाणपत्र की कोई वैधता है?
उत्तर: MSME सर्टिफिकेट की वैधता 5 साल की है।
प्रश्न. मंत्रालय द्वारा प्रदान किए गए टूल-रूम का क्या लाभ है?
उत्तर: MSME मंत्रालय MSME उद्यमों को उच्च-तकनीकी टूल-रूम प्रदान करता है ताकि उनके उत्पाद और सेवाएँ बाज़ार में अपने लिए एक जगह बना सकें। MSME मंत्रालय की टूल-रूम पहल भी उद्यम को प्रशिक्षित कारीगर आदि प्रदान करती है।