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टाटा AMC (एसेट मैनेजमेंट कंपनी) द्वारा मैनेज की जाने वाले टाटा म्यूचुअल फंड, टाटा समूह का एक हिस्सा है। TATA AMC विभिन्न प्रकार के म्यूचुअल फंड और निवेश विकल्प प्रदान करता है। यह निवेशकों के लक्ष्यों और जोखिम प्रोफाइल के अनुसार निवेशकों को कई निवेश विकल्प प्रदान करता है। यह भारत में निवेश करने वाले बड़े निवेशकों को सलाहकार सेवा और पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सेवाएं प्रदान करता है।
वे जोखिम को नियंत्रित कर अधिक रिटर्न (लाभ) का लक्ष्य रखते हैं। श्री राजीव सभरवाल टाटा AMC के प्रेसीडेंट हैं, जबकि राहुल सिंह इक्विटीज के मुख्य निवेश अधिकारी (CIO) हैं और मूर्ति नागराजन डेट के प्रमुख हैं। इसमें निवेश योजनाओं के मैनेजमेंट में नियंत्रण और संतुलन के आधार पर 24 साल के मज़बूत रिस्क मैनेजमेंट का ट्रैक रिकॉर्ड है।
टाटा एसेट मैनेजमेंट कंपनी द्वारा ऑफर किए गए फंड
टाटा एसेट मैनेजमेंट उन म्यूचुअल फंड के प्रावधान पर केंद्रित है जो लम्बे समय में अधिक म्यूचुअल फंड रिटर्न (लाभ) प्रदान करते हैं। टाटा ऐसेट मैनेजमेंट कम्पनी अनेकों म्यूचुअल फंड योजनाएं प्रदान करता है और पूरे जोखिम रिटर्न (लाभ) स्पेक्ट्रम में इसका मैनेजमेंट करता है।
टाटा इक्विटी फंड
एक इक्विटी म्युचुअल फंड, अपने फंड को इक्विटी बाज़ार में निवेश करता है। Tata AMC लार्ज, मिड, स्मॉल और मल्टी कैपिटलाइज़ेशन कंपनियों के शेयरों में निवेश करती है। यह विभिन्न अवधि की योजनाओं के साथ आता है, जिसमें लॉन्ग टर्म लक्ष्य से लेकर शॉर्ट टर्म की योजनाएं फाइनेंशियल लक्ष्यों और विभिन्न निवेशकों की स्थिति के अनुरूप होती हैं। टाटा एसेट मैनेजमेंट कंपनी द्वारा 5 सर्वश्रेष्ठ इक्विटी फंड दिए निम्नलिखित हैं:
फंड का नाम | 3 वर्ष में रिटर्न (लाभ) (%) | 5 वर्ष में रिटर्न (लाभ) (%) | NAV |
AUM (₹ करोड़ में ) |
टाटा इंडिया टैक्स सेविंग फंड | 10 | 14.13 | 19.23 | 1873.4 |
टाटा बैंकिंग और वित्तीय सेवा कोष | 16.31 | – | 20.89 | 309.73 |
टाटा लार्ज कैप और मिड कैप फंड | 8.75 | 11.82 | 223.63 | 1423.9 |
टाटा मिडकैप ग्रोथ फंड | 6.28 | 11.27 | 20.89 | 692.48 |
टाटा लार्ज कैप फंड | 5.97 | 7.57 | 209.73 | 817.46 |
टाटा डेट फंड
डेट फंड अपने फंड का एक बड़ा हिस्सा फिक्स्ड-इनकम सिक्योरिटीज जैसे कॉर्पोरेट बॉन्ड, सॉवरेन सिक्योरिटीज़, सर्टिफिकेट ऑफ डिपॉज़िट , कमर्शियल पेपर और कई अन्य डेट और मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स में लगाते हैं। टाटा म्यूचुअल फंड के पास डेट और अन्य विकल्पों में बहुत अधिक धन है। इनमें से कुछ शॉर्ट टर्म फंड हैं, जो कार खरीदने जैसे शॉर्ट टर्म लक्ष्यों के लिए फायदेमंद हैं, क्योंकि ये निवेश के साथ ही साथ बेहतर टैक्स बचत भी प्रदान कर सकते हैं। जबकि कुछ डेट फंड लम्बे समय में लाभ देते हैं। डेट फंड रिटायर्ड लोगों को सिस्टमैटिक विड्रॉल प्लान के ज़रिए समय समय पर टैक्स बचाने में मदद कर सकते हैं। Tata AMC के कुछ बेहतरीन डेट फंड निम्नलिखित हैं:
फंड का नाम | 3 वर्ष में रिटर्न (लाभ) (%) | 5 वर्ष में रिटर्न (लाभ) (%) | NAV |
AUM (₹ करोड़ में ) |
टाटा डायनेमिक बॉन्ड फंड | 6.54 | 8.81 | 31.09 | 378.15 |
टाटा शॉर्ट टर्म बॉन्ड फंड | 5.63 | 7.39 | 35.92 | 2103.82 |
टाटा लिक्विड फंड | 7.07 | 7.55 | 3052.29 | 24727.58 |
टाटा ट्रेजरी एडवांटेज फंड | 5.72 | 7 | 1799.17 | 1192.72 |
टाटा गिल्ट सिक्योरिटीज फंड | 7.4 | 9.51 | 60.17 | 237.8 |
टाटा हाइब्रिड फंड
हाइब्रिड म्यूचुअल फंड शेयरों और बॉन्ड के मिश्रण में निवेश करके अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाते हैं। कंज़र्वेटिव हाइब्रिड फंड इक्विटी के लिए अपने कम से कम जोखिम से निवेश पोर्टफोलियो के कुल जोखिम को कम करता है जबकि आक्रामक हाइब्रिड फंड, जोखिम लेने वालों की आवश्यकताओं को पूरा करता है जो अधिक रिटर्न (लाभ) की उम्मीद करते हैं। टाटा द्वारा ऑफर किए गए कुछ प्रमुख हाइब्रिड फंड निम्नलिखित हैं:
फंड का नाम | 3 वर्ष में रिटर्न (लाभ) (%) | 5 वर्ष में रिटर्न (लाभ) (%) | NAV |
AUM (₹ करोड़ में ) |
टाटा रिटायरमेंट सेविंग्स फंड – कंजर्वेटिव | 8.01 | 10.19 | 22.35 | 131.03 |
टाटा रिटायरमेंट सेविंग्स फंड – मॉडरेट | 10.29 | 13.67 | 33.06 | 1100.88 |
टाटा हाइब्रिड इक्विटी फंड | 5.38 | 9.16 | 223.38 | 4697.13 |
टाटा इक्विटी सेविंग फंड | 5.53 | 6.86 | 35.46 | 145.99 |
टाटा बैलेंस्ड एडवांटेज फंड | – | – | 10.64 | 844.48 |
टाटा म्यूचुअल फंड के लिए अपना म्युचुअल फंड eKYC कैसे करें
KYC (नो योर कस्टमर) ग्राहक पहचान प्रक्रिया होती है और यह उन निवेशकों के लिए अनिवार्य होती है जो म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहते हैं । फ्रॉड ट्रांजैक्शन को रोकने के लिए म्यूचुअल फंड निवेश के लिए पूंजी बाज़ार SEBI (सिक्योरिटीज़ एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया) द्वारा इसे अनिवार्य कर दिया गया है।
KYC प्रक्रिया निम्नलिखित सेबी-रजिस्टर्ड मध्यस्थों में से किसी के साथ शुरू और पूरी की जा सकती है:
- फंड हाउस (एसेट मैनेजमेंट कंपनी)
- रजिस्ट्रेशन एजेंसी (KRA) जैसे CAMS, कार्वी, CSDL (सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड) वेंचर्स, NSDL (नेशनल सिक्योरिटीज़ डिपॉज़िटरी लिमिटेड) और NSE के स्वामित्व वाली (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) डॉटएक्स इंटरनेशनल लिमिटेड
स्टेप 1: फंड हाउस की वेबसाइट या उपर्युक्त KRA की वेबसाइट पर जाएं और अपनी व्यक्तिगत जानकारी और अपने आधार लिंक्ड मोबाइल नंबर को भरकर एक निवेशक खाता बनाएं ताकि आप उस ओटीपी का उपयोग करके खाते को वैरीफाई कर सकें
स्टेप 2: अपनी पहचान प्रमाण और पता प्रमाण की सेल्फ-अटेस्ट कॉपी अपलोड करें बस इतना ही।
आपका eKYC प्रोसेस हो चुका है!
टाटा म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए आवश्यक दस्तावेज़
- पहचान प्रमाण
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- पासपोर्ट
- ड्राइविंग लाइसेंस
- पता प्रमाण
- आधार कार्ड
- ड्राइविंग लाइसेंस
- पासपोर्ट
- यूटीलिटी बिल
- लीज़ एग्रीमेंट
पैसाबाज़ार.कॉम के माध्यम से टाटा म्यूचुअल फंड में निवेश कैसे करें?
स्टेप 1: Paisabazaar.com पर, ‘Mutual Fund’ विकल्प का चयन करें
स्टेप 2: यदि आप एक रजिस्टर्ड यूज़र हैं, तो अपने मोबाइल नंबर और पासवर्ड / OTP का उपयोग करके प्लेटफ़ॉर्म पर लॉग इन करें। या एक नया खाता बनाएँ
स्टेप 3: बाईं ओर पर ‘Invest’ > ‘Explore All Funds’ चुनें
स्टेप 4: अपनी पसंद का आदित्य बिड़ला सन लाइफ फंड चुनें। अब, NAV, जोखिम, आदि सहित फंड की सभी जानकारी दिखाई देगी
स्टेप 5: निवेश करने के लिए अपनी इच्छा के अनुसार राशि दर्ज करें, निवेश प्रकार – SIP या लम्पसम चुनें , और ‘Confirm & add to cart’ विकल्प पर क्लिक करें
स्टेप 6: आप प्रमुख भारतीय बैंकों के नेट बैंकिंग का उपयोग करके भुगतान पूरा कर सकते हैं।
म्यूचुअल फंड यूनिट आपको 5 वर्किंग डे के भीतर आवंटित कर दी जाएंगी। यदि आपकी KYC नहीं है, तो आपको म्यूचुअल फंड योजनाओं में निवेश करने से पहले अपना KYC पूरा करना होगा
टाटा AMC के फंड मैनेजर
- राहुल सिंह
वह टाटा AMC में इक्विटी रिसर्च और फंड मैनेजमेंट टीम का नेतृत्व करने वाले मुख्य निवेश अधिकारी हैं। उनके पास 23 साल के निवेश अनुभव है और उन्होंने 2018 में TataMutual Fund में शामिल होने से पहले कुछ प्रतिष्ठित संगठनों के साथ काम किया है। वह IIM लखनऊ के पूर्व छात्र हैं, जहाँ से उन्होंने मास्टर ऑफ़ बिज़नस एडमिनिस्ट्रेशन इन फ़ाइनेंस एंड फ़ाइनेंशियल मैनेजमेंट सर्विसेज़ की डिग्री प्राप्त की है।
- चंद्रप्रकाश पडियार
वह टाटा AMC के वरिष्ठ फंड मैनेजर में से एक है और वे इक्विटी फंड तो मैनेज करते हैं । उनका करियर UTI म्यूचुअल फंड में इक्विटी रिसर्च में शुरू किया था। चंद्रप्रकाश के पास रिसर्च और फंड मैनेजमेंट में 18 साल का अनुभव है। वह पुणे विश्वविद्यालय से संबद्ध सिम्बायोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट से MBA (फाइनेंस) हैं। और THE CFA इंस्टीट्यूट, USA से CFA कार्यक्रम के सभी 3 स्तरों को पूरा कर चुके हैं।
- सोनम एच. उदासी
वह वर्तमान में टाटा AMC में इक्विटीज के फंड मैनेजर हैं। वह सीधे तौर पर कई फंड को मैनेज करते हैं सोनम के पास फाइनेंस में विशेषज्ञता के साथ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा है।
- नागराजन मूर्ति
वह टाटा एसेट मैनेजमेंट में फिक्स्ड इनकम के प्रमुख हैं। उनके पास फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर में 21 साल का अनुभव है। वह डेट इंस्ट्रूमेंट्स में विशेषज्ञता रखते हैं और टाटा म्यूचुअल फंड में अपने कार्यकाल से पहले मिराए AMC में फिक्स्ड इनकम का नेतृत्व कर चुके हैं । मूर्ति ने मास्टर ऑफ कॉमर्स की डिग्री हासिल की है और सोमैया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च से अपना PGDBA पूरा किया है।
- अखिल मित्तल
अखिल मित्तल टाटा AMC में डेट इंस्ट्रूमेंट्स को मैनेज करते हैं। वह अल्ट्रा-शॉर्ट, शॉर्ट और लॉन्ग फंड्स को मैनेज करते हैं और हाइब्रिड फंड्स में फिक्स्ड इनकम अलोकेशन भी। अखिल मित्तल B.Com में ग्रैजुएट हैं और यूनिवर्सिटी बिज़नस स्कूल से MBA किया है।
संबंधित सवाल
प्रश्न.एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) क्या है?
उत्तर: AMC एक ऐसा संगठन होता है जो कई निवेशकों से जमा किए गए फंड को मैनेज करता है और उन्हें रिटर्न उत्पन्न करने के लिए विभिन्न फाइनेंशियल सिक्योरिटी में निवेश करता है।
प्रश्न.नेट एसेट वैल्यू (NAV) क्या है?
उत्तर: NAV किसी फण्ड की प्रति यूनिट की कीमत होती है। नेट एसेट वैल्यू एक AMC की व्यक्तिगत म्यूचुअल फंड स्कीम के प्रदर्शन को मापता है।
प्रश्न.एक्सपेंस रेशियो क्या है?
उत्तर:एक्सपेंस रेशियो निवेशकों के ऐसेट मैनेजमेंट के लिए एसेट मैनेजमेंट कंपनियों द्वारा सालाना शुल्क लिया जाता है। यह AMC द्वारा किए गए ऑपरेशन और मैनेजमेंट कॉस्ट को कवर करता है। यह निवेशक द्वारा निवेश की गई कुल ऐेसेट का एक प्रतिशत है।
प्रश्न.एंट्री लोड क्या है?
उत्तर: जब कोई निवेशक पहली बार म्यूचुअल फंड स्कीम की यूनिट्स खरीदता है, तो उसे एसेट मैनेजमेंट कंपनी द्वारा प्रोसेसिंग फीस का एक छोटा सा शुल्क लिया जाता है जिसे एंट्री लोड कहा जाता है।
प्रश्न.एग्ज़िट लोड क्या है?
उत्तर: जब निवेशक म्यूचुअल फंड स्कीम से अपने निवेश को रिडीम करते हैं, तो उनसे प्रोसेसिंग फीस की एक छोटी राशि ली जाती है, जिसे एग्ज़िट लोड के रूप में जाना जाता है। यह तब भी चार्ज किया जाता है जब निवेशक किसी AMC की विभिन्न म्यूचुअल फंड योजनाओं के बीच स्विच (बदलते) करते हैं।