प्रोविडेंट फंड, पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) कम जोखिम वाली फिक्स्ड रिटर्न इन्वेस्टमेंट स्कीम है, जो पोस्ट ऑफिस के साथ-साथ भारत के प्रमुख पब्लिक और प्राईवेट सेक्टर के बैंको में भी उपलब्ध है। PPF अकाउंट के शुरुआती दिनों में, यह कागज़ी प्रक्रिया हुआ करती थी, जिसमें अकाउंट खोलना और मैच्योरिटी पर पैसे निकालना शामिल था। योजना में निवेश केवल नकद या चेक के माध्यम से किया जा सकता था। हालांकि, अब इन सब कार्यों के लिए ऑनलाइन सेवा उपलब्ध है।
PPF भुगतान के तरीके
वर्तमान में, कोई भी व्यक्ति पब्लिक/ प्राईवेट सेक्टर के बैंक में अकाउंट होने पर ही ऑनलाइन PPF भुगतान कर सकता है। यह सुविधा उन लोगों के लिए उपलब्ध नहीं है, जिन्होंने इंडिया पोस्ट ऑफिस के साथ अपना PPF अकाउंट खोला है। ECS मैंडेट्स, NEFT और स्टैंडिंग इंस्ट्रक्शन PPF भुगतान करने के लिए आपके द्वारा उपयोग किए जाने वाले विभिन्न तरीके हैं। SBI, HDFC बैंक, AXIS बैंक , ICICI बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा जैसे कई बैंक ऑनलाइन भुगतान की सुविधा प्रदान करते हैं।
1. ECS के माध्यम से PPF भुगतान
- इलेक्ट्रॉनिक क्लियरिंग सिस्टम (ECS) एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा एक निश्चित राशि को समय-समय पर एक बैंक खाते से दूसरे खाते में ट्रांसफर किया जा सकता है। यह प्रणाली PPF अकाउंट के लिए भी काम करती है।
- ECS के माध्यम से भुगतानकरने के लिए, आपको उसी बैंक शाखा जाना होगा जहाँ आपने अकाउंट खोला था और कुछ दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने होंगें।
- यहप्रक्रिया ऑटोमैटिक है और पैसा बैंक अकाउंट (सेविंग्स/ करेंट अकाउंट) से कट जाता है और आपके PPF अकाउंट में जमा हो जाता है।
- ECS एकही बैंक (इंट्रा-बैंक ट्रांसफर) के अकाउंट के साथ-साथ दो अलग-अलग बैंकों (इंटरबैंक ट्रांसफर) के बीच ट्रांसफर के लिए काम करती है।
- ECS कोअब NACH – नेशनल ऑटोमेटेड क्लियरिंग हाउस सिस्टम के हिस्से के रूप में शामिल किया गया है।
2.NEFT का उपयोग करके PPF भुगतान
- NEFT या नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रान्सफर, भारत में बैंकों के बीच अकाउंट ट्रांजेक्शन के लिए है और इसे RBI द्वारा मैनेज किया जाता है।
- आप किसी भी स्थान से NEFTद्वारा अपने बैंक अकाउंट से PPF अकाउंट में पैसे ट्रान्सफर कर सकते हैं।
- NEFT द्वारा PPF भुगतान करने के लिए आपके पास PPF अकाउंट नंबर और IFSC कोड होना चाहिए। ये जानकारीPPF अकाउंट पासबुक में उपलब्ध होती है।
- NEFT द्वारा ट्रांजेक्शन के लिए ज़रूरी है कि आप एक बैंक से जिस अन्य बैंक के खाते में ट्रांजेक्शन कर रहे हैं, उन दोनों में ही NEFT की सुविधा उपलब्ध हो।
- NEFT सेविंग्स/ करेंट अकाउंट से PPF अकाउंट में इंट्रा-बैंक ट्रांसफर या इंटरबैंक ट्रांसफर हो सकता है।
- वर्तमानमें RTGS, IMPS और UPI ट्रांसफर के माध्यम सें PPF में ऑनलाइन ट्रांसफर की सुविधा उपलब्ध नहीं हैं।
3.स्टैंडिंग इंस्ट्रक्शन द्वारा PPF भुगतान
- स्टैंडिंग इंस्ट्रक्शन (SI) एक निर्देश है जो एक बैंक अकाउंट होल्डर अपने बैंक को दूसरे के अकाउंट में तय समय पर एक निर्धारित राशि का भुगतान करने के लिए देता है।
- एक ही या अलग-अलग बैंक के साथ खोले गये PPF अकाउंट में आपकी सेविंग्स/ करंट अकाउंट से धनराशि के ट्रांसफर के लिए एक स्थायी निर्देश दिया जा सकता है।
- स्टैंडिंग इंस्ट्रक्शनऑनलाइन PPF भुगतान करने का एक असान तरीका है क्योंकि आप इसे मासिक आधार पर 1 महीने से 12 महीने की अवधि के साथ-साथ दैनिक आधार पर 5 दिनों से 30 दिनों की अवधि के लिए तय कर सकते हैं।
4. PPF ऑफ़लाइन भुगतान नकद और चेक द्वारा
यदि आपने पोस्ट ऑफिस में PPF अकाउंट खोला है तो उस स्थिति में आप केवल ऑफलाइन तरीकों से राशि जमा कर सकते हैं – नकद और चेक। इन ऑफ़लाइन भुगतान को अभी भी ज़्यादातर बैंकों द्वारा PPF भुगतान के लिए स्वीकार किया जाता है।
- नकदद्वारा अपने PPF अकाउंट में पैसे जमा करने के लिए, आपको एक पे-इन स्लिप भरनी होगी। जिसमें अकाउंट नंम्बर, PPF अकाउंट नम्बर, आदि की जानकारी देनी होगी।
- पे-इनस्लिप के साथ जमा पैसे को कैशियर के पास जमा करना होगा। राशि तुरंत आपके PPF अकाउंट में जमा हो जाती है।
- यदिआप एक चेक के माध्यम से भुगतान कर रहे हैं, तो सुनिश्चित करें कि यह PPF अकाउंट के अनुसार चेक सही नाम से बना हो।
- सुनिश्चितकरें कि आप PPF अकाउंट होल्डर का नाम, PPF अकाउंट नंम्बर और चेक के पीछे अपना मोबाइल नंबर लिखें, ताकि कोई समस्या आने पर बैंक आपको बता सके।
- आप चेक को उस बैंक के ड्रॉप बॉक्स में भी जमा कर सकते हैं जहाँ आपका PPF अकाउंट है।
PPF में भुगतान के नियम
ऑनलाइन PPF भुगतान के कुछ प्रमुख नियम जो आपको अपने PPF अकाउंट में ऑनलाइन भुगतान करने लिए ध्यान रखना जरुरी है। इनमें से कुछ हैं:
- आपके PPF अकाउंट को अच्छी स्थिति में रखने के लिए प्रतिवर्ष 500 रु न्यूनतम भुगतान करना जरुरी हैं।
- PPF अकाउंट में प्रतिवर्ष 5 लाख तक का भुगतान एक साथ या किस्तों के रूप में कर सकते हैं।
- एकवर्ष में आप अपने PPF अकाउंट में अधिकतम किस्तों की संख्या 12 कर सकते हैं।
उपरोक्त सीमाएं और नियम PPF अकाउंट में किए गए सभी ऑनलाइन और ऑफलाइन भुगतानों पर लागू होते हैं।
PPF का भुगतान करना भूल जाना
PPF का भुगतान करना भूलना सामान्य नहीं है। छूटे PPF भुगतान के कारणों में निम्नलिखित शामिल हैं:
ऑनलाइनPPF भुगतान के मामले में, अकाउंट में पर्याप्त बैलेंस ना होना सबसे आम कारण है। ऐसे मामलों में, आप पर जुर्माना लगाया जाएगा जैसे कि बाउंस किए गए ECS भुगतान पर लगता हैं।
ऑफ़लाइन भुगतान के मामले में भी, यदि आप चेक के माध्यम सें भुगतान कर रहे हैं, तो पर्याप्त बैलेंस ना होने पर और हस्ताक्षर मैच ना होने पर जैसे कारण सामान्य हैं। ऐसे मामलों में भी, चेक जारी करने वाले बैंक सें चेक बाउंस शुल्क के रूप में जुर्माना वसूला जायेगा ।
यदि आप PPF अकाउंट में न्यूनतम वार्षिक जमा राशि नहीं जमा करते हैं या भूल जाते हैं तो यह खाते को निष्क्रिय करने की ओर ले जाएगा। ऐसे मामलों में, आप 50 रुपये का जुर्माना देकर अकाउंट को फिर से सक्रिय कर सकते हैं। आप जितने वर्ष भी PPF भुगतान भूले हैं उसके लिए आपको 500 रु. प्रतिवर्ष PPF भुगतान देना होगा।