मुथूट फाइनेंस पर्सनल लोन ईएमआई कैलकुलेटर क्या है?
मुथूट फाइनेंस पर्सनल लोन ईएमआई कैलकुलेटर में आपको लोन राशि, ब्याज दर और भुगतान अवधि दर्ज करनी होती है और ये आपको बताया है कि लोन की ईएमआई कितनी होगी और आप कुल कितना ब्याज लोन राशि पर चुकाएंगे।
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अन्य बैंकों/एनबीएफसी द्वारा दी जाने वाली ब्याज दरों की तुलना करें
बैंक/ लोन संस्थान | ब्याज दरें (प्रति वर्ष) | |
HDFC बैंक | 10.85% से शुरू | अप्लाई करें |
ICICI बैंक | 10.85% से शुरू | अप्लाई करें |
एक्सिस बैंक | 11.25% से शुरू | अप्लाई करें |
कोटक महिंद्रा बैंक | 10.99% से शुरू | अप्लाई करें |
इंडसइंड बैंक | 10.49% से शुरू | अप्लाई करें |
IDFC फर्स्ट बैंक | 10.99% से शुरू | अप्लाई करें |
टाटा कैपिटल | 11.99% से शुरू | अप्लाई करें |
मनी व्यू | 14.00%-36.00% | अप्लाई करें |
फेडरल बैंक | 12.00% -19.50% | अप्लाई करें |
डीएमआई फाइनेंस | 30.00% तक | अप्लाई करें |
L&T फाइनेंस | 12.00% से शुरू | अप्लाई करें |
क्रेडिटबी | 16.00% - 29.95% | अप्लाई करें |
पिरामल फाइनेंस | 12.99% से शुरू | अप्लाई करें |
आदित्य बिरला | 10.99% से शुरू | अप्लाई करें |
नोट: ब्याज दरें 22 जनवरी, 2024 को अपडेट की गई हैं
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मुथूट फाइनेंस पर्सनल लोन ईएमआई को प्रभावित करने वाले कारक
लोन राशि: पर्सनल लोन आवेदक 50,000 रु. से शुरू होने वाली लोन राशि के लिए मुथूट फाइनेंस पर्सनल लोन का लाभ उठा सकते हैं। हालांकि लोन राशि जितनी ज्यादा होगी, ईएमआई और कुल ब्याज लागत उतनी ही अधिक होगी।
लोन अवधि: मुथूट फाइनेंस पर्सनल लोन 5 साल तक की लोन अवधि के साथ आते हैं। मौजूदा पर्सनल लोन उधारकर्ता लंबी भुगतान अवधि का विकल्प चुनकर अपनी ईएमआई पर बचत कर सकते हैं।
ब्याज दर: मुथूट फाइनेंस पर्सनल लोन की ब्याज दरें 14% प्रति वर्ष से शुरू होती हैं। कम ब्याज दरों पर लिए गए पर्सनल लोन से ईएमआई और ब्याज लागत कम होगी। इस प्रकार, मुथूट फाइनेंस पर्सनल लोन के लिए आवेदन करने से पहले अन्य बैंकों/एनबीएफसी द्वारा दी जाने वाली पर्सनल लोन ब्याज दरों की तुलना करें।
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मुथूट फाइनेंस पर्सनल लोन ईएमआई कैलकुलेटर का उपयोग करने के लाभ
इस्तेमाल करने में आसान: मुथूट फाइनेंस पर्सनल लोन ईएमआई कैलकुलेटर इस्तेमाल करने में काफी आसान हैं ये लोन आवेदकों को ईएमआई राशि कैलकुलेशन करने में मदद करता हैं।
क्रेडिट स्कोर बेहतर होगा: यदि आप लोन लेने से उसकी ईएमआई जान लेते हैं, तो आप उसकी भुगतान नीति पहले ही बना लेंगें और ईएमआई डिफ़ॉल्ट की संभावना कम हो जाएगी। इससे आपका क्रेडिट स्कोर बेहतर होगा, जो आपको भविष्य में दोबारा लोन लेने में मददगार साबित होगा।
लोन प्राप्त करने की योग्यता: बैंक/ NBFC अक्सर ऐसे लोगों को लोन देना पसंद करते हैं, जो अपनी इनकम 50% से 60% ही कुल ईएमआई भुगतान (पहले से चल रही इमएमआई और लिये जाने वाले लोन की इमएमआई) में देते हैं। अगर लोन लेने के बाद आपकी कुल इमएमआई बताई गयी प्रतिशत से ज्यादा हो जाएगी, तो आप लोन की भुगतान अवधि बढ़ा सकते हैं ताकि इमएमआई कम हो जाएगी, और कितनी भुगतान अवधि पर कितनी इमएमआई बनेगी इसके लिए इमएमआई कैलकुलेटर का उपयोग कर सकते हैं।
बजट को करता हैं सेट: जब आप पर्सनल लोन की EMI की कैलकुलेशन करते हैं, तो आपको एक निश्चित राशि का पता चल जाता है, जो आपको हर महीने भुगतान करनी होती है। इस तरह आप अपना मासिक बजट मैनेजमेंट लोन लेने से पहले ही कर सकते हैं।
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