जब भी आपको अपनी तत्काल आर्थिक ज़रूरतों को पूरा करने के लिए पैसे की ज़रूरत होती है, तो लोग आमतौर पर पर्सनल लोन ही लेना चाहते हैं। पर्सनल लोन (Personal Loan) विशेष रूप से इमरजेंसी के लिए बेहद सुविधाजनक होते हैं, और आसानी से उपलब्ध होने के कारण पर्सनल लोन इंटरेस्ट रेट आमतौर पर सिक्योर्ड या अनसिक्योर्ड लोन के किसी भी विकल्प से अधिक होती हैं।
जहां तक पर्सनल लोन लेने की बात है, तो प्रमुख सवाल सर्विस चार्ज, ब्याज दरों और उस पर लगाए जाने वाले अन्य शुल्क से संबंधित होता है। पर्सनल लोन का प्री-क्लोज़र और प्री-पेमेंट दो महत्वपूर्ण पॉइंट होते हैं जिसको लेकर लोगों के मन में संदेह रहता है, तो चलिए सबसे पहले इन दोनों को समझते हैं।
बिना कुछ गिरवी रखे किसी भी ज़रूरत के लिए बेस्ट पर्सनल लोन ऑफर प्राप्त करें! अप्लाई करें
पर्सनल लोन प्री-क्लोज़र
प्री-क्लोज़र (Personal Loan Pre-closure) वह प्रक्रिया है जब कोई व्यक्ति लोन की अवधि समाप्त होने से पहले पूरी लोन राशि का भुगतान करता है। प्री-क्लोज़र अक्सर लोन पर लगने वाले ब्याज में बचत करने के लिए किया जाता है। लेकिन कई बैंक और NBFC लोन का प्रीपेमेंट करने पर प्री-क्लोज़र शुल्क वसूलते हैं। वहीं कुछ बैंकों में प्री-पेमेंट को लेकर कुछ निर्धारित नियम होते हैं। जैसे- एक निश्चित ईएमआई का भुगतान करने के बाद ही कई बैंक लोन का प्रीपेमेंट करने की अनुमति देते हैं। ऐसे में प्री-पेमेंट करने से पहले इससे जुड़े नियम शर्तों और लागू फीस व चार्ज़ेस के बारे में जान लेना चाहिए।
पर्सनल लोन को प्री-क्लोज़ करने का तरीका
- स्टेप 1: उस बैंक शाखा में जाएँ जहाँ से आपने पर्सनल लोन (Personal Loan) लिया हुआ है।
- स्टेप 2: ज़रूरी दस्तावेज जैसे आईडी प्रूफ, बैंक स्टेटमेंट जिसमें आखिरी EMI का भुगतान कर दिया हो, का उल्लेख हो और उस चेक या डिमांड ड्राफ्ट की जानकारी दर्ज करें, जिसके द्वारा आप बकाया राशि का भुगतान करेंगे।
- स्टेप 3: बैंक/ लोन संस्थान आमतौर पर लोन राशि से कुछ राशि काट लेते हैं जिसका भुगतान प्रीपेमेंट के साथ किया जाना होता है।
- स्टेप 4: जब आप चेक या डिमांड ड्राफ्ट के माध्यम से पूरी राशि का भुगतान कर देते हैं तो बैंक एक एकनॉलेजमेंट लेटर देगा जिसे भविष्य के लिए संभाल कर रखना चाहिए।
एक बार सभी स्टेप पूरे हो जाने के बाद, बैंक लोन के प्रीक्लोज करने के कुछ दिनों के बाद लोन एग्रीमेंट भेज देगा।
30+ बैंकों/ NBFC से
बेस्ट पर्सनल लोन
ऑफर पाएं
पर्सनल लोन (Personal Loan) के प्री-क्लोज़र शुल्क
कई संस्थान लोन को प्री-क्लोज़ करने पर शुल्क लगाते हैं। हालांकि, कई बार लोन का प्री-क्लोजर ब्याज दरों और कर्ज के बोझ को कम करने में मदद करता है। बैंकों में अलग-अलग लॉक-इन पीरियड होते हैं, जिनसे पहले कोई भी लोन बंद कर सकता है। हालांकि बैंक ब्याज राशि पर हुए नुकसान को पूरा करने के लिए प्री-क्लोजर शुल्क लेते हैं।
बैंक | लॉक इन पीरियड | प्री-क्लोज़र शुल्क |
HDFC बैंक | 12 EMI के भुगतान के बाद | नौकरीपेशा
· 13-24 महीने- बकाया राशि का 4% · 25-36 महीने- बकाया राशि का 3% · 36 महीने से अधिक- बकाया राशि का 2% |
ICICI बैंक | 12 EMI के भुगतान के बाद | बकाया राशि का 5% + GST |
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया | कभी भी | प्रीपेड राशि का 3% तक |
यस बैंक | 12 EMI के भुगतान के बाद | 13-24 महीने- बकाया राशि का 4%
25-36 महीने- बकाया राशि का 3% 37-48 महीने- बकाया राशि का 2% 48 महीने से अधिक – शून्य |
एक्सिस बैंक | पहली EMI के बाद |
|
बजाज फिनस़र्व | पहली ईएमआई के भुगतान के बाद |
|
सिटी बैंक | 12 ईएमआई के भुगतान के बाद | बकाया राशि पर 4% |
कोटक महिंद्रा | पहली EMI के 12 महीने बाद। साथ ही 30 दिन पहले से ही फोर-क्लोज़र की जानकारी देना ज़रूरी है। |
|
इंडसइंड बैंक | नौकरीपेशा व्यक्ति: 2 किस्तों के भुगतान के बाद अनुमति गैर- नौकरीपेशा: 6 किस्तों के भुगतान के बाद कभी भी |
नौकरीपेशा: 12 EMI के भुगतान के बाद बकाया राशि पर 4% गैर- नौकरीपेशा: 6 EMI के भुगतान के बाद बकाया राशि पर 4% |
स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक | 12 EMI के बाद कभी भी, पर बैंक को 21 दिनों का नोटिस देना ज़रूरी है | बकाया राशि पर 5%+ टैक्स |
शादी, इलाज या अन्य किसी काम के लिए चाहिए पर्सनल लोन! अप्लाई करें
पर्सनल लोन का पार्ट पेमेंट
लोन अवधि पूरी होने से पहले लोन राशि का पूरा भुगतान करने को लोन प्री-पेमेंट या पर्सनल लोन पार्ट प्रीपेमेंट कहा जाता है। यदि आपके पास अधिक राशि है और उस राशि का उपयोग आप लोन का जल्दी भुगतान करने के लिए करना चाहते हैं, तो इस वजह से या तो EMI कम होगी या भुगतान अवधि कम हो जाएगी। पर्सनल लोन की पार्ट पेमेंट (Personal Loan Part-Payment) करने के लिए, आपको बैंक शाखा जाकर किसी बैंक अधिकारी को सूचित करना पड़ता है। आपकी रिक्वेस्ट सबमिट हो जाने के बाद, बैंक द्वारा आपको नई EMI/ लोन अवधि के बारे में बता दिया जाएगा।
पर्सनल लोन (Personal Loan) को सही तरीके से क्लोज करना ज़रूरी होता है क्योंकि इसका आपके CIBIL स्कोर पर प्रभाव पड़ सकता है। आपको पर्सनल लोन को सही तरीके से प्री-क्लोज़ करने वाली प्रक्रियाओं की जानकारी होनी चाहिए और इससे संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के समाधान के लिए आप संबंधित बैंक/ लोन संस्थान के कस्टमर केयर से सम्पर्क कर सकते हैं।