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600 या 750? कितना है आपका क्रेडिट स्कोर? मुफ्त में यहाँ जानें
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अधिकांश बैंक/एनबीएफसी लोन या क्रेडिट कार्ड को मंज़ूरी देते समय आवेदक के सिबिल स्कोर का मूल्यांकन करते हैं। यह सिबिल स्कोर भारत के चार क्रेडिट ब्यूरो में से एक ट्रांसयूनियन सिबिल द्वारा जनरेट किया जाता है।
आमतौर पर, 750 से अधिक क्रेडिट स्कोर को क्रेडिट कार्ड या लोन आवेदन मंज़ूर होने के लिए अच्छा माना जाता है। 750 से कम स्कोर होने पर आपके लिए लोन लेना मुश्किल हो सकता है। अगर आपका आवेदन मंज़ूर हो भी जाता है, तो आपके लिए ब्याज दरें अधिक होने की संभावना है। इसके अलावा, 650 से कम सिबिल स्कोर होने पर बहुत ही कम संभावना है कि कोई भी बैंक या एनबीएफसी आपके लोन या क्रेडिट कार्ड के आवेदन को मंज़ूरी देगा।
यदि आपने पहले अपने अपनी ईएमआई/ क्रेडिट कार्ड बिलों का भुगतान समय पर नहीं किया है या उसे अच्छे से मैनेज नहीं किया है, तो इस बात की पूरी संभावना है कि आपका क्रेडिट स्कोर कम होगा। और अगर क्रेडिट स्कोर कम होगा तो आपकी क्रेडिट योग्यता नकारात्मक ढंग से प्रभावित होगी और अधिकांश बैंक/लोन संस्थान आपके लोन/ क्रेडिट कार्ड आवेदन को मंज़ूर नहीं करेंगे। सिबिल स्कोर कम होने के कारण और इसमें सुधार करने के तरीके नीचे दिए गए हैं:
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अगर आपका सिबिल स्कोर कम है तो इसका मतलब है आपसे जानें-अनजानें में नीचे बताई गई गलतियां हो गई है। आपका सिबिल या क्रेडिट स्कोर और कम न हो इसके लिए निम्नलिखित कारणों का ध्यान रखें और ऐसी गलती न करने की कोशिश करें:
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जब तक कि आपको वास्तव में लोन/ क्रेडिट कार्ड की ज़रूरत न हो, नए क्रेडिट के लिए आवेदन करने से बचें। ऐसा करने से आपकी रिपोर्ट पर “हार्ड इंक्वायरी” कम होगी और आपका सिबिल स्कोर भी कम नहीं होगा।
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प्रश्न. क्रेडिट स्कोर और सिबिल स्कोर में क्या अंतर है?
उत्तर: क्रेडिट स्कोर आपकी क्रेडिट रिपोर्ट की 3 डिजिट की समरी होती है। भारत में चार क्रेडिट ब्यूरो हैं जो क्रेडिट स्कोर जनरेट करते हैं, ट्रांसयूनियन सिबिल, एक्स्पीरियन, क्रिफ हाईमार्क और इक्वीफैक्स। सिबिल स्कोर को विशेष रूप से ट्रांसयूनियन सिबिल नामक क्रेडिट ब्यूरो द्वारा कैलकुलेट किया जाता है।
प्रश्न. क्या मेरा सिबिल स्कोर के आधार पर ही लोन मिलता है?
उत्तर: CIBIL स्कोर उन पहले कारकों में से एक है, जिस पर बैंक/ लोन संस्थान किसी आवेदक को पैसा उधार देते समय विचार करते हैं। हालांकि, यह एकमात्र कारक नहीं है| बैंक लोन देने से पहले आवेदक की अन्य जानकारी पर भी विचार करते हैं जैसे उम्र, इनकम, रोजगार, लोन राशि आदि।
प्रश्न. यदि मेरा सिबिल स्कोर कम है, तो क्या किसी अन्य क्रेडिट ब्यूरो द्वारा उत्पन्न मेरा क्रेडिट स्कोर भी कम होगा?
उत्तर: सिबिल स्कोर में थोड़ा बहुत बदलाव हो सकता है क्योंकि प्रत्येक क्रेडिट इंफॉर्मेशन कंपनी का खुद का एल्गोरिद्म होता है और क्रेडिट स्कोर कैलकुलेट करते समय कंपनी प्रत्येक कारक को अपने फॉर्मूले के हिसाब से प्राथमिकता देती है।
प्रश्न. हार्ड और सॉफ्ट इंक्वायरी में क्या अंतर है? क्या सॉफ्ट इंक्वायरी मेरे सिबिल स्कोर को नुकसान पहुंचा सकती है?
उत्तर: जब आप नए लोन/ क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करते हैं तो बैंक/ लोन संस्थान क्रेडिट ब्यूरो से उतनी ही बार आपकी क्रेडिट रिपोर्ट मांगते हैं, इसे हार्ड- इन्क्वायरी कहा जाता है। सॉफ्ट इंक्वायरी वो होती है जब आप खुद क्रेडिट ब्यूरो की वेबसाइट या किसी ऑनलाइन फाइनेंशियल मार्केट पोर्टल पर जाकर अपनी क्रेडिट रिपोर्ट डाउनलोड कर सकते हैं। सॉफ्ट इंक्वायरी का क्रेडिट स्कोर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है, भले ही ऐसी सॉफ्ट इंक्वायरी कितनी ही बार क्यों न की जाए।
दूसरी ओर, हार्ड इंक्वायरी अधिक होने पर आपका सिबिल स्कोर कम हो सकता है क्योंकि इससे पता चलता है कि आप अपने खर्चों के लिए क्रेडिट पर बहुत ज्यादा निर्भर हैं और भविष्य में आप पर भुगतान का भी अधिक बोझ हो सकता है।
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