ये भी पढ़ें: एसबीआई पर्सनल लोन को फोरक्लोज़ करने पर कितनी फीस देनी पड़ती है
SBI पर्सनल लोन EMI से संबंधित फीस व शुल्क
समय पर EMI भुगतान ना करने पर जुर्माना | ₹250 (समय पर ईएमआई भुगतान ना करने पर)
स्टैंडिंग इंस्ट्रक्शन (SI)/चेक/ ECS बाउंस के मामले में, नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट्स एक्ट, 1881 के सेक्शन 138 के तहत कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। |
चेक बाउंस चार्ज | ₹ 250
नोट: यदि कोई चेक तकनीकी कारणों के कारण बाउंस होता है, जहां कस्टमर की कोई गलती नहीं है, तो RBI के दिशानिर्देशों के अनुसार कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। |
पीनल इंटरेस्ट | ₹25,000 से ज़्यादा के लोन के लिए लागू ब्याज दर पर 2% प्रति माह की दर से पीनल इंटरेस्ट शुल्क वसूला जाएगा। यह शुल्क डिफ़ॉल्ट अवधि के लिए बकाया राशि पर लागू होता है।
नोट: यदि केवल EMI का एक हिस्सा बकाया रहता है, तो पीनल इंटरेस्ट लागू नहीं होगा। |
*समय- समय पर यह फीस व शुल्क बदल सकते हैं। इन शुल्क में जीएसटी को अलग से जोड़ा जाएगा।
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SBI पर्सनल लोन EMI को प्रभावित करने वाले कारक
- लोन राशि: लोन राशि जितनी अधिक होगी, ईएमआई का भुगतान भी उतना ही अधिक करना होगा।
- लोन अवधि: अवधि जितनी लंबी होती है, ईएमआई का भुगतान भी उतना ही कम होता है। हालांकि, अवधि लंबी होने से अधिक ब्याज का भुगतान भी करना पड़ता है।
- ब्याज दर: कम ब्याज दर होने से आपकी ईएमआई और ब्याज लागत कम होती है (बशर्ते आपने लंबी अवधि का विकल्प न चुना हो)।
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संबंधित प्रश्न (FAQs)
प्रश्न. पर्सनल लोन पर ब्याज कैलकुलेट करने के लिए एसबीआई किस फ़ॉर्मूले का उपयोग करता है?
उत्तर: SBI पर्सनल लोन पर ब्याज कैलकुलेट करने के लिए रिड्यूसिंग बैलेंस फ़ॉर्मूले का उपयोग करता है। इसमें, ब्याज की कैलकुलेशन बकाया लोन राशि पर की जाती है, न कि शुरू में उधार ली गई पूरी लोन राशि पर। फ्लैट दरों पर लिए गए लोन की तुलना में इस पर कम ब्याज लागत का भुगतान करना होता है।
प्रश्न. क्या मैं अपने एसबीआई पर्सनल लोन की प्रीपेमेंट कर सकती हूं?
उत्तर: हां, आप अपने एसबीआई पर्सनल लोन की प्रीपेमेंट या उसे फोरक्लोज़ कर सकती हैं। इस पर आपको कुछ प्रीपेमेंट फीस का भुगतान करना पड़ सकता है।
प्रश्न. प्रीपेमेंट करने पर क्या एसबीआई पर्सनल लोन ईएमआई में बदलाव आएगा?
उत्तर: जब आप प्रीपेमेंट करती हैं, तो बकाया राशि कम हो जाती है। ऐसा होने पर, ग्राहकों को कहा जा सकता है कि वे या तो अपनी लोन ईएमआई कम करें या फिर लोन अवधि। इसलिए, यदि आप लोन प्रीपेमेंट के मामले में अपनी ईएमआई बदलना चाहते हैं तो चुनाव आपका है।
प्रश्न. मैं अपने एसबीआई पर्सनल लोन ईएमआई राशि को कैसे कम कर सकता हूं?
उत्तर:
- अपने पर्सनल लोन की पार्ट- प्रीपेमेंट करें – ऐसा करने से न केवल आपके पर्सनल लोन की ईएमआई कम होगी बल्कि कुल ब्याज भुगतान भी कम होगा, बशर्ते कि अवधि में कोई बदलाव न हो।
- कम ब्याज दर, लंबी अवधि, या दोनों ऑफर करने वाले किसी अन्य बैंक/ लोन संस्थान को अपना बकाया लोन ट्रांसफर करें – कम ब्याज दर होने से न केवल आपका मासिक भुगतान कम होगा बल्कि कुल ब्याज लागत भी कम होगी। बता दें कि इसके लिए नए लोन की अवधि ऑरिजिनल लोन की बाकी लोन अवधि के समान ही रहनी चाहिए।
प्रश्न. ईएमआई की सही राशि कैसे प्राप्त करें?
उत्तर: अपने मासिक बजट को चेक करें, जिसमें आपके सभी खर्च, पहले से मौजूद ईएमआई और क्रेडिट कार्ड की बकाया राशि शामिल हो, जिससे आप उचित ईएमआई राशि तय कर सकें और उसका भुगतान कर सकें। अगर आप चाहती हैं कि आपका लोन आवेदन मंज़ूर हो जाए तो, ध्यान रखें कि आपकी भुगतान की जाने वाली कुल ईएमआई, जिसमें एसबीआई पर्सनल लोन ईएमआई भी शामिल है, आपकी नेट मासिक आय के 50% से ज्यादा न हो।
प्रश्न. 10 लाख रुपये के एसबीआई पर्सनल लोन की ईएमआई क्या है?
उत्तर : 10 लाख रुपये के एसबीआई पर्सनल लोन पर ईएमआई आपके द्वारा लिए गए लोन अवधि के लिए ऋणदाता द्वारा ली जाने वाली ब्याज दरों पर निर्भर करेगी। मान लें कि आपने 11% प्रति वर्ष की दर पर एसबीआई पर्सनल लोन लिया है, तो विभिन्न अवधियों में एसबीआई द्वारा 10 लाख रुपये के पर्सनल लोन की ईएमआई इस प्रकार होगी:
लोन राशि | ब्याज दर | अवधि | ईएमआई |
₹10 लाख | 11% | 1 साल | ₹ 88,144 |
₹10 लाख | 11% | 2 साल | ₹ 46,371 |
₹10 लाख | 11% | 3 साल | ₹ 32,498 |
₹10 लाख | 11% | 4 साल | ₹ 25,599 |
₹10 लाख | 11% | 5 साल | ₹21,489 |
कृपया ध्यान दें: एसबीआई पैसाबाज़ार का पार्टनर नहीं है। ऑफर केवल पार्टनर बैंकों/एनबीएफसी की ओर से ही मिलेंगे।
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