लगभग सभी बैंक और कई हाउसिंग फाइनेंस कंपनियां (एचएफसी) घर/ फ्लैट/ जमीन खरीदने के लिए होम लोन प्रदान करती हैं। आमतौर पर आवेदक के क्रेडिट स्कोर, मासिक इनकम, लोन राशि, लोन टू वैल्यू (LTV) रेश्यो, जॉब प्रोफ़ाइल, नियोक्ता/ कंपनी की प्रोफाइल आदि के आधार पर 30 वर्षों तक की अवधि के लिए होम लोन प्रदान किया जाता है। आवेदक की क्रेडिट प्रोफाइल और बैंक/ लोन संस्थानों द्वारा निर्धारित एलटीवी रेश्यो के आधार पर लोन राशि होम प्रॉपर्टी वैल्यू की 75% से 90% तक होती है। Paisabazaar की वेबसाइट पर, आप टॉप बैंकों और HFC द्वारा दी जाने वाली होम लोन की ब्याज दरों और अन्य सुविधाओं की तुलना कर सकते हैं, और अपने लिए सबसे बेहतर होम लोन चुन सकते हैं। पैसाबाज़ार पर लोन के लिए अप्लाई करने की पूरी प्रक्रिया डिजिटल है और आप घर बैठे लोन ले सकते हैं।
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होम लोन की विशेषताएं | |
ब्याज दर | 8.35% प्रति वर्ष से शुरू |
लोन राशि | आवेदन के आधार पर अलग-अलग राशि |
एलटीवी रेश्यो | प्रॉपर्टी वैल्यू का 90% तक |
लोन अवधि | 30 वर्ष तक, कुछ लोन संस्थान अवधि 40 वर्ष तक बढ़ा सकते हैं |
प्रोसेसिंग फीस | लोन राशि का 1% से 2% |
इस पेज पर पढ़ें :
भारत में टॉप बैंक/ हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों (HFCs) द्वारा ऑफर की जाने वाली होम लोन ब्याज दरें
बैंक/ लोन संस्थान | ब्याज दरें (प्रति वर्ष) | |
एसबीआई | 8.50% – 9.85% | अप्लाई करें |
एचडीएफसी बैंक | 8.75% से शुरू | अप्लाई करें |
ICICI बैंक | 8.75% से शुरू | अप्लाई करें |
बैंक ऑफ बड़ौदा | 8.40% – 10.90% | अप्लाई करें |
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया | 8.30% – 10.90% | अप्लाई करें |
एक्सिस बैंक | 8.75% – 13.30% | अप्लाई करें |
कोटक महिंद्रा बैंक | 8.75% से शुरू | अप्लाई करें |
एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस | 8.50%- 11.25% | अप्लाई करें |
फेडरल बैंक | 8.80% से शुरू | अप्लाई करें |
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक | 8.85% से शुरू | अप्लाई करें |
पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस | 8.50% – 14.50% | अप्लाई करें |
टाटा कैपिटल | 8.75% से शुरू | अप्लाई करें |
L&T हाउसिंग फाइनेंस | 8.65% से शुरू | अप्लाई करें |
पंजाब नैशनल बैंक | 8.40% – 10.25% | अप्लाई करें |
स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक | 8.95% से शुरू | अप्लाई करें |
गोदरेज हाउसिंग फ़ाइनेंस | 8.55% से शुरू | अप्लाई करें |
*ब्याज दरें 18 दिसंबर 2024 को अपडेट की गई हैं।
अन्य बैंक/ एचएफसी द्वारा प्रदान की जाने वाली ब्याज दरें
बैंक/ लोन संस्थान | ब्याज दरें (प्रति वर्ष) |
केनरा बैंक | 8.40% – 11.25% |
बैंक ऑफ इंडिया | 8.35% – 11.10% |
इंडियन ओवरसीज़ बैंक | 8.40% – 10.60% |
बैंक ऑफ महाराष्ट्र | 8.35% – 11.15% |
यूको बैंक | 8.45% – 10.30% |
बंधन बैंक | 9.16% – 15.00% |
पंजाब एंड सिंध बैंक | 8.50% – 10.00% |
साउथ इंडियन बैंक | 8.70% – 11.70% |
आरबीएल बैंक | 8.90% से शुरू |
कर्नाटक बैंक | 8.75% – 10.87% |
सम्मान कैपिटल लिमिटेड (पहले इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस के नाम से जाना जाता था) |
8.75% से शुरू |
करूर वैश्य बैंक | 9.00% – 11.05% |
धनलक्ष्मी बैंक | 9.35% – 10.50% |
तमिलनाड मर्केंटाइल बैंक | 8.60% – 9.95% |
रेप्को होम फाइनेंस | 9.60% से शुरू |
GIC हाउसिंग फाइनेंस | 8.80% से शुरू |
आदित्य बिरला कैपिटल | 8.60% से शुरू |
ICICI होम फाइनेंस | 9.30% से शुरू |
गोदरेज हाउसिंग फाइनेंस | 8.55% से शुरू |
HSBC | 8.50% से शुरू |
नोट: टेबल में दी गई होम लोन ब्याज दरें 18 दिसंबर 2024 में अपडेट की गई हैं।
Home Loan: फीस और शुल्क
फीस प्रकार | फीस/शुल्क |
प्रोसेसिंग फीस | लोन राशि की 1% – 2% |
फोरक्लोज़र/प्रीपेमेंट फीस | फ्लोटिंग रेट के लिए: शून्य |
फिक्स्ड रेट के लिए: बकाया मूल राशि पर लगभग 2% – 4% | |
ईएमआई पर बकाया फीस | उस EMI की 2% प्रति माह जिसका भुगतान नहीं किया गया है |
ईएमआई बाउंस चार्ज | लगभग ₹400 |
लीगल फीस | एक्चुअल्स के मुतबिक |
होम लोन EMI कैलकुलेटर
होम लोन की ईएमआई को तुरंत कैलकुलेट करने के लिए पैसाबाज़ार के होम लोन ईएमआई कैलकुलेटर का उपयोग करें। ऑनलाइन लोन कैलकुलेटर मूल राशि, ब्याज दर और अवधि के आधार पर आपको बताता है की आपको कितनी EMI देनी होगी। लोन कैलकुलेटर आपको ये भी बताता है की आप पूरी भुगतान अवधि के दौरान ब्याज कितना देंगे। लोन लेने से पहले अगर आप उसकी ईएमआई जान लेते हैं, तो आपको पता चल जाएगा कि आपकी जेब पर कितना भार पड़ने वाला है।
Monthly EMI ₹ 15,622
Total Amount Payble ₹ 5,62,395(Principal + interest)
Principal Amount ₹ 5,00,000
Total Interest Payble ₹ 62,395
होम लोन के प्रकार
बैंक/ लोन संस्थान अलग- अलग उद्देश्यों के लिए होम लोन प्रदान करते हैं। इसलिए किसी भी प्रकार के होम लोन के लिए आवेदन करने से पहले, ये पता लगाए कि आपको अपनी किस ज़रूरत के लिए लोन चाहिए। उपलब्ध होम लोन के कुछ प्रकार निम्नलिखित हैं:
- होम परचेज लोन: यह रेडी-टू-मूव-इन प्रॉपर्टी, अंडर-कंस्ट्रक्शन प्रॉपर्टी और प्री-ओन्ड होम/रीसेल प्रॉपर्टी खरीदने के लिए लिया जाने वाला सबसे आम होम लोन है। आरबीआई के दिशानिर्देशों के मुताबिक, बैंक/ लोन संस्थान प्रॉपर्टी वैल्यू के 75-90% जितनी होम लोन राशि ऑफर कर सकते हैं।
- कंपोज़िट लोन: यह उन व्यक्तियों के लिए उपयुक्त है जो या तो निवेश के लिए या फिर घर बनाने के लिए प्लॉट खरीदना चाहते हैं। इस प्रकार के होम लोन में, प्लॉट खरीदने के लिए लोन राशि की पहली किस्त ट्रांसफर की जाती है। फिर जैसे-जैसे घर बनकर तैयार होता रहता है, वैसे-वैसे लोन की राशि आपको मिलती रहती है।
- होम कंस्ट्र्क्शन लोन: इस प्रकार का होम लोन उन व्यक्तियों के लिए है जिन्हें घर बनवाने के लिए पैसे चाहिए होते हैं। यह लोन तभी दिया जाता है जब आपके पास पहले से ही ज़मीन होती है और उस पर घर बनाना चाहते हैं। कंपोज़िट लोन की तरह इसके तहत भी घर निर्माण के चरणों के मुताबिक होम लोन राशि ट्रांसफर की जाती है।
- होम रेनोवेशन/ इंप्रूवमेंट लोन: मौज़ूदा घर के रेनोवेशन और मरम्मत संबंधी खर्चों को पूरा करने के लिए ये लोन लिया जा सकता है। इस लोन की ब्याज दर रेगुलर होम लोन के समान ही होती है। हालांकि, इसकी लोन अवधि रेगुलर होम लोन की तुलना में कम होती है।
- होम एक्सटेंशन लोन: यह उन लोगों के लिए है जिन्हें अपने घर में अतिरिक्त जगह जोड़ने के लिए पैसों की ज़रूरत होती है। इस प्रकार के लोन के तहत, बैंक/ लोन संस्थान आमतौर पर लोन राशि और एलटीवी रेश्यो के आधार पर, जितनी राशि में घर का निर्माण कार्य पूरा होगा, उसका 75-90% उधार देते हैं।
- ब्रिज लोन: यह होम लोन कम अवधि के लिए प्रदान किया जाता है। यह उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो मौज़ूदा घर को बेचना चाहते हैं और उससे प्राप्त राशि से नया घर खरीदना चाहते हैं। बेचने और खरीदने के बीच राशि में जो अंतर होता है उसके लिए आप ब्रिज लोन ले सकते हैं।
- इंटरेस्ट सेवर लोन: यह होम लोन ओवरड्राफ्ट सुविधा के समान है। इसमें उधारकर्ता का होम लोन अकाउंट उसके बैंक अकाउंट से जुड़ा होता है। बैंक अकाउंट में ईएमआई राशि से अधिक जमा की गई किसी भी राशि का उपयोग लोन की प्रीपेमेंट के रूप में किया जाता है। इस प्रकार, ब्याज राशि पर भी बचत होती है।
- स्टेप अप लोन: इसके तहत उधारकर्ता लोन अवधि के शुरुआती सालों में कम ईएमआई का भुगतान करते हैं। हालांकि, समय के साथ ईएमआई राशि बढ़ती जाती है। यह उन युवा प्रोफेशनल के लिए लोन को किफायती बनाता है जिन्होंने हाल ही में अपना करियर शुरू किया है।
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होम लोन की योग्यता शर्तें
होम लोन की योग्यता शर्तें बैंक/ लोन संस्थान और लोन योजनाओं के मुताबिक अलग- अलग होती हैं। हालांकि, कुछ सामान्य होम लोन योग्यता शर्तें निम्नलिखित हैं:
- राष्ट्रीयता: आवेदक भारतीय निवासी, अनिवासी भारतीय (NRI) और भारतीय मूल का व्यक्ति (PIO) होना चाहिए
- क्रेडिट स्कोर: 750 या उससे अधिक
- न्यूनतम आयु: 18 वर्ष, कुछ बैंक न्यूनतम आयु 21 वर्ष तय करते हैं
- अधिकतम आयु: आमतौर पर लोन मैच्योरिटी के समय 70 वर्ष, कुछ बैंक अवधि को 75 वर्ष तक बढ़ा देते हैं।
- कार्य अनुभव: कम से कम 2 वर्ष (नौकरीपेशा के लिए)
- बिज़नेस कितना पुराना है: कम से कम 3 वर्ष (गैर- नौकरीपेशा के लिए)
- न्यूनतम सैलरी: कम से कम 25,000 रुपये प्रति माह (ये हर बैंक/ लोन संस्थानों में अलग- अलग होती है)
- लोन राशि: प्रॉपर्टी वैल्यू की 90% तक
इनके अलावा, होम लोन की योग्यता शर्तें इस पर भी निर्भर करती हैं कि आप किस प्रकार की प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं और कहां खरीद रहे हैं।
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होम लोन के लिए ज़रूरी दस्तावेज़
- पहचान प्रमाण: पैन कार्ड, पासपोर्ट, आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस (किसी एक की फोटोकॉपी)
- आयु प्रमाण: आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट, जन्म प्रमाण पत्र, 10 वीं कक्षा की मार्कशीट, बैंक पासबुक और ड्राइविंग लाइसेंस (किसी एक की कॉपी)
- निवास प्रमाण: बैंक पासबुक, वोटर आईडी, राशन कार्ड, पासपोर्ट, यूटिलिटी बिल (टेलीफोन बिल, बिजली बिल, पानी का बिल, गैस बिल) और LIC पॉलिसी रिसीट (किसी एक की कॉपी)
- आय प्रमाण
- नौकरीपेशा के लिए: फॉर्म 16 की कॉपी, हाल ही की सैलरी स्लिप, पिछले 3 वर्षों के आईटी रिटर्न (ITR) और इंवेस्टमेंट प्रूफ (यदि कोई हो)
- गैर- नौकरीपेशा के लिए: पिछले 3 वर्षों का इनकम टैक्स रिटर्न, बैलेंस शीट और कंपनी/ फर्म के प्रॉफिट एंड लॉस अकाउंट स्टेटमेंट, बिज़नेस लाइसेंस की जानकारी और बिज़नेस के पते का प्रमाण
- प्रॉपर्टी से संबंधित दस्तावेज़: सोसायटी / बिल्डर से NOC, घर के निर्माण में होने वाले खर्च का अनुमान, रजिस्टर्ड सेल एग्रीमेंट, अलॉटमेंट लैटर और बिल्डिंग प्लान की मंज़ूरी की कॉपी
नोट: ऊपर दी गई लिस्ट के आलावा बैंक/ लोन संस्थान अतिरिक्त दस्तावेज़ भी मांग सकते है।
होम लोन के टैक्स लाभ
भारत सरकार, होम लोन लेने पर इनकम टैक्स एक्ट, 1961 के तहत टैक्स बेनिफिट (Tax Benefits of Home Loan) प्रदान करती है। होम लोन पर मिलने वाले टैक्स बेनिफिट से आप हर साल अच्छी-खासी बचत कर सकते हैं। नीचे उन टैक्स लाभों की जानकारी दी गई है, जो आपको होम लोन EMI के भुगतान पर मिल सकते हैं:
इनकम टैक्स एक्ट सेक्शन | किस पर होम लोन टैक्स लाभ मिलता है | अधिकतम टैक्स छूट राशि |
सेक्शन 24(b) | ब्याज भरने पर | ₹2 लाख |
सेक्शन 80C | मूल लोन राशि पर (स्टाम्प ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन फीस भी) | ₹1.5 लाख |
यह भी पढ़ें: भारत में होम लोन की प्रक्रिया
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होम लोन कैसे लें?
आप 3 आसान स्टेप्स को फॉलो करके पैसाबाज़ार के ज़रिये होम लोन के लिए अप्लाई कर सकते है:
- स्टेप: 1 अपनी डिटेल्स शेयर करें: अपनी पर्सनल डिटेल्स के साथ-साथ आपको लोन आवश्यकताओं से संबंधित डिटेल्स दर्ज करनी होगी।
- स्टेप: 2 ऑफर देखें: शेयर किए गए डिटेल्स के अनुसार आपको होम लोन ऑफर लिस्ट दिखाई देगी। एलिजिबल हाउसिंग लोन ऑफर्स की ब्याज दर, लोन राशि, अवधि, प्रोसेसिंग फीस आदि की तुलना करें।
- स्टेप: 3 आवेदन जमा करें: अंत में उस होम लोन ऑफर के लिए आवेदन करें जो आपकी लोन आवश्यकताओं को पूरा करता हो।
लोन के लिए सफलतापूर्वक आवेदन करने के बाद आपको होम लोन आवेदक की पुष्टि के साथ एक रेफरेंस नंबर दिया जाएगा। इसके बाद, हमारे लोन एक्सपर्ट इस आवेदन को आगे बढ़ाने के लिए 24 घंटे के भीतर संपर्क करेंगे।
महिलाओं के लिए होम लोन
महिलाओं के पास अपना घर हो, इसके लिए कुछ बैंक/ लोन संस्थान महिलाओं को होम लोन पर 0.05% जितनी कम ब्याज दर प्रदान करते हैं। इसलिए, जो भी कस्टमर होम लोन लेने की सोच रहें है उन्हें अपनी पत्नी को प्राथमिक आवेदक बनाकर जॉइंट होम लोन लेने कि सलाह दी जाती है। ऐसा करने पर आपको कुछ बेनिफिट्स मिलते है जिनमे होम लोन की ब्याज में रियायत, टैक्स बेनिफिट और लोन अप्रूव्ल की बेहतर संभावनाएं शामिल हैं।
होम लोन लेने की प्रक्रिया क्या है?
होम लोन प्राप्त करने की प्रक्रिया में कई स्टेप्स शामिल हैं, जिनके बारे में नीचे बताया गया है:
- एप्लीकेशन और डॉक्यूमेंटेशन
होम लोन प्रोसेस एप्लीकेशन फॉर्म भरने, केवाईसी दस्तावेज़, आय का प्रमाण और संपत्ति से संबंधित दस्तावेज़ जमा करने से शुरू होता है। सह-आवेदक (यदि कोई हो) को भी आवेदन पत्र पर हस्ताक्षर करना होगा और वही दस्तावेज़ जमा करने होंगे जो मुख्य आवेदक ने जमा किये हैं।
नोट: होम लोन के लिए जमा किये जाने वाले दस्तावेज़ों की पूरी लिस्ट यहां जाने।
बैंकिंग सेवाओं के डिजिटलीकरण के साथ, कई बैंकों और एचएफसी होम लोन के लिए ऑनलाइन आवेदन की सुविधा प्रदान करते है। इस तरह की ऑनलाइन आवेदन प्रक्रियाओं ने आवेदक को ‘इंस्टेंट’ ‘प्री-अप्रूव्ड’ होम लोन देने और लोन प्रक्रिया को तेज़ और अधिक सुविधाजनक बनाने में भी मदद की है।
- क्रेडिट इवैल्यूएशन
आवश्यक दस्तावेज़ों और आवेदन पत्र जमा करने के बाद, बैंक/HFCs क्रेडिट मूल्यांकन की प्रक्रिया शुरू करते है। जिसम आवेदक की आय, नौकरी, क्रेडिट स्कोर, मौजूदा लोन या कोई EMI, नियोक्ता की प्रोफाइल, व्यवसाय (यदि स्व रोजगार है) आदि के आधार पर आवेदक की होम लोन योग्यता को निर्धारित किया जाता है। इसके साथ ही बैंक HFCs आपके द्वारा होम लोन आवेदन में दी गई जानकारी को चेक करने के लिए, बैंक/HFCs ऐजेंट आपके घर भी आ सकते हैं या आप जहां नौकरी करते हैं उस कंपनी/ संगठन से संपर्क कर सकते हैं।
- प्रॉपर्टी वेरिफिकेशन
होम लोन देने से पहले बैंक प्रॉपर्टी से जुड़ी चीजों को चेक करते है। जिसमे आपको टाइटल एग्रीमेंट की मूल कॉपी, NOC, एन्कम्ब्रन्स सर्टिफिकेट और अन्य दस्तावेज़ जमा करने होंगे जो आपसे लोन संस्थान ने मांगे हैं। यह भी चेक किया जाएगा कि जिस प्रॉपर्टी के लिए लोन आवेदन किया है वह संपत्ति आपकी है या नहीं, प्रॉपर्टी डॉक्यूमेंट ठीक है या नहीं। इसके अलावा बैंक प्रॉपर्टी की वर्तमान और रिसेल वैल्यू के साथ बिल्डिंग की उम्र, मौजूदा हालत और निर्माण क्वालिटी को भी चेक करते है। प्रॉपर्टी पर कानूनी जांच भी की जाएगी यह सुनिश्चित करने के लिए कि इसपर कोई विवाद नहीं है।
- होम लोन सेंक्शन लेटर
वेरिफिकेशन प्रक्रिया पूरी होने के बाद बैंक आपको एक सेंक्शन लेटर देता है। जिसमे आपके होम लोन आवेदन को मंजूरी दी जाती है। इसके साथ ही सेंक्शन लेटर में ज़रूरी डिटेल्स भी होती हैं, जैसे:
- लोन राशि
- होम लोन ब्याज दर
- इंटरेस्ट रेट फिक्स्ड है या फ्लोटिंग
- लोन रिपेमेंट अवधि
- लोन रिपेमेंट से जुड़े नियम व शर्तें क्या हैं, आदि।
सेंक्शन लेटर पर सिग्नेचर करने के बाद आवेदक को वन-टाइम सिक्योर पेमेंट फीस का भुगतान करना होता है। हालांकि बैंक आपको होम लोन मंजूरी से पहले या बाद में भी सिक्योर पेमेंट फीस का भुगतान करने को कह सकता है।
- होम लोन डिस्बर्सल
ऊपर बताए गए सभी चरणों को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद बैंक होम लोन आवेदन की मंजूरी देते है और आवेदक को एक फाइनल एग्रीमेंट लेटर दिया जाता है। यदि आप बने बनाएं घर या फ्लैट को खरीदते है तो बैंक एकमुश्त लोन राशि प्रदान करता है। जबकि घर बनने के मामले में बैंक निर्माण कार्य के हिसाब से लोन राशि देते है।
ध्यान दें: ऊपर बताए गए होम लोन प्रोसेस एक बैंक से दूसरे बैंक में अलग हो सकता है।
कम ब्याज दरों पर होम लोन कैसे मिलेगा?
750 या उससे अधिक क्रेडिट स्कोर बनाए रखें
जिन आवेदकों का क्रेडिट स्कोर 750 या उससे अधिक होता है, उन्हें बैंक लोन देने में दिलचस्पी दिखाते है। अधिक क्रेडिट स्कोर वाले आवेदकों को कम इंटरेस्ट रेट पर लोन मिलने की संभावनाएं भी बढ़ जाती है। वहीं अगर बात करें कम क्रेडिट स्कोर वाले आवेदकों की तो उनके लोन स्वीकार होने की संभावना कम होती है और अगर लोन मिल भी जाए तो उसकी ब्याज दरें अधिक होती है।
अपने मौजूदा बैंकों और HFCs से संपर्क करें
कई बैंक/HFCs अपने मौजूदा ग्राहकों को उनकी क्रेडिट प्रोफाइल के हिसाब से कई सारे लाभ प्रदान करते है जिनमे प्री-अप्रूव्ड लोन और कम ब्याज दरों पर होम लोन आदि शामिल है। इसलिए, होम लोन के लिए अप्लाई करने से पहले उन बैंकों/हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों द्वारा दी जाने वाली होम लोन ब्याज दरों को ज़रूर चेक करें जिनमे पहले से आपका लोन, डिपॉजिट या क्रेडिट कार्ड अकाउंट है।
बैंकों और HFCs द्वारा दी जाने वाली होम लोन ब्याज दरों की तुलना करें
आप अपने मौजूदा बैंकों और एचएफसी के होम लोन ऑफर चेक करने के अलावा अन्य बैंकों/एचएफसी द्वारा दी जाने वाली होम लोन ब्याज दरों की भी तुलना करें। ऐसा इसलिए क्योंकि बैंक अलग-अलग ग्राहकों को अलग-अलग ब्याज दरों पर होम लोन ऑफर करते हैं। यह आवेदकों के क्रेडिट स्कोर, मासिक आय और नियोक्ता/ कंपनी की प्रोफाइल जैसे कई कारकों पर निर्भर करता है।
कम समय में कई सारे लोन अप्लाई करने से बचें
कम समय में कई लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करने से बचें, इससे आपका क्रेडिट स्कोर प्रभावित हो सकता है और आपको होम लोन या पर्सनल लोन मिलने की संभावना भी कम हो सकती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि जब भी आप लोन के लिए आवेदन करते हैं, तब बैंक/ HFCs आपकी क्रेडिट योग्यता का मूल्यांकन करने के लिए क्रेडिट ब्यूरो से आपकी क्रेडिट रिपोर्ट मांगते हैं। इस पूरी प्रक्रिया को हार्ड-इन्क्वायरी कहा जाता है। हार्ड-इन्क्वायरी की वजह से आपका क्रेडिट स्कोर कुछ पॉइंट से कम हो सकता है। इसलिए, बैंक/ HFCs में सीधे लोन के लिए आवेदन करने के बजाय, Paisabazaar जैसी ऑनलाइन फाइनेंशियल मार्केटप्लेस का उपयोग करें। जहां आप कई लोन ऑफर की आपस में तुलना और लोन के लिए अप्लाई भी कर सकते हैं।
ब्याज लागत को कम करने के लिए होम लोन बैलेंस ट्रांसफर करें
बैलेंस ट्रांसफर सुविधा के तहत ग्राहक अपने मौजूदा होम लोन की बकाया राशि को कम ब्याज दरों, बेहतर शर्तों और नियमों पर किसी अन्य बैंकों या HFCs में ट्रांसफर कर सकते हैं। कम ब्याज दर होने की वजह से ब्याज लागत में भी कमी आती है यानी कि आपको कम ब्याज राशि का भुगतान करना पड़ता है। क्योंकि हर बैंक की इंटरनल क्रेडिट असेसमेंट पॉलिसी अलग होती है, इसलिए एक आवेदक को बैलेंस ट्रांसफर पर दी जाने वाली ब्याज दरें भी एक बैंक से दूसरे बैंक में अलग हो सकती है। इसलिए अपना होम लोन ट्रांसफर करने से पहले विभिन्न बैंकों और HFCs की बैलेंस ट्रांसफर ब्याज दरों की तुलना ऑनलाइन फाइनेंशियल मार्केटप्लेस पर ज़रूर कर लें।
संबंधित प्रश्न (FAQs)
प्रश्न. होम लोन लेने के लिए कौन-सा बैंक बेस्ट है?
उत्तर: अधिकांश आवेदकों के लिए, बेस्ट होम लोन ब्याज दर ऑफर करने वाला बैंक/ लोन संस्थान वह होता है जो सबसे कम ब्याज दर प्रदान करता है। हालांकि, बैंक/ लोन संस्थान अपने क्रेडिट रिस्क के मूल्यांकन के आधार पर अपने लोन आवेदकों के लिए होम लोन की ब्याज दरें निर्धारित करते हैं। जैसा कि बैंक/ लोन संस्थानों द्वारा क्रेडिट रिस्क के मूल्यांकन करने की प्रक्रिया अलग- अलग हो सकती है, होम लोन आवेदकों को उनकी क्रेडिट प्रोफाइल पर उपलब्ध बेस्ट होम लोन दरों पर लोन प्राप्त करने के लिए अधिक से अधिक बैंक/ लोन संस्थानों द्वारा प्रदान किए जाने वाले होम लोन की तुलना करनी चाहिए।
प्रश्न. क्या मुझे प्रॉपर्टी के कुल मूल्य के बराबर होम लोन (Home Loan) मिल सकता है?
उत्तर: नहीं। होम लोन देते समय बैंक/ लोन संस्थान आमतौर पर 20% का मार्जिन रखते हैं। इसका मतलब यह है कि बैंक/ लोन संस्थान खरीदी जा रही प्रॉपर्टी की कीमत के 80% तक होम लोन देते हैं। बाकी की 20% राशि का इंतज़ाम आपको खुद करना होता है। कुछ मामलों में बैंक, प्रॉपर्टी के मूल्य का 90% तक लोन देने के लिए तैयार हो जाते हैं लेकिन ये कई कारकों पर निर्भर करता है जैसे, आवेदक की भुगतान क्षमता, उम्र, क्रेडिट स्कोर, प्रॉपर्टी संबंधित जानकारी (प्रॉपर्टी किस जगह पर है, कितनी पुरानी है, और मार्केट वैल्यू कितनी है)।
प्रश्न. बैंक/ लोन संस्थान ये कैसे चेक कर सकते हैं कि होम लोन आवेदक कितनी ईएमआई दे सकता है?
उत्तर: बैंक/ लोन संस्थान अपनी लोन एप्लीकेशन और लोन राशि की योग्यता का मूल्यांकन करते समय होम लोन आवेदकों की भुगतान क्षमता पर विचार करते हैं। होम लोन ऑफर करने वाले बैंक/ लोन संस्थान आमतौर पर उन आवेदकों को लोन प्रदान करना पसंद करते हैं जिनकी कुल ईएमआई (जिसमें वर्तमान मे चल रहे लोन और लिए जाने वाले लोन की ईएमआई शामिल है), उनकी मासिक आय के 50-60% तक होती है। इसलिए, होम लोन आवेदक अपनी भुगतान क्षमता के आधार पर होम लोन की अधिकतम राशि और अवधि का पता लगाने के लिए ऑनलाइन होम लोन ईएमआई कैलकुलेटर का उपयोग कर सकते हैं।
प्रश्न: होम लोन प्राप्त करने की योग्यता शर्तें क्या है?
होम लोन प्राप्त करने के लिए बैंक और HFCs कुछ योग्यता शर्तों को निर्धारित करते है। हालांकि यहां योग्यता शर्तें होम लोन योजनाओं के अनुसार अलग-अलग होती है। जैसे:
- क्रेडिट स्कोर: 750 या उससे अधिक होना चाहिए।
- न्यूनतम आयु: 18 साल-21 साल
- अधिकतम आयु: लोन मैच्योरिटी के समय 70 साल -75 साल
- कार्य अनुभव: कम से कम 2 वर्ष (नौकरीपेशा के लिए)
- बिजनेस कितना पुराना है: कम से कम 3 वर्ष (गैर- नौकरीपेशा के लिए)
- न्यूनतम सैलरी: कम से कम 25,000 रुपये प्रति माह (ये हर बैंक/ लोन संस्थानों में अलग- अलग होती है)
इसके अलावा, होम लोन की योग्यता शर्तें इस पर भी निर्भर करती हैं कि आप किस प्रकार की प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं और कहां खरीद रहे हैं।
प्रश्न. होम लोन लेने के लिए कितना सिबिल स्कोर होना चाहिए?
उत्तर: बैंक व लोन संस्थान 750 या ज़्यादा सिबिल स्कोर वाले आवेदकों को होम लोन देना पसंद करते हैं। अधिक सिबिल स्कोर होने से आपको कम ब्याज दरों पर होम लोन मिल सकता है। हालांकि कई बैंक/ लोन संस्थान 750 से कम सिबिल स्कोर वालों को भी लोन प्रदान करते हैं, लेकिन अधिक ब्याज दरों पर। वे आवेदक जिनका क्रेडिट स्कोर कम है यै फिर है ही नहीं, पैसाबाज़ार स्टेप-अप क्रेडिट कार्ड जैसे सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड की मदद से अपने क्रेडिट स्कोर को बना सकते हैं या सुधार कर सकते हैं।
प्रश्न. मेरे होम लोन में सह- आवेदक कौन बन सकता है? क्या मेरा दोस्त मेरे साथ सह- आवेदक बन सकता है?
उत्तर: आपके परिवार का कोई सदस्य जैसे पिता, मां, बहन- भाई, पति-पत्नी या बच्चे आदि आपके साथ होम लोन में सह- आवेदक बन सकते हैं। इनके अलावा, प्रॉपर्टी के सह-मालिक आपके साथ लोन में भी सह-आवेदक होने चाहिए।
प्रश्न. क्या होम लोन में प्री-पेमेंट फीस लागू होती है?
उत्तर: आरबीआई के नियमों के मुताबिक, बैंक फ्लोटिंग रेट पर दिए गए लोन पर प्री-पेमेंट फीस नहीं ले सकता है। हालांकि, अगर लोन फिक्स्ड रेट पर दिया गया है तो प्री-पेमेंट फीस लागू हो सकती है।
प्रश्न. होम लोन बैलेंस ट्रांसफर (Home Loan Balance Transfer) क्या है?
उत्तर: होम लोन बैलेंस ट्रांसफर (Home Loan Balance Transfer) से आप अपने मौज़ूदा होम लोन को कम ब्याज दर और बेहतर लोन शर्तों पर किसी अन्य बैंक में ट्रांसफर कर सकते हैं। इस सुविधा का उपयोग खासकर उन लोगों को करना चाहिए जिन्होंने पहले अधिक ब्याज दरों पर होम लोन लिया था लेकिन अब उनकी क्रेडिट प्रोफाइल में सुधार होने और मार्केट में ब्याज दर कम होने से वे कम ब्याज दरों पर लोन प्राप्त कर सकते हैं। होम लोन बैलेंस ट्रांसफर की सुविधा का लाभ उठाने से पहले, कॉस्ट-बेनिफिट का विश्लेषण करें यानी कि ये पता कर लें कि बैलेंस ट्रांसफर में लगने वाली फीस की लागत ब्याज पर हो रही बचत से तो ज़्यादा नहीं है। दो बैंक/ लोन संस्थानों द्वारा दी जाने वाली ब्याज दरों, बकाया लोन राशि और बकाया अवधि के बीच के अंतर को कैलकुलेट करें।
अगर बकाया लोन राशि कम है या लोन का भुगतान करने के लिए कुछ ही साल बाकी हैं या फिर ब्याज दर में अंतर आने से बचत बहुत कम हो रही है तो होम लोन बैलेंस ट्रांसफर का विकल्प न चुनने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा, प्रोसेसिंग फीस के बारे में पता करना न भूलें, जो कि नया बैंक/ लोन संस्थान बैलेंस ट्रांसफर के लिए चार्ज करेगा।
प्रश्न. क्या मैं एक ही समय में दो होम लोन ले सकता हूं?
उत्तर: हां, अगर वह बैंक/ लोन संस्थान जिससे आप दूसरा होम लोन लेना चाहते हैं, आपकी भुगतान क्षमता, क्रेडिट प्रोफाइल और गिरवी रखी गई प्रॉपर्टी संबंधी जानकारी से संतुष्ट है, तो आप दूसरी प्रॉपर्टी के लिए दूसरा होम लोन प्राप्त कर सकते हैं।
प्रश्न. होम लोन मंज़ूर होने में कितना समय लगता है?
उत्तर: आमतौर पर, बैंक/ लोन संस्थान होम लोन एप्लीकेशन को मंज़ूर करने में 1 से 2 सप्ताह का समय लेते हैं। हालांकि, यह बैंकों/एचएफसी की लोन मंज़ूरी की प्रक्रिया, आवेदक की क्रेडिट प्रोफाइल और खरीदी/निर्माण की जाने वाली प्रॉपर्टी की विशेषताओं के आधार पर अलग- अलग हो सकता है। हमारी सलाह है कि अपने बैंक/ लोन संस्थान की योग्यता शर्तों और दस्तावेज़ीकरण प्रक्रिया के बारे में जानकारी प्राप्त कर लें ताकि आप पहले से तैयार रहें, और लोन एप्लीकेशन की मंज़ूरी की प्रक्रिया में लगने वाला समय कम हो सके।
प्रश्न. फिक्स्ड रेट और फ्लोटिंग रेट होम लोन के बीच क्या अंतर होता है?
उत्तर: फिक्स्ड रेट लोन के तहत इंटरेस्ट रेट पूरी लोन अवधि में समान रहती है। इस वजह से अगर बैंक ब्याज दरों में बढ़ोतरी करता भी है तो फिक्स्ड रेट पर लिये गए लोन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। और अगर पूरी लोन अवधि के दौरान अगर मार्केट में ब्याज दरें कम होती हैं तो भी फिक्स्ड रेट समान ही रहेंगी और आपकी ईएमआई भी कम नही होगी।
वहीं फ्लोटिंग रेट लोन के मामले में ब्याज दरें बैंक/ लोन संस्थानों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली बेंचमार्क रेट में आए बदलाव के मुताबिक घटती-बढ़ती रहती हैं। फ्लोटिंग ब्याज दर वाले होम लोन आमतौर पर फिक्स्ड इंटरेस्ट रेट होम लोन से सस्ते होते हैं और आरबीआई फ्लोटिंग रेट होम लोन लेने वाले व्यक्तियों से कोई प्रीपेमेंट या फोरक्लोज़र फीस भी नहीं वसूलता है।
प्रश्न. क्या मैं अपनी होम लोन की बकाया राशि की प्रीपेमेंट कर सकती हूं?
उत्तर: हां, आप अपने बकाया होम लोन की प्रीपेमेंट कर सकती हैं। अगर आपने फ्लोटिंग रेट होम लोन लिया हुआ है, तो कोई प्रीपेमेंट फीस नहीं ली जाएगी। हालांकि, फिक्स्ड रेट होम लोन के मामले में, बैंक/ लोन संस्थान लोन राशि की 2% से 4% तक प्रीपेमेंट फीस ले सकते हैं।
प्रश्न. क्या मैं अपने होम लोन में टैक्स डिडक्शन का लाभ उठा सकता हूं?
उत्तर. हां, होम लोन की मूल राशि का भुगतान करने पर आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत टैक्स डिडक्शन का लाभ मिलता है। वहीं ब्याज का भुगतान करने पर इनकम टैक्स अधिनियम की धारा 24 (बी) के तहत टैक्स डिडक्शन का लाभ मिलता है।
प्रश्न. क्या मैं अपने होम लोन की अवधि के दौरान फिक्स्ड रेट से फ्लोटिंग रेट में स्विच कर सकता हूं?
उत्तर: हां, फिक्स्ड और फ्लोटिंग दोनों दरों पर होम लोन देने वाले अधिकांश बैंक/ लोन संस्थान अपने मौज़ूदा होम लोन उधारकर्ताओं को अपने फिक्स्ड रेट लोन को फ्लोटिंग रेट और फ्लोटिंग को फिक्स्ड रेट में लोन में बदलने की अनुमति देते हैं। इसके लिए आपको कन्वर्ज़न या स्विचिंग फीस का भुगतान करना पड़ सकता है।
प्रश्न. मैने वर्तमान में होम लोन ले रखा है, तो क्या मैं पर्सनल लोन प्राप्त कर सकता हूं?
उत्तर. हां, अगर आपका होम लोन चल रहा है तो भी आप पर्सनल लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं। हालाँकि, आपके पर्सनल लोन एप्लीकेशन को मंजूरी मिलने की संभावना इस बात पर निर्भर करेगी कि आप आवेदन किए गए पर्सनल लोन का भुगतान करने में सक्षम है या नहीं। बैंक/NBFC आमतौर पर उन आवेदकों को पर्सनल लोन देना पसंद करते हैं जिनकी आवेदन किए गए लोन की ईएमआई सहित कुल खर्च उनकी मासिक आय के 50% से 55% के भीतर है।
इसके अलावा, कस्टमर्स टॉप-अप होम लोन का लाभ उठा सकते हैं। टॉप-अप होम लोन पर दी जाने वाली ब्याज दरें आमतौर पर होम लोन की ब्याज दरों के समान या थोड़ी अधिक होती हैं, जो इसे पर्सनल लोन की तुलना में सस्ता विकल्प बनाती है।
इसके अलावा, पर्सनल लोन की अवधि आमतौर पर 7 साल तक होती है जबकि टॉप अप होम लोन की अवधि 15 साल तक हो सकती है, जो चल रहे होम लोन की अवधि पर निर्भर करती है। इस प्रकार, लंबी लोन अवधि और टॉप-अप होम लोन की कम ब्याज दरों की वजह से इसकी ईएमआई भी पर्सनल लोन की तुलना में कम होगी जो इसे उपयुक्त विकल्प बनाती है।
प्रश्न. कौन सा बैंक सबसे सस्ता होम लोन देता है?
उत्तर. होम लोन पर सबसे कम ब्याज दर प्रदान करने वाले बैंकों में बैंक ऑफ महाराष्ट्र, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और बैंक ऑफ इंडिया शामिल है जो 8.35% प्रति वर्ष से शुरू होने वाले ब्याज दर प्रदान करते हैं। पर आपको होम लोन किस ब्याज दर पर मिलेगा ये आपके एलटीवी रेश्यो, लोन राशि, आवेदक के क्रेडिट स्कोर, मासिक आय, जॉब प्रोफाइल और नियोक्ता की प्रोफाइल आदि जैसे कारकों पर निर्भर करता है।
प्रश्न. क्या होम लोन माफ किया जा सकता है?
उत्तर. होम लोन माफ नहीं होता। हालांकि जिसने होम लोन लिया है अगर उसकी मृत्यु हो जाती है तो ऐसे मामलों में सह आवेदक, लोन गारंटर या फिर कानूनी उत्तराधिकारी लोन की बकाया राशि का भुगतान करेंगे। वहीं दूसरी तरफ यदि आवेदक भविष्य में अपने परिवार पर कर्ज का बोझ नहीं डालना चाहते तो वह बैंक से लोन लेने के दौरान लोन बीमा लें सकते है। जिसके चलते बैंक बीमा कंपनियों में जमा प्रीमियम से लोन की राशि वसूलते हैं।
प्रश्न. होम लोन को जल्दी बंद कैसे करें?
उत्तर. आप प्रीपेमेंट का विकल्प चुनकर जल्द से जल्द अपना होम लोन कम कर सकते है। जब आप होम लोन प्रीपेमेंट का विकल्प चुनते हैं, तो आपके पास भुगतान अवधि या EMI कम करने का विकल्प होता है। ऐसी स्थिति में, भुगतान अवधि को कम करने का विकल्प चुनें। क्योंकि यदि आप अपने लोन टेन्योर को कम करते है तो इसमें आपको कम ब्याज का भुगतान करना पड़ेगा। पर यदि आप ईएमआई को कम करने का विकल्प चुनते है तो आपका लोन टेन्योर बढ़ेगा और साथ ही आपको लोन पर ज़्यादा ब्याज का भुगतान भी करना पड़ेगा। अपने होम लोन को जल्दी बंद करने का एक और तरीका है, होम लोन बैलेंस ट्रांसफर (HLBT)। इसमें आप अपनी बकाया लोन राशि को किसी दूसरे बैंक/ HFCs में ट्रांसफर कर सकते हैं जो होम लोन पर कम ब्याज दर ऑफर कर रहा है।
प्रश्न. होम लोन कहां से मिलेगा?
उत्तर. आवेदक सीधे बैंकों और एचएफसी से होम लोन ले सकते हैं। आजकल लोन देने वाली कंपनियां ऑनलाइन होम लोन आवेदन प्रक्रिया की सुविधा देती हैं, इसलिए आवेदक ऐसे बैंक/HFCs की आधिकारिक वेबसाइट, मोबाइल ऐप या इंटरनेट बैंकिंग प्लेटफार्म के ज़रिये आवेदन कर सकते हैं। वैकल्पिक रूप से, आवेदक पैसाबाज़ार जैसे ऑनलाइन फाइनेंशियल मार्केटप्लेस के ज़रिये भी होम लोन प्राप्त कर सकते हैं। इसका सबसे बड़ा लाभ यह है कि आवेदक अपनी क्रेडिट प्रोफाइल के आधार पर, एक ही जगह पर कई बैंक और HFCs की जानकारी प्राप्त कर सकता है जैसे ब्याज दर, लोन राशि आदि।