इंडसइंड बैंक पर्सनल लोन की योग्यता शर्तें
नौकरीपेशा कर्मचारियों के लिए
- आवेदक की न्यूनतम आयु सीमा 21 वर्ष होनी चाहिए
- लोन मैच्योरिटी के समय उधारकर्ता की अधिकतम आयु 60 वर्ष या रिटायरमेंट की उम्र होनी चाहिए
- उधारकर्ता की न्यूनतम नेट मासिक आय 25,000 रुपये होनी चाहिए
- वर्तमान निवास (अगर किराए पर है) में कम से कम एक साल से रह रहे हों
- 2 साल से नौकरी कर रहे हों
- वर्तमान कंपनी/ संस्थान में कम से कम 1 साल से काम किया हो।
गैर-नौकरीपेशा पेशेवरों के लिए
- आवेदक की न्यूनतम आयु 25 वर्ष होनी चाहिए
- लोन मैच्योरिटी के समय अधिकतम आयु 65 वर्ष होनी चाहिए
- टैक्स डिडक्शन के बाद न्यूनतम नेट वार्षिक आय 4.80 लाख रुपये होनी चाहिए
- शैक्षणिक योग्यता पूरी हो जाने के बाद 4 साल का अनुभव होना चाहिए।
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गैर-नौकरीपेशा व्यक्तियों के लिए
- आवेदक की आयु कम से कम 25 वर्ष होनी चाहिए
- लोन मैच्योरिटी के समय उधारकर्ता की आयु 65 वर्ष होनी चाहिए
- टैक्स डिडक्शन के बाद नेट वार्षिक आय कम से कम 4.80 लाख रुपये होनी चाहिए
- शैक्षणिक योग्यता पूरी हो जाने के बाद 5 साल का अनुभव होना चाहिए।
ऊपर दी गई योग्यता शर्तों के अलावा, इंडसइंड बैंक अन्य बैंक/ लोन संस्थानों की तरह ही अपने पर्सनल लोन आवेदकों की योग्यता का मूल्यांकन करने के लिए सिबिल स्कोर, अन्य लोन या क्रेडिट कार्ड की मौजूदा ईएमआई आदि पर भी विचार कर सकता है।
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पर्सनल लोन की योग्यता को प्रभावित करने वाले कारक
- सिबिल स्कोर: बैंक/ एनबीएफसी दिये जाने वाले लोन की ब्याज दरें तय करते समय अपने लोन आवेदकों के सिबिल स्कोर को चेक करते हैं। जिन लोगों का सिबिल स्कोर अधिक होता है, उन्हें कम ब्याज दरों पर पर्सनल लोन ऑफर किया जाता है। इसलिए, 750 और उससे अधिक सिबिल स्कोर बनाए रखें। अपने क्रेडिट कार्ड बिल और ईएमआई के समय पर भुगतान करने, कम समय में कई लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन न करने और क्रेडिट यूटिलाइज़ेशन रेश्यो को कम से कम बनाए रखने से आपको अधिक क्रेडिट स्कोर बनाए रखने में मदद मिलेगी। ध्यान दें कि आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में गलतियां होने से भी आपका सिबिल स्कोर कम हो सकता है। इसलिए, आवेदकों को समय- समय पर अपनी क्रेडिट रिपोर्ट को चेक करना चाहिए जिससे ऐसी गलतियों की पहचान की जा सके और समय पर वे ज़रूरी उपाय किए जा सकें जिससे आपका सिबिल स्कोर कम न हो। अपने क्रेडिट स्कोर को मुफ्त में चेक करने के लिए आप हर क्रेडिट ब्यूरो से साल में एक बार मुफ्त क्रेडिट रिपोर्ट प्राप्त कर सकती हैं या फिर पैसाबाज़ार पर जाकर मुफ्त में कई ब्यूरो से अपना क्रेडिट स्कोर देख सकती हैं और साथ ही मासिक अपडेट भी प्राप्त कर सकती हैं। जिनका क्रेडिट स्कोर कम है या फिर है ही नहीं, वे मुफ़्त में पैसाबाजार स्टेप-अप क्रेडिट कार्ड का लाभ उठाकर अपने क्रेडिट स्कोर में सुधार कर सकते हैं।
- भुगतान क्षमता: बैंक/ एनबीएफसी आमतौर पर उन आवेदकों का पर्सनल लोन आवेदन मंजूर करते हैं जिनका ईएमआई / एनएमआई रेश्यो 50% या 55% से ज्यादा नहीं है। यह सभी बैंक/ लोन संस्थानों में अलग- अलग हो सकता है। आप अपनी मासिक इनकम के जितने प्रतिशत का उपयोग मौज़ूदा ईएमआई और लिए जा रहे लोन की ईएमआई के भुगतान में करते हैं, उतना ही आपका ईएमआई/ एनएमआई रेश्यो होता है। पर्सनल लोन के लिए अप्लाई करने से पहले, अपनी भुगतान क्षमता के आधार पर अपनी मनपसंद ईएमआई प्राप्त करने के लिए पैसाबाज़ार के पर्सनल लोन ईएमआई कैलकुलेटर का उपयोग करें, साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि आपकी कुल ईएमआई (जिसमें मौज़ूदा लोन के साथ नए लोन की ईएमआई भी शामिल है) आपकी मासिक आय के 50% से अधिक न हो।
- रोज़गार का प्रकार और नियोक्ता/ कंपनी की प्रतिष्ठा: गैर- नौकरीपेशा आवेदकों की तुलना में, बैंक/ NBFC कम ब्याज दरों पर नौकरीपेशा आवेदकों को पर्सनल लोन प्रदान करते हैं क्योंकि उनकी आय हर महीने निश्चित होती है। नौकरीपेशा आवेदकों में भी, सरकारी कर्मचारियों को प्राथमिकता दी जाती है, जिसके बाद प्रतिष्ठित कॉर्पोरेट और मल्टीनेशनल कंपनियों में काम करने वाली कर्मचारी आते हैं। गैर- नौकरीपेशा आवेदकों के मामले में, सीए, डॉक्टर, आर्किटेक्ट जैसे प्रोफेशनल को कम ब्याज दरों पर पर्सनल लोन मिलने की अधिक संभावना होती है। कई बैंक/ लोन संस्थानों के मामले में, नौकरीपेशा आवेदकों के पास पर्सनल लोन के लिए योग्य होने के लिए कम से कम 1 साल काम का अनुभव होना चाहिए। वहीं अगर आवेदक गैर- नौकरीपेशा है तो कम से कम 2 साल से वर्तमान बिज़नेस चला रहा हो।
- बैंक/ लोन संस्थान के साथ मौजूदा संबंध: कई बैंक/ लोन संस्थान उन आवेदकों को कम ब्याज दरों पर पर्सनल लोन प्रदान करते हैं जिनका बैंक में लोन/ डिपॉज़िट अकाउंट हैं। इसलिए, जो लोग कम ब्याज दरों पर पर्सनल लोन प्राप्त करना चाहते हैं, उन्हें हमेशा उन बैंकों/एनबीएफसी से संपर्क करना चाहिए जिनमें आपका अकाउंट खुला हुआ है। इसके अलावा, आवेदकों को अपने बैंक द्वारा दी जाने वाली ब्याज दरों की तुलना अन्य बैंकों/एनबीएफसी द्वारा ऑफर की जाने वाली ब्याज दरों के साथ करनी चाहिए।
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