संबंधित प्रश्न (FAQs)
प्रश्न.क्या नकली फिक्स्ड डिपॉजिट रिसिप्ट की पहचान करने का कोई तरीका है?
उत्तर:हां, कभी-कभी जमाकर्ता के नाम से नकली रिसिप्ट भी बन जाती है। ऐसे में इसका पता लगाने के लिए आप बैंक की निकटतम ब्रांच में जाकर मदद की मांग कर सकते हैं या ग्राहक सेवा टीम को कॉल कर सकते हैं।
प्रश्न. फिक्स्ड डिपॉज़िट रिसिप्ट के गुम हो जाने पर पेमेंट कैसे प्राप्त करें?
उत्तर: सामान्य तौर पर बैंक, फिक्स्ड डिपॉज़िट की जानकारी के साथ एक लिखित आवेदन की मांग कर सकते हैं। आप चाहे तो डुप्लीकेट रिसिप्ट के ज़रिए भी फिक्स्ड डिपॉज़िट के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
कुछ बैंक इसके लिए कुछ दस्तावेज़ों की मांग भी कर सकते हैं। ये प्रक्रिया एक बैंक से दूसरे बैंक में भिन्न हो सकती है। ऐसे में बैंक से संबंधित नियम जानने के लिए बैंक के निकटतम शाखा पर जाएं या बैंक के कस्टमर केयर टीम से संपर्क करें।
प्रश्न. फिक्स्ड डिपॉज़िट रिसिप्ट वापस प्राप्त करने की क्या प्रक्रिया है?
उत्तर: डुप्लीकेट फिक्स्ड डिपॉज़िट पाने के लिए आपको बैंक में लिखित एप्लीकेशन जमा करना होगा। कुछ बैंक डुप्लीकेट रिसिप्ट के लिए कुछ दस्तावेज़ों की मांग कर सकते हैं। हालांकि, इस बारे में अधिक जानकारी के लिए आप बैंक की नज़दीकी शाखा में संपर्क कर सकते हैं।
प्रश्न.फिक्स्ड डिपॉज़िट के क्या फायदे हैं?
उत्तर:- फिक्स्ड डिपॉज़िट योजना के कई फायदें होते हैं, जिनमें से कुछ के बारे में नीचे बताया जा रहा है:-
- फलेक्सिबल अवधि
- गारंटी के साथ रिटर्न
- अगर बैंक डिफॉल्ट करता है, तो RBI की सहायक कंपनी के द्वारा 5 लाख रु. का बिमा
- ब्याज भुगतान के विकल्प (मासिक, त्रैमासिक (तीन महीने में), अर्ध-वार्षिक (6 महीने में), सालाना)
- नॉमिनेशन की सुविधा और प्री-मैच्योर विड्रॉल
- 60 वर्ष से अधिक की उम्र के वरिष्ठ नागरिकों को 0.25%-0.75% का अतिरिक्त ब्याज दिया जाएगा