महिलाओं को होम लोन पर मिलने वाले लाभ
जैसे- जैसे भारत में ज्यादा से ज्यादा महिलाऐं नौकरी कर रही है, वैसे- वैसे घर के आर्थिक फैसले लेने में भी उनकी भागीदारी भी बढ़ रही है। महिलाओं के पास अपना घर हो, इसके लिए बैंक/ लोन संस्थान कम ब्याज दरों पर होम लोन दे रहे हैं, और अलग- अलग आवेदकों की ज़रूरत के मुताबिक अलग- अलग प्रकार की लोन योजनाऐं ऑफर कर रहे हैं। इसके अलावा, अगर आपके साथ कोई महिला सह-आवेदक के रूप में होम लोन के लिए अप्लाई करती है तो इससे आपको कम ब्याज दरों पर भी लोन मिल सकता है।
इस आर्टिकल में, हम उन लाभों के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे जो भारत में महिलाओं को होम लोन (Home Loan for Women) अप्लाई करते समय प्राप्त होते हैं।

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कम ब्याज दरें
महिलाओं के पास अपने लोन चुकाने का बेहतर ट्रैक रिकॉर्ड होने के कारण, बैंक महिलाओं को प्रॉपर्टी में निवेश करने और नए घर खरीदने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। कई बैंक/ लोन संस्थान होम लोन की ब्याज दरों पर 0.05% से 1% की रियायत भी देते हैं। हो सकता है कि ब्याज पर मिलने वाली छूट बहुत कम लगे, लेकिन होम लोन की अधिक राशि और लंबी भुगतान अवधि (आमतौर पर 30 साल तक) को देखते हुए, इससे आप कुल ब्याज लागत पर काफी बचत कर सकती हैं। इसके अलावा, कुल ब्याज भुगतान पर की गई बचत का या तो निवेश किया जा सकता है या अन्य आर्थिक ज़रूरतों को पूरा करने के लिए उपयोग किया जा सकता है।
होम लोन की ब्याज में मिलने वाली रियायत से महिलाओं कुल कितनी बचत कर सकती हैं, इसे दर्शाने के लिए उदाहरण:-
विवरण | महिला आवेदक | अन्य आवेदक |
लोन राशि | ₹80 लाख | ₹80 लाख |
होम लोन की ब्याज दरें | 8.40% | 8.45% |
ब्याज दर में अंतर | 0.05% | |
लोन अवधि | 20 साल | 20 साल |
मासिक किस्तें (EMI) | ₹68,920 | ₹69,173 |
कुल ब्याज राशि | ₹85,40,886 | ₹86,01,496 |
भुगतान की जाने वाली कुल राशि | ₹1,65,40,886 | ₹1,66,01,496 |
ब्याज लागत पर बचत | ₹60,610 |
ऊपर दिए गए उदाहरण के अनुसार, अन्य आवेदकों की तुलना में महिला होम लोन आवेदकों द्वारा 60,610 रु. की कुल राशि की बचत की गई। महिलाएं इस राशि का उपयोग अपनी व्यक्तिगत ज़रूरतों के पूरा करने के लिए कर सकती हैं या म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकती हैं।
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महिला आवेदकों को कम ब्याज दरों पर होम लोन ऑफर करने वाले बैंकों में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन बैंक, पंजाब एंड सिंध बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और बैंक ऑफ इंडिया शामिल हैं। चूंकि बैंकों/ लोन संस्थानों की क्रेडिट रिस्क के मूल्यांकन करने की अलग- अलग प्रक्रिया के कारण होम लोन आवेदकों को दी जाने वाली ब्याज दरें अलग- अलग हो सकती हैं। इसलिए अगर महिला होम लोन आवेदक बेस्ट होम लोन प्राप्त करना चाहती हैं तो उन्हें अधिक से अधिक बैंकों/ लोन संस्थानों द्वारा प्रदान किए जा रहे होम लोन ऑफ़र की तुलना करनी चाहिए।

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होम लोन टैक्स बेनिफिट
आपका जेंडर कोई भी हो, सरकार आयकर अधिनियम, 1961 के तहत होम लोन पर 3.5 लाख रुपये तक का टैक्स बेनिफिट प्रदान करती है। आयकर अधिनियम की धारा 80 C के तहत, महिलाएं होम लोन का भुगतान करने पर टैक्स में 1.5 लाख रुपये तक की छूट प्राप्त कर सकती हैं। आयकर अधिनियम की धारा 24 (b) के तहत, महिलाएं होम लोन के ब्याज का भुगतान करने पर टैक्स में 2 लाख रुपये तक की छूट प्राप्त कर सकती हैं। जब महिलाएं अपने जीवनसाथी या अन्य करीबी परिजनों के साथ जॉइंट होम लोन के लिए आवेदन करती हैं तो दोगुना टैक्स लाभ मिलते हैं। हालांकि, पति- पत्नी दोनों का प्रॉपर्टी पर मालिकाना हक होना चाहिए।
होम लोन प्राप्त करने के लिए ज़रूरी है कि लंबे समय तक की प्लानिंग पहले से ही कर ली जाए और ब्याज दरों, सुविधाओं और अन्य लाभों की तुलना कर लें। आप कितनी लोन राशि प्राप्त कर सकती हैं और होम लोन संबंधी योग्यता में सुधार करने के तरीके जानने के लिए होम लोन योग्यता को चेक करें। आप अपने होम लोन की ईएमआई और विभिन्न लोन राशि, ब्याज दरों और लोन अवधि के लिए भुगतान की जाने वाली कुल ब्याज लागत को कैलकुलेट करने के लिए पैसाबाज़ार के होम लोन ईएमआई कैलकुलेटर का भी उपयोग कर सकते हैं। ऐसा करने से आप पहले से ही अपने टैक्स को अच्छी तरह से मैनेज कर पायेंगे।
लोन अप्रूव्ल की बेहतर संभावनाएं
बैंक/NBFC होम लोन के लिए आवेदक की योग्यता निर्धारित करते समय सह-आवेदक की भुगतान क्षमता, आय, क्रेडिट स्कोर को ध्यान में रखते हैं। महिला सह-आवेदक भी लोन भुगतान के लिए समान रूप से उत्तरदायी होंगी, जिससे बैंक/NBFC के लिए लोन जोखिम कम हो जाएगा और इस तरह, प्राथमिक आवेदक के लिए भी होम लोन के अप्रूव होने की संभावना बढ़ जाएगी। इसलिए, जो लोग अपने कम क्रेडिट स्कोर, अपर्याप्त आय और/या भुगतान क्षमता के कारण होम लोन लेने में असमर्थ हैं, वे परिवार की एक नौकरीपेशा महिला सदस्य को सह-आवेदक के रूप में जोड़ने पर विचार कर सकते हैं। प्राथमिक आवेदक और महिला सह-आवेदक की संयुक्त आय और भुगतान क्षमता भी अधिक लोन राशि प्राप्त करने के लिए उनकी योग्यता में वृद्धि करेगी।
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महिलाओं के लिए होम लोन से जुड़े सवाल (FAQs)
प्रश्न: महिलाओं के लिए होम लोन योग्यता शर्तें क्या है?
उत्तर: महिलाओं को होम लोन प्राप्त करने की योग्यता शर्तें वही होती हैं जो पुरुषों के लिए हैं। बैंक होम लोन आवेदनों का मूल्यांकन उनके क्रेडिट स्कोर, आयु, आय, स्थान और प्रॉपर्टी समेत कई और कारकों के आधार पर करता है।
प्रश्न: क्या पति और पत्नी दोनों होम लोन पर मिलने वाले टैक्स बेनिफिट्स का दावा कर सकते हैं?
उत्तर: हां, पति और पत्नी दोनों गृह ऋण पर मिलने वाले टैक्स बेनिफिट्स का दावा कर सकते हैं, बशर्ते कि वे संबंधित प्रॉपर्टी के सह-मालिक हों और उन्होंने जॉइंट होम लोन लिया हो।
प्रश्न: महिलाओं के लिए होम लोन में सह-आवेदक कौन हो सकता है?
उत्तर: आमतौर पर, बैंक/HFCs केवल परिवार के करीबी सदस्यों और/या ब्लड रिलेशन वाले लोगों को ही सह-आवेदक के रूप में स्वीकार करते हैं। हालांकि, यहां एक बैंक से दूसरे बैंक में भिन्न हो सकती हैं। कुछ बैंक प्रॉपर्टी के जॉइंट मालिकों को भी सह-आवेदक बनने की अनुमति देते हैं। इस प्रकार, सह-आवेदकों को सह-आवेदक बनने के लिए निर्धारित पात्रता शर्तों के बारे में बैंक/ HFCs से पूछताछ करनी चाहिए।
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प्रश्न: महिलाओं के लिए होम लोन पर लागू प्रोसेसिंग फीस क्या है?
उत्तर: बैंक/HFCs लिंग के आधार पर होम लोन प्रोसेसिंग फीस और अन्य लोन शुल्क में अंतर नहीं करते हैं। इसलिए, महिलाओं के लिए होम लोन पर लागू प्रोसेसिंग फीस अन्य लोन आवेदकों के समान ही होगी। हालांकि, कई बैंक और HFC फ़ेस्टिव सीज़न या विशेष मौकों के दौरान अपने होम लोन प्रोसेसिंग फीस को माफ कर देते हैं या कम कर देते हैं।
प्रश्न: अगर होम लोन आवेदक महिला है तो क्या EMI कम है?
उत्तर: कई बैंक अपनी महिला गृह ऋण ग्राहक को 0.5% की ब्याज दर रियायत प्रदान करते हैं, जिससे महिला होम लोन आवेदकों के लिए ईएमआई कम हो जाती है।