डिस्क्लेमर: इंडियन बैंक पैसाबाज़ार का पार्टनर नहीं है और यह लेख सूचना के उद्देश्य से लिखी गई हैं। पैसाबाज़ार, बिज़नेस लोन लिए इंडियन बैंक से एफिलिएटेड, स्पॉन्सर्ड या किसी भी तरह से जुड़ा हुआ नहीं है। ना ही पैसाबाज़ार इंडियन बैंक बिज़नेस लोन से जुड़े कोई ऑफ़र या सेवाएँ प्रदान करता है। इंडियन बैंक बिज़नेस लोन की अधिक जानकारी के लिए सीधे बैंक को संपर्क करें।
इंडियन बैंक बिज़नेस लोन |
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ब्याज दर |
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लोन राशि | आवेदक की प्रोफाइल के मुताबिक |
अवधि | 15 साल तक |
प्रोसेसिंग फीस | 6% तक |
अपने बिज़नेस को बढ़ाने के लिए मिनटों में लोन प्राप्त करें अभी अप्लाई करें
इंडियन बैंक बिज़नेस लोन की ब्याज दरें
एमएसएमई लोन प्रोडक्ट (अकाउंट जिनके लिए इंटरनल RAM रेटिंग ज़रूरी नहीं है)
लोन राशि | ब्याज दर (प्रति वर्ष) |
₹2 लाख तक | 8.80% |
₹2 लाख- ₹10 लाख | 9.45% |
₹10 लाख- ₹50 लाख | 9.85% |
50 लाख रुपये से कम एमएसई लोन प्रोडक्ट के मामले में, ऊपर दी गई दर या प्रोडक्ट के मुताबिक दर, जो भी कम हो, लागू है | |
मुद्रा मैन्युफैक्चरिंग/ सर्विसेज/ ट्रेडर- ₹2 लाख तक | 8.80% |
मुद्रा मैन्युफैक्चरिंग/ सर्विसेज/ ट्रेडर- ₹2 लाख- ₹10 लाख | 9.45% |
MSME लोन प्रोडक्ट
प्रोडक्ट | ब्याज दर (प्रति वर्ष) |
आईएनडी एसएमई सिक्योर | 8.55%-14.05% |
आईबी डॉक्टर प्लस | 8.70%-13.05% |
आईबी माय ओन शॉप | 9.10%-13.55% |
आईबी कॉन्ट्रैक्टर्स | 8.55%-13.55% |
आईबी ट्रेड वेल स्कीम | 8.45%-14.55% |
आईएडी वाहन | 8.70% |
IND-एसएमई मॉर्गेज | 8.80%-9.85% |
आईबी माइक्रो |
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आईएनडी-एमएसएमई व्हीकल |
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आईएनडी-एसएमई ई- वाहन |
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आईएनडी-एसएमई ईज |
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आईएनडी सूर्य शक्ति |
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मीडियम एंटरप्राइजेज के लिए कॉर्पोरेट लोन- ₹5 करोड़ से अधिक लोन राशि | 9.60%-14.25% |
मीडियम एंटरप्राइजेज के लिए कॉर्पोरेट लोन- ₹5 करोड़ तक लोन राशि | 10.10%-14.55% |
कृषि लोन प्रोडक्ट
लोन प्रोडक्ट | ब्याज दर (प्रति वर्ष) |
फूड एंड एग्रो प्रोसेसिंग | 8.65%-13.75% |
आईबी स्टार एग्रो मिल्स |
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आईएडी कृषि इंफ्रा फंड |
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इंडियन बैंक बिज़नेस लोन- फीस व शुल्क
लोन प्रोडक्ट | प्रोसेसिंग फीस |
आईबी माइक्रो | 6% की एडवांस फीस |
आईएनडी एसएमई सिक्योर/ आईबी कॉन्ट्रैक्टर | वर्किंग कैपिटल के लिए:
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आईएनडी एसएमई मॉर्गेज | टर्म लोन के लिए: 0.70% की एडवांस फीस |
आईबी डॉक्टर प्लस |
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आईबी ट्रेडवेल | वर्किंग कैपिटल के लिए:
टेकओवर के मामले में:
वर्किंग कैपिटल लोन के लिए: ₹ 100 प्रति लाख टर्म लोन के लिए: 0.35% की एडवांस फीस |
आईएनडी-एमएसएमई व्हीकल | 50% की प्रोसेसिंग फीस, टर्म लोन के लिए लागू, LMV के मामले में अधिकतम ₹5000 & HMV के मामले में ₹10000 |
आईबी माय ओन शॉप | लोन राशि की 0.60% |
आईएनडी-एसएमई ईज |
₹10 लाख से अधिक: 0.20%
0.70% की एडवांस फीस |
आईएनडी-एसएमई ई-वाहन | लोन राशि की 0.59%, अधिकतम ₹5900 |
आईएनडी-सूर्य शक्ति | 0.70% की एडवांस फीस |
इंडियन बैंक बिजनेस लोन के प्रकार
एमएसएमई लोन प्रोडक्ट
आईबी ट्रेडवेल लोन
उद्देश्य: आईबी ट्रेडवेल को टर्म लोन के रूप में आवेदकों की वर्किंग कैपिटल संबंधी ज़रूरतों को पूरा करने और फिक्स्ड एसेट के अधिग्रहण, बिज़नेस के स्थान/ ऑफिस के मॉडर्नाइज़ेशन आदि के लिए ऑफर किया जाता है।
लोन राशि:
- न्यूनतम लोन राशि- 0.10 करोड़ रुपये
- अधिकतम लोन राशि-
- टर्म लोन: 5 करोड़ रुपये
- वर्किंग कैपिटल: सिक्योर्ड ओवरड्राफ्ट/ओपन कैश क्रेडिट/पैकिंग क्रेडिट: 2 करोड़ रुपये तक
- ओपन कैश क्रेडिट/पैकिंग क्रेडिट: 2 करोड़ रुपये से अधिक
मार्जिन:
- वर्किंग कैपिटल –
स्टॉक और बुक डेट- 15%
- टर्म लोन-
- खरीदे जाने वाले उपकरणों की लागत पर 25%
सिक्योर्ड ओवरड्राफ्ट:
- 0.50 करोड़ रुपये तक- अचल संपत्ति पर 33%
- हमारे बैंक डिपॉज़िट/एनएससी- 10%
- 0.50 करोड़ रुपये से अधिक और 2 करोड़ रुपये तक- अचल संपत्ति पर 40%
- हमारे बैंक डिपॉज़िट/ एनएससी- 25%
- सरकारी सिक्योरिटी- 20%
अवधि: 7 साल तक (6 महीने के हॉलिडे पीरियड को छोड़कर)
सिक्योरिटी:
- प्राइमरी सिक्योरिटी-
- सिक्योर्ड ओवरड्राफ्ट: प्रॉपर्टी का इक्विटेबल मॉर्गेज
- अन्य टैंजिबल सिक्योरिटी, जैसे- हमारे बैंक डिपॉज़िट/ एनएससी इत्यादि।
- ओपन कैश क्रेडिट: 3 महीने तक के बुक डेट और स्टॉक को गिरवी रखना
- टर्म लोन: मशीन/ बिल्डिंग – टर्म लोन से खरीदे गए एसेट का इक्विटेबल मॉर्गेज/ हाइपोथिकेशन
- नॉन-फंड बेस्ड फैसिलिटी के लिए: जो हिस्सा कैश मार्जिन के साथ कवर नहीं है, उसे इक्विटेबल मॉर्गेज प्रॉपर्टी/ लिक्विड सिक्योरिटी की रियलाइज़ेबल सेल वैल्यू के साथ कवर किया जाएगा।
- कोलैटरल सिक्योरिटी-
- सिक्योर्ड ओवरड्राफ्ट: मंज़ूर हुई लिमिट के बराबर स्टॉक और बुक डेट को गिरवी रखना
- अन्य: अचल संपत्ति (प्राइमरी और कोलैटरल) या लिक्विड सिक्योरिटी वैल्यू मंज़ूर हुई लिमिट की कम से कम 50% होनी चाहिए।
आईएनडी एसएमई सिक्योर्ड लोन
उद्देश्य: आईएनडी एसएमई सिक्योर सर्विस और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में काम करने वाली एमएसएमई इकाइयों को बिल्डिंग के निर्माण, फिक्स्ड एसेट खरीदने और उनकी वर्किंग कैपिटल संबंधी ज़रूरतों आदि को पूरा करने के लिए ऑफर किया जाता है।
लोन किस प्रकार का है:
- सिक्योर्ड ओवरड्राफ्ट/ओपन कैश क्रेडिट/पैकिंग क्रेडिट/बिल खरीद आदि के रूप में वर्किंग कैपिटल
- टर्म लोन
- नॉन फंड बेस्ड फैसिलिटी: लेटर ऑफ क्रेडिट/ बैंक गारंटी
लोन राशि:
- न्यूनतम लोन राशि: 10 लाख रुपये से अधिक
- अधिकतम लोन राशि: कोई सीमा नहीं
मार्जिन:
- स्टॉक और बुक डेट पर 25%
- पुरानी मशीनों के मामले में प्लांट और मशीनरी पर 25%
- बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन एस्टिमेट पर 30% (शर्तों के अधीन)
अवधि: 15 वर्ष तक
सिक्योरिटी:
- प्राइमरी सिक्योरिटी-
- सिक्योर्ड ओवरड्राफ्ट- अचल संपत्ति को गिरवी रखना
- ओपन कैश क्रेडिट- स्टॉक और बुक डेट को गिरवा रखना
- टर्म लोन- मशीन/ बिल्डिंग को गिरवी रखना/ टर्म लोन से खरीदे गए एसेट का मॉर्गेज
- लेटर ऑफ क्रेडिट/ बैंक गारंटी/आईबीएन/एफबीएन- बैंक द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों के अनुसार
- कोलैटरल सिक्योरिटी-
- सिक्योर्ड ओवरड्राफ्ट- स्टॉक और बुक डेट को गिरवी रखना
- अन्य- मॉर्गेज प्रॉपर्टी
आईबी माइक्रो लोन
उद्देश्य: IB माइक्रो लोन माइक्रो एंटरप्राइजेज (प्रायोरिटी सेक्टर में उन लोगों सहित) को आवेदकों की टर्म लोन और वर्किंग कैपिटल संबंधी ज़रूरतों (कंपोजिट लोन) को पूरा करने के लिए ऑफर किया जाता है।
लोन राशि: 20 लाख रुपये तक
अवधि: 6 महीने के हॉलिडे पीरियड के बाद 5 साल तक
लोन किस प्रकार का है: कंपोजिट लोन
सिक्योरिटी:
- लोन राशि से खरीदे गए एसेट
- CGTMSE (क्रेडिट गारंटी फंड ट्रस्ट फॉर माइक्रो एंड स्मॉल एंटरप्राइजेज़) कवर (ज़रूरी)
आईएनडी-एसएमई ई-वाहन लोन
उद्देश्य: IND-SME ई-वाहन MSMEs द्वारा उनकी बिज़नेस संबंधी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए 2/3/4 व्हीलर इलेक्ट्रिक वाहन (नए वाहन) खरीदने के लिए ऑफर किया जाता है
लोन किस प्रकार का है: फंड बेस्ड टर्म लोन
लोन राशि:
- अधिकतम- कोई सीमा नहीं
- प्रति उधारकर्ता एक से अधिक वाहन पर भी विचार किया जा सकता है
अवधि:
- 2/3 पहिया वाहनों के लिए – 4 साल तक (हॉलिडे पीरियड सहित कुल अवधि)
- 4 पहिया वाहनों के लिए – 5 वर्ष तक (हॉलिडे पीरियड सहित कुल अवधि)
मार्जिन: वाहन की 15% “ऑन रोड” कॉस्ट
सिक्योरिटी:
- प्राइमरी सिक्योरिटी- लोन राशि से खरीदे गए वाहन
- कोलैटरल सिक्योरिटी-
- अगर मैन्युफैक्चरिंग/ सर्विस यूनिट के लिए लोन राशि 2 करोड़ रु. तक है, तो माइक्रो और स्मॉल एंटरप्राइजेज CGTMSE (क्रेडिट गारंटी फंड ट्रस्ट फॉर माइक्रो एंड स्मॉल एंटरप्राइजेज) कवरेज के तहत कवर किए जाते हैं, और व्यापार में लगे बिज़नेस के लिए लोन राशि 1 करोड़ रु. तक होती है
- जो लोन राशि सीजीटीएमएसई कवरेज के तहत शामिल नहीं है, तो माइक्रो एंड स्मॉल एंटरप्राइजेज़ को अचल संपत्ति या लिक्विड सिक्योरिटी के रूप में 100% कोलैटरल सिक्योरिटी जमा करानी होती है।
- मीडियम एंटरप्राइजेज को मंज़ूर 25 लाख रुपये तक की लोन राशि के लिए कोई कोलैटरल सिक्योरिटी जमा कराने की ज़रूरत नहीं है
- मीडियम एंटरप्राइजेज को मंज़ूर 25 लाख रुपये से अधिक लोन राशि के लिए, लिक्विड सिक्योरिटी/ अचल संपत्ति के रूप में 100% कोलैटरल सिक्योरिटी जमा कराने की ज़रूरत होती है।
- बैंक द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों के अनुसार पार्टनर/ डायरेक्टर की पर्सनल गारंटी ज़रूरी है।
आईबी कॉन्ट्रैक्टर्स लोन
उद्देश्य: आईबी कॉन्ट्रैक्टर्स बिजनेस लोन केंद्र/राज्य सरकार के विभागों, प्रतिष्ठित कॉरपोरेट और पीएसयू के कॉन्ट्रैक्ट के लिए मशीनरी खरीदने और अन्य वर्किंग कैपिटल संबंधी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए ऑफर किए जाते हैं।
लोन राशि:
- न्यूनतम लोन राशि: प्रति उधारकर्ता 10 लाख रुपये से अधिक
- अधिकतम लोन राशि: प्रति उधारकर्ता 10 करोड़ रुपये तक (फंड बेस्ड और नॉन-फंड बेस्ड); प्रति ग्रुप 20 करोड़ रुपये तक (फंड बेस्ड और नॉन-फंड बेस्ड)
लोन किस प्रकार का है:
- फंड बेस्ड: ओपन कैश क्रेडिट/सिक्योर्ड ओवरड्राफ्ट/टर्म लोन/बीपी
- नॉन-फंड बेस्ड: बैंक गारंटी/एलसी
अवधि: 7 साल तक
मार्जिन:
- सिक्योर्ड ओवरड्राफ्ट के लिए इक्विटेबल मॉर्गेज प्रॉपर्टी पर 50%
- स्टॉक और बुक डेट पर 20%
- इक्विपमेंट/ टर्म लोन पर 20%
- बिल फाइनेंस के लिए 15%
- गारंटी/ लेटर ऑफ क्रेडिट के अगेंस्ट 10%
सिक्योरिटी:
- प्राइमरी सिक्योरिटी-
- सेपरेशन ऑफ ड्यूटी (एसओडी) – प्रॉपर्टी का इक्विटेबल मॉर्गेज (लिमिट का न्यूनतम 200%)
- ओपन कैश क्रेडिट (ओसीसी) – स्टॉक और बुक डेट
- मनी ट्रांसफर लाइसेंस – मनी ट्रांसफर लाइसेंस प्राप्त करके खरीदे गए उपकरणों को गिरवी रखना
- आवेदक द्वारा प्रदान की गई बैंक गारंटी (बीजी)।
- फिक्स्ड डिपॉज़िट रिसीट के माध्यम से कैश मार्जिन (जो हिस्सा कैश मार्जिन के तहत कवर नहीं है, वह सिक्योरिटी की वैल्यू के साथ कवर किया जाना चाहिए)
- लेटर ऑफ क्रेडिट- फिक्स्ड डिपॉज़िट रिसीट के माध्यम से कैश मार्जिन और लेटर ऑफ क्रेडिट के अगेंस्ट खरीदे गए स्टॉक को गिरवी रखना
- बीपी- देनदारों से सीधे बैंक को भुगतान करने का अंडरटेकिंग
- कोलैटरल सिक्योरिटी-
- ओपन कैश क्रेडिट (ओसीसी) के मामले में अचल संपत्ति/ लिक्विड सिक्योरिटी के रूप में जमा की जाने वाली 100% कोलैटरल सिक्योरिटी
आईबी माय ओन शॉप
उद्देश्य: यह लोन निम्नलिखित उद्देश्यों के लिए सभी एमएसएमई, व्यक्तियों, प्रोफेशनल, गैर-नौकरीपेशा और फर्मों को ऑफर किया जा सकता है:
- नया कमर्शियल स्पेस/दुकान खरीदने के लिए
- पुरानी दुकान/ कमर्शियल स्पेस के लिए बशर्ते कि ये लोन की भुगतान अवधि और साथ ही अतिरिक्त 2 साल से अधिक समय तक चले।
- व्यावसायिक परिसर के निर्माण या रेनोवेशन के लिए
लोन राशि: 10 करोड़ रुपये तक
लोन किस प्रकार का है: टर्म लोन
अवधि: बैंक की एमएसएमई पॉलिसी के मुताबिक
मार्जिन: प्रॉपर्टी की कीमत का कम से कम 25%
सिक्योरिटी:
- अधिग्रहीत की जाने वाली कमर्शियल प्रॉपर्टी पर इक्विटेबल मॉर्गेज को सिक्योरिटी के रूप में सबमिट किया जा सकता है
- पार्टनर/ डायरेक्टर की पर्सनल गारंटी भी बैंक में सिक्योरिटी के रूप में जमा की जा सकती है।
आईबी डॉक्टर प्लस लोन
उद्देश्य: आईबी डॉक्टर प्लस लोन के ज़रिए डॉक्टर, रजिस्टर्ड पार्टनरशिप फर्म, लिमिटेड कंपनी और एमएसएमई नीचे दी गई ज़रूरतों को पूरा कर सकते हैं:
- वर्किंग कैपिटल संबंधी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए
- अस्पताल खरीदने/ बनवाने के लिए
- क्लिनिक, क्लिनिक कम रेजिडेंस, नर्सिंग होम (एलोपैथी, होम्योपैथी, आयुर्वेद, आदि) की स्थापना के लिए
- मशीनरी/उपकरण खरीदने के लिए
बैंक पुरानी मशीनरी के लिए लोन ऑफर नहीं करता है।
लोन राशि:
- न्यूनतम लोन राशि- 1 लाख रुपये
- अधिकतम लोन राशि- कोई सीमा नहीं
- उन छात्रों के लिए जिन्होंने हाल ही में कॉलेज पूरा किया है – 2 करोड़ रुपये तक
लोन किस प्रकार का है:
- फंड बेस्ड- वर्किंग कैपिटल/ टर्म लोन
- नॉन-फंड बेस्ड- लेटर ऑफ क्रेडिट (LC)
अवधि: 10 वर्ष तक जिसमें 1 साल तक का मोरेटोरियम या प्रोजेक्ट से कैश फ्लो का स्टेबलाइज़ेशन शामिल है, जो भी पहले हो।
मार्जिन:
- ओपन कैश क्रेडिट (ओसीसी) – 20%
- टर्म लोन- 25%
सिक्योरिटी:
- प्राइमरी सिक्योरिटी-
- लोन राशि से खरीदे गए एसेट को गिरवी रखना
- 10 लाख रुपये तक के लोन के लिए कोलैटरल सिक्योरिटी-
- कोई कोलैटरल सिक्योरिटी/ थर्ड पार्टी गारंटी जमा कराने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि 10 लाख रुपये तक के लोन सीजीटीएमएसई के तहत कवर किए जाते हैं।
- यदि 100% कवरेज के साथ अचल संपत्तियों के रूप में प्राइमरी सिक्योरिटी को जमा किया जाता है, तो सीजीटीएमएसई कवरेज की ज़रूरत नहीं है
- यदि 100% से कम कवरेज के साथ अचल संपत्तियों के रूप में प्राइमरी सिक्योरिटी को जमा किया जाता है, तो हाइब्रिड सिक्योरिटी के साथ CGTMSE (क्रेडिट गारंटी फंड ट्रस्ट फॉर माइक्रो एंड स्मॉल एंटरप्राइजेज) पर विचार किया जा सकता है।
- 10 लाख रुपये से 2 करोड़ रुपये तक के लोन के लिए-
- अगर 100% कवरेज के साथ अचल संपत्तियों के रूप में प्राइमरी सिक्योरिटी और कोलैटरल सिक्योरिटी जमा की गई है, तो सीजीटीएमएसई कवर की ज़रूरत नहीं पड़ती है
- यदि 100% से कम कवरेज के साथ अचल संपत्तियों के रूप में प्राइमरी सिक्योरिटी और कोलैटरल सिक्योरिटी जमा की जाती है, तो हाइब्रिड सिक्योरिटी के साथ सीजीटीएमएसई कवर प्राप्त किया जा सकता है।
- मीडियम एंटरप्राइजेज के लिए, अचल संपत्तियों (प्राइमरी और कोलैटरल सिक्योरिटी) के रूप में सिक्योरिटी कवरेज न्यूनतम 100% होना चाहिए।
आईएनडी एमएसएमई व्हीकल लोन
उद्देश्य: MSME को नए वाहन (LMV/HMV) खरीदने के लिए IND MSME व्हीकल लोन ऑफर किया जाता है।
लोन राशि: 2 करोड़ रुपये तक
लोन किस प्रकार का है: टर्म लोन
अवधि:
- हल्के मोटर वाहनों के मामले में: 5 साल तक
- भारी मोटर वाहनों के मामले में: 5 साल तक (ईएमआई का भुगतान इसी अवधि में करना होगा)
मार्जिन: 15%
सिक्योरिटी:
- प्राइमरी सिक्योरिटी-
- लोन राशि से खरीदे गए वाहनों को गिरवी रखना
- कोलैटरल सिक्योरिटी-
- योग्य आवेदकों के लिए सीजीटीएमएसई कवरेज
- सीजीटीएमएसई के अलावा अन्य अकाउंट के लिए 50% के न्यूनतम आरएसवी के साथ अचल संपत्तियों को सिक्योरिटी के रूप में जमा किया जाता है।
- जहां भी ज़रूरी हो, गारंटर प्रदान किए जाते हैं।
IND-एसएमई ईज लोन
उद्देश्य: सरकार की परिभाषा के अनुसार MSMEs की वर्किंग कैपिटल संबंधी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए IND-SME ईज लोन ऑफर किया जाता है।
लोन राशि: 10 लाख रुपये से अधिक – 50 लाख रुपये
अवधि: कंपोजिट लोन- हॉलिडे पीरियड को छोड़कर 10 वर्ष तक
मार्जिन: ज़ीरो
सिक्योरिटी:
- प्राइमरी सिक्योरिटी-
- लिमिट के रिव्यू/ रिन्युअल के समय और लिमिट का लाभ उठाने से पहले उधारकर्ता द्वारा सबमिट की गई डिक्लेरेशन के आधार पर स्टॉक और बुक डेट को गिरवी रखना
- कोलैटरल सिक्योरिटी (अचल संपत्ति/ लिक्विड सिक्योरिटी) –
- माइक्रो एंड स्मॉल यूनिट के लिए – लोन के लिए कोलैटरल सिक्योरिटी जमा कराने की ज़रूरत पड़ भी सकती है और नहीं भी। कोलैटरल- फ्री लोन के लिए सीजीटीएमएसई कवरेज ज़रूरी है। आंशिक सिक्योरिटी के रूप में अनसिक्योर्ड हिस्से को भी सीजीटीएमएसई के तहत कवर किया जा सकता है। उधारकर्ता को गारंटी फीस का भी भुगतान करना होगा।
- मीडियम एंटरप्राइजेज के लिए, 100% कोलैटरल सिक्योरिटी जमा की जाती है।
IND-सूर्य शक्ति लोन
उद्देश्य: आईएनडी-सूर्य शक्ति, एमएनआरई (मिनिस्ट्री ऑफ न्यू एंड रिन्युएबल एनर्जी) या सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी द्वारा जारी किए गए तकनीकी मानकों के मुताबिक, कैप्टिव कंजम्प्शन के लिए बिजली संयंत्र स्थापित करने के लिए दिया जाने वाला टर्म लोन है।
लोन राशि: कोई सीमा नहीं
अवधि: हॉलिडे पीरियड समेत 15 वर्ष तक
मोरेटोरियम पीरियड:
- रूफ टॉप सोलर- 6 महीने तक
- अन्य- 12 महीने तक
मार्जिन: उपकरणों की कीमत और निर्माण शुल्क की लागत पर 25%
सिक्योरिटी:
- प्राइमरी एसेट- लोन राशि के ज़रिए खरीदे गए एसेट
- कोलैटरल सिक्योरिटी-
- उस प्रॉपर्टी का इक्विटेबल मॉर्गेज जिस पर सोलर प्लांट इंस्टॉल किया गया है
- अगर प्रॉपर्टी को अन्य बैंकों या एनबीएफसी के पास गिरवी रखा गया है, तो संबंधित बैंकों और एनबीएफसी से एनओसी प्राप्त करना होगा।
INDSME संजीवनी लोन
उद्देश्य: यह लोन मेडिकल ऑक्सीजन के सप्लायर और ऑक्सीजन सिलेंडर के निर्माताओं, अस्पतालों और नर्सिंग होम को निम्नलिखित उद्देश्यों के लिए ऑफर किया जाता है:
- मेडिकल संबंधी उद्देश्यों के लिए अस्पतालों में मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने के लिए
- इन यूनिट की वर्किंग कैपिटल संबंधी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए
- लिक्विड ऑक्सीजन, ऑक्सीजन सिलेंडर आदि की मैन्युफैक्चरिंग में लगी इकाइयों को खरीदने के लिए।
लोन राशि: 2 करोड़ रुपये तक
लोन किस प्रकार का है:
- वर्किंग कैपिटल
- टर्म लोन
- नॉन-फंड बेस्ड (लेटर ऑफ क्रेडिट/ बैंक गारंटी)
अवधि:
- टर्म लोन- 6 महीने तक की मोरेटोरियम समेत 5 साल तक
- वर्किंग कैपिटल- 1 साल तक (हर साल रिन्यु किया जा सकता है)
मार्जिन:
- टर्म लोन और वर्किंग कैपिटल- 15%
- नॉन-फंड बेस्ड लिमिट (कैश मार्जिन) – लेटर ऑफ क्रेडिट और बैंक गारंटी के लिए 10%; मनी गारंटी के लिए 25%
सिक्योरिटी:
- फंड बेस्ड लिमिट के लिए प्राइमरी सिक्योरिटी – लोन राशि से खरीदे या बनाए गए एसेट को गिरवी रखना
- नॉन- फंड बेस्ड लिमिट के लिए प्राइमरी सिक्योरिटी – लोन राशि और कैश मार्जिन के माध्यम से खरीदे या बनाए गए एसेट को गिरवी रखना
INDSME आरोग्यम लोन
उद्देश्य: INDSME आरोग्यम निम्नलिखित उद्देश्यों के लिए हेल्थकेयर सेक्टर में काम कर रहे नए और मौजूदा एमएसएमई को प्रदान किया जाता है:
- क्लिनिक/नर्सिंग होम/अस्पताल/पैथोलॉजी/डायग्नोस्टिक सेंटर स्थापित करने के लिए योग्य मेडिकल प्रैक्टिशनर को लोन ऑफर करना
- सहायक उपकरणों सहित मेडिकल इक्विपमेंट खरीदने के लिए
- मौजूदा अस्पतालों, नर्सिंग होम, क्लीनिक आदि के विस्तार/ रेनोवेशन के लिए
- वैक्सीन आयात करने के लिए
- मेडिकल उपयोग के लिए पावर बैक अप के साथ ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए
- हेल्थकेयर प्रोडक्ट की मैन्युफैक्चरिंग के लिए, वर्किंग कैपिटल संबंधी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए और फिक्स्ड एसेट प्राप्त करने के लिए
- मंज़ूरी मिली दवाओं, टीकों, पीपीई किट, आईसीयू बेड, वेंटिलेटर, इनहेलेशन मास्क आदि को मैन्युफैक्चर करना
- एम्बुलेंस वाहन, क्रायोजेनिक ट्रक आदि खरीदने और हेल्थकेयर एक्टिविटी में लगे लॉजिस्टिक फर्मों को लोन ऑफर करना
- वैक्सीन, दवाओं और कंज्युमेबल्स जैसे मौज़ूदा एसेट का भंडारण
- ABPM-JAY (आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना) के तहत सूचीबद्ध अस्पतालों के रिसीवेबल्स को फाइनेंस करने के लिए
लोन राशि: 100 करोड़ रुपये तक (फंड बेस्ड + नॉन-फंड बेस्ड)
लोन किस प्रकार का है:
- वर्किंग कैपिटल
- टर्म लोन
- नॉन-फंड बेस्ड (लेटर ऑफ क्रेडिट/ बैंक गारंटी)
अवधि:
- टर्म लोन- 10 वर्ष तक (यदि निर्माण शामिल है तो 18 महीने तक के मोरेटोरियम पीरियड और अन्य के लिए 6 महीने तक की मोरेटोरियम पीरियड सहित)
- वर्किंग कैपिटल- 1 वर्ष (हर साल रिन्यु की जा सकती है)
मार्जिन:
- टर्म लोन और वर्किंग कैपिटल लोन- 25%
- नॉन-फंड बेस्ड लिमिट (कैश मार्जिन) – एलसी और परफॉर्मेंस के लिए 10%; मनी गारंटी के लिए 25%
सिक्योरिटी:
- फंड बेस्ड लिमिट के लिए प्राइमरी सिक्योरिटी – लोन राशि से खरीदी या बनाई गई प्रॉपर्टी को गिरवी रखना
- नॉन-फंड बेस्ड लिमिट के लिए प्राइमरी सिक्योरिटी – लोन राशि से खरीदी या बनाई गई प्रॉपर्टी को गिरवी रखना और 10% (कैश मार्जिन)
ऑनलाइन शिशु मुद्रा लोन
उद्देश्य: नए बिज़नेस (सर्विस/ ट्रेडिंग/ मैन्युफैक्चरिंग) सहित किसी भी वास्तविक बिज़नेस संबंधी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए पूर्व-चयनित मौजूदा ग्राहकों को इंस्टेंट एमएसएमई लोन ऑफर किया जाता है
लोन राशि: 10,000 रुपये से 50,000 रुपये
अवधि: 2 वर्ष से 5 वर्ष
लोन किस प्रकार का है: टर्म लोन
मार्जिन: शून्य
प्री-पेमेंट/फोरक्लोज़र फीस: शून्य
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इंडियन बैंक कृषि लोन प्रोडक्ट
इंडियन बैंक कृषि गोदाम और कोल्ड स्टोरेज लोन
उद्देश्य: नए कृषि गोदामों या कोल्ड स्टोरेज, मार्केट यार्ड के निर्माण और मौजूदा इकाइयों के विस्तार या मॉडर्नाइज़ेशन के लिए लोन
लोन राशि:
- टर्म लोन- प्रोजेक्ट कॉस्ट पर आधारित
- वर्किंग कैपिटल की ज़रूरत- लिमिट के बावजूद वर्किंग कैपिटल का आकलन करने के लिए कैश बजट पद्धति
लोन किस प्रकार का है: टर्म लोन और कैश क्रेडिट
अवधि: 2 साल तक के हॉलिडे पीरियड समेत 9 वर्ष तक
मार्जिन:
- टर्म लोन- न्यूनतम 25%
- वर्किंग कैपिटल- न्यूनतम 30%
सिक्योरिटी:
- लोन राशि से निर्मित एसेट को गिरवी रखना (कोल्ड स्टोरेज के मालिक का स्टॉक)
- कोल्ड स्टोरेज की जमीन और बिल्डिंग को गिरवी रखना
- कोलैटरल सिक्योरिटी की वैल्यू लोन राशि के बराबर होनी चाहिए, जहां भी, किसानों को ऑन-लेंडिंग के उद्देश्य से वर्किंग कैपिटल लिमिट मंज़ूर की गई है
- एग्रीकल्चरल कमोडिटी के भंडारण के लिए किसानों को दिए गए एडवांस से उत्पन्न होने वाले रिसीवेबल्स या बुक डेट का असाइनमेंट
- उधारकर्ता की क्रेडिट रेटिंग के मुताबिक, एलआईसी पॉलिसी, एफडी, एनएससी और अचल संपत्तियों के इक्विटेबल मॉर्गेज के रूप में कोलैटरल सिक्योरिटी
- पार्टनर और डायरेक्टर की पर्सनल गारंटी
- 1.2 का न्यूनतम सिक्योरिटी कवरेज रेश्यो हर समय बनाए रखा जाना चाहिए।
इंडियन बैंक डेयरी लोन
उद्देश्य: इंडियन बैंक डेयरी लोन के ज़रिए डेयरी सेक्टर में काम करने वाले किसान और बिज़नेस, अधिक दूध देने वाले पशु खरीदने, शेड के निर्माण, हरे चारे की खेती, उपकरण खरीदने और दुग्ध उत्पादन के पहले महीने के दौरान शुरुआती कंसंट्रेट फीड सहित डेयरी यूनिट स्थापित कर सकते हैं।
यह केसीसी पशुपालन मॉडल के तहत वर्किंग कैपिटल संबंधी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए कैश क्रेडिट फैसिलटी भी ऑफर करता है।
लोन राशि:
- टर्म लोन- नाबार्ड द्वारा निर्धारित यूनिट कॉस्ट/ इंडिविजुअल प्रोजक्ट कॉस्ट पर आधारित
- कैश क्रेडिट- डीएलटीसी द्वारा निर्धारित लोन राशि के आधार पर तय की जाने वाली लिमिट
- MUDRA- 10 लाख रुपये तक का वर्किंग कैपिटल या टर्म लोन
अवधि:
- टर्म लोन- 1 महीने की गर्भावधि अवधि सहित 6 वर्ष तक; जहां कहीं भी शेड का निर्माण शामिल हो, वहां एक साल तक का हॉलिडे पीरियड
- कैश क्रेडिट- केवल कैश क्रेडिट के ज़रिए जनरेट किया गया पूरा कैश
मार्जिन:
- 1.60 लाख रुपये तक की लोन राशि के लिए- शून्य
- 1.60 लाख रुपये से अधिक लोन राशि के लिए – प्रोजेक्ट कॉस्ट की 15% -25%
- मुद्रा के तहत- शिशु: शून्य, किशोर: 10%, तरुण: 15%
इंडियन बैंक फूड एंड एग्रो प्रोसेसिंग लोन
उद्देश्य: फूड और एग्रो प्रोसेसिंग सेक्टर में लगे व्यक्तियों और बिज़नेस को फलों, सब्जियों, मांस, क्रस्टेशियंस, मछली और मोलस्क को प्रिजर्व करने और उनकी प्रोसेसिंग के लिए और डेयरी प्रोडक्ट, पशु और वनस्पति तेलों, वसा, पशु चारा, अनाज मिल उत्पाद, स्टार्च प्रोडक्ट, आदि के निर्माण के लिए इंडियन बैंक फूड एंड एग्रो प्रोसेसिंग लोन ऑफर किया जाता है।
लोन राशि:
- टर्म लोन- प्रोजेक्ट कॉस्ट के आधार पर
- वर्किंग कैपिटल की ज़रूरत-
- क्रेडिट नीति के दिशानिर्देशों के अनुसार
- 5 करोड़ रुपये तक- टर्नओवर मेथड
- 5 करोड़ रुपये से अधिक- एमपीबीएफ II मेथड/ कैश बजट मेथड
- एनएफबी सुविधाएं- ज़रूरत पर आधारित
अवधि:
- टर्म लोन- 15 वर्ष तक
- वर्किंग कैपिटल- 1 साल, जिसे हर साल रिन्यु किया जा सकता है
- किसी भी कमर्शियल एक्टिविटी के लिए भुगतान इस पर निर्भर करेगा कि प्रोजेक्ट कितने साल का है, कैश फ्लो कितना है, बलून या बुलेट पेमेंट होगा या ईएमआई में भुगतान होगा।
मार्जिन:
- टर्म लोन- नई मशीनरी के लिए 25% और जमीन-जायदाद और बिल्डिंग के लिए 30%
- वर्किंग कैपिटल की ज़रूरत –
स्टॉक्स:
- 1 करोड़ रुपये से कम लोन राशि के लिए- 20%
- 1 करोड़ रुपये और उससे अधिक लोन राशि के लिए- 25%
बुक डेट: 25% (90 दिनों की अवधि तक)
सिक्योरिटी:
- प्राइमरी सिक्योरिटी – स्टॉक/बुक डेट/मशीनरी को गिरवी रखना/ ज़मीन और बिल्डिंग का इक्विटेबल मॉर्गेज/ बैंक से लिए गए लोन से निर्मित क्रेडिट पर चार्ज
- कोलैटरल-
- 10 लाख रुपये तक की लोन राशि के लिए कोई कोलैटरल जमा कराने की ज़रूरत नहीं
- 1.20 का न्यूनतम सिक्योरिटी कवरेज रेश्यो हर समय बनाए रखा जाना चाहिए।
आईबी स्टार एग्रो मिल्स लोन
उद्देश्य: आईबी स्टार एग्रो मिल्स लोन एक टर्म लोन और कैश क्रेडिट फैसिलिटी है जो सभी नए और मौजूदा चावल / दाल / तेल / आटा मिलों को नई मशीनरी खरीदने, कारखानों के निर्माण या रेनोवेशन और वर्किंग कैपिटल संबंधी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए ऑफर की जाती है।
लोन राशि: प्रोजेक्ट कॉस्ट पर निर्भर करती है
अवधि:
- टर्म लोन- 1 साल तक के हॉलिडे पीरियड के साथ 7 साल तक
- वर्किंग कैपिटल- 1 साल, जिसे हर साल रिन्यु कराया जा सकता है
मार्जिन:
- टर्म लोन- नई मशीनरी के लिए 25% और ज़मीन जायदाद और भवन के लिए 30%
- वर्किंग कैपिटल की ज़रूरत –
- माल का स्टॉक:
- 1 करोड़ रुपये से कम लोन राशि के लिए- 20%
- 1 करोड़ रुपये और उससे अधिक लोन राशि के लिए- 25%
- बुक डेट: 25% (90 दिनों की अवधि तक) एनएफबी (नॉन-फंड बेस्ड) मार्जिन- मानदंडों के मुताबिक
- माल का स्टॉक:
सिक्योरिटी:
- प्राइमरी सिक्योरिटी – स्टॉक/ बुक डेट/मशीनरी को गिरवी रखना/ कारखाने की जमीन और भवन का इक्विटेबल मॉर्गेज /बैंक से लिए गए लोन से निर्मित एसेट पर चार्ज
- कोलैटरल-
- 10 लाख रुपये तक की लोन राशि के लिए कोई कोलैटरल नहीं
- 10 लाख रुपये से अधिक लोन राशि के लिए: एनएससी/एफडी/एलआईसी/एमएमडी, जो मंज़ूर हुई लिमिट (फंड बेस्ड और नॉन-फंड बेस्ड) के लिए उधारकर्ता/गारंटर से संबंधित हो, आदि के रूप में/ इक्विटेबल मॉर्गेज के माध्यम से अतिरिक्त सिक्योरिटी कवर, जो लोन राशि का 100% होना चाहिए
क्रेडिट गारंटी-
CGTMSE के तहत 2 करोड़ रुपये तक की लोन राशि के लिए योग्य उधारकर्ताओं के लिए क्रेडिट गारंटी कवरेज उपलब्ध होगा। इस कवरेज के लिए लागू फीस का भुगतान सरकार द्वारा किया जाता है। एफपीओ (कृषक उत्पादक संगठन) के मामले में, डीएसीएफडब्ल्यू (कृषि, सहकारिता और किसान कल्याण विभाग) की एफपीओ प्रोत्साहन योजना के तहत बनाई गई सुविधा से क्रेडिट गारंटी का लाभ उठाया जा सकता है।
IND किसान सौर शक्ति (पीएम कुसुम)
उद्देश्य: पीएम कुसुम योजना किसानों, किसानों के समूहों, किसान उत्पादक संगठनों, पंचायत सहकारी समितियों और वाटर यूजर एसोसिएशन के लिए ऑफर की जाती है जिसकी विशेषताओं के बारे में नीचे बताया गया है:
- सोलर पंप लगाने के लिए किसान, किसान समूह, पंचायत और सहकारी समितियां आवेदन कर सकती हैं
- योजना की कुल लागत को 3 कैटेगरी में बांटा गया है जिसके तहत सरकार किसानों की मदद करेगी। सरकार द्वारा किसानों को 60% की सब्सिडी प्रदान की जाती है और लागत का 30% बैंक द्वारा लोन के रूप में दिया जाएगा। किसानों को प्रोजेक्ट की कुल लागत के 10 प्रतिशत का ही भुगतान करना होगा
- किसान मौद्रिक लाभ के लिए बिज़नेस के अलावा अन्य उद्देश्यों के लिए सौर पैनलों से उत्पन्न बिजली का उपयोग कर सकते हैं।
मार्जिन: कम से कम 10%
अवधि: 5 वर्ष तक
सिक्योरिटी:
- प्राइमरी सिक्योरिटी- बैंक से लिए गए लोन से निर्मित या खरीदे गए एसेट पर चार्ज को गिरवी रखना
- कोलैटरल- 1.60 लाख रुपये तक की लोन राशि के लिए कोई कोलैटरल नहीं; 1.20 का न्यूनतम सिक्योरिटी कवरेज रेश्यो हर समय बनाए रखा जाना चाहिए
- गारंटी- लोन राशि के आधार पर उपयुक्त थर्ड पार्टी गारंटी प्राप्त की जाती है।
आईएनडी-कृषि इंफ्रा फंड (कृषि इंफ्रा फंड)
उद्देश्य: IND-कृषि इंफ्रा फंड योजना प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों, किसान उत्पादक संगठनों, स्वयं सहायता समूहों, कृषि उद्यमियों, स्टार्ट-अप्स, जॉइंट लायबिलिटी ग्रुप और केंद्रीय / राज्य एजेंसी को निम्नलिखित ज़रूरतों को पूरा करने के लिए ऑफर की जाती है:
फसलों की कटाई के बाद मैनेजमेंट प्रोजेक्ट:
- ई-मार्केटिंग प्लेटफॉर्म सहित सप्लाई चेन सर्विस
- वेयरहाउस
- भूमिगत कक्ष
- पैक हाउस
- एसेइंग यूनिट
- सॉर्टिंग और ग्रेडिंग यूनिट
- कोल्ड चेन
- लॉजिस्टिक फैसिलिटी
- प्राइमरी प्रोसेसिंग सेंटर
- राइपनिंग चेंबर
कम्युनिटी फार्मिंग एसेट के निर्माण के लिए प्रोजेक्ट:
- ऑर्गेनिक इनपुट्स का प्रोडक्शन
- बायो स्टिमुलेंट प्रोडक्शन यूनिट
- पीपीपी के तहत केंद्रीय/राज्य/स्थानीय सरकार या उनकी एजेंसियों द्वारा सामुदायिक कृषि संपत्तियों के निर्माण या कटाई के बाद की प्रबंधन परियोजनाओं के लिए प्रमोट की गई परियोजनाएं
- स्मार्ट और प्रिसिजन एग्रीकल्चर के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर
- निर्यात समूहों सहित फसलों के समूहों के लिए सप्लाई चेन इंफ्रास्ट्र्क्चर प्रदान करने के लिए पहचान की गई परियोजनाएं
लोन राशि: प्रोजेक्ट कॉस्ट कितनी है, इस पर निर्भर करती है
मार्जिन:
- टर्म लोन- न्यूनतम 25%
अवधि: 2 वर्ष तक के हॉलिडे पीरियड सहित 7 वर्ष तक
सिक्योरिटी:
- बैंक से लिए गए लोन से निर्मित या खरीदे गए एसेट को गिरवी रखना
- अचल संपत्तियों का इक्विटेबल मॉर्गेज
- भवन और जमीन को गिरवी रखना
- क्रेडिट गारंटी कवर ज़रूरी है
- एफडी/एलआईसी पॉलिसी/एनएससी के रूप में कोलैटरल सिक्योरिटी
- पार्टनर और डायरेक्टर की पर्सनल गारंटी
आईएनडी-पशुधन मित्र- एनिमल हसबेंड्री इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट फंड (AHIDF)
उद्देश्य: IND पशुधन मित्र व्यक्तिगत उद्यमियों, MSMEs, प्राइवेट कंपनियों, FPOs और सेक्शन 8 कंपनियों (गैर-लाभकारी संस्थाओं) को डेयरी प्रोसेसिंग, मीट प्रोसेसिंग और वैल्यू एडिशन फैसिलिटी, वैल्यू एडेड डेयरी प्रोडक्ट मैन्युफैक्चरिंग और एनिमल फीड मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के लिए ऑफर की जाने वाली टर्म लोन फैसिलटी है।
लोन राशि:
- प्रोजेक्ट कॉस्ट पर निर्भर करती है
- एएचआईडीएफ के तहत जमीन के ट्रांसफर, खरीद, लीज़, एक्सेशन / एडिशन जैसे तरीकों से जमीन के अधिग्रहण के लिए लोन ऑफर नहीं किया जाएगा।
मार्जिन:
- माइक्रो एंड स्मॉल यूनिट- 10%
- मीडियम एंटरप्राइजेज- 15%
- अन्य कैटेगरी- 25%
अवधि: 2 वर्ष तक के हॉलिडे पीरियड सहित 10 वर्ष तक
सिक्योरिटी:
- बैंक से लिए गए लोन से निर्मित या खरीदे गए एसेट को गिरवी रखना
- एफडी/एलआईसी पॉलिसी/एनएससी के रूप में कोलैटरल सिक्योरिटी
- अचल संपत्तियों/ जमीन और बिल्डिंग का इक्विटेबल मॉर्गेज
- पार्टनर और डायरेक्टर की पर्सनल गारंटी
- इस AHIDF योजना के तहत 25% क्रेडिट फैसिलिटी के लिए क्रेडिट गारंटी कवर उपलब्ध है।
आईएनडी माइक्रो फूड प्रोसेसिंग एंटरप्राइजेज (पीएमएफएमई)
उद्देश्य: यह लोन इंडिविजुअल माइक्रो फूड प्रोसेसिंग एंटरप्राइजेज, स्वयं सहायता समूहों, किसान उत्पादक संगठनों द्वारा निम्नलिखित उद्देश्यों के लिए ऑफर किया जाता है:
- मौजूदा माइक्रो फूड प्रोसेसिंग उद्यमियों, स्वयं सहायता समूहों, एफपीओ और सहकारी समितियों द्वारा लोन तक पहुंच बढ़ाना
- फूड प्रोसेसिंग सेक्टर में रिसर्च और ट्रेनिंग इंस्टीट्यूशन को मजबूत करना और उद्यमों के लिए प्रोफेशनल और टेक्निकल सपोर्ट तक पहुंच बढ़ाना
- ब्रांडिंग और मार्केटिंग को मजबूत करके सप्लाई चेन के साथ इंटीग्रेशन
- फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री के असंगठित खंड में मौजूदा इंडिविजुअल माइक्रो एंटरप्राइजेज के बीच प्रतिस्पर्धा बढ़े, इसके लिए, सेक्टर के फॉर्मलाइज़ेशन को बढ़ावा देने के लिए और किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ), स्वयं सहायता समूहों और उत्पादक सहकारी समितियों को सपोर्ट करने के लिए
- प्रयोगशालाओं, सामान्य प्रोसेसिंग फैसिलिटी, पैकेजिंग, स्टोरेज, मार्केटिंग और इनक्यूबेशन सर्विस जैसी सामान्य सेवाओं तक अधिक पहुंच।
मार्जिन: न्यूनतम 10%
अवधि:
- टर्म लोन- 15 वर्ष तक
सिक्योरिटी:
- प्राइमरी-
- बैंक से लिए गए लोन से निर्मित और खरीदे गए एसेट को गिरवी रखना
- मशीनरी को गिरवी रखना, जमीन और बिल्डिंग का इक्विटेबल मॉर्गेज
- कोलैटरल-
- कोई कोलैटरल नहीं; 10 लाख रुपये तक की लोन राशि के लिए
- 1.20 का न्यूनतम सिक्योरिटी कवरेज रेश्यो हर समय बनाए रखा जाना चाहिए
- गारंटी-
- लोन राशि के आधार पर उपयुक्त थर्ड पार्टी गारंटी प्राप्त की जाती है।
बिज़नेस शुरू करना चाहते हैं लेकिन पैसों की है कमी! आसानी से बिज़नेस लोन प्राप्त करें अभी अप्लाई करें
इंडियन बैंक बिज़नेस लोन आवेदकों के लिए योग्यता शर्तें
एमएसएमई लोन प्रोडक्ट के लिए
आईबी ट्रेड वेल लोन
- वे व्यापारी जिनकी बाजार में अच्छी पोजिशन है और कम से कम 1 साल का अनुभव है, वे इन लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
आईएनडी एसएमई सिक्योर लोन
- इस तरह के लोन माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज (मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर) को ऑफर किए जाते हैं।
आईबी माइक्रो लोन
- IB माइक्रो लोन के लिए वे सभी माइक्रो यूनिट (मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर – प्रायोरिटी सेक्टर – अच्छे ट्रैक रिकॉर्ड वाली मौजूदा यूनिट) और फ्रेश यूनिट अप्लाई कर सकती हैं जिनके पास फील्ड और वाएबल प्रोजेक्ट में प्रमोटरों का अनुभव और ट्रैक रिकॉर्ड अच्छा है।
आईएनडी-एसएमई ई-वाहन लोन
- व्यक्ति, प्रोपराइटरशिप फर्म, प्राइवेट लिमिटेड कंपनियां, पब्लिक लिमिटेड कंपनियां, ट्रस्ट और लिमिटेड लायबिलिटी पार्टनरशिप फर्म IND-SME ई-वाहन बिजनेस लोन के लिए अप्लाई कर सकती हैं।
आईबी कॉन्ट्रैक्टर्स लोन
- एमएसएमई के तहत व्यक्ति, प्रोपराइटर, रजिस्टर्ड पार्टनरशिप फर्म, लिमिटेड लायबिलिटी पार्टनरशिप, प्राइवेट और पब्लिक लिमिटेड कंपनियां आईबी कॉन्ट्रैक्टर्स बिज़नेस लोन प्राप्त कर सकते हैं
- सब-कॉन्ट्रैक्टर भी इस लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं
- आईबी कॉन्ट्रैक्टर्स बिज़नेस लोन ठेकेदारों (सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, आदि), जिन्होंने केंद्र/राज्य सरकार/प्रतिष्ठित पीएसयू/प्रतिष्ठित कॉर्पोरेट से कॉन्ट्रैक्ट लिया हुआ है, को ऑफर किया जाता है
- उधारकर्ता के पास GST रजिस्ट्रेशन होना चाहिए (अनिवार्य)
- आवेदक एमएसएमई अधिनियम, 2006 के तहत सर्टिफाइड होना चाहिए
- कॉन्ट्रैक्टर/ सब- कॉन्ट्रैक्टर 3 सालों से बिज़नेस चला रहा हो और पिछले 2 वर्षों से लगातार प्रॉफिट में हो।
आईबी माय ओन शॉप
- व्यक्ति, प्रोफेशनल और गैर-नौकरीपेशा लोग, फर्म (रजिस्टर्ड कंपनियां और पार्टनरशिप फर्म) और बिज़नेसमैन, जो कम से कम 3 सालों से बिज़नेस चला रहे हों, इस तरह के लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
- लोन प्राप्त करने के समय आवेदक की आयु कम से कम 50 वर्ष होनी चाहिए।
आईबी डॉक्टर प्लस लोन
- व्यक्ति/ रजिस्टर्ड पार्टनरशिप फर्म/ लिमिटेड कंपनी/ट्रस्ट, आदि (एमएसएमई) आईबी डॉक्टर प्लस बिजनेस लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं
- जिन छात्रों ने मान्यता प्राप्त कॉलेजों से एमबीबीएस, बीडीएस, बीएएमएस, बीयूएमएस में कोर्स पूरा किया है, और जो भारत में अपना डायग्नोस्टिक सेंटर या क्लीनिक शुरू करना चाह रहे हैं, वे भी इस तरह के लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं
- प्रमुख प्रमोटर या उनके पति या पत्नी योग्य मैडिकल प्रैक्टिशनर हो और उनका ट्रैक रिकॉर्ड भी अच्छा होना चाहिए।
IND एमएसएमई व्हीकल लोन
- सभी एमएसएमई आईएनडी एमएसएमई व्हीकल बिज़नेस लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं
- आवेदकों के पास सक्षम प्राधिकारी द्वारा जारी रोड परमिट होना चाहिए
- क्रेडिट फैसिलिटी के साथ या बिना प्रमोटर के अच्छे ट्रैक रिकॉर्ड, ग्रुप एफिलिएशन और वाएबल प्रोजेक्ट वाले सभी मौजूदा एमएसएमई ग्राहक
- आवेदक का अकाउंट कम से कम पिछले 1 साल से चल रहा हो।
आईएनडी-एसएमई ईज लोन
- सभी एमएसएमई आईएनडी-एसएमई ईज बिज़नेस लोन लेने के अप्लाई कर सकते हैं।
IND-सूर्य शक्ति लोन
- सभी MSMEs, मिड-कॉरपोरेट और बड़े कॉर्पोरेट IND-सूर्य शक्ति लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
INDSME संजीवनी / INDSME आरोग्यम लोन
- इस तरह के लोन मौजूदा और नए दोनों तरह की एमएसएमई यूनिट के लिए ऑफर किए जाते हैं
- आवेदक के पास उद्यम रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (अनिवार्य) होना चाहिए।
ऑनलाइन शिशु मुद्रा लोन
- आवेदक की आयु 18 से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए
- कर्मचारी और सरकारी नौकरीपेशा के अलावा अन्य व्यक्ति और प्रोपराइटरशिप फर्म ऑनलाइन शिशु मुद्रा लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं
- आवेदक कम से कम 1 साल से इंडियन बैंक का मौजूदा ग्राहक होना चाहिए
- बिज़नेस अकाउंट जो सेविंग्स या करेंट हो सकता है, ओपन होना चाहिए और कस्टमर अकाउंट की C-KYC/ E-KYC हो रखी हो
- CIF (कम्युनिटी इन्वेस्टमेंट फंड) ने अप्लाई करते समय पर इंडियन बैंक से कोई अन्य बिज़नेस लोन नहीं लिया हो
- प्रॉपर्टी वर्तमान में और पिछले 2 सालों में “NOT NPA” होनी चाहिए
- सिबिल स्कोर कम से कम 700 या उससे अधिक होना चाहिए; या बिनी किसी क्रेडिट हिस्ट्री के -1
कृषि लोन प्रोडक्ट के लिए
इंडियन बैंक के कृषि गोदाम/कोल्ड स्टोरेज लोन
- व्यक्ति और व्यक्तियों का समूह ऐसे लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं
- को-ऑपरेटिव फर्म, कंपनियां और व्यक्तियों का संघ भी ऐसे लोन के लिए अप्लाई कर सकता है।
इंडियन बैंक डेयरी लोन
निम्नलिखित समूह डेयरी लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं:
- व्यक्तिगत किसान (स्वयं सहायता समूहों और जॉइंट लायबिलिटी ग्रुप समेत)
- खेती और उससे संबंधित गतिविधियों में डायरेक्ट काम कर रहे किसानों के को-ऑपरेटिव और पार्टनरशिप फर्म, व्यक्तिगत किसानों की फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी सहित कॉरपोरेट
आईबी स्टार एग्रो मिल्स लोन
- सभी नई और मौजूदा चावल मिलें, तेल मिलें, आटा मिलें, दाल मिलें ऐसे लोन के लिए अप्लाई कर सकती हैं
आईएनडी किसान सौर शक्ति लोन
आईएनडी किसान सौर शक्ति लोन इनके लिए ऑफर किया जाता है:
- व्यक्तिगत किसान
- को-ऑपरेटिव
- किसानों का समूह
- फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइज़ेशन
- वाटर यूजर एसोसिएसन
- पार्टनरशिप फर्म
- सोल प्रोपराइटर
आईएनडी कृषि इंफ्रा फंड
- प्राथमिक कृषि सहकारी समितियां
- किसान उत्पादक संगठन
- मार्केटिंग को-ऑपेरटिव सोसायटी
- कृषि उद्यमी
- स्वयं सहायता समूह
- किसान
- जॉइंट लायबिलिटी ग्रुप
- बहुउद्देशीय सहकारी समितियाँ
- स्टार्टअप और केंद्रीय/राज्य एजेंसी
- स्थानीय निकाय द्वारा स्पॉन्सर किए गए पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप प्रोजेक्ट
IND पशुधन मित्र- एनिमल हसबेंड्री इंफ्रास्ट्रक्टर डेवलपमेंट फंड
- व्यक्तिगत उद्यमी
- प्राइवेट कंपनियां
- एमएसएमई
- किसान उत्पादक संगठन
- सेक्शन 8 कंपनियां (नॉन-प्रॉफिट संस्थाएं)
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इंडियन बैंक बिजनेस लोन के लिए ज़रूरी दस्तावेज
इंडियन बैंक ने अपने बिज़नेस लोन आवेदकों के लिए ज़रूरी दस्तावेजों के बारे में नहीं बताया है। हालाँकि, बिज़नेस और लोन के प्रकार के आधार पर दस्तावेज अलग-अलग हो सकते हैं।
पैसाबाज़ार पर बिज़नेस लोन के लिए कैसे अप्लाई करें?
- बिज़नेस लोन के लिए अप्लाई करने के लिए यहाँ क्लिक करें
- मांगी गई जानकारी भरें जैसे आपको कितना लोन चाहिए, मोबाइल नंबर, आदि
- अब अगले पेज पर आपको बताना होगा कि आपका व्यवसाय पुराना है या नया, किस तरह का बिज़नेस करते हैं और आदि
- इसके बाद आपको उन लोन ऑफर की लिस्ट दिखाई जाएगी जिनके लिए आप योग्य हैं
- इनमें तुलना करें और अपने लिए सबसे बेहतर बिज़नेस लोन ऑफर चुनें।
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