PPF में ब्याज़ दरों, सुरक्षा और टैक्स के संदर्भ में कई लाभ हैं। यह अकाउंट खोलने के कुछ वर्षों के बाद लोन और PPF फण्ड से कुछ पैसा निकालने की भी अनुमति देता है। इस लेख में, हम आपको PPF के लाभ और नुकसान के बारे में बताएंगे।
1) PPF ब्याज़ दर लाभ
PPF की वर्तमान ब्याज़ दर Q4 (जनवरी-मार्च, FY 2023-24) 7.1% हैं। यह कई बैंकों में संबंधित फिक्स्ड डिपॉज़िट (FD) दरों से अधिक है।
अवधि | ब्याज़ दर |
अक्टूबर- दिसंबर, 2023 |
7.10% |
जुलाई-सितंबर,2023 | 7.10% |
अप्रैल-जून, 2023 | 7.10% |
जनवरी-मार्च, 2023 | 7.10% |
अक्टूबर- दिसंबर, 2022 | 7.10% |
जुलाई – सितंबर, 2022 | 7.10% |
अप्रैल-जून, 2022 | 7.10% |
जनवरी-मार्च, 2022 | 7.10% |
अक्टूबर- दिसंबर, 2021 | 7.10% |
जुलाई – सितंबर, 2021 | 7.10% |
अप्रैल-जून, 2021 | 7.10% |
जनवरी-मार्च, 2021 | 7.10% |
अक्टूबर- दिसंबर, 2020 | 7.10% |
जुलाई – सितंबर, 2020 | 7.10% |
अप्रैल-जून, 2020 | 7.10% |
जनवरी-मार्च, 2020 | 7.9% |
अक्टूबर- दिसंबर 2019 | 7.9% |
जुलाई – सितंबर, 2019 | 7.9% |
अप्रैल–जून, 2019 | 8.0% |
जनवरी–मार्च, 2019 | 8.0% |
अक्टूबर–दिसंबर, 2018 | 8.0% |
जुलाई – सितंबर, 2018 | 7.6% |
अप्रैल – जून, 2018 | 7.6% |
जनवरी – मार्च, 2018 | 7.6% |
अक्टूबर – दिसंबर, 2017 | 7.8% |
जुलाई – सितंबर, 2017 | 7.8% |
अप्रैल – जून, 2017 | 7.9% |
जनवरी – मार्च, 2017 | 8.0% |
स्त्रोत : नेशनल सेविंग्स इंस्टिट्यूट
2) PPF टैक्स लाभ
PPF में प्रति वर्ष 1.5 लाख रु. तक का योगदान आयकर धारा 80 C के तहत टैक्स फ्री है। PPF पर कमाए गए ब्याज़ को टैक्स से छूट दी गई है और मैच्योरिटी राशि पर भी टैक्स नहीं लगेगा। = इसलिए PPF में टैक्स का एक छूट-छूट-छूट (Exempt-Exempt-Exempt) मॉडल है।
3) PPF सुरक्षा लाभ
PPF को उच्च स्तर की सुरक्षा प्राप्त है क्योंकि PPF योजना सरकार द्वारा समर्थित है। आधिकारिक तौर पर, इस योजना का संचालन सरकारी बचत बैंक अधिनियम, 1873 द्वारा किया जाता है। PPF में धनराशि को नेशनल स्मॉल सेविंग्स फंड (NSSF) में जमा किया जाता है, जिसे भारत सरकार द्वारा बनाए रखा और उपयोग किया जाता है।
PPF पर मिलने वाले ब्याज़ का भुगतान भी सरकार द्वारा किया जाता है। यह बैंक के ब्याज़ की तुलना में अधिक सुरक्षित बनाता है क्योंकि बैंक फिक्स्ड डिपॉज़िट पर केवल डिपॉज़िट इन्शुरन्स एंड क्रेडिट गारंटी कारपोरेशन (DICGC) द्वारा 1 लाख ।रु. तक का बीमा किया जाता है।
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4) PPF लोन
आप अपने PPF अकाउंट खोलने के 3 से 6 वें वर्ष तक जमा राशि के बदले लोन प्राप्त कर सकते हैं। ऐसे लोन की अधिकतम अवधि 36 महीने है। जिस वित्तीय वर्ष में लोन आवेदन किया गया है उसके पिछले वित्तीय वर्ष के अंत में जमा राशि का 25% ही लोन मिल सकता है, जिस वर्ष लोन के लिए आवेदन किया गया था।
उपरोक्त उदाहरण में, यदि निवेशक अप्रैल 2020 में लोन लेना चाहता है, तो अधिकतम लोन राशि 31 मार्च, 2019 को मौजूदा बैलेंस राशि का 25% होगी। आपको PPF में जमा राशि पर जितना ब्याज़ मिलता है उस से 2% अधिक आपके PPF के बदले लिए गए लोन पर लागू होगा। उदाहरण के लिए, यदि PPF अकाउंट पर 8% ब्याज़ दर मिल रही है तो ऐसे अकाउंट पर लिए गए लोन पर देय ब्याज़ 10% होगी। यह कई बैंकों द्वारा लगाए गए ब्याज़ से कम हो सकता है और आपको किसी अतिरिक्त सुरक्षा की आवश्यकता नहीं है।
5) PPF से कुछ पैसा निकालें
PPF में 15 साल का लॉक–इन अवधि होती है। अकाउंट खोलने के 5वें वित्तीय वर्ष की समाप्ति के बाद कुछ पैसा आप PPF से निकाल सकते हैं। उदाहरण, यदि 15 फरवरी, 2013 को अकाउंट खोला गया था, तो वित्तीय वर्ष 2018-19 से पैसा निकाल सकते हैं। प्रति वित्तीय वर्ष में केवल एक बार पैसा निकालने की अनुमति है। प्रति वित्तीय वर्ष में निकाली जा सकने वाली अधिकतम राशि निम्नलिखित में से निम्न है:
- वर्तमान वर्ष के पिछले वित्तीय वर्ष के अंत तक मौजूदा बैलेंस का 50%, या
- 4 वें वित्तीय वर्ष के अंत में वर्तमान वर्ष से पहले अकाउंट बैलेंस का 50%
PPF लाभ कैलकुलेशन
PPF को घोषित दरों के अनुसार वार्षिक रूप से कंपाउंड किया जाता है। दरें हर तिमाही घोषित की जाती हैं, इसलिए PPF लाभ के लिए लागू दर प्रत्येक दर का औसत होगी। आपके PPF अकाउंट की कमाई राशि घोषित ब्याज़ दर पर निर्भर करती है और जब आपने PPF में पैसा जमा किया होता है।
उदाहरण के लिए, मान लें कि आपने 4 जुलाई 2018 को PPF अकाउंट में 75,000 रु. और 4 अक्टूबर 2018 को 75,000 रु. का निवेश किया है। अप्रैल – जून 2018 की दर 7.6% है और अक्टूबर – दिसंबर 2018 की दर 8% है। आपका PPF अकाउंट आपके 75,000 रु. के शुरुआती निवेश पर 4,275 रु. कमाएगा (9 महीने के लिए 7.6%) और 75,000 रु. के आपके बाद के निवेश पर 2,850 रु. (6 महीने के लिए 8%)।
PPF के कुछ नुकसान
- फिक्स्ड ब्याज़ दर: PPF की एक निश्चित ब्याज़ दर है, जो हमेशा महंगाई दर के साथ तालमेल नहीं रख सकती है। वर्ष 2010 और 2011 में, महंगाई दर 10% से ज़्यादा चली गई थी लेकिन PPF ब्याज़ दर 8% रही।
- म्युचुअल फंड, NPS की तुलना में कम रिटर्न: म्यूचुअल फंड और NPS में एक इक्विटी तत्व होता है और इसलिए इसने कई वर्षों में PPF से अधिक रिटर्न दिया है।
- रिजिडीटी/कठोरता: PPF में पैसा निकालने पर सीमाएं हैं। यह अकाउंट खोलने के बाद 5 साल की समाप्ति तक पैसा निकालने की अनुमति नहीं देता है। इसके बाद यह केवल PPF अकाउंट में बैलेंस राशि के 50% तक ही निकालने की अनुमति देता है। लोन के संदर्भ में, जैसे कि इसे कब लिया जा सकता है (अकाउंट खोलने से तीसरा वर्ष) और कितना (अकाउंट खोलने के पहले 2 वें वर्ष में अकाउंट बैलेंस का 25%)।