डिविडेंड यील्ड फंड क्या हैं?
डिविडेंड लाभ के उस हिस्से को परिभाषित करता है जो एक कंपनी अपने शेयरधारकों के साथ बाट है। डिविडेंड यील्ड फंड वो म्यूचुअल फंड है जो केवल उन कंपनियों के शेयरों / स्टॉक में निवेश करता है जो अधिक डिविडेंड का भुगतान करती हैं।
- सेबी द्वारा तय दिशा-निर्देशों के अनुसार, इन फण्ड को अपनी संपत्ति का न्यूनतम 65% डिविडेंड यील्ड वाले शेयरों में निवेश करना चाहिए
- चूंकि कंपनियां केवल तब ही अधिक डिविडेंड का भुगतान शेयरधारकों को कर सकती हैं जब उनको लाभ हुआ है। इसलिए डिविेडेंड यील्ड फंड निवेश करने से पहले इस संबंध में कंपनियों का ट्रैक्ट रिकॉर्ड देखते हैं
- ऐसे निवेशक जो रेगुलर आय की तलाश कर रहे हैं, भले ही तुलनात्मक रूप से कम हो, उन्हें इन फंड में निवेश करने पर विचार करना चाहिए
डिविडेंड यील्ड फंड दो तरह के होते हैं; वे फण्ड जो मुख्य रूप से कंपनी की इक्विटी में निवेश (न्यूनतम 65%) करते हैं और दूसरे वो फण्ड जो कंपनी के डेट में निवेश (न्यूनतम 65%) करते हैं।
निवेश के लिए डिविडेंड यील्ड फंड की लिस्ट
उनके पिछले 5 साल के रिटर्न के आधार पर, नीचे दिए गए शीर्ष डिविडेंड यील्ड फंड की एक लिस्ट है जिन पर आप वर्ष 2020 में निवेश करते समय विचार कर सकते हैं-
फंड का नाम | AUM (करोड़) | 1-वर्ष का रिटर्न (%) | 3-वर्ष का रिटर्न (%) | 5-वर्ष का रिटर्न (%) |
प्रिंसिपल डिविडेंड यील्ड फंड | ₹ 183 | 11.83 | 13.04 | 9.18 |
टेम्पलटन इंडिया इक्विटी इनकम फंड | ₹ 909 | 9.28 | 9.52 | 7.50 |
यूटीआई (UTI) डिविडेंड यील्ड फंड | ₹ 2,346 | 8.30 | 10.24 | 6.59 |
आईसीआईसीआई (ICICI) प्रूडेंशियल डिविडेंड यील्ड फंड | ₹ 171 | 3.41 | 6.41 | 5.41 |
आदित्य बिड़ला सन लाइफ डिविडेंड यील्ड फंड | ₹ 753 | 11.75 | 5.30 | 3.55 |
27 जनवरी 2020 तक डेटा; सोर्स: वैल्यू रिसर्च
1. प्रिंसिपल डिविडेंड यील्ड फंड
उदाहरण के लिए, अगर आपने 9.18 % (27 जनवरी 2020 तक) के CAGR पर 5 वर्षों के लिए 65,000 रु. निवेश किए हैं, तो आपके निवेश के अंत में आपका फंड (जो आज होगा) 1,00,839 रु. होगा।
- लाभ के उद्देश्य से फंड मुख्य रूप से उन कंपनियों में निवेश करता है, जो विविध पोर्टफोलियो में निवेश करके डिविडेंड डिस्ट्रीब्यूशन के माध्यम से अधिक डिविडेंड देती है
- फंड की कुल संपत्ति में से 72.84% लार्ज कैप कंपनियों में, 12.2% मिड कैप में और 13.06% स्मॉल कैप में निवेश किया जाता है
- इसके अतिरिक्त, फंड का केवल 0.8% डेट सिक्योरिटी में निवेश किया गया है
- फंड को इक्विटी और इक्विटी से जुड़ी सिक्योरिटी में निवेश के माध्यम से लम्बे समय में लाभ कमाने वालों के लिए उपयुक्त माना जाता है
2. टेम्पलटन इंडिया इक्विटी इनकम फंड
उदाहरण के लिए, अगर आपने 7.50 % (27 जनवरी 2020 तक) के CAGR पर 5 वर्षों के लिए 75000 रु. निवेश किए हैं, तो आपके निवेश के अंत में आपका फंड (जो आज होगा) 1,07,672 रु. होगा।
- फंड को प्रमुख रूप से भारतीय, वृद्धि करने वालों शेयरों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए जाना जाता है जो वैल्यू स्ट्रेटजी का उपयोग करके अधिक लाभ कमाने की क्षमता रखते हैं
- यह फंड उन निवेशकों की निवेश ज़रूरतों के अनुसार हैं जो लंबे समय में अपने लिए एक अधिक लाभ कमाना चाहते हैं
- यह सुझाव दिया जाता है कि केवल 5 साल का निवेश करने वाले निवेशकों को इस फंड में निवेश करना चाहिए
- इक्विटी फोकस्ड फंड होने के नाते, फंड की कुल संपत्ति का 95.33% इक्विटी और इक्विटी से जुड़ी सिक्योरिटी में निवेश किया जाता है
- फंड का मुख्य निवेश पावर, सॉफ्टवेयर और गैस क्षेत्रों में किया गया है। फण्ड नी जिन कंपनियों में अधिकतम निवेश किया है वो हैं, इन्फोसिस लिमिटेड, Xinyi सोलर होल्डिंग लिमिटेड, और पावर ग्रिप कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया है
3. UTI डिविडेंड यील्ड फंड
उदाहरण के लिए, अगर आपने 6.59 % (27 जनवरी 2020 तक) के CAGR पर 5 वर्षों के लिए 80,000 रु. निवेश किए हैं, तो आपके निवेश के अंत में आपका फंड (जो आज होगा) 1,10,070 रु. होगा।
- मुख्य रूप से डिविडेंड देने वाली इक्विटी और इक्विटी से जुड़ी सिक्योरिटी में निवेश करते हुए फंड मैनेजर नगदी, मैनेजमेंट गुणवत्ता, आय में बढ़त की संभावनाओं आदि का ध्यान रखते हैं
- फंड का निवेश उद्देश्य अपने निवेशकों के लिए लाभ कमाना है, जबकि बाज़ार कैप स्पेक्ट्रम में खुद को सक्रिय रूप से स्थान देने की फ्लेक्सिबिलिटी है
- फंड न्यूनतम 5 वर्षों के लिए निवेशित रहने पर कैपिटल गेन और डिविडेंड यील्ड, दोनों के लाभ प्रदान करता है
4. आईसीआईसीआई (ICICI) प्रूडेंशियल डिविडेंड यील्ड फंड
उदाहरण के लिए, अगर आपने 5.41 % (27 जनवरी 2020 तक) के CAGR पर 5 वर्षों के लिए 95,000 रु. निवेश किए हैं, तो आपके निवेश के अंत में आपका फंड (जो आज होगा) 1,23,632 रु. होगा।
- फंड को कम जोखिम लेने वाले निवेशकों के लिए अच्छा विकल्प माना जाता है और जिनका लक्ष्य रिटायरमेंट जैसे निवेश विकल्प हैं
- फंड मुख्य रूप से इक्विटी और इक्विटी से जुड़ी सिक्योरिटी में निवेश करके अपने निवेशकों को लम्बे समय में लाभ देता है
- यह फंड इक्विटी और इससे जुड़ी सिक्योरिटी में 97.1% और बाकी 2.9% मनी मार्केट में निवेश करता है
- यह सलाह दी जाती है कि निवेशक अपने निवेश से लाभ पाने के लिए कम से कम 5 साल के लिए फंड में निवेश करें
5. आदित्य बिड़ला सन लाइफ डिविडेंड यील्ड फंड
उदाहरण के लिए, अगर आपने 3.5 % (27 जनवरी 2020 तक) के CAGR पर 5 वर्षों के लिए 85,000 रु. निवेश किए हैं, तो आपके निवेश के अंत में आपका फंड (जो आज होगा) 1,01,197 रु. होगा।
- यह फंड मुख्य रूप से अधिक डिविडेंड देने वाली कंपनियों के डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो में निवेश करके लाभ कमाता है
- फंड मैनेजर एक डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो बनाने पर काम करते हैं जैसे कि यह हाई डिविवडेंड यील्ड, मज़बूत नगदी और कम अस्थिरता वाली कंपनियों पर केंद्रित है
- फंड की कुल संपत्ति में से 45.44% लार्ज कैप कंपनियों में, 37.105 मिड कैप में और बाकी 17.46% स्मॉल कैप में निवेश किया जाता है
- फंड का बड़ा निवेश ऊर्जा (18.08%), वित्तीय (16.12%) और FMCG (15%%) सेक्टर में है
लाभ
- ये फंड अपने निवेशकों को अधिक डिविडेंड प्रदान करता है, जो रेगुलर डिविडेंड आय के रूप में स्थिर नगदी देते हैं
- पेश किए गए डिविडेंड निवेशक के लिए टैक्स-मुक्त होते हैं, जिससे निवेशकों को अधिक टैक्स-छूट लिमिट मिलती है
- डिविडेंड फंड निवेशकों को बाज़ार में उतार-चढ़ाव के जोखिम को कम करने में मदद करते हैं और बाज़ार में उतार-चढ़ाव के दौरान बचाव का काम करते हैं
- चूंकि ये फंड हमेशा उन संगठनों से जुड़े होते हैं जिनका रिकॉर्ड अच्छा है, इसलिए उन्हें हमेशा भविष्य में अधिक रिटर्न का भरोसा दिया जाता है
- डिविडेंड यील्ड फंड लंबे समय में निवेश पर बेहतर लाभ प्रदान करते हैं क्योंकि फंड मैनेजर केवल ब्लूचिप स्टॉक में निवेश करते हैं
- डिविडेंड यील्ड फंड में किए गए निवेश में कम जोखिम होता है, जो किसी भी निवेश होरिजन और जोखिम के साथ निवेशकों के लिए उपयुक्त बनाता है
डिविडेंड यील्ड फंड में निवेश कैसे करें
आप निम्नलिखित तरीके में से किसी से भी डिविडेंड यील्ड फंड में निवेश कर सकते हैं-
ऑफ़लाइन तरीका – अगर आपको फंड में निवेश करने के बारे में जानकारी नहीं है, तो आप एक एजेंट के माध्यम से निवेश करना चुन सकते हैं। हालांकि, ब्रोकर के माध्यम से एक फंड में निवेश करना आपको रेगुलर योजनाओं के माध्यम से निवेश के लिए योग्य बनाता है जो निवेश में विभिन्न रिटर्न और विभिन्न खर्चों की पेशकश करते हैं। यदि आप फंड में स्वतंत्र रूप से निवेश करना चाहते हैं, तो आपको अपने फंड के AMC की नज़दीकी शाखा पर करना होगा। निम्नलिखित दस्तावेज़ों को ले जाना न भूलें-
- पहचान प्रमाण (आधार कार्ड)
- रद्द किया गया चेक
- पासपोर्ट साइज़ फोटो (लगभग 4-5)
- पैन कार्ड
- KYC दस्तावेज़ (KYC वैरिफिकेशन के लिए)
ऑनलाइन तरीका – अगर आप कमीशन या ब्रोकरेज के अपने खर्च को बढ़ाना नहीं चाहते हैं, तो आप पैसाबा़ज़ार.कॉम जैसी वेबसाइट को चुन सकते हैं, यहां आप 1,700 से अधिक फंड की तुलना कर सकते हैं और आप उस फंड को चुन सकते हैं, जिसमें आप निवेश करना चाहते हैं। अपने निवेश के भविष्य के मूल्य का अनुमान लगाने के लिए SIP कैलकुलेटर या लम्पसम कैलकुलेटर का उपयोग करें।
संबंधित सवाल
प्रश्न. डिविडेंड यील्ड और डिविडेंड ऑप्शन फंड में क्या अंतर है?
उत्तर: डिविडेंड यील्ड फंड उन कंपनियों में निवेश करता है जो अधिक डिविडेंड देते है और लगातार डिविडेंड देने में उनका ट्रैक रिकॉर्ड अच्छा होता है। दूसरी ओर, म्यूचुअल फंड का डिविडेंड निवेशक को रेगुलर आय प्राप्त करने का विकल्प देता है, जिसे डिविडेंड कहा जाता है। म्युचुअल फंड जो डिविडेंड ऑप्शन प्रदान करते हैं, केवल कैपिटल के माध्यम से रिटर्न देता हैं।
प्रश्न. डिविडेंड डिस्ट्रीब्यूशन टैक्स (DDT) क्या है?
उत्तर: कंपनियां अपने शेयरधारकों के बीच डिविडेंड घोषणाओं के रूप में अपने मुनाफे को बांटती हैं। इस तरह के डिविडेंड को शेयरधारकों की आय के हिस्से के रूप में माना जाता है। ऐसी आय पर लगाए गए टैक्स को डिविडेंड डिस्ट्रीब्यूशन टैक्स (DDT) कहा जाता है । हालांकि, आय के अन्य रूपों के विपरीत, जहां आय के रिसीवर पर आयकर लगाया जाता है, डीडीटी पर डिविडेंड घोषित कंपनी पर ही शुल्क लिया जाता है। इस तरह, लाभांश आय प्राप्तकर्ता के लिए टैक्स-मुक्त है। हालांकि, एक वर्ष में 10 लाख रु. से अधिक के डिविडेंड पर व्यक्तियों, HUF, पार्टनरशिप फर्म या प्राइवेट ट्रस्ट पर 10% इनकम टैक्स लगता है।
प्रश्न. वर्तमान डिविडेंड डिस्ट्रीब्यूशन टैक्स (DDT) दर क्या है?
उत्तर: इक्विटी और डेट फंड के लिए डिविडेंड यील्डिंग म्यूचुअल फंड का टैक्स अलग है। डिविडेंड यील्डिंग म्यूचुअल फंड (इक्विटी) पर 10% (11.64%, सरचार्ज और सेस समेत) पर टैक्स लगाया जाता है, म्यूचुअल फंड (डेट) पर 25% (29.12%, सरचार्ज और सेस समेत) टैक्स लगाया जाता है।