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पीपीएफ यानी पब्लिक प्रोविडेंड फंड में जमा राशि पर सरकार द्वारा निर्धारित ब्याज दर से हर तिमाही ब्याज दिया जाता है। जोकि सरकार द्वारा समर्थित अन्य योजनाएं जैसे- नेशनल सेविंग स्कीम (एनएससी), पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट आदि जैसे ट्रेडिशनल स्कीम की तुलना में बेहतर रिटर्न देता है। इतना ही नहीं, ल़ॉन्ग टर्म निवेश के लिए भी ये एफडी की तुलना में अच्छा ऑप्शन है। वर्तमान वित्त वर्ष (2024-25) Q1 (April-June) के लिए पीपीएफ पर 7.1% से ब्याज दिया जाता है।
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PPF ब्याज दरें
वित्त वर्ष 2024-25 के लिए पीपीएफ की ब्याज दरें 7.1% घोषित की गई हैं। नीचे दी गई टेबल में आप पिछले कुछ सालों की PPF ब्याज दरों के बारे में जान सकते हैं।
अवधि | दर |
जनवरी-मार्च 2024 | 7.1% |
अक्टूबर-दिसंबर, 2023 | 7.1% |
जुलाई – सितंबर, 2023 | 7.1% |
अप्रैल-जून, 2023 | 7.1% |
जनवरी-मार्च, 2023 | 7.1% |
अक्टूबर-दिसंबर, 2022 | 7.1% |
जुलाई – सितंबर, 2022 | 7.1% |
अप्रैल-जून, 2022 | 7.1% |
जनवरी-मार्च, 2022 | 7.1% |
अक्टूबर-दिसंबर, 2021 | 7.1% |
जुलाई – सितंबर, 2021 | 7.1% |
अप्रैल-जून, 2021 | 7.1% |
जनवरी-मार्च, 2021 | 7.1% |
अक्टूबर-दिसंबर, 2020 | 7.1% |
जुलाई – सितंबर, 2020 | 7.1% |
अप्रैल-जून, 2020 | 7.1% |
जनवरी-मार्च, 2020 | 7.1% |
अक्टूबर-दिसंबर, 2019 | 7.9% |
जुलाई – सितंबर, 2019 | 7.9% |
अप्रैल – जून, 2019 | 8% |
जनवरी – मार्च, 2019 | 8% |
अक्टूबर-दिसंबर, 2018 | 8% |
जुलाई-सितंबर, 2018 | 7.6% |
अप्रैल-जून, 2018 | 7.6% |
जनवरी-मार्च, 2018 | 7.6% |
अक्टूबर-दिसंबर, 2017 | 7.8% |
जुलाई-सितंबर, 2017 | 7.8% |
अप्रैल-जून, 2017 | 7.9% |
जनवरी-मार्च, 2017 | 8.0% |
जानकारी स्रोत: राष्ट्रीय बचत संस्थान,
PPF पर ब्याज कैलकुलेशन कैसे होता है?
PPF अकाउंट में प्रत्येक माह के पांचवे दिन ब्याज दिया जाता है। ब्याज महीने के चौथे दिन अकाउंट में जो राशि मौजूद होती है उस पर लगता है। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि आप प्रत्येक महीने की 4 तारीख तक अपना PPF योगदान दें। उदाहरण के लिए, 10 अप्रैल 2023 तक आपके अकाउंट में शेष राशि शून्य है। उस स्थिति में, आपको अप्रैल में कोई ब्याज नहीं मिलेगा। आपको मई 2023 से ब्याज मिलने लगेगा।
ध्यान रहें कि PPF पर वार्षिक रूप से कंपाउंड ब्याज दिया जाता है- इसका अर्थ है कि पिछले वर्ष में प्राप्त ब्याज के बाद अकाउंट में जितना बैलेंस है उस पर वर्तमान वर्ष में ब्याज प्राप्त होता है। उदाहरण के लिए यदि पिछले वर्ष आपने 8% ब्याज की दर से 1 लाख रु. की PPF राशि पर 8,000 रु. का ब्याज कमाया है तो वर्तमान वर्ष में 1,08,000 रु. की राशि पर ब्याज लागू होगा। इसका मतलब है कि वर्तमान वर्ष में आपका ब्याज 1,08,000 रु. का 8% यानि 8,640 रु. होगा।
लंबी अवधि के निवेश के लिए वार्षिक चक्रवृद्धि (कंपाउंडिंग ब्याज दर) बेहद फायदेमंद हो सकती है। मैच्योरिटी के बाद भी, आपके पास योगदान के साथ या उसके बिना पीपीएफ को बढ़ाने का विकल्प है। इसलिए, यदि आप अतिरिक्त योगदान किए बिना अपने पीपीएफ को अगले 5 वर्षों के लिए बढ़ाने का विकल्प चुनते हैं, तो कंपाउंडिंग ब्याज दर के कारण अतिरिक्त रिटर्न पर्याप्त हो सकता है।
अकाउंट होल्डर की मृत्यु के बाद PPF अकाउंट का क्या होगा
जमाकर्ता की मृत्यु होने पर नॉमिनी व्यक्तियों को उनके अपने नाम पर अकाउंट ट्रान्सफर करना होगा। वे मृतक के नाम पर अकाउंट में अब पैसे का योगदान नहीं कर सकते हैं। जमाकर्ता की मृत्यु के बाद अकाउंट में ब्याज प्राप्त होना जारी रह सकता है।
PPF अकाउंट खोलने के समय निर्दिष्ट नामांकन के अनुसार अकाउंट नॉमिनी को जाता है। यदि नॉमिनी व्यक्तियों के हिस्से का उल्लेख किया जाता है (उदा. प्रत्येक नॉमिनी व्यक्ति के लिए 50%), तो अकाउंट उस हिस्से के अनुसार साझा कर दिया जाएगा। नॉमिनी व्यक्ति मृतक के कानूनी उत्तराधिकारियों के लिए और उनकी ओर से PPF धन अपने पास रखेगा।
मृत्यु के बाद PPF का क्लेम कैसे करें
पीपीएफ खाताधारक की मृत्यु हो जाने पर, चुने गए नॉमिनी को अपने नाम पर PPF अकाउंट ट्रांसफर करवाना होगा। यह ध्यान रखना चाहिए कि नॉमिनी उस PPF अकाउंट में कोई योगदान (पैसे जमा करना) नहीं कर सकता है। यदि अकाउंट होल्डर ने 1से अधिक लोगों को नॉमिनी बनाया है और किसी विशिष्ट हिस्से (जैसे कि प्रत्येक नामांकित व्यक्ति के लिए 50%) का उल्लेख किया है, तो अकाउंट उसी के अनुसार उन्हें दिया जाएगा।
नाबालिगों के लिए PPF ब्याज
PPF अकाउंट नाबालिगों की तरफ से माता-पिता/ कानूनी अभिभावकों द्वारा खोले जा सकते हैं। हालाँकि वयस्क और नाबालिग, दोनों के खातों को मिलाकर एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम सीमा 1.5 लाख रु. है।
उदहारण के लिए, कोई माता-पिता अपने अकाउंट में 1.5 लाख रु. और अपनी बेटी के अकाउंट में और 1.5 लाख रु. जमा नहीं कर सकते हैं। हालाँकि, वह अपने अकाउंट में 1 लाख रु. और बेटी के अकाउंट में 50,000 रु. जमा कर सकते हैं। ब्याज दर वयस्कों के PPF दर के समान है।
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क्या PPF ब्याज टैक्स योग्य है?
नहीं। PPF ब्याज पूरी तरह से कर-मुक्त है। PPF में किए गए योगदान के कर पर धारा 80 C के तहत प्रति वर्ष 1.5 लाख रु. तक की छूट है। इसके अलावा, PPF की मैच्योरिटी राशि के साथ-साथ ब्याज पर भी कर में छूट दी जाती है। इस तरह PPF निवेश ईईई (छूट-छूट-छूट) श्रेणी के अंतर्गत आता है
इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) में PPF की जानकारी दें
PPF ब्याज टैक्स-मुक्त है। परन्तु, इसका इनकम टैक्स रिटर्न की जानकारी दी जानी चाहिए। PPF ब्याज का आंकड़ा पाने के लिए आप अपनी PPF पासबुक या अकाउंट की जानकारी ऑनलाइन देख सकते हैं।
क्या पीपीएफ पर मैच्योरिटी के बाद भी ब्याज मिलता है
पीपीएफ की मैच्योरिटी खाता खुलवाने के दिन से लेकर 15 साल तक की होती है। एक बार 15 साल की मैच्योरिटी पूरी होने के बाद अकाउंट होल्डर के पास 2 विकल्प होते हैं:
- अकाउंट होल्डर अपने पीपीएफ की सारी राशि निकाल सकते हैं
- अकाउंट होल्डर अपने पीपीएफ खाते को 5 साल के लिए बढ़ा सकते हैं। इससे उन्हें योगदान जारी रखने और कुल पीपीएफ शेष पर ब्याज अर्जित करने में मदद मिलेगी। लेकिन आपको अपना पीपीएफ बढ़ाना है इसके लिए पीपीएफ मैच्योरिटी से 1 वर्ष पहले आवेदन करना होगा। आप चाहे तो कितनी बार भी 5 साल के लिए अपना पीपीएफ अकाउंट बढ़वा सकते हैं।
पीपीएफ की मैच्योरिटी के 1 साल तक अगर इसमें कोई गतिविधि नहीं होती है तो खाता अपने आप ही कुछ समय के लिए बढ़ा दिया जाएगा। हालांकि ऐसे मामलो में, खाता धारक इसमें कोई अन्य निवेश नहीं कर सकता।
PPF और GPF के बीच अंतर
GPF या सामान्य भविष्य निधि केवल सरकारी कर्मचारियों के लिए है। ऐसे कर्मचारियों को अपने वेतन के एक निश्चित हिस्से को जीपीएफ में जमा करने का विकल्प दिया जाता है। दूसरी तरफ, PPF की सुविधा सरकारी कर्मचारियों सहित सभी भारतीय लोगों के लिए है।
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PPF ब्याज दर की अन्य निवेश विकल्पों का साथ तुलना
निवेश इंस्ट्रुमेंट | ब्याज दर | लॉक-इन पीरियड |
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) | 7.1% | 15 साल |
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) | 7.7% | 5 साल |
टैक्स सेवर फिक्स्ड डिपॉज़िट | 3.5-7.5% | 5 साल |
सुकन्या समृद्धि योजना | 8.2% | अकाउंट खोलने की तारीख से 21 साल या अकाउंटधारक की शादी तक, जो भी पहले हो |
5 वर्षीय पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉज़िट अकाउंट | 7.5% | 5 साल |
संबंधित प्रश्न (FAQs)
प्रश्न. PPF पर वरिष्ठ नागरिकों को किस दर से ब्याज मिलता है?
उत्तर: पीपीएफ पर मिलने वाला ब्याज सभी के लिए एक ही होता है, चाहे वह वरिष्ठ नागरिक ही क्यों न हो।
प्रश्न. मैं एसबीआई बैंक में पीपीएफ अकाउंट खुलवाना चाहता हूं, एसबीआई पीपीएफ इंटरेस्ट रेट क्या होगा ?
उत्तर: पीपीएफ की ब्याज दरें हर तिमाही सरकार द्वारा निर्धारित की जाती है इसलिए आप चाहे पोस्ट ऑफिस या किसी भी बैंक में पोस्ट ऑफिस खुलवाए सभी में एक ही दर पर ब्याज मिलता है। वर्तमान Q1 (अप्रैल-जून) वित्त वर्ष 2024-25 के लिए पीपीएफ ब्याज दर 7.1% है।
प्रश्न. अधिकतम PPF दर क्या थी?
उत्तर: PPF ब्याज दर 1986 से 1999 तक 12% तय की गई थी। यह सबसे उच्च दर थी। हालाँकि, उन वर्षों में मुद्रास्फीति का स्तर और समग्र ब्याज दरें भी वर्तमान से अलग थीं।
प्रश्न. क्या कारण है कि आपका PPF ब्याज अभी तक क्रेडिट नहीं हुआ है
उत्तर: इसके कई कारण हो सकते हैं:
- PPF ब्याज दर वित्तीय वर्ष के अंत में क्रेडिट होता है। आपको मासिक या त्रैमासिक (तीन महीनों में) आधार पर PPF ब्याज नहीं मिलेगा।
- आपने प्रति वर्ष 1.5 लाख रु. की सीमा से अधिक योगदान दिया होगा। इस अधिक राशि पर कोई ब्याज नहीं मिलता है।
- मैच्योरिटी के15 साल बाद, आपने औपचारिक रूप से अकाउंट का विस्तार किए बिना योगदान दिया होगा। आपको अकाउंट का विस्तार करके योगदान चालू रखने के लिए के लिए फॉर्म H भरना होगा। यदि आप अकाउंट की मैच्योरिटी के एक वर्ष के भीतर इस फॉर्म को जमा करने में रहे तो मौजूदा शेष राशि पर ब्याज मिलता रहता है लेकिन आप नई राशि का योगदान नहीं कर सकते हैं। इन नयी राशियों पर ब्याज अकाउंट में जमा नहीं किया जाएगा।