ट्रांसयूनियन CIBIL भारत में कार्यरत प्रमुख क्रेडिट सूचना कंपनियों में से एक है। यह भारत के नागरिकों और व्यवसायों के क्रेडिट रिकॉर्ड के डेटाबेस को बनाए रखता है। इस डेटा के उपयोग से यह व्यक्तियों के साथ-साथ व्यवसायों के लिए भी क्रेडिट रिपोर्ट तैयार करता है। ऐसी रिपोर्ट्स बैंकों और NBFC संस्थानों को एक डाटाबेस प्रदान करती हैं, ताकि वे लोन देने से पहले आवेदकों की वित्तीय स्थिति/ रिकॉर्ड जान सकें। CIBIL कमर्शियल संभावित कमर्शियल ग्राहकों, जैसे पब्लिक लिमिटेड कंपनियों और प्राइवेट लिमिटेड कंपनियों के लिए तैयार रिपोर्ट दर्शाता है। निम्नलिखित लेख में CIBIL कमर्शियल रिपोर्ट के मुख्य पहलुओं पर चर्चा की गई है जिसमें आपकी कमर्शियल CIBIL रिपोर्ट को बेहतर बनाने के तरीके भी शामिल हैं।
इस पेज पर
- सिबिल कॉमर्शियल क्या है?
- कॉमर्शियल क्रेडिट रिपोर्ट के सेक्शन
- सिबिल कॉमर्शियल रिपोर्ट क्यों आवश्यक है?
- सिबिल रैंक व योग्यता
- आवश्यक दस्तावेज़
- कम्पनी की सिबिल रिपोर्ट कैसे डाउनलोड करें ?
- कॉमर्शियल सिबिल रिपोर्ट लॉग-इन प्रोसेस
- प्रभाव डालने वाले महत्वपूर्ण कारक
- मैं सिबिल रैंक कैसे सुधार सकता हूँ?
- संबंधित सवाल
CIBIL कमर्शियल रिपोर्ट क्या है?
जिस तरह CIBIL व्यक्तियों की क्रेडिट रिपोर्ट बनाता है, उसी तरह कमर्शियल संगठनों के लिए CIBIL रैंक और कंपनी क्रेडिट रिपोर्ट (CCR) जनरेट करता है, जिसमें पब्लिक लिमिटेड कंपनियां, प्राइवेट लिमिटेड कंपनियां, पार्टनरशिप फर्म और प्रोप्राइटरशिप शामिल हैं। CIBIL कमर्शियल रिपोर्ट कंपनी की क्रेडिट हिस्ट्री के रिकॉर्ड के रूप में देखी जाती है, जो भारत के विभिन्न बैंकों और वित्तीय संस्थानों द्वारा दिए गए आंकड़ों के आधार पर बनती है।
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कमर्शियल क्रेडिट रिपोर्ट के प्रमुख भाग
कमर्शियल क्रेडिट रिपोर्ट में निम्नलिखित भाग व जानकारी होती है:
-
- पहचान: यह सबसे ऊपर मौजूद होता है और इसमें रिपोर्ट ऑर्डर नंबर शामिल होता है, जो दर्शाता है कि आपकी रिपोर्ट CIBIL के डेटाबेस से कितनी बार ली गई है
- इन्क्वायरी की जानकारी: इसमें कंपनी का नाम, आइडेंटिटी कोड और पता शामिल होता है
- आवेदक प्रोफाइल: इसे निम्नलिखित भागों में विभाजित किया गया है –
आवेदक विवरण: इसमें कंपनी का नाम, कम्पनी का संविधान, आदि शामिल होते हैं
पता और संपर्क विवरण: इसमें रजिस्टर्ड कार्यालय का पता, फोन नंबर आदि शामिल होते हैं
पहचान विवरण: इसमें कंपनी का पैन, कंपनी रजिस्ट्रेशन नम्बर आदि शामिल हैं - CIBIL रैंक: यह खंड आपके क्रेडिट रैंक को प्रदर्शित करता है, जो 1 से 10 के पैमाने पर होता है। कम रैंक पर लोन प्राप्त करने की संभावना बेहतर होती है।
- इनक्वायरी समरी: इसमें हाल के दिनों में संस्थानों द्वारा की गई पूछताछ की लिस्ट दर्शाई जाती है
- डेरोगेट्री इनफॉर्मेशन: इस में डिफॉल्ट, ओवरड्यू और बेईमानी से संबंधित जांच दर्शाई जाती है
- बकाया राशि की जानकारी: यह खंड कंपनी की परिसंपत्ति वर्गीकरण की जानकारी प्रदान करता है, जिसका लाभ क्रेडिट सुविधाओं के संबंध में मिलता है।
- स्थान: इस खंड में कंपनी की अतिरिक्त संपर्क जानकारी का उल्लेख किया जाता है
- संबंधित पक्ष विवरण: यह संबंधित व्यक्तियों या संस्थाओं के बारे में जानकारी देता है
- क्रेडिट सुविधा विवरण – आवेदक के रूप में: इस खंड में कंपनी द्वारा प्राप्त क्रेडिट सुविधाओं का विवरण है। इसमें क्रेडिट सुविधा विवरण, पेमेंट स्टेटस और ओवरड्यू की जानकारी शामिल होती है।
- क्रेडिट सुविधा विवरण – गारंटर के रूप में: इस खंड में कंपनी द्वारा दी गई क्रेडिट सुविधाओं के बारे जानकारी शामिल होती है।
- दायर सूट की जानकारी: यह कंपनी के लिए पिछले फाइनेंशियल संस्थानों में से किसी के द्वारा दायर किए गए मुकदमों (यदि कोई हो) की जानकारी देता है।
- क्रेडिट रेटिंग समरी: इसमें बाहरी मान्यता प्राप्त रेटिंग एजेंसी द्वारा कंपनी को दी गई नवीनतम तीन क्रेडिट रेटिंग की जानकारी शामिल होती है।
- इन्क्वायरी (अंतिम 24 महीने): इस खंड में आपकी कंपनी के क्रेडिट के लिए अप्लाई करने पर बैंक/ लोन संस्थानों द्वारा की गई इन्क्वायरी के बारे में जानकारी दी गई होती है।
CIBIL कमर्शियल रिपोर्ट क्यों महत्वपूर्ण है?
कंपनी क्रेडिट रिपोर्ट बिज़नस लोन के लिए अप्रूवल प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, क्योंकि लगभग सभी बैंक/ लोन संस्थानों द्वारा किसी भी लोन आवेदन को मंजूरी देने से पहले रिपोर्ट का आकलन किया जाता हैं। रिपोर्ट कमर्शियल संगठनों की क्रेडिट हिस्ट्री और फाइनेंशियल रिपोर्ट के रूप में कार्य करती है और इसलिए उनकी साख इस पर निर्भर करती है।
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सिबिल स्कोर और सिबिल रैंक में अंतर
व्यक्तियों की तरह बिजनेस कंपनियां/ फर्म भी अपने व्यवसायों को चलाने के लिए लोन के लिए अप्लाई करती हैं। बैंक लोन देने से पहले सिबिल जैसे क्रेडिट ब्यूरो से आवेदकों की क्रेडिट हिस्ट्री के बारे में पता करते हैं। इसी वक्त सिबिल कमर्शियल रिपोर्ट और सिबिल रैंक काम आते हैं।
नीचे दी गई टेबल में सिबिल स्कोर और सिबिल रैंक के बीच तुलना की गई है जिससे कि आप दोनों को बेहतर समझ सकें।
सिबिल स्कोर | सिबिल रैंक |
व्यक्तियों के लिए | कंपनियों के लिए |
300 से 900 के बीच | 1 से 10 के बीच |
900 के करीब होगा उतना बेहतर होगा | 1 के करीब होने पर अच्छा होगा |
सिबिल क्रेडिट रिपोर्ट की समरी | सिबिल कमर्शियल क्रेडिट रिपोर्ट की समरी |
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CIBIL रैंक क्या है और CIBIL रैंक प्राप्त करने के लिए योग्यता शर्तें क्या है?
CIBIL रैंक कमर्शियल संस्थाओं को प्रदान की जाने वाली रिपोर्ट होती है। यह 1 से 10 के पैमाने पर एक अंक में संपूर्ण कंपनी क्रेडिट रिपोर्ट (CCR) को दर्शाता है। क्रेडिट रैंक मूल रूप से आपके डिफ़ॉल्ट भुगतानों की संभावना को दर्शाता है। इसलिए रैंक जितनी कम होती है, लोन प्राप्त करने की संभावना उतनी ही बेहतर हो जाती है। इस प्रकार सर्वश्रेष्ठ रैंक 1 होती है।
हालांकि, यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि सभी कंपनियों को क्रेडिट रैंक नहीं दी जाती है। केवल 10 लाख रुपये से 50 करोड़ रुपये के क्रेडिट एक्सपोज़र वाली कम्पनी ही क्रेडिट रैंक पाने के योग्य होती हैं।
CIBIL कमर्शियल रिपोर्ट को चेक करने के लिए आवश्यक दस्तावेज
- सार्वजनिक और प्राइवेट लिमिटेड कंपनियों के लिए
- पते का प्रमाण (कोई भी 1): बिजली या टेलीफोन बिल, बैंक स्टेटमेंट या पासबुक, कार्यालय परिसर की रजिस्ट्री, सेल्स डीड, कमर्शियल या बहुराष्ट्रीय बैंकों द्वारा जारी किया गया पता, दुकानें और प्रतिष्ठान अधिनियम के तहत जारी रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट
- अधिकृत सिग्नेचर लिस्ट और स्पेसिमेन सिग्नेचर के साथ बोर्ड की एक कॉपी
- कंपनी का पैन
- अधिकृत हस्ताक्षरकर्ताओं में से एक की पहचान का प्रमाण: पैन / पासपोर्ट / ड्राइविंग लाइसेंस।
- पार्टनरशिप फर्मों के लिए
- पते का प्रमाण (कोई भी 1): बिजली या टेलीफोन बिल, रजिस्ट्री या सेल्स डीड, बैंक स्टेटमेंट आदि
- पार्टनरशिप एग्रीमेंट की कॉपी या रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट
- नमूना हस्ताक्षर वाले अधिकृत हस्ताक्षरकर्ताओं की लिस्ट
- पार्टनरशिप फर्म का पैन
- कंपनी क्रेडिट रिपोर्ट के लिए अनुरोध करने वाले पार्टनर की पहचान का प्रमाण : पैन, ड्राइविंग लाइसेंस या पासपोर्ट
- प्रोपराइटरशिप (एक मालिकाना हक़ वाली कंपनी) के लिए
- पते का प्रमाण (कोई भी 1): बिजली का बिल, दुकानें और प्रतिष्ठान अधिनियम के तहत जारी रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट आदि
- प्रोपराइटर की पहचान का प्रमाण: पैन, पासपोर्ट या ड्राइविंग लाइसेंस
नोट: उपरोक्त दस्तावेज प्रोपराइटर द्वारा सेल्फ-अटेस्टेड होना चाहिए।
कंपनी की CIBIL कमर्शियल रिपोर्ट कैसे डाउनलोड करें?
आप निम्नलिखित तरीके का पालन करके अपनी कंपनी की CIBIL रैंक देख सकते हैं और व्यावसायिक क्रेडिट सूचना रिपोर्ट डाउनलोड कर सकते हैं:
स्टेप 1: CIBIL के कंपनी क्रेडिट रिपोर्ट पोर्टल पर जाएँ
स्टेप 2: अपनी कंपनी का विवरण दर्ज करें, डिक्लेरेशन बॉक्स की जाँच करें और “Proceed” पर क्लिक करें
स्टेप 3: अपने CIBIL रैंक और CCR के लिए 2100 रु. का भुगतान करें
स्टेप 4: अंत में, CIBIL कमर्शियल रिपोर्ट प्राप्त करने के लिए आवश्यक KYC दस्तावेज़ अपलोड करें
वैकल्पिक रूप से , आप आवश्यक केवाईसी दस्तावेजों और निम्नलिखित पते पर भुगतान के साथ विधिवत भरा हुआ CIBIL रैंक और CCR अनुरोध फॉर्म पोस्ट कर सकते हैं :
ट्रांसयूनियन सिबिल लिमिटेड,
वन इंडियाबुल्स सेंटर, टॉवर 2A, 19 वीं मंजिल,
सेनापति बापट मार्ग, एल्फिंस्टन रोड,
मुंबई – 400 013
टेलीफोन: 61404300 | ईमेल: info@cibil.com
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कमर्शियल CIBIL रिपोर्ट लॉग-इन प्रक्रिया
CIBIL कमर्शियल पोर्टल पर लॉग-इन करने के लिए आपको पहले कंपनी क्रेडिट रिपोर्ट के लिए रजिस्ट्रेशन करना होगा। जब आप भुगतान पूरा कर लेते हैं, जैसा कि उपरोक्त अनुभाग के स्टेप 3 में उल्लिखित है, तो आपको अपने कंपनी खाते से जुड़े रजिस्टर्ड ई-मेल पते पर एक CIBIL रजिस्ट्रेशन आईडी, पासवर्ड और भुगतान ट्रांजेक्शन आईडी प्राप्त होगा।
व्यावसायिक CIBIL पोर्टल पर लॉग-इन करने के लिए प्राप्त आईडी और पासवर्ड का उपयोग करें।
CIBIL कमर्शियल रिपोर्ट को प्रभावित करने वाले कारक
कंपनी क्रेडिट रिपोर्ट (CCR) को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारकों की लिस्ट निम्नलिखित है
- पेमेंट हिस्ट्री: यह दर्शाता है कि किसी कंपनी ने अपना पिछला लोन और बकाया समय पर मैनेज किया है या नहीं। भुगतान करने के संबंध में समय का पाबंद होना अच्छा होता है।
- क्रेडिट यूटिलाइज़ेशन रेश्यो: यह कंपनी द्वारा उपलब्ध कुल क्रेडिट लिमिट (लोन और ओवरड्राफ्ट) में से कंपनी द्वारा उपयोग किए जाने वाले क्रेडिट का प्रतिशत होता है। अगर कंपनी कुल क्रेडिट लिमिट में से ज़्यादा का उपयोग करती है तो ये दर्शाता है कि वो क्रेडिट पर ज़्यादा निर्भर है और इस प्रकार कंपनी क्रेडिट रिपोर्ट को नकारात्मक रूप से प्रभावित करती है।
- क्रेडिट हिस्ट्री की अवधि: कंपनी ने कब से क्रेडिट या लोन लेना शुरू किया, तभी से उसकी क्रेडिट हिस्ट्री शुरू हो जाती है। एक लंबी क्रेडिट हिस्ट्री आम तौर पर एक अच्छे CIBIL रैंक में बदल जाती है, बशर्ते भुगतान समय पर किया गया हो।
- बकाया लोन: यह कंपनी के चालू लोन और अन्य बकाया लोन का योग होता है। इस तरह के लोन की एक बड़ी राशि कम भुगतान क्षमता को दर्शाती है और इसलिए CCR को नकारात्मक रूप से प्रभावित करती है।
- कंपनी की आयु और आकार: पुरानी और बड़ी कंपनियों के पास आम तौर पर ब्याज की कम दर पर ऑफर के साथ लोन स्वीकृत होने की बेहतर संभावना होती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि ऐसी कंपनियों को अधिक परिचालन और निरंतर वृद्धि के कारण अधिक विश्वसनीय माना जाता है।
- कारोबार और लाभ: यह उपलब्ध लोन के संबंध में व्यवसाय की भुगतान क्षमता पर सीधा असर डालता है। आमतौर पर अधिक लाभ / टर्नओवर से व्यवसायों को अतिरिक्त लोन प्राप्त करने में आसानी होती हैं।
मैं CIBIL रैंक कैसे सुधार सकता हूं?
निम्नलिखित कुछ प्रमुख प्रक्रियाएं हैं जो CIBIL रैंक को बेहतर बनाने में आपकी मदद कर सकती हैं। ये आपकी व्यावसायिक CIBIL रिपोर्ट में दर्ज हैं:
- एक अच्छी पेमेंट हिस्ट्री बनाए रखने के लिए हमेशा समय पर लोन ईएमआई और अन्य बकाया राशि का भुगतान करें
- कंपनी की साख में सुधार के लिए क्रेडिट यूटिलाइज़ेशन रेश्यो को कम बनाए रखने की कोशिश करें
- अपनी कंपनी की विश्वसनीयता में सुधार के लिए अच्छी क्रेडिट हिस्ट्री बनाए रखें
- हमेशा बकाया लोन की एक संभाव्य राशि बनाए रखें, ताकि कंपनी की भुगतान क्षमता प्रभावित न हो
- कंपनी की संपत्ति और उपलब्ध देनदारियों के बीच एक अच्छा संतुलन बनाए रखें।
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संबंधित प्रश्न (FAQs)
प्रश्न. कंपनी क्रेडिट रिपोर्ट (CCR) क्या है?
उत्तर: कंपनी क्रेडिट रिपोर्ट (CCR) कंपनी के लोन भुगतान रिकॉर्ड और अन्य संस्थानों द्वारा प्रदान की गई जानकारी के आधार पर कंपनियों के लिए TransUnion CIBIL द्वारा तैयार की जाती है। यह व्यवसाय की साख की माप के रूप में कार्य करता है।
प्रश्न. CIBIL रैंक क्या है?
उत्तर: CIBIL रैंक एक संख्या के रूप में आपकी कंपनी क्रेडिट रिपोर्ट का सारांश है। यह 1 से 10 के पैमाने पर होता है।
प्रश्न. कंपनी क्रेडिट रिपोर्ट और CIBIL रैंक का उपयोग कौन कर सकता है?
उत्तर: CIBIL के सदस्य, जिनमें मुख्य बैंक और फाइनेंशियल संस्थान शामिल हैं, कंपनी क्रेडिट रिपोर्ट और CIBIL रैंक देख सकते हैं।
प्रश्न. कंपनी क्रेडिट रिपोर्ट में रिपोर्ट ऑर्डर नंबर क्या है?
उत्तर: जब भी सिबिल डाटाबेस से आपकी कंपनी क्रेडिट रिपोर्ट निकाली जाती है, उतनी बार ही रिपोर्ट ऑर्डर नंबर भी जनरेट होता है।
प्रश्न. अगर मेरी कंपनी क्रेडिट रिपोर्ट (CCR) में कोई गलती है तो मुझे क्या करना चाहिए?
उत्तर: इस तरह के केस में गलत जानकारी को सुधारने के लिए आपको डिस्प्यूट दर्ज करना चाहिए। सिबिल के साथ ऑनलाइन डिस्प्यूट दर्ज करने के लिए यहां क्लिक करें।
प्रश्न. मैं कंपनी क्रेडिट रिपोर्ट को कैसे डाउनलोड कर सकती/ सकता हूं?
उत्तर: आप सिबिल के कंपनी क्रेडिट रिपोर्ट (कमर्शियल) पोर्टल पर जाकर रिपोर्ट डाउनलोड कर सकती/ सकते हैं। इसके लिए आपके पास सिबिल की वैध मेंबरशिप होनी चाहिए।
प्रश्न. इसका क्या मतलब है, अगर मेरी CIBIL रैंक NA है?
उत्तर: जब NA को CIBIL रैंक के रूप में प्रदर्शित किया जाता है, तो इसका मतलब है कि आपकी कंपनी क्रेडिट रिपोर्ट के लिए रैंक उत्पन्न नहीं किया जा सकता है। केवल 10 लाख रुपये से 50 करोड़ रुपये के क्रेडिट एक्सपोज़र वाली कम्पनी ही क्रेडिट रैंक पाने के योग्य होती है।