उद्योगिनी का अर्थ है, महिला उद्यमी। सरकार ने भारतीय महिला उद्यमियों के कल्याण और विकास के लिए यह योजना शुरू की है। इसे भारत सरकार के अंतर्गत आने वाले महिला विकास निगम द्वारा लागू किया गया है। यह योजना उन महिलाओं को आर्थिक मदद प्रदान करती है जो बिज़नेस करना चाहती हैं। उद्योगिनी योजना किसी व्यक्ति और परिवारों की आय बढ़ाने में मदद करती हैं और देश के विकास में योगदान देती है।
उद्योगिनी योजना |
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ब्याज दर | विशेष मामलों के लिए प्रतिस्पर्धी, छूट या मुफ्त |
लोन राशि | अधिकतम ₹ 3 लाख |
वार्षिक पारिवारिक आय | ₹ 1.5 लाख या उससे कम |
कोई आय सीमा नहीं | विधवा या विकलांग महिलाओं के लिए |
सिक्योरिटी/ कोलैटरल | ज़रूरत नहीं है |
प्रोसेसिंग फीस | शून्य |
ध्यान दें: ऊपर दी गई ब्याज दरें, शुल्क और फीस भारत सरकार और संबंधित बैंकों या एनबीएफसी के विवेक पर निर्भर करते हैं। ऊपर दिए गए शुल्कों पर GST और सर्विस टैक्स भी लगाया जाएगा।
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ब्याज मुक्त लोन बिना किसी भेदभाव या वरीयता के समाज के सभी वर्गों की महिलाओं को प्रदान किए जाते हैं। उद्योगिनी योजना मुख्य रूप से कर्नाटक राज्य महिला विकास निगम (KSWDC), पंजाब और सिंध बैंक, सारस्वत बैंक, साथ ही कई अन्य प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर के बैंकों द्वारा ऑफर की जाती है। यह योजना आर्थिक मदद प्रदान करने के अलावा महिलाओं के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन भी करती है। इस योजना के बारे में अन्य जानकारी नीचे दी गई है:
उद्योगिनी योजना के तहत बिज़नेस लोन प्राप्त करने की योग्यता
- यह बिज़नेस लोन केवल महिला उद्यमियों के लिए उपलब्ध है
- किसी भी पिछले लोन पर डिफ़ॉल्ट नहीं होना चाहिए
- आवेदक जिनका क्रेडिट स्कोर और भुगतान क्षमता अच्छी है।
उद्योगिनी योजना के तहत बिज़नेस लोन के लिए ज़रूरी दस्तावेज
- पासपोर्ट साइज़ फोटो के साथ विधिवत भरा हुआ एप्लीकेशन फॉर्म
- आवेदक का आधार कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र
- आवेदक का BPL कार्ड और राशन कार्ड
- पता और आय प्रमाण
- जाति प्रमाण पत्र, यदि लागू हो
- बैंक पासबुक की कॉपी (अकाउंट, बैंक और ब्रांच का नाम, अकाउंटहोल्डर का नाम, IFSC और MICR)
- बैंक/एनबीएफसी द्वारा ज़रूरी कोई अन्य दस्तावेज
उद्योगिनी योजना के तहत बिज़नेस लोन के लिए अप्लाई करें
इस योजना के तहत बिज़नेस लोन के लिए अप्लाई करने के लिए, आवेदक सभी ज़रूरी दस्तावेजों के साथ नज़दीकी बैंक में जा सकते हैं और एप्लीकेशन फॉर्म भर सकते हैं। इसके अलावा आवेदक उद्योगिनी योजना के तहत लोन प्रदान करने वाले बैंकों की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर लोन के लिए ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं। इस योजना के तहत प्रमुख बैंकों और एनबीएफसी से मिलने वाले लोन की विशेषताएं और योग्यता शर्तें नीचे दी गई हैं:
1. बजाज फिनसर्व उद्योगनी योजना
ब्याज दर | समाज के सभी वर्गों की महिलाओं को इंटरेस्ट- फ्री लोन |
लोन राशि | अधिकतम ₹ 3 लाख तक |
किन के लिए उपलब्ध | 88 एसएसआई – छोटे व्यवसाय |
सब्सिडी | 30% तक |
परिवार की आय | ₹ 1.5 लाख से कम होना चाहिए |
स्किल डिवेलपमेंट के लिए ट्रेनिंग | उपलब्ध |
2. सारस्वत बैंक उद्योगिनी योजना
माइक्रो एंटरप्राइज़ेज | स्मॉल स्केल एंटरप्राइज़ेज | मीडियम एंटरप्राइज़ेज | |
ब्याज दर | 10% से शुरू | 10% से शुरू | 10% से शुरू |
लोन राशि | ₹ 10 लाख तक | ₹ 10 लाख से ₹1 करोड़ तक | ₹1 करोड़ से ₹ 2 करोड़ तक |
प्रोसेसिंग फीस | ₹ 5000 | ₹ 10 लाख तक – 5000₹ 10 लाख से ₹ 25 लाख – ₹ 7000 ₹ 25 लाख से अधिक – ₹ 10000 |
₹ 15,000 या लोन राशि की 1%, जो भी कम हो |
भुगतान अवधि | 6 साल | 6 साल | 7 साल |
मार्जिन | शून्य | बैंक के मानदंडों से 20% -25% कम | बैंक के मानदंडों से 20% -25% कम |
सिक्योरिटी | गारंटी लैटर + जहां भी ज़रूरत हो, पति या पत्नी या परिवार के सदस्य की गारंटी | गारंटी लैटर + 2 गारंटर + कोलैटरल सिक्योरिटी (25%) | गारंटी लैटर + 2 गारंटर + कोलैटरल सिक्योरिटी (30%) |
3. पंजाब एंड सिंध बैंक (PSB) उद्योगिनी योजना
ब्याज दर | 10.05% से शुरू |
लोन राशि | बिज़नेस संबंधी ज़रूरतों पर निर्भर करता है |
प्रोसेसिंग फीस | शून्य |
मार्जिन | शून्य, ₹ 25,000 तक |
सिक्योरिटी/ कोलैटरल | शून्य, ₹ 25,000 तक |
लोन प्रकार | टर्म लोन और वर्किंग कैपिटल लोन |
4. कर्नाटक राज्य महिला विकास निगम (KSWDC) से उद्योगिनी योजना
ब्याज दर | बिज़नेस संबंधी ज़रूरतों के मुताबिक |
आयु | 18 साल से 45 साल तक |
लोन राशि | ₹ 3 लाख तक |
सब्सिडी | 50% तक, एससी / एसटी वर्ग के लिए परिवार की आय ₹ 2 लाख से कम होनी चाहिए। |
परिवार की आय | विशेष श्रेणी के तहत और सामान्य श्रेणी के लिए महिलाओं के लिए कोई लिमिट नहीं – अन्य परिवार की आय ₹ 40,000 से कम होनी चाहिए |
EDP ट्रेनिंग | लोन ट्रान्सफर से पहले, 3 दिनों के लिए |
नोट: उपर्युक्त सभी ब्याज दरें, शुल्क बैंक, NBFC और RBI के पूर्ण विवेकाधिकार पर निर्भर करते हैं। ऊपर दिए गए शुल्कों पर जीएसटी और सर्विस टैक्स अतिरिक्त लगाया जाएगा।
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स्मॉल स्केल इंडस्ट्री (SSI) सेक्टर के अंतर्गत आने वाले बिज़नेस, खुदरा विक्रेता, निर्माता, गैर- नौकरीपेशा पेशेवर, व्यापारी आदि इस योजना के तहत लोन ले सकते हैं। कुछ प्रमुख बैंक एसएसआई के अंतर्गत आने वाले 88 बिज़नेस को इंटरेस्ट- फ्री लोन प्रदान करते हैं जिनके बारे में नीचे बताया गया है:
उद्योगिनी योजना के तहत समर्थित 88 कैटेगरी की लिस्ट
- अगरबत्ती उत्पादन
- ऑडियो और वीडियो कैसेट पार्लर
- बेकरी
- बनाना टेंडर लीफ
- चूड़ियाँ
- ब्यूटी पार्लर
- बेडशीट और टॉवल उत्पादन
- बुक बाइंडिंग एंड नोट बुक्स उत्पादन
- बोतल कैप उत्पादन
- कैन और बंबू उत्पादन
- कैंटीन और कैटरिंग
- चॉक क्रेयोन मैन्युफैक्चरिंग
- चप्पल उत्पादन
- सफाई पाउडर
- क्लिनिक
- कॉफी और चाय पाउडर
- मसालें
- नालीदार बॉक्स विनिर्माण
- कॉटन थ्रेड मैन्युफैक्चरिंग
- नर्सरी
- कट पीस कपड़ा व्यापार
- डेयरी और पोल्ट्री से जुड़ा व्यापार
- डायग्नोस्टिक लैब
- ड्राई क्लीनिंग
- ड्राई फिश ट्रेड
- ईट-आउट
- खाद्य तेल की दुकान
- एनर्जी फूड
- उचित मूल्य की दुकान
- फैक्स पेपर मैन्युफैक्चरिंग
- फिश स्टॉल
- आटा चक्की
- फूलों की दुकानें
- फुटवियर उत्पादन
- ईंधन की लकड़ी
- गिफ्ट आर्टिकल
- हैंडिक्राफ्ट मैन्युफैक्चरिंग
- हाउसहोल्ड आर्टिकल रिटेल
- आइसक्रीम पार्लर
- इंक मैन्युफैक्चर
- जैम, जेली और अचार उत्पादन
- नौकरी टाइपिंग और फोटोकॉपी सर्विस
- जूट कालीन उत्पादन
- लीफ कप उत्पादन
- लाइब्रेरी
- मात बुनाई
- मैच बॉक्स उत्पादन
- मिल्क बूथ
- मटन स्टॉल
- समाचार पत्र, साप्ताहिक और मासिक मैगजीन वेंडिंग
- नायलॉन बटन मैन्युफैक्चरिंग
- पुराने कागज मार्ट
- पान और सिगरेट शॉप
- पान लीफ या च्विइंगम शॉप
- पापड़ मेकिंग
- फेनिल और नेफ़थलीन बॉल मैन्युफैक्चरिंग
- फोटो स्टूडियो
- प्लास्टिक के सामान का कारोबार
- मिट्टी के बर्तन
- कपड़े की छपाई और रंगाई
- रज़ाई और बिस्तर उत्पादन
- रेडियो और टीवी सर्विसिंग स्टेशन
- रागी पाउडर की दुकान
- रेडीमेड गारमेंट्स ट्रेड
- रियल इस्टेट एजेंसी
- रिबन बनाना
- साड़ी और कढ़ाई काम करता है
- सिक्योरिटी सर्विस
- शिकाकाई पाउडर उत्पादन
- दुकानें और प्रतिष्ठान
- रेशम धागा मैन्युफैक्चरिंग
- रेशम की बुनाई
- रेशम की कृमि पालन
- साबुन का तेल, साबुन पाउडर और डिटर्जेंट केक मैन्युफैक्चरिंग
- स्टेशनरी की दुकान
- STD बूथ
- मिठाई की दुकान
- सिलाई
- टी स्टाल
- कच्चा नारियल
- यात्रा संस्था
- ट्यूटोरियल
- टाइपिंग इंस्टीट्यूट
- वेजिटेबल एंड फ्रूट वेंडिंग
- सिंदूर मैन्युफैक्चरिंग
- वेट ग्रिडिंग
- ऊनी वस्त्र मैन्युफैक्चरिंग
उद्योगिनी योजना के तहत को-ऑपरेटिव बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (RRB) और कमर्शियल बैंक जैसे फाइनेंशियल संस्थान लोन प्रदान करते हैं। योजना के तहत केवल महिला उद्यमियों को व्यावसायिक गतिविधियों को चलाने के लिए सब्सिडी प्रदान की जाती है।
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संबंधित प्रश्न (FAQs)
प्रश्न. उद्योगिनी योजना का उद्देश्य क्या है?
उत्तर: महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए और रोज़गार के अधिक अवसर पैदा कर स्मॉल स्केल इंडस्ट्री को प्रोत्साहित करना।
प्रश्न. उद्योगिनी योजना के तहत कितना लोन मिल सकता है?
उत्तर: उद्योगिनी योजना के तहत महिला उद्यमी को दी जाने वाली अधिकतम लोन राशि 3 लाख रुपए है।
प्रश्न. उद्योगिनी योजना के तहत मैं कहां से लोन प्राप्त कर सकती हूं?
उत्तर: इस योजना के तहत बिजनेस लोन देने वाले कुछ बैंकों और एनबीएफसी में बजाज फिनसर्व, सारस्वत बैंक, पंजाब एंड सिंध बैंक और कर्नाटक राज्य महिला विकास निगम (केएसडब्ल्यूडीसी) आदि शामिल हैं।
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