ट्रांसयूनियन सिबिल जिसे पहले क्रेडिट इंफोर्मेंशन ब्यूरो (इंडिया) लिमिटेड के नाम से जाना जाता था। यह देश की प्रमुख क्रेडिट ब्यूरो या क्रेडिट इंफोर्मेंशन कंपनी (CIC) है, जो बैंक व एनबीएफसी से उपभोक्ता और कंपनियों के डेटा कलेक्ट और मैनटेन करता है। फिर इस जानकारी से सिबिल स्कोर और सिबिल रिपोर्ट जारी करता है, जबकि कंपनियों, एंटरप्राइजेज और संस्थानों के लिए सिबिल रिपोर्ट व सिबिल रैंक जेनरेट करता है।
ये क्रेडिट स्कोर 300-900 अंक के बीच होता है। स्कोर जितना 900 के पास यानी 700 से अधिक होता है उतना बेहतर माना जाता है। ऐसे आवेदकों को भविष्य में लोन मिलने में आसानी होती है। इस लेख में हम क्रेडिट इंफोर्मेंशन कंपनियों (CIC), ट्रांसयूनियन सिबिल और लोन लेने में इसके महत्व समेत जानेंगे कि CIBIL क्या है, यह काम किस प्रकार करता है; सिबिल स्कोर और क्रेडिट रैंक का अर्थ क्या है और साथ ही लाभार्थी के लिए उनका क्या महत्व है।
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लोन लेने में CIBIL का महत्व
ट्रांसयूनियन सिबिल आरबीआई से लाइसेंस प्राप्त ऑथोराइज्ड क्रेडिट ब्यूरो है, जो वित्तीय संस्थानों से डेटा लेकर व्यक्तियों और कंपनियों के लिए क्रेडिट स्कोर व क्रेडिट रिपोर्ट तैयार करता है। ये रिपोर्ट लोन आवेदन या क्रेडिट कार्ड की मंजूरी और नामंजूरी में अहम भूमिका निभाता है। इसके बारे में नीचे विस्तार से बताया गया है
- बैंक/एनबीएफसी जैसे वित्तीय संस्थान उपभोक्ता और व्यवसाय के क्रेडिट डेटा या उपभोक्ता जानकारी को ट्रांसयूनियन सिबिल को जमा करते हैं। इस जानकारी में आवेदक का पिछला क्रेडिट बिहेवियर, बकाया लोन राशि, रिपेमेंट हिस्ट्री, मौजूदा लोन या क्रेडिट कार्ड की जानकारी, कोलैटरल/सिक्योरिटी (अगर कोई हो तो 30-45 दिन) आदि शामिल होता है।
- सिबिल लोन संस्थानों से प्राप्त इस जानकारी के आधार पर अपने एल्गोरिथ्म का इस्तेमाल करके व्यक्तियों के लिए क्रेडिट इंफोर्मेशन रिपोर्ट (CIRs) जेनरेट करता है, जिसमें सिबिल स्कोर (300-900) शामिल होता है। और कंपनियों के लिए कंपनी क्रेडिट रिपोर्ट (CCRs) जारी करता है, जिसमें सिबिल रैंक (1-10) शामिल होता है।
- लोन संस्थान इस सिबिल रिपोर्ट या सिबिल रैंक के आधार पर व्यक्ति या कंपनी की जोखिम क्षमता का मूल्यांकन करते हैं और ये निर्धारित करते हैं कि उन्हें लोन देना है या नहीं।
- जिन आवेदकों को सिबिल स्कोर अच्छा होता है उन्हें लोन या क्रेडिट कार्ड मिलने की संभावना अधिक होती है वो भी कम ब्याज दर पर। वहीं, जिन्होंने हाल में क्रेडिट कार्ड लिया है या क्रेडिट हिस्ट्री (NA)/(NH) नहीं है या कम सिबिल स्कोर है उन्हें लोन या क्रेडिट कार्ड मिलने में मुश्किल होता है।
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सिबिल रिपोर्ट को चेक करने का तरीका
अपना CIBIL स्कोर जांचने और डाउनलोड करने और मासिक अपडेट प्राप्त करने के लिए नीचे बताए गए स्टेप्स को फॉलो करें।
- स्टेप 1- अपना सिबिल स्कोर चेक करने के लिए यहां क्लिक करें
- स्टेप 2- अपना नाम, मोबाइल नंबर और ई-मेल डालें और ओटीपी से वैरिफाइ करें
- स्टेप 3- अपना क्रेडिट रिपोर्ट जानने के लिए ‘Get Credit Report’ बटन पर क्लिक करें
- स्टेप 4- सिबिल स्कोर सेलेक्ट करें, भाषा और महीना चुनें और अपनी क्रेडिट रिपोर्ट देखने के लिए उस पर क्लिक करें
- स्टेप 5- आपके सिबिल रिपोर्ट का पासवर्ड आपका जन्मतिथि (DDMMYYYY फॉर्मेट) होगा
नोट- अगर आपको अपने सिबिल रिपोर्ट में किसी तरह की कोई गलती ऩजर आती है तो आप इसकी सूचना CIBIL को दे सकते हैं। इसके अलावा किसी तरह का सवाल होने पर आप creditreport@paisabazaar.com पर संपर्क कर सकते हैं।
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CIBIL रिपोर्ट में क्या-क्या होता है?
बैंकों और NBFC सहित विभिन्न फाईनेंस संस्थानों द्वारा CIBIL को लोन और क्रेडिट कार्ड के मासिक रिकॉर्ड दिए जाते हैं। CIBIL किसी व्यक्ति की क्रेडिट सूचना रिपोर्ट (CIR) या CIBIL रिपोर्ट बनाने के लिए इस डेटा का उपयोग करता है। CIBIL रिपोर्ट के विभिन्न भाग निम्नलिखित हैं:
- CIBIL स्कोर: यह CIBIL रिपोर्ट का पहला खंड है, जिसमें 300 और 900 के बीच 3 अंकों की संख्या होती है, जो किसी व्यक्ति की क्रेडिट योग्यता को दर्शाता है। एक एल्गोरिथ्म द्वारा किसी व्यक्ति के क्रेडिट डेटा का उपयोग करके स्कोर कैलकुलेट किया जाता है।
- व्यक्तिगत जानकारी: जन्म तिथि, पैन, मोबाइल नंबर, पता आदि का उल्लेख CIR के पहले भाग में किया गया है
- कॉन्टैक्ट इंफोर्मेंशन- इस सेक्शन में आपका पता (एड्रेस) और टेलिफोन नंबर दिया हुआ होता है।
- अकाउंट जानकारी: इसमें आपके वर्तमान के साथ-साथ पिछले लोन और क्रेडिट कार्ड, आपकी बकाया राशि, लोन राशि, क्रेडिट कार्ड लिमिट आदि के बारे में जानकारी होती है।
- क्रेडिट इन्क्वायरी: जब भी आप क्रेडिट कार्ड / लोन के लिए आवेदन करते हैं, तो लोन देने वाले संस्थान आपकी क्रेडिट रिपोर्ट की कॉपी के लिए CIBIL को अनुरोध करता है। लोन देने वाले संस्थान द्वारा किए गए इस तरह के अनुरोध को इनक्वायरी कहा जाता है।
इस प्रकार, CIBIL रिपोर्ट मूल रूप से एक रिकॉर्ड प्रदान करती है कि किसी व्यक्ति ने पहले लोन या क्रेडिट कार्ड का भुगतान कैसे किया है। कृपया ध्यान दें कि क्रेडिट रिपोर्ट में किसी व्यक्ति के निवेश या बचत की जानकारी शामिल नहीं है।
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CIBIL रैंक क्या है?
जिस तरह CIBIL व्यक्तियों के लिए क्रेडिट स्कोर प्रदान करता है, यह व्यवसायों के लिए क्रेडिट रैंक जनरेट करता है। CIBIL रैंक कंपनी क्रेडिट रिपोर्ट (CCR) के न्यूमेरिकल समरी के रूप में कार्य करता है। यह 1 से 10 के बीच होता है, जहाँ 1 को सर्वश्रेष्ठ रैंक माना जाता है। वर्तमान में CIBIL रैंक केवल उन व्यवसायों को दी जाती है, जिन्होंने 10 लाख रु. से 50 करोड़ रु. तक का लोन लिया हुआ है।
चूंकि CIBIL रैंक किसी कंपनी की योग्यता को दर्शाता है, इसलिए यह नए लोन स्वीकार होने की संभावना को प्रभावित कर सकती है। कंपनी की CIBIL रैंक 1 के जितने करीब होगी,उतना अधिक से अधिक नए लोन के स्वीकार होने की संभावना बढ़ जाएगी।
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लोन संस्थान सिबिल रिपोर्ट को इतना महत्व क्यों देते हैं?
ट्रांसयूनियन सिबिल देश का प्रतिष्ठित और भरोसेमंद क्रेडिट ब्यूरो है जो हर महीने ऋणदाताओं द्वारा प्रदान की गई उपभोक्ता जानकारी एकत्र और मैनेज करता है। इससे आवेदक की क्रेडिट योग्यता और पिछले ऋण व्यवहार के बारे में पता चलता है।
बैंक या एनबीएफसी लोन देने से पहले किसी आवेदक की जोखिम क्षमता का मूल्यांकन इसी आधार पर करते हैं और फिर निर्धारित करते हैं कि आवेदक को लोन देना चाहिए या नहीं। इस तरह सिबिल रिपोर्ट लोन संस्थानों के लिए महत्वपूर्ण हो जाता है।
सिबिल स्कोर क्यों महत्व रखता है
सिबिल 300 से 900 अंक के बीच की संख्या होता है जिसके आधार पर बैंक किसी आवेदक के जोखिम क्षमता का मूल्यांकन करता है। और लोन देना ह या नहीं इस बात का निर्धारण करता है।
जिन आवेदकों का सिबिल स्कोर 700 या उससे अधिक होता है यानी सिबिल स्कोर 900 के जितना करीब हो उतना बेहतर माना जाता है। क्योंकि ऐसे आवेदकों को लोन संस्थान लोन देने में प्राथमिकता प्रदान करते हैं।
CIBIL कस्टमर केयर
- उपभोक्ताओं के लिए CIBIL हेल्पलाइन नंबर (+91) 22-61404300 है
हेल्पलाइन नंबर सुबह 10:00 बजे से शाम 06:00 बजे (सोमवार- शुक्रवार) तक । - फैक्स: (+91) 22-66384666
- आप CIBIL को उसके पंजीकृत पते पर भी लिख सकते हैं। पता है:
ट्रांसयूनियन सिबिल लिमिटेड
वन वर्ल्ड सेंटर, टावर 2ए, 19वीं मंजिल,
सेनापति बापट मार्ग, एलफिंस्टन रोड,
मुंबई- 400 013
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संबंधित सवाल (FAQs
प्रश्न. सिबिल सेल्फ सर्विस पोर्टल क्या है?
उत्तर: ट्रांसयूनियन की विभिन्न सेवाओं का लाभ लेने के लिए आपको ‘myCIBIL खाता’ बना होगा। जिससे सिबिल सेल्फ सर्विस पोर्टल (CIBIL self-service portal) का एक्सेस मिल जाएगा और इसकी मदद से आप CIBIL स्कोर की जाँच करना, CIBIL क्रेडिट रिपोर्ट देखना/डाउनलोड करना और CIBIL विवाद समाधान के माध्यम से रिपोर्ट में हुई किसी तरह की गलती का सुधार करना जैसे लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
प्रश्न. लोन लेने के लिए सिबिल स्कोर कितना होना चाहिए?
उत्तर: लोन देने के लिए सिबिल स्कोर की क्राइटेरिया सभी बैंकों में अलग-अलग है। साथ ही यह लोन के प्रकार पर भी निर्भर करता है कि कौन-सा लोन ले रहे हैं। हालांकि आमतौर पर 750 या उससे अधिक सिबिल स्कोर को बैंक व एनबीएफसी द्वारा अच्छा माना जाता है।
प्रश्न. सिबिल किसी व्यक्ति की क्रेडिट हिस्ट्री का रिकॉर्ड कितने समय तक रखता है?
उत्तर: CIBIL अंतिम रिपोर्ट की तारीख से 7 वर्षों तक आपके क्रेडिट इतिहास का रिकॉर्ड रखता है।
प्रश्न. क्या सिबिल स्कोर केवल भारत में लागू है?
उत्तर: हां, सिबिल स्कोर केवल भारत में लागू है और ये केवल भारत के लोन संस्थानों द्वारा प्राप्त जानकारी के आधार पर रिपोर्ट तैयार करता है।
प्रश्न. क्या ट्रांसयूनियन सिबिल का भारत में कोई मोबाइल एप्लीकेशन भी है?
उत्तर: नहीं, भारत के लिए ट्रांसयूनियन सिबिल का कोई मोबाइल एप्लीकेशन नहीं है। हालांकि सिबिल के आधिकारिक पार्टनर पैसाबाज़ार मोबाइल ऐप है, जिस पर आप मासिक अपेडट के साथ सिबिल स्कोर चेक कर सकते हैं या फिर व्हाट्सऐप या ईमेल पर रिपोर्ट प्राप्त कर सकते हैं।
प्रश्न. क्या CIBIL जानबूझकर चूक करने वाले डिफॉल्टर की लिस्ट जारी करता है?
उत्तर: नहीं, सिबिल को डिफॉल्ट लिस्ट जारी नहीं करता है, क्योंकि ये कोई ऐसी लिस्ट रखता ही नहीं है।
प्रश्न .क्या CIBIL एक क्रेडिट रेटिंग एजेंसी है?
उत्तर: CIBIL आधिकारिक तौर पर एक क्रेडिट सूचना कंपनी है न कि क्रेडिट रेटिंग एजेंसी। यह व्यक्तियों के लिए क्रेडिट स्कोर प्रदान करता है और कंपनियों के लिए उनकी साख का निर्धारण करने के लिए क्रेडिट रैंक प्रदान करता है। हालांकि, एक क्रेडिट रेटिंग एजेंसी कंपनियों को उनके क्रेडिट हिस्ट्री के आधार पर क्रेडिट रेटिंग प्रदान करती है।
प्रश्न. CIBIL का पूर्ण रूप क्या है?
उत्तर: ट्रांसयूनियन CIBIL लिमिटेड को पहले CIBIL कहा जाता था। CIBIL का पूर्ण रूप क्रेडिट इंफॉर्मेशन ब्यूरो (इंडिया) लिमिटेड है।
प्रश्न. सिबिल स्कोर में ‘NA/NH’ का क्या मतलब होता है?
उत्तर: सिबिल स्कोर में ‘NA/NH’ का मतलब होता है- लागू नहीं/हिस्ट्री नहीं। जिसका अर्थ निम्न प्रकार होता है:
- आपका क्रेडिट हिस्ट्री बहुत छोटा है या अभी मौजूद ही नहीं है
- आपने पिछले 2 साल से कोई क्रेडिट या लोन नहीं लिया है
- आपके पास केवल ऐड-ऑन क्रेडिट कार्ड है और कोई क्रेडिट नहीं है।
कृपया ध्यान दें कि ‘एनए/एनएच’ का मतलब ये नहीं है कि आपका क्रेडिट स्कोर खराब है। हालांकि इससे कुछ उधारकर्ता लोन देने से मना कर सकते हैं क्योंकि उन्हें आपकी जोखिम क्षमता का पता नहीं।
प्रश्न. मेरा CIBIL स्कोर कम होने का क्या कारण है?
उत्तर:आपके द्वारा CIBIL स्कोर को नकारात्मक रूप से प्रभावित करने के कई कारण हो सकते हैं। सामान्य कारणों में शामिल हो सकते हैं:
- क्रेडिट कार्ड/ लोन EMI भुगतान न करना
- लोन अनुपात में लोन वृद्धि
- असुरक्षित लोन लेना, जैसे: पर्सनल लोन
- हाल के लोन / क्रेडिट कार्ड आवेदन की अस्वीकृति
प्रश्न. क्या मैं कम CIBIL स्कोर होने पर भी लोन ले सकता हूं?
उत्तर: हां, कम सिबिल स्कोर होने के बावजूद अन्य योग्यता शर्तों को पूरा करने पर आप लोन ले सकते हैं। हालांकि आपको कम लोन राशि मिल सकता है और वो भी अधिक ब्याज दर पर।