फंड | 1- वर्ष में रिर्टन | 3- वर्ष में रिर्टन |
फ्रैंकलिन इंडिया अल्ट्रा-शॉर्ट बॉन्ड फंड – सुपर इंस्टीट्यूशनल प्लान | 4.97% | 7.38% |
ICICI प्रुडेंशियल सेविंग प्लान | 11.47% | 9.06% |
निप्पॉन इंडिया लिक्विड फंड – ट्रेजरी प्लान | 6.47% | 6.95% |
ICICI प्रुडेंशियल लिक्विड प्लान | 6.36% | 6.86% |
नोट: 25, फरवरी 2020 तक डेटा, स्रोत: वैल्यू रिसर्च
फंड सभी निवेशकों – व्यक्तियों और संस्थानों के लिए खुला है. हालांकि न्यूनतम निवेश 10,000 रुपये है।
3 वर्ष से कम की अवधि म्यूचुअल फंड निवेशकों के लिए शॉर्ट टर्म अवधि मानी जाती है। 3-5 वर्ष की अवधि मिड टर्म अवधि होती है और 5 वर्ष से अधिक लॉंग टर्म अवधि होती है। चार प्रमुख शॉर्ट टर्म म्यूचल फंड की जानकारी निम्नलिखित है:
फ्रैंकलिन इंडिया अल्ट्रा शॉर्ट बॉन्ड फंड – सुपर इन्स्टिटूशनल प्लान
कैटेगिरी: डेट (अल्ट्रा शॉर्ट टर्म अवधि)
A.U.M. : 20,130 करोड़ (30 सितंबर, 2019 तक)
स्थापना की दिनांक: 18 दिसंबर, 2007
अल्ट्रा शॉर्ट टर्म अवधि फंड के रूप में लिस्टेड, फ्रैंकलिन इंडिया अल्ट्रा शॉर्ट बॉन्ड फंड – सुपर इंस्टीट्यूशनल प्लान सबसे अच्छी शॉर्ट टर्म अवधि का म्यूचुअल फंड है, जिसमें निवेशकों को लिक्विडिटी के साथ इनकम की सुविधा मिलती है।
इस योजना का उद्देश्य डेट म्यूचुअल फंड और मुद्रा बाज़ार निवेश फंड के मिश्रण से अपने लक्ष्य को प्राप्त करना है। इस फंड ने अपने पोर्टफोलियो में AAA रेटेड बॉन्ड से लेकर AA- और उससे कम रेट वाले क्रेडिट विकल्पों में निवेश कर एक मध्यम स्तर बनाए रखा है। फंड ने वर्तमान में AA दरों के डेट विकल्पों ने में अपनी पूँजी का लगभग 40 % और अन्य A और निम्न दर के विकल्पों में 33 % निवेश किया है।
A+, A1+, AA- रेटिंग के कम गुणवत्ता वाले बॉन्ड रखने पर उन बॉन्ड द्वारा संभावित उंची दरों से योजना के लाभ में मदद मिली है। हालांकि, फंड की काफी संपत्ति AAA रेटेड बॉन्ड में निवेश है, जो योजना के पोर्टफोलियो की स्थिरता को तय करता है।
ICICI प्रूडेंशियल सेविंग्स फंड
कैटेगिरी: डेट ( शॉर्ट टर्म अवधि)
A.U.M. : 19,022 करोड़ रुपये (30 सितंबर, 2019 तक)
स्थापना की तारीख: 27 सितंबर, 2002
ICICI प्रूडेंशियल अल्ट्रा शॉर्ट टर्म अवधि का इनकम प्लान है। जिसका उद्देश्य अलग-अलग मैच्योरिटी के डेट विकल्पों में निवेश करके निवेशकों के लिए लाभ कमाना है। इस स्कीम ने लाभ कमाने के उद्देश्य के साथ पोर्टफोलियो की लिक्विडिटी, सुरक्षा के बीच बैलेंस बना कर रखा है।
इस स्कीम के निवेशों ने सरकारी सिक्योरिटी के साथ-साथ AA और हाई रेटेड बॉन्ड में निवेश किया है। फंड लगभग 50% निवेश A1+ रेटेड विकल्पों में करता है। हालांकि, AAA रेटेड पर 30% निवेश कर पोर्टफोलियो को मज़बूत किया है।
फंड द्वारा निवेश किये गए सभी डेट और बाज़ार के विकल्पों की औसत मैच्योरिटी 1 वर्ष से कम होती है।
ICICI प्रुडेंशियल लिक्विड प्लान
कैटेगिरी: डेट (लिक्विड)
A.U.M. : 57,907 करोड़ रुपये (30 सितंबर, 2019 तक)
शुरुआत की तारीख: 17 नवंबर, 2005
डिज़ाइन के अनुसार लिक्विड फंड से यह अपेक्षा की जाती है कि उनमें अधिक रिटर्न/ लाभ के साथ बहुत कम जोखिम हो, जो बचत खातों से मिलने वाले रिटर्न/ लाभ से अधिक हों। ICICI प्रूडेंशियल लिक्विड प्लान फंड शॉर्ट टर्म के लिए अच्छा है, क्योंकि इस स्कीम का लक्ष्य सभी क्षेत्रों के निवेशकों को एक साथ कम जोखिम और अधिक लिक्विडिटी देना है।
अपने दिए गए उद्देश्य के अनुसार, फंड की पूँजी का अनुमानित 80% मनी मार्केट विकल्प में निवेश किया जाएगा, जबकि राशि के शेष हिस्से को डेट में रखा जाएगा।
फंड द्वारा किए गए निवेश की औसत मैच्योरिटी लगभग 90 दिन है, जो तय करती है कि स्कीम के पोर्टफोलियो में ब्याज दर स्थिर है।
अपने निवेश की शॉर्ट टर्म मैच्योरिटी के चलते फंड खरीदे गए बॉन्ड को खरीदने बेचने के बजाय मैच्योरिटी तक रखता है। फंड ने अपनी 90 % पूँजी A1+ रेटेड डेट विकल्पों में निवेश की है।
निप्पॉन इंडिया लिक्विड फंड – ट्रेजरी प्लान
कैटेगिरी: डेट (लिक्विड)
A.U.M. : 21,997 करोड़ रुपये (30 सितंबर, 2019 तक)
स्थापना का दिनांक: 09 दिसंबर, 2003
रिलायंस लिक्विड फंड – ट्रेजरी प्लान वर्तमान में भारत में उपलब्ध सबसे लोकप्रिय लिक्विड डेट फंड में से एक है, और इसका मैनेजमेंट रिलायंस म्यूचुअल फंड AMC द्वारा किया जाता है। इस योजना का उद्देश्य निवेशकों को सबसे बेहतर रिर्टन/ लाभ देना है, यह स्कीम में लिक्विडिटी अधिक है व कम जोखिम है।
इस स्कीम में उपलब्ध प्रमुख निवेश विकल्पों में मनी मार्केट व डेट सिक्योरिटी शामिल है। इस फंड ने पूरे पोर्टफोलियो के जोखिम को कम करने के लिए लगभग 90 दिनों की औसत मैच्योरिटी के साथ उच्च गुणवत्ता वाले डेट सिक्योरिटी और मनी मार्केट में निवेश करने पर अधिक ध्यान दिया है।
इस स्कीम की शॉर्ट टर्म मैच्योरिटी व इसकी कम-ब्याज दर के चलते इस स्कीम का पोर्टफोलियो स्थिर हुआ है। फंड ने अपने एसेट का लगभग 95% निवेश A1+ रेटेड डेट विकल्पों में किया है।
निष्कर्ष
यदि आप शॉर्ट टर्म म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहते हैं, तो इक्विटी फंड में निवेश नहीं करना बेहतर है। मुख्यतः इक्विटी योजनाएं शॉर्ट टर्म में अधिक अस्थिर होती हैं। इक्विटी फंड में बाज़ार में उतार-चढ़ाव से हुए जोखिम को देखते हुए यह स्कीम लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करने के लिए बेहतर है।
इसके अलावा, इक्विटी म्यूचुअल फंड निवेश, विशेष रूप से मिड और स्मॉल कैप स्टॉक संभावित बाज़ार सुधार के कारण कम लिक्विड होगी, जो उन्हें शॉर्ट टर्म निवेश के लिए एक खराब विकल्प भी बनाते हैं।
दूसरी ओर, सुझाए गए डेट निवेश विकल्प इक्विटी फंड की तुलना में अधिक सुरक्षित हैं क्योंकि इसमें बाज़ार जोखिम बहुत कम है। इसके अलावा, सुझाए गए डेट फंड में कम औसत मैच्योरिटी की सुविधा होती है। संभावित रूप में इस स्कीम में कम जोखिम होता है और साथ ही साथ यह अधिक लिक्विड होता है।