जब भी आप लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करते हैं बैंक व एनबीएफसी सबसे पहले आपका क्रेडिट स्कोर चेक करते हैं। इसके आधार पर ही बैंक व एनबीएफसी किसी आवेदक की लोन जोखिम क्षमता का मूल्यांकन करते हैं। इसलिए अच्छा क्रेडिट स्कोर मैनटेन करें हालांकि इसके लिए ज़रूरी है कि आपको पता हो कि आपका क्रेडिट स्कोर किन फैक्टर्स पर निर्भर करता है। चलिए इस लेख में इन फैक्टर्स के बारे में विस्तार से जानते हैं:
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क्रेडिट स्कोर को प्रभावित करने वाले कारक
आपके क्रेडिट स्कोर (Credit Score) का कैलकुलेशन कई कारकों के मूल्यांकन के बाद किया जाता है। 4 प्रमुख कारक निम्नलिखित हैं:
1. क्रेडिट रीपेमेंट हिस्ट्री
इसमें ये रिकॉर्ड होता है कि आपने अब तक लिए गए लोन/ क्रेडिट कार्ड का समय पर भुगतान किया है या नहीं। इसमें यदि आप समय पर अपनी किस्तों का भुगतान कर रहे हैं, तो आपके क्रेडिट स्कोर में वृद्धि होने की संभावना है क्योंकि यह आपके क्रेडिट स्कोर का सबसे महत्वपूर्ण कारक है।
2. क्रेडिट यूटिलाइज़ेशन रेश्यो
आपकी कुल क्रेडिट लिमिट में से आप जितना प्रतिशत उपयोग करते हैं वही आपका क्रेडिट यूटिलाईज़ेशन रेश्यो है। आपका रेश्यो 30% या इससे कम होना चाहिए। मतलब क्रेडिट पर आपकी निर्भरता ज़्यादा नहीं होनी चाहिए।
3. क्रेडिट मिक्स
आपके पास कितने सिक्योर्ड (कार लोन, होम लोन, गोल्ड लोन) और अन-सिक्योर्ड लोन (पर्सनल लोन, क्रेडिट कार्ड) होते हैं, उसका रेश्यो आपका क्रेडिट मिक्स होता है। आपको सिक्योर्ड और अन-सिक्योर्ड लोन में बैलेंस बनाकर रखना चाहिए और कोशिश करें कि आपके ऊपर अन-सिक्योर्ड लोन ज़्यादा ना हों। सिक्योर्ड लोन आपको एक अच्छी स्थिति में रखता है जबकि ज़्यादा अन-सिक्योर्ड लोन के चलते आपके स्कोर में कमी होने के संभावना होती है।
4. क्रेडिट ऐज
यह आपके पहले क्रेडिट (क्रेडिट कार्ड या लोन) की तारीख से गिना जाता है। आपकी क्रेडिट ऐज जितनी अधिक होगी, आपके स्कोर के लिए यह उतना ही बेहतर होगा। 3 साल या उससे अधिक पुराने क्रेडिट खाते वाले व्यक्ति को बाज़ार में तुलनात्मक रूप में अधिक पसंद किया जाएगा।
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क्रेडिट स्कोर में योगदान देने वाले अन्य कारक:
हार्ड व सॉफ्ट इन्क्वायरी
जब आप लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करते हैं तो लोन संस्थान उपलब्ध क्रेडिट ब्यूरो से आपकी क्रेडिट रिपोर्ट लेता है, इसे हार्ड-इनक्वायरी कहा जाता है। इस हार्ड-इन्क्वायरी (Hard Enquiry) को आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में दर्ज किया जाता है। यदि आप कम समय में कई बार लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करते हैं तो आपके लिए की गई हार्ड-इन्क्वायरी की संख्या बढ़ जाती है। इससे आपका क्रेडिट स्कोर (Credit Score) कम हो सकता है।
सॉफ्ट इनक्वायरी (Soft Enquiry) वो है जब आप किसी ऑनलाइन फाइनेंशियल मार्केट-प्लेस जैसे Paisabazaar.com पर अपना क्रेडिट स्कोर चेक करते हैं। इसके अलावा, यदि आप प्री-अप्रूव्ड लोन या क्रेडिट कार्ड ऑफ़र के लिए अप्लाई करते हैं तो उसे भी सॉफ्ट इनक्वायरी में गिना जाएगा और यह आपके क्रेडिट स्कोर को नकारात्मक रूप से प्रभावित नहीं करेगा।
क्रेडिट लिमिट बढ़ाने के लिए अप्लाई
क्रेडिट लिमिट (Credit Limit) बढ़ाने के लिए लगातार बैंक में अप्लाई करने से क्रेडिट स्कोर नकारात्मक रूप से प्रभावित हो सकता है। इस प्रक्रिया में, बैंक CIBIL से आपकी रिपोर्ट इनक्वायरी करता है जो आपके क्रेडिट स्कोर को हिट कर सकता है। इस प्रकार, अधिक लिमिट के लिए केवल तभी अनुरोध करें जब आपको वास्तव में इसकी आवश्यकता हो।
तुरंत नया क्रेडिट अकाउंट खोलना
यदि आप लोन या क्रेडिट कार्ड ले रहे हैं, तो यह दर्शाता है कि आपके मौजूदा खाते आपकी आवश्यकता को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं हैं, जो भविष्य में अधिक लोन के भार को दर्शाता है। यह आपके क्रेडिट स्कोर को नीचे ला सकता है।
क्रेडिट मिक्स
आपने कितने सिक्योर्ड लोन (होम लोन, कार लोन, गोल्ड लोन) और कितने अन-सिक्योर्ड लोन (पर्सनल लोन, क्रेडिट कार्ड) लिए हुए हैं उससे आपका क्रेडिट मिक्स (Credit Mix) बनता है। अगर आपने सिक्योर्ड के बजाय अन-सिक्योर्ड लोन ज़्यादा लिए हुए हैं तो आपका क्रेडिट स्कोर बैलेंस नहीं है। कोशिश करें कि ऐसा ना हो।
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एक अच्छा क्रेडिट स्कोर क्यों महत्वपूर्ण है?
एक सर्वे के अनुसार, स्वीकृत क्रेडिट कार्ड का 79% एक अच्छे CIBIL स्कोर वाले व्यक्तियों के लिए था (अधिकांश क्रेडिट ब्यूरो 750 के ऊपर के स्कोर को अच्छा क्रेडिट स्कोर मानते हैं)।
इसके अलावा, जब भी आप लोन के लिए आवेदन करते हैं, तो लोन संस्थान क्रेडिट ब्यूरो से आपका क्रेडिट स्कोर जानने के लिए अनुरोध करते हैं। यदि आपका स्कोर कम है, तो लोन प्राप्त करने की आपकी संभावना गंभीर रूप से कम हो जाएगी।
एक अच्छे क्रेडिट स्कोर का एक और लाभ क्रेडिट कार्ड और लोन पर कम ब्याज दरों के रूप में मिलता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि अधिक क्रेडिट स्कोर यह सुनिश्चित करता है कि आप एक अच्छे ग्राहक हैं और समय पर भुगतान करने की संभावना अधिक है।
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क्रेडिट स्कोर में सुधार कैसे करें?
यदि आपके पास औसत या खराब क्रेडिट स्कोर है (700 से कम), तो आपको निम्नलिखित उपायों को अपनाना चाहिए:
क्या करें
- अपना लोन भुगतान समय पर करना शुरू करें। यहां तक कि ईएमआई चुकाने में एक भी डिफॉल्ट आपके क्रेडिट स्कोर को बुरी तरह से प्रभावित कर सकता है।
- नियमित रूप से अपनी क्रेडिट रिपोर्ट देखें। आप अपनी क्रेडिट रिपोर्ट को Paisabazaar.com पर मुफ्त में देख सकते हैं। अपने क्रेडिट पर कड़ी नज़र रखें और यदि आपको अपनी क्रेडिट रिपोर्ट में कोई गलती मिलती है, तो क्रेडिट ब्यूरो को इसकी सूचना दें।
- अपनी ईएमआई के भुगतान के लिए अपने बैंक अकाउंट में ऑटो-पे सेट-अप करें। इस तरह, आपके भुगतान समय पर होंगे।
- यदि आप एक महीने में एक बड़ा हिस्सा देने के लिए अपनी जेब पर भारी पड़ रहे हैं, तो राशि को 2-3 भागों में विभाजित करें और पूरे महीने का भुगतान करें।
क्या न करें
- अनावश्यक रूप से लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई ना करें। अधिकांश लोन संस्थान आपकी क्रेडिट रिपोर्ट के लिए एक हार्ड इनक्वायरी करते हैं जो आपके स्कोर को नकारात्मक रूप से प्रभावित करेगा।
- एक बार अपने सभी क्रेडिट कार्ड बिलों का भुगतान करने के बाद अपने क्रेडिट खाते को बंद न करें। इससे आपकी क्रेडिट ऐज कम हो जाएगी और यह आपके क्रेडिट हेल्थ के लिए अच्छा नहीं होगा।
- लोन लें, खासकर एक अन-सिक्योर्ड लोन, जब आपको वास्तव में इसकी आवश्यकता हो और आप समय पर उसे चुकाने के लिए सुनिश्चित हों।
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