ELSS एक प्रकार का इक्विटी फंड है और यह एकमात्र म्यूचुअल फंड है,जिसमें आयकर अधिनियम की धारा 80 C के तहत 1.5 लाख रुपये तक की टैक्स छूट मिलती है।
2020 में निवेश के लिए सबसे बेहतर 10 ELSS फंड
सर्वश्रेष्ठ ELSS फंड्स : 2020
फंड का नाम | रिटर्न (%) | ||||
1 साल | 3 साल | 5 वर्ष | 7 साल | 10 साल | |
एक्सिस लॉन्ग टर्म इक्विटी | 14.96 | 11.13 | 13.00 | 19.17 | 15.83 |
मिराए एसेट टैक्स सेवर | 16.53 | 9.49 | – | – | – |
इनवेस्को इंडिया टैक्स प्लान | 12.71 | 7.14 | 11.27 | 16.73 | 12.43 |
आदित्य बिड़ला सन लाइफ टैक्स रिलीफ 96 | 8.30 | 3.88 | 10.31 | 16.27 | 10.82 |
DSP टैक्स सेवर | 8.81 | 5.38 | 11.64 | 16.47 | 11.73 |
कोटक टैक्स सेवर | 10.97 | 6.19 | 11.18 | 16.14 | 9.85 |
ICICI प्रूडेंशियल लॉन्ग टर्म इक्विटी | 7.74 | 5.66 | 8.63 | 14.12 | 10.94 |
मोतीलाल ओसवाल लॉन्ग टर्म इक्विटी | 3.75 | 3.33 | 11.33 | – | – |
टाटा इंडिया टैक्स सेवर | 7.31 | 4.48 | 11.01 | 16.47 | 12.02 |
निप्पॉन इंडिया टैक्स सेवर | -4.70 | -8.30 | 3.17 | 12.51 | 8.81 |
बेंचमार्क
(S&P BSE 500 TRI) |
12.29 | 6.52 | 11.63 | 14.11 | 9.62 |
ELSS कैटेगरी ऐवरेज | 10.21 | 4.17 | 9.79 | 14.60 | 10.25 |
( 24 नवम्बर, 2020 को लिया गया डेटा : स्रोत: वैल्यू रिसर्च )
जानें क्यों ELSS है बेस्ट टैक्स सेविंग ऑप्शन ?
*वीडियो में दिखाये गए सभी आंकड़े 31 मार्च 2019 तक के हैं।
- लॉक–इन अवधि: ELSS में 3 साल की सबसे छोटी लॉक-इन अवधि होती है जो कि सभी टैक्स बचाने वाले निवेश विकल्पों में से बेहतर है। जिसमें FD फिक्स्ड डिपॉजिट, PPF (पब्लिक प्रॉविडेंट फंड), NPS (नेशनल पेंशन सिस्टम), NSC (नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट), आदि शामिल हैं।
- उच्च रिटर्न/ लाभ/ लाभ: ELSS में अन्य टैक्स सेविंग निवेश की तुलना में अपेक्षाकृत अधिक रिटर्न/ लाभ/ लाभ देने की क्षमता होती है। एक ELSS आपको 15% -18% के बीच रिटर्न/ लाभ/ लाभ प्रदान कर सकता है।
- टैक्स: आयकर अधिनियम की धारा 80 C के तहत 1.5 लाख रुपये तक की टैक्स छूट के अलावा ELSS अन्य टैक्स लाभ भी देता है। FD के विपरीत, एक ELSS द्वारा एक साल में प्राप्त 1 लाख रु. तक के रिटर्न/ लाभ पर टैक्स नहीं लगता है।
- SIP: ELSS अकेला ऐसा टैक्स सेविंग विकल्प है जो SIP की सुविधा देता है। इस माध्यम से निवेशक न्यूनतम 500 रु. तक की राशि से निवेश शुरू कर सकते हैं।
ELSS बनाम अन्य टैक्स सेविंग निवेश विकल्प
टैक्स सेविंग निवेश विकल्प | लॉक-इन अवघि | रिर्टन | रिस्क |
ELSS | 3 वर्ष | 15%-18% | ज़्यादा |
FD | 5 वर्ष | 6.50%-8.25% | कम |
PPF | 15 वर्ष | 8% | कम |
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट | 5 वर्ष | 8% | कम |
नेशनल पेंशन सिस्टम | रिटायरमेंट तक (60 वर्ष की आयु) | 10.81%* | मघ्यम |
*5-वर्षीय वेटेज औसत रिटर्न (इक्विटी में 50% और कॉर्पोरेट बॉन्ड
और सरकारी बॉन्ड में 25%) NPS टियर -1 योजनाओं में रिर्टन की गारंटी नहीं देता है।
ELSS में किसे निवेश करना चाहिए ?
चूंकि ELSS एक बाज़ार से जुड़ा निवेश विकल्प है, इसलिए यह उच्च रिटर्न/ लाभ पाने की इच्छा रखने वाले लोगों के लिए एक अच्छा टैक्स सेविंग विकल्प है। जो उच्च स्तर का जोखिम उठाने के लिए तैयार हैं तो 5 साल और उससे अधिक की लंबी अवधि में, ELSS निवेश आपकी इनकम में बढ़ोतरी करता है।
जो लोग जोखिम से बचना चाहते हैं और जो लंबी अवधि के लिए ELSS में निवेश नहीं करना चाहते हैं, वे अपने पैसे को FD, PPF जैसे अपेक्षाकृत सुरक्षित टैक्स सेविंग निवेश विकल्पों में निवेश कर सकते हैं।
संबंधित सवाल
प्रश्न. ELSS में निवेश करने के लिए कौन योग्य होता है?
उत्तर: वह कोई भी वयक्ति जो अपनी म्यूचल फंड KYC की प्रक्रिया पूरी कर चुका है वह ELSS में निवेश कर सकता है।
प्रश्न. ELSS में लॉक-इन पीरियड क्या होता है?
उत्तर: ELSS 3 साल की लॉक-इन अवधि के साथ आता है, जिसका अर्थ है कि ELSS में किए गए किसी भी निवेश को निवेश की तारीख से 3 साल पूरा होने से पहले वापस नहीं लिया जा सकता है। 3-वर्ष की अवधि के पूरा होने के बाद, यह निवेशकों पर निर्भर है कि वह अपना पैसा वापस लेना चाहते हैं या इस योजना में छोड़ देते हैं, जहां वह रिटर्न/ लाभ देना जारी रखेगा। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सभी टैक्स सेविंग निवेश विकल्पों के बीच, ELSS में सबसे कम लॉक-इन अवधि होती है। उदाहरण के लिए FD के लिए अन्य टैक्स सेविंग विकल्प 5 साल की लॉक-इन अवधि के साथ आते हैं और PPF में 15 साल।
प्रश्न. ELSS किस तरह का रिटर्न/ लाभ देता है?
उत्तर: बाज़ार से संबंधित होने की वजह से, ELSS में अन्य टैक्स सेविंग निवेश विकल्पों की तुलना में अधिक रिटर्न/ लाभ उत्पन्न करने की क्षमता होती है। एक ELSS आपको 15% -18% के बीच रिटर्न/ लाभ प्रदान कर सकता है।
प्रश्न. ELSS पर टैक्स कैसे लगाया जाता है?
उत्तर: ELSS निवेश प्रति वर्ष 1.5 लाख रुपये तक टैक्स फ्री होता है। अन्य सभी म्यूचुअल फंडों की तरह, ELSS अपने निवेशकों के लिए दो रूपों में इनकम देता है – डिवीडेंट और कैपिटल गेन्स ( रिडीम मूल्य और खरीद मूल्य के बीच का अंतर)।डिवीडेंट और कैपिटल गेन्स के लिए टैक्स अलग-अलग है। कैपिटल गेन्स को शॉर्ट-टर्म कैपिटल गेन्स (1 वर्ष से कम की अवधि) और लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन्स (1 वर्ष और अधिक की होल्डिंग अवधि) में विभाजित किया जा सकता है। एक ELSS में शॉर्ट-टर्म कैपिटल गेन नहीं होता है क्योंकि यह 3 साल के लॉक-इन के साथ आता है। ELSS पर कमाए लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन पर 10% की दर से टैक्स लगता है लेकिन तब जब वो र 1 लाख रु. से ज़्यादा हो।
प्रश्न. ELSS में कम से कम व अधिकतम कितना निवेश किया जाता है?
उत्तर: ELSS में निवेश करने की कम से कम व अधिकतम निवेश की राशि स्कीम पर निर्भर करती है। पर सामान्यत: लम्पसम में कम से कम 5000 रुपये और SIP में कम से कम 500 से निवेश किया जा सकता है। इसकी कोई अधिकतम सीमा तय नहीं है।
प्रश्न. क्या ELSS इंडेक्सेशन के लाभ के लिए योग्य है?
उत्तर: नहीं, ELSS से कमाए गए रिटर्न/ लाभ पर इंडेक्सेशन का लाभ नहीं मिलता है। इंडेक्सेशन के लाभ के लिए केवल डेट फंड ही योग्य होते हैं। इंडेक्सेशन के लाभ का मतलब है कि आपको मिले रिटर्न/ लाभ पर जब टैक्स लगाया जाएगा तो ये भी सुनिश्चित किया जाएगा की इस दौरान कितनी महंगाई बढ़ी है और बढ़ी महंगाई के हिसाब से कमाए गए रिटर्न/ लाभ में से कुछ राशि काटकर बची हुई राशि पर टैक्स लगाया जाएगा।